Kothi Sex Porn
एक दिन की बात है, मैं होटल पर कुछ खाने के लिए गया था तभी मेरी नज़र टेबल पर पड़ी.. वहाँ एक औरत का पर्स पड़ा था.. मैंने उसमें देखा तो दो “ए टी म”, 8500 रुपये और एक बिल था.. उस पर एक मोबाइल नंबर था.. मैंने वहाँ फोन मिला कर पता लगाया की वो किसी शालिनी जी का है.. वहाँ से उनका नंबर भी मिल गया.. Kothi Sex Porn
फिर, मैंने फोन मिलाया – हेलो मैडम जी, मैं आदित्य बोल रहा हूँ.. मुझे होटल पर आपका पर्स मिला है.. मैं इंडस्ट्रियल एरिया से मेरे रूम से बोल रहा हूँ.. आप आ कर पर्स ले जाओ..
शालिनी – आपका धन्यवाद.. आप अपना पूरा पता दे दो.. मैं शाम को आ जाउन्गी..
शाम को, एक नंबर से कॉल आया.. मैंने फिर से अपना पता बताया.. थोड़ी देर बाद, मेरे रूम के आगे एक कार आ कर रुकी.. उसमें से एक बहुत ही खूबसूरत औरत निकली.. वो एकदम गोरी और काफ़ी लंबी थी.. उसका चेहरा तो बहुत ही सुंदर था.. उसकी सारी बॉडी एकदम फिट थी.. उसके गाल और होंठ तो ज़बरमस्त थे.. साड़ी में कयामत ढा रही थी.. उसके बूब तो क्या खूब थे.. गले में एक छोटा सा लॉकेट था.. उसके बूब के बीच की दरार दिख रही थी.. मैं तो बस देखता ही रह गया..
शालिनी – हेलो, मैं शालिनी हूँ.. आप आदित्य हैं ना.. उसकी आवाज़ में तो जादू था.. वो हर वर्ड को बहुत ही सुंदर ढंग से बोल रही थी.. मानो हिन्दी की टीचर हो..
मैंने कहा की मैं ही आदित्य हूँ.. फिर मैं उनको कमरे में ले गया.. उनको चाय पिलाई.. फिर मैं उनको अपनी बातों से हँसने लगा..
शालिनी – आप क्या करते हैं .?.
आदित्य – मैं यहाँ पढ़ाई करता हूँ.. यही रहता हूँ.. पहले उप – डाउन करता था.. अब 3 महीने बाद पेपर है.. अब यहीं रहता हूँ.. मेरा फ्रेंड गाँव गया है.. हम दोनों रहते हैं.. यही बिजली बोर्ड में पार्ट टाइम जॉब भी करते हैं.. हमारे सर ने यहाँ लगाया है.. यहाँ का एक्सपीरियेन्स काम आएगा..
शालिनी – तुम यहाँ क्यों रहते हो .?. सिटी से इतनी दूर यहाँ स्मेल नहीं आती .?. सर्दी नहीं लगती .?.
आदित्य – यहाँ किराया बहुत कम है.. 800 रुपये और शिमला सिटी में इतना बड़ा मकान तो 4000 में भी नहीं मिलता.. पैसे की भी प्राब्लम है, जी.. ट्यूशन भी करनी पड़ती है.. 4000 – 5000 खर्च हो जाते हैं..
शालिनी – आप तो काफ़ी इंटेलिजेंट हो.. मेरे पर्स को वापस दिया है इसलिए आपकी ये प्राब्लम तो अभी दूर कर देते हैं.. मेरे घर में रूम है.. वहाँ सारी सुविधा भी मिल जाएगी.. खाना – पीना और कपड़े धोने की सुविधा एकदम फ्री..
आदित्य – लेकिन.. ..
शालिनी – ये सब छोड़ो.. .. मैं फोन करती हूँ.. मेरा ड्राइवर तुम्हारा सारा सामान ले जाएगा.. तुम बैठो कार में..
वो बड़ी खुश थी..
उसने मेरा हाथ पकड़ा और बोली – असल में मुझे तुम जैसे ईमानदार लड़के की तलाश थी..
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मैंने तुरंत ही रूम लॉक कर दिया और कार में बैठ गया.. उसका जादू मुझ पर चढ़ गया.. उसने कार का एसी चालू कर दिया.. मुझे ठंड लगने लगी.. थोड़ी देर बाद हम उसके घर पर पहुँच गये.. उसका घर बहुत बड़ा था.. मानो कोई बहुत बड़े आदमी का घर हो..
2 – 3 नौकरानी थी.. एक बड़ा सा पार्क था.. उसने घर पर जाकर अपने नौकर को मेरा सामान लाने को कहा.. मैंने उसे अपना पता बताया.. सच में मैंने ऐसा घर आज तक नहीं देखा.. घर को बस देखता ही रह गया.. फिर शालिनी ने पानी दिया और फिर ठंडा पिलाया..
थोड़ी देर बाद वो नहा कर आई.. क्या क्यामत लग रही थी.. उसके पर्फ्यूम की महक लाजवाब थी.. उसने कहा की तुम्हारा सामान आने वाला है.. तुम जल्दी से नहा लो.. मैं नहाने चला गया.. पहली बार शावर के नीचे नाहया.. मज़ा आ गया.. फिर शालिनी ने मुझे कपड़े दिए तो वो मुस्कुरा दी.. मैं नहा कर बाहर आया.. अब शालिनी मेरे पास बैठ गई..
मैंने काफ़ी देर तक बात की और वो मेरी बात सुनकर बहुत हँसी.. फिर हम दोनों ने खाना खाया.. वो बार – बार खड़ी होकर खाना परोस रही थी.. उसके बूब मुझे दिख रहे थे.. वो ये देख कर मुस्करा रही थी.. मज़ा आ गया.. फिर हम ने काफ़ी बातें की.. इतनी सुंदर औरत क साथ बात करते हुए मज़ा आ रहा था.. फिर हम दोनों टीवी वाले रूम में आ गये.. एक ही बेड पर बैठे थे..
आदित्य – आपने अपने बारे में नहीं बताया..
शालिनी – मेरे पति चंडीगढ़ में बिज़्नेस करते हैं.. महीने दो महीने बाद आते हैं.. उनके दो भाई और माता – पिताजी गुजरात में रहते हैं.. मैं यहाँ मेरी मौसी जी के साथ रहती हूँ.. हमारी यहाँ दो मिल है.. मैं उनको संभालती हूँ.. थोड़े ही दिनों में मौसी जी की बेटी की डेलिवरी होने वाली है इसलिए वो वहाँ गई हुई है.. मेरी शादी को 5 साल हो गये हैं.. और कहते कहते वो थोड़ी उदास हो गई थी..
आदित्य – आपका कोई बेबी..
शालिनी – मेरे हज़्बेंड शायद पिता नहीं बन सकते.. वो बेड पर…
आदित्य – सॉरी मैडम जी..
शालिनी – ना ना कोई बात नहीं.. एक बार मेरे हज़्बेंड ने कोई न्यू सेक्स पाटनेर लेने क लिए भी कहा था.. मैंने सॉफ मना कर दिया..
आदित्य – आपने सही किया..
शालिनी – जब आपको देखा तो मेरा मन कहने लगा की आप मेरे फ्रेंड बन जाओगे..
आदित्य – आप फ़िकर ना करें.. और मैंने उनका हाथ अपने हाथ में ले लिया.. मुझे ठंड लग रही थी..
मैं रज़ाई के अंदर बैठ गया.. हम आम आदमियों को “ए सी” की इतनी आदत नहीं होती.. वैसे भी मैं आपको बता दूं शिमला में मई में भी काफ़ी सर्द मौसम रहता है पर अमीरों को गर्मी कुछ ज़्यादा ही लगती है.. तब तक 9 बज गये थे..
शालिनी – मैं ड्रेस चेंज कर आती हूँ..
आदित्य – ये ड्रेस भी बहुत सुंदर है..
वो हँसने लगी.. फिर वो थोड़ी देर बाद आई.. उसे देखते ही मुझे झटका सा लगा.. मेरा लंड तो मुँह उठा कर खड़ा हो गया.. वो सीधे मेरी रज़ाई में आ गई..
शालिनी – आज मैं बहुत खुश हूँ.. मुझे तुम बहुत ही खूबसूरत और मस्त दोस्त मिले हो..
उसने मेरे हाथ को किस किया.. वो नाइटी में जादू कर रही थी..
शालिनी – आओ.. ..
मैं उसकी पीठ के पीछे था.. मैंने उसे पीछे से पकड़ा.. बिना सेक्स के बारे में एक शब्द बोले, चुदाई शुरू होने वाली थी.. समझ तो मैं पहले ही गया था लेकिन इतना आसान होगा इसका ईलम नहीं था.. खैर, अगले ही पल उसके दोनों बूब मेरे हाथ में थे.. उसके बूब लाजवाब थे.. एकदम रस से भरे.. उसने गर्दन मोडी तो मैंने भी बिना कुछ कहे गाल को चूसना शुरू कर दिया.. यार, बहुत मज़ा आ रहा था.. हर लड़की इतनी बिंदास हो तो मज़ा ही आ जाए.. काफ़ी देर ऐसे ही चलता रहा..
शालिनी – आदित्य मेरी नाइटी उतारो.. आज बहुत मज़ा आएगा.. मेरे राजा तुम समझ ही गये होगे मैं तुम्हारी हूँ.. मेरे बूब, मेरे गाल, मेरी चूत सब तुम्हारी है.. अब तक तुम समझ गये होगे मैं तुम्हें यहाँ क्यूँ लाई..
आदित्य – हाँ डार्लिंग..
अंधे को क्या चाहिए दो आँखें.. एक अमीर लड़की वो भी बिंदास चूत और बूब बोलने वाली.. मैंने तुरंत उसकी नाइटी उतार दी.. अगले ही पल वो सिर्फ़ ब्रा और पैंटी में थी.. उसने बेजीझक मेरे कपड़े भी उतार दिए.. मुझे अमीर लोग काफ़ी पसंद आए.. मेरा लंड अंडरवियर फाड़ रहा था.. मैं अब भी उसके पीछे था.. उसके बूब को पकड़ रखा था..
कभी ज़ोर से कभी धीरे से उसके गाल चूस रहा था.. काफ़ी देर तक मीठा – मीठा मज़ा आता रहा.. वो आगे झुकी तो मैंने ब्रा का हुक खोल दिया.. उसकी नंगी पीठ मेरे सीने से लग चुकी थी.. बहुत मज़ा आने लगा.. असली मज़ा तो अब आने वाला था.. उसके गोल – गोल बूब मेरे हाथ में थे.. गुलाबी रंग की निप्पल हाथ में आ गये..
चोकिए मत, बचपन से पहाड़ी या सर्द इलाक़े में रहने वाली लड़कियों के निप्पल गुलाबी ही होते हैं.. दोनों बूब को साथ में दबाने मे लाजवाब मज़ा था.. बीच की दरार तो जोरदार थी.. मैंने फटा फट अपना अंडरवियर खोल दिया.. लंड उसकी गाण्ड के दोनों उभरो के बीच घुस गया.. हम दोनों अभी भी बैठे ही थे..
शालिनी – मेरे पति तो 5 मिनिट्स भी नहीं कर पाते.. आज तुमने यहाँ तक आने में 20 मिनिट्स लगा दिए..
मेरा लंड मस्ती में झूम रहा था.. मैं बस मज़े लूट रहा था.. मां चुदाए उसका पति.. मैं थोड़ी थोड़ी देर बाद दोनों गाल चूस रहा था.. दोनों बूब पर हाथ फेर कर मज़ा आने लगा.. उसके बूब बहुत ही गोल थे.. लटके हुए बिल्कुल भी नहीं थे.. पहले कुछ मुलायम थे.. अब तो एकदम टाइट हो गये थे..
गोरे रंग के होने के कारण बहुत सुंदर लग रहे थे.. और छोटे से गुलाबी निप्पल.. मेरे जिन दोस्तों की शादी नहीं हुई उनको मेरी राय है की पहाड़ी या सर्द इलाक़े की लड़की से शादी करे.. गोरा नहीं लाल बदन, एक दम चिकना और गुलाबी होंठ और गुलाबी निप्पल.. बाकी लड़कियों की तरह इन लड़कियों की चूत भी काली नहीं होती.. खैर, मैंने उनको बिल्कुल नीचे से पकड़ रखा था.. कभी छोड़ता, कभी पकड़ता, कभी दबाता..
शालिनी – आगे भी आ जाओ.. बूब को भी चूस लो या सिर्फ़ दबाते ही रहोगे..
आदित्य – आज सब कुछ होगा, मेरी रानी.. बहुत मज़ा आ रहा है किसी और की बीवी के साथ करते हुए.. ..
शालिनी – मैं तुम्हारी ही बीवी हूँ..
मैं अब आगे आ गया.. वो बेड पर लेट गयी.. मैं उसके होंठ चूस रहा था.. एक हाथ से उसके बूब मसल रहा था.. कुछ देर ये चलता रहा.. अब मैं बिल्कुल उसके ऊपर आ गया.. उसके बूब मेरे सिने से लग रहे थे.. बहुत मज़ा आ रहा था.. मज़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा था..
शालिनी – मेरे बूब तुम को पसंद आ गये.. इनके पीछे ही पड़े हो..
आदित्य – हाँ मुझे पहाड़ी लड़कियाँ बहुत पसंद हैं.. लगता है आपका परिवार, पुश्तों से शिमला मे ही है.. आप यहीं की हैं ना..
शालिनी – हाँ पर अब आगे आ जाओ..
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अब मैंने बूब को चूसना शुरू कर दिया.. कभी सारा बूब मुंह में लेने की कोशिश करता, कभी साइड से चूसता, कभी निप्पल मुंह में लेता.. दोनों बूब में बड़ा मज़ा था.. चूत की तरफ जाने का मन ही नहीं कर रहा था.. इधर, शालिनी बार बार सिसकारियाँ ले ले कर मेरा होसला बढ़ा रही थी..
जब मैंने चूत पर हाथ रखा तो बो बोली जल्दी करो.. टाइम मत लगाओ.. 5 साल से प्यासी हूँ. अब उसने मेरे लंड को पकड़ा तो मुझे झटका सा लगा.. वो इतनी व्याकुल थी की उसने पैंटी के उपर से ही लंड को पकड़ कर चूत में डालने की कोशिश की.. मेरा लंड उसके शरीर पर फिर रहा था..
फिर मैंने लंड को पकड़ा और दोनों बूब के बीच में डाल कर आगे पीछे करने लगा.. शालिनी को बोला की तुम दोनों हाथो से दोनों बूब को पकड़ कर दोनों को करीब लाओ.. अब लंड दोनों बूब के बीच था.. बूब की मुलायम चमड़ी में लंड को आगे पीछे कर चोदने में अपना मज़ा है.. लंड टाइट होता गया.. अब मैंने बिना देर किए पैंटी खींच कर लंड को चूत में डाल दिया..
चूत में लंड जा नहीं रहा था.. मुझ पर भी अब तक मदहोशी सवार हो चुकी थी सो मैंने एक जोरदार धक्का दिया पर लंड के आगे दर्द होने लगा.. उसकी सील टूटी हुई नहीं थी.. एक पल के लिए मुझे अपनी किस्मत पर भरोसा ही नहीं हुआ.. मैंने लंड पर थूक लगाया और एक ही झटके में पूरी ताक़ात लगा कर लंड अंदर घुसेड दिया.. शालिनी की चीख निकल गयी और साथ में मेरे लंड पर खून की धार बहने लगी..
आदित्य – किसी ने सुना तो नहीं..
शालिनी – पूरे घर में कोई नहीं है.. डरो मत.. घर बहुत बड़ा है.. ज़ोर से चिल्ला दोगे तो भी आवाज़ बाहर नहीं जाएगी..
कुछ देर वो शांत रही, मैं भी लंड डाले यूँ ही पड़ा था.. असल मे मुझे भी लंड की टिप पर दर्द हो रहा था.. फिर धीरे धीरे हम शुरू हुए और कुछ देर बाद वो लगातार बोलती जा रही थी..
शालिनी – मेरे राजा.. .. चोदो मुझे.. .. मैं तुम्हारी हूँ.. सब तुम्हारा है.. ..चोदो.. सारी रात चोदो.. यार, तुम कमाल हो.. .. जो जी मैं आए वो सब करो.. .. मैं तुमको जाने नहीं दूँगी.. .. मेरे पति को भी बता दूँगी.. .. उनके सामने चोदना मुझे.. .. आज सारी रात तुम्हारी है मेरे राजा.. .. सारी रात चूत को चोदो.. .. मज़े लो मेरे जिस्म के.. फाड़ दो आज..
वो बोलती ही जा रही थी.. शालिनी को बहुत मज़ा आ रहा था.. शायद मुझ से भी ज़्यादा.. मैं उसके ऊपर लेटा हुआ था.. काफ़ी देर से ज़ोर लगने के कारण थक गया था.. अब वो बोली – फ्रीज में एनर्जी ड्रिंक पड़ी है.. वो पीने से थकावट दूर हो जाएगी.. वो एकदम से खड़ी होकर फ्रीज से ड्रिंक ले आई.. उसकी फुर्ती देख कर मुझे ताजुब हुआ कुछ देर पहले ही उसकी झिल्ली फटी थी और खून की धार उसकी जाँघ पर अभी भी चमक रही थी.. खैर, पीने के बाद हम फिर शुरू हो गये..
आदित्य – अब तुम को बहुत मज़ा आने वाला है, मेरी रानी.. ..
जल्दी से घोड़ी बन जाओ, मेरी जान.. ..वो घोड़ी बनी और मैं लंड डाल कर उसके ऊपर चढ़ गया.. मज़ा आने लगा..
शालिनी – ये सेक्स स्टाइल पहले क्यों नहीं किया .?. बहुत मज़ा आ रहा है..
मैं लगातार चोद रहा था.. वो अभी भी दर्द में थी पर बहुत खुश थी.. 5 साल से चुदने की तड़प सॉफ दिख रही थी. अब मैं कभी चोदता, कभी पूरा ऊपर चढ़ जाता और कभी उसके दोनों बूब पकड़ कर चोदने लगता.. मेरे लंड और दोनों पैर उसकी मुलायम गाण्ड और पैरो से भीड़ – भीड़ कर फट फट की आवाज़ कर रहे थे.. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
आगे के मेरे सारे शरीर में मज़ा ही मज़ा आ रहा था.. जहाँ – जहाँ मेरी बॉडी शालिनी की बॉडी से टच कर रही थी, वहाँ बहुत ही मज़ा आ रहा था.. अब मैं शालिनी को बेड क कोने पर ले आया और खुद ज़मीन पर खड़ा होकर चोदने लगा.. अब ज़ोर कम लगाना पड़ रहा था.. अब मैं शालिनी के बूब पकड़ कर चोद रहा था..
शालिनी – तुम तो मेरे बूब के पीछे ही पड़े हो .?. कभी देखे नहीं क्या .?. करते रहो मज़ा आ रहा है.. .. ये बूब तुम्हारे ही हैं.. .. आराम से.. ..तुम मुझे पहले क्यों नहीं मिले .?. .?. .?. चोदो राजा.. .. चोदो.. .. फक मी वाइल्ड.. फक माइ पुसी..
आदित्य – तुम्हें इंग्लीश में भी मज़ा आता है .?. .?.
शालिनी – क्या करूँ, मैं इंग्लीश मीडियम से पढ़ी हूँ.. सारी ब्लू फिल्म मे पॉर्न स्टार इंग्लीश में ही बोलती है.. आ आहा बहुत मज़ा आ रहा है.. .. चोदो.. .. आ आहा आ मर गई.. ..
मैं सारा लंड बाहर निकलता और फिर सारा अंदर डालता..
शालिनी – जल्दी करो.. .. 2 मिनिट में काम होने वाला है.. आहा मर दिया मुझे.. .. राजा जल्दी करो.. .. आ आहा आ मर गई मैं.. .. चूत का सारा रस निकल दो.. .. .. सारी रात चोदो.. .. .. मैं राजा की रानी हूँ.. रानी बना लो मुझे.. .. .. चलते रहो.. .. रुकना मत.. ..
थोड़ी ही देर में वो झड़ गई.. मैंने भी ज़ोर ज़ोर से झटके मर कर सारा पानी उसकी चूत में ही छोड़ दिया.. शालिनी ने खड़ी हो कर मुझे गले से लगा लिया. मैं उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगा.. उसके बूब मेरे सिने से टकरा रहे थे.. थोड़ी देर बाद उसने एक जोरदार किस किया..
शालिनी – थोड़ी देर रुक कर नहा लेते हैं..
आदित्य – आप नहा लो.. ठंड है शालिनी..
शालिनी – अरे मेरे बूब के दीवाने पानी गरम भी है..
मैं एक बार फिर लपक कर उसके बूब को चूमने लगा..
शालिनी – तुम भी ना.. .. बाथरूम में चूसना.. ..
हम बाथरूम में चले गये.. उसने पानी चेक किया और बोली – देखो कैसा है..
आदित्य – सही है..
फिर वो अपना सूखा खून और सफेद रस धोने के बाद बोली – थोड़ी देर रूको.. पानी शावर से आएगा.. फिर थोड़ी देर में पानी शुरू हो गया.. हम दोनों नहाने लगे.. वो मुझे नहला रही थी.. साबुन लगा रही थी.. हर जगह साबुन लगा कर बोली – तुम भी लगाओ.. मैं भी लपक के साबुन लगाने लगा..
उसके गालो पर लगाकर गले में फिर उसकी काक में.. उसके बूब पर साबुन लगता रहा फिर उसकी नाभि पर.. आगे पीछे हर जगह लगाई.. फिर पानी शुरू हो गया.. हम दोनों ने एक – दूसरे को खूब नहलाया.. फिर टोलिए से वो मेरी बॉडी सॉफ करने लगी.. अब उसने लंड को भी पोंछ तो वो फिर खड़ा हो गया..
शालिनी – ये फिर तैयार हो गया !!
आदित्य – ये तो स्क्रीन टच है..
वो हँसने लगी और हम बाहर आ गये..
आदित्य – मेरे कपड़े .?. .?.
शालिनी – डार्लिंग कपड़े कल पहनेगे.. ..रात को पता नहीं कब मूड बन जाए.. वो हँसने लगी..
फिर वो मुझे पकड़ कर बेड पर आ गई..
आदित्य – यार भूख लगी है.. ..
शालिनी – दूध पियोगे .?.
मैं मुस्कराया..
वो फ्रीज की तरफ गई.. अंगूर लाई.. हम खाने लगे..
शालिनी – डार्लिंग.. .. आज तो बहुत मज़ा आया.. .. तुम्हारी नौकरी पक्की..
आदित्य – कैसी नौकरी .?. .?.
शालिनी – अरे मुझे रोज चोदने की.. .. कोई छुट्टी भी नहीं मिलेगी.. 1000 रुपये डेली..
आदित्य – ठीक है.. ड्यूटी रोज करूँगा..
वो अपने हाथों से अंगूर खीला रही थी.. मज़ा आ रहा था.. मैं उसके बूब को लगतार दबा रहा था..
शालिनी – इतना मज़ा तो 5 सालों में भी नहीं आया.. आज से तुम मेरे हज़्बेंड.. हर महीने 30000 रुपये भी मिलेंगे मेरी चूत चोद्ने के लिए.. मंजूर है…
आदित्य – 30 हज़ार.. ज़्यादा नहीं है…
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शालिनी – हमारी यहाँ 2 टिंबर मिल हैं रोजाना लाखों का कारोबार होता है.. .. तुमने मुझे वो खुशी दी है जो खरीदी नहीं दी जा सकती.. मैं हज़्बेंड को बताकर तुम्हें अपना बना लूँगी..
आदित्य – यार हज़्बेंड को मत बताना.. वरना सब गड़बड़ हो जाएगा.. ये राज़ मेरे और तुम्हारे बीच ही रहना चाहिए.. पर तुम तो अभी तक कुँवारी थी.. तुमने कभी कुछ किया ही नही तो लंड, चूत, चुदाई ये सब कहाँ सुना..
शालिनी – ठीक है डार्लिंग जैसा तुम्हें ठीक लगे.. मेरे पति के लंड में इतना कड़कपं नहीं है की वो चूत चोद सके.. दूध पीने या गाण्ड मे चुम्मि करने में ही वो झड़ जाते हैं.. शादी के पहले, मेरा एक बॉय फ्रेंड था पर जब उसका मेरी पैंटी उतारने के 2 मिनिट के बाद ही छूट गया.. फिर शायद शरम से या ना जाने क्यूँ उसने मुझसे ब्रेक अप ही कर लिया..
हलाकी मेरी सहेलियों ने मुझे बताया था की पहली बार लड़की को नंगी देखने में ही लड़के छूट जाते हैं.. लेकिन उसने दुबारा कोशिश ही नहीं की.. और जहाँ तक चूत, लंड गाण्ड की बात है..मेरी तो छोड़ो 15 16 साल की लड़कियाँ अपने स्कूल के कोर्स से पहले ये सब सिख जाती हैं.. इतना तो खैर तुम मर्द भी जानते होगे.. चलो छोड़ो ये सब.. अरे मैंने तुम्हें बताया नहीं मेरी मौसी भी यहाँ रहती है.. ..
आदित्य – फिर तो गड़बड़ हो जाएगी.. ..
शालिनी – नहीं यार.. .. वो किसी को कुछ नहीं बताएगी.. वो छोटी मौसी है.. 35 साल की है.. उसके हज़्बेंड ख़तम हो गये.. यहीं रहती है.. मेरा हाथ बँटाती है.. तुम एक बार उसे देख लोगे तो चोदने का मन करेगा.. ..मैं और वो कंप्यूटर पर ब्लू फिल्म साथ देखते है.. ये मेरे मोबाइल में उनकी फोटो देखो.. ..
फिर वो फोटो दिखाने लगी..
आदित्य – अरे ये तो बिल्कुल तुम्हारी सिस्टर लग रही है.. ..अगर तुम्हें एतराज ना हो तो इनको भी चोद दूं..
शालिनी – तभी तो दिखाई है..
शालिनी – यार ये फिर खड़ा हो गया.. .. आ जाओ उपर.. मना किसने किया है.. फिर घोड़ी बना कर चोदना.. मज़ा आता है..
मैं उसके ऊपर आ गया.. दो पल में लौड़ा उसकी चूत में था.. फिर झड़ने के बाद मैंने उसकी चूत चूसना शुरू कर दिया.. चूसना तो मैं शुरू से चाहता था पर वक्त ही नहीं मिल रहा था.. मुझे तो उमीद ही नहीं थी की कभी गोरी चूत देखने को भी मिलेगी.. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
शालिनी – यार 1 बज गया है.. नींद आने लगी है.. रात में चोदने का जी करे तो जगा लेना.. या फिर सोते हुए ही चोद डालना.. शरमाना मत.. ठीक है..
चूत चूस के मेरा तीसरी बार फ़ि तैयार था सो मैं अंदर डाल के धीरे – धीरे धक्के मर रहा था.. चुदते चुदते ही उसे नींद आने लगी थी.. थोड़ी देर बाद मैं भी झड़ गया.. हिम्मत जवाब दे गयी थी.. शरीर में ताक़त नहीं थी लेकिन दिल अभी तक नहीं भरा था.. ना जाने कितनी देर उसके गुलाबी निप्पल चूसते हुए मैं भी सो गया..
सुबह 6 बजे आँख खुली तो देखा वो सो रही थी.. मैंने उसके बूब पकड़ कर उसे जगाया.. वो जाग चुकी थी.. मैंने अभी भी शालिनी के बूब पकड़ रखा था.. क्या करूँ उसके छोटे से गुलाबी निप्पल एकदम गोरे और लाल मम्मे.. मेरा दिल ही नहीं भर रहा था.. मैं उससे पूछना चाहता था ये इतने गोल कैसे हैं.. क्या उगते टाइम किसी गोल चीज़ को उपर लगा दिया था जैसे हम पेड़ को सीधापन देने के लिए लकड़ी से बाँध देते हैं..
शालिनी – मेरे राजा ये बूब तुम्हें इतने अच्छे लगते हैं..
आदित्य – हाँ असल में, मैंने इतने गोल मम्मे कभी नहीं देखे.. और गुलाबी निप्पल तो कभी नहीं देखे.. ये इतने गोल कैसे हैं..
शालिनी – मेरी नानी की मौत ब्रेस्ट कॅन्सर से हुई थी.. उस समय में इसका कोई इलाज़ नहीं था.. बल्कि लोग इसके बारे में जानते ही नहीं थे.. मैं छोटी थी तो मेरी मां के ब्रेस्ट में भी गठान हो गई थी लेकिन देल्ही में इलाज़ के बाद वो ठीक हो गई.. पर मेरी मां इस सब से बहुत डर गई.
और इसलिए 13 14 साल की उम्र से जब से मेरे बदन में परिवर्तन चालू हुए उन्होने ना जाने कौन कौन से तेल से मेरे बूब्स की मालिश शुरू कर दी.. रोज़ नियम से नहाने से पहले वो ऐसा करती थी.. अब तो लगभग 13 14 साल से ये मेरी दिनचर्या में आ गया है.. मेरे ख़याल से शायद यही वजह है..
वाउ, कह कर मैं फिर से उसके बूब को चूसने लगा.. वो अपना हाथ मेरे सिर पर फेरने लगी.. ..
शालिनी – आज मैं तुम्हें छोड़ कर कहीं नहीं जाउंगी.. आज सनडे है.. आज कोई नहीं आएगा.. बस एक नौकरानी आएगी.. वो यहाँ ऊपर नहीं आएगी..
थोड़ी देर ये चलता रहा.. फिर वो किचन में चाय बनाने चली गई.. मैं भी पीछे – पीछे चला गया वो गीत गुन गुना रही थी.. मैंने पीछे से जाकर पकड़ लिया.. लंड उसकी नरम गाण्ड के दोनों उभारों के बीच था.. मैंने उसके बूब पकड़ रखे थे..
शालिनी – यार तुम आ गये.. तुम तो मुझे बीच बाज़ार में भी ऐसे पकड़ कर चोदना शुरू कर दोगे..
मैं मुस्कुराय और इस पर उसने अपने हाथ से मेरा लंड पकड़ कर अपनी गाण्ड के बीच में कर दिया.. चाय बन चुकी थी उसने वहीं से एक बड़े मग में चाय डाल दी..
आदित्य – वो मैंने पूछना भूल गया.. तुम्हारी चूत इतनी गोरी कैसे है .?.
शालिनी – मतलब काली होनी चाहिए…
आदित्य – हाँ आम तौर पर लड़कियों की चूत काली होती है…
शालिनी – इसके बारे में मुझे कुछ नहीं पता.. चलो चाय पीतें हैं..
आदित्य – रूको यार ऐसे ही खड़ी रहो.. मज़ा आ रहा है.. एक बार हिलना मत डार्लिंग..
शालिनी – जैसी तुम्हारी मर्ज़ी..
वो चाय पीने लगी और मैं पीछे से उसको चोद रहा था मज़ा बॅडता ही जा रहा था.. अफ क्या मुलायम गाण्ड थी उसकी.. एकदम चेहरे की तरह चिकनी.. एक दाग नहीं.. कोई स्ट्रेच मार्क नहीं.. आम तौर पर पहाड़ी कबीलों में शादी के पहले दूल्हे की मां शादी के पहले लड़की की नंगी गाण्ड देखती है..
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यूँ तो दुनिया भर में बहुत ही अजीब अजीब, अलग अलग और अनोखे रिवाज़ हैं पर यहाँ ऐसा बताया जाता था की लड़की की गाण्ड पर जीतने स्ट्रेच मार्क होते हैं उसने उतने ही लंड लिए होते हैं.. यानी मुझे सॉफ सूत्री और एक दम पवित्र लड़की मिली थी..
मुझे तो भरोसा ही नहीं था की मेरी किस्मत इतनी मस्त थी.. शर्त लगा सकता हूँ मैं बहुतों का मूठ तो उसकी एक दम गोरी, खरबूजे जैसी गोल और सेब जैसी लाल, एकदम चिकनी और सॉफ, नरम, मुलायम गाण्ड देख कर ही छूट जाता.. अब मैंने सोचा की घोड़ी बना कर चोदने में बहुत मज़ा आएगा..
आदित्य – चाय यहीं छोड़ कर बेड पर चलो.. और लंड बाहर नहीं निकलना चाहिए..
शालिनी – ऐसा कैसे होगा.. ये तो बाहर निकल जाएगा !! हमारे पैर भी बीच में आएँगें.. एक काम करो.. मुझे उठा कर ले जाओ.. लंड बाहर नहीं निकलेगा और मज़ा भी आएगा..
मैंने उसको उठाया और बेड के एक कोने पर डॉगी स्टाइल मैं लिटाया.. फिर लंड हटा कर शालिनी की चूत में डाल दिया.. एक ही झटके में लौड़ा अंदर चला गया..
शालिनी – यार तुम तो मुझे दिन रात ऐसे ही चोदते रहोगे.. जब वो 5 दिन आएगे तो क्या करोगे .?.
आदित्य – यार तुम्हारी मौसी जी को बुला लेंगे.. ..
वो हँसने लगी.. मज़ा अब ज़्यादा आने लगा था.. मैंने उसकी कमर से हाथ हटा कर बूब पकड़ लिए.. फिर ज़ोर ज़ोर से धक्के मरने लगा.. वो मेरा खूब साथ दे रही थी.. उसकी गाण्ड के साथ लगते ही मज़ा दुगना हो रहा था.. उसकी पीठ एकदम गोरी थी.. उसकी उम्र 27 साल थी.. फिर भी वो 16 साल की लग रही थी.. सच तो ये है की 16 साल की लड़की भी इतनी सुंदर और सबसे बड़ी बात कुँवारी नहीं हो सकती..
शालिनी – मेरे राजा मज़ा आ रहा है क्या .?. .?. अब जल्दी करो.. पूरा बाहर निकल कर अंदर डालो..
मैं लगातार ऐसे ही करता रहा. अब उसकी गाण्ड मुझे पागल कर आयी थी.. डोगी स्टाइल में मेरी नज़र लगातार उसकी गाण्ड पर ही थी सो 3 – 5 मिनिट्स बाद ही मैं झड़ गया.. मैं बेड पर लेट गया.. उसने कपड़े से लंड सॉफ किया और फिर चाय गरम कर ले आई.. मैंने बेड क सहारे पीठ टीका ली.. वो मेरे आगे आ कर बैठ गई.. फिर एक ही मॅग से हमने बारी बारी चाय पी..
शालिनी – अब फ्रेश हो जाओ.. थोड़ी देर बाद हम साथ साथ नहाएगे.. फिर कुछ काम करना है.. नौकरानी को काम बता कर आना है.. फिर खाना खाने के बाद हम फ्री हैं..
आदित्य – बस एक बात और बता दो तुम्हारा बदन इतना गोरा, चिकना और लाल कैसे है .?.
शालिनी – मैंने तुम्हें बताया ना नानी को ब्रेस्ट कॅन्सर की वजह से मेरी मां मेरा शुरू से बहुत ख़याल रखती थी.. तेल से मालिश के बाद जिस्म मे कालापन ना आए इसलिए वो मेरे बदन पर ग्वारपाठा (जूस से भरा एक पोधा) लगाती थी.. मैं अब तक नहाने से पहले उसका गुदा अपने शरीर पर मलती हूँ.. तुम भी ऐसा करो कुछ समय में तुम्हारा बदन भी ऐसा हो जाएगा..
आदित्य – ना बाबा मैं ऐसा ही ठीक हूँ.. मुझे जनाना बनने का कोई शौक नहीं हैं..
फिर, मैं फ्रेश होकर आ गया.. फिर आधे घंटे के बाद वो भी आ गयी.. मैं बेड पर बैठा था.. वो आ कर मेरे पैरों पर मेरी तरफ मुंह कर बैठ गई.. अब उसने बाहें मेरी गर्देन पर डाल दी.. मैंने उसे पास खींच कर लंड उसकी चूत में डाल दिया.. उसने किस करना शुरू कर दिया.. मैं उसकी पीठ पर हाथ फेरने लगा.. शालिनी को मज़ा आने लगा..
अब उसने हिलना बंद कर दिया और वो आगे हो गई.. लंड अभी भी उसकी चूत में पड़ा था.. वो मुझ से लिपट कर बहुत खुश थी.. उस दिन सारे दिन वो मेरे लंड पर सवार रही.. शालिनी ने लगभग 10 बजे खाना लगाया.. खाना बहुत ही लाजवाब था.. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
मैंने खाने की तारीफ की तो पता चला की खाना बनाना शालिनी को बहुत पसंद है.. खाना खाने के बाद मुझे नींद आ गई पता ही नहीं चला.. रात भर जागते रहे थे.. दिन को 2 बजे नींद खुली तो देखा शालिनी वहाँ नहीं थी.. फिर वो थोड़ी देर में आ गई..
शालिनी – डार्लिंग स्विमिंग पूल में नहाने चले .?. आओ खड़े हो जाओ..
आदित्य – नहीं यार वहाँ कोई देख लेगा.. मैं तो यहीं नहा लेता हूँ..
शालिनी – डरो मत कोई नहीं देखेगा.. मैं रोज नहाती हूँ वहाँ.. और डर तो मुझे लगना चाहिए..
आदित्य – यार चारो तरफ के लोग हमें देख लेंगे.. ..
वो हँसने लगी.. मैंने उसकी तरफ देखा..
शालिनी – यार यहाँ तो हमारा ही मकान है चारो तरफ तो खेत है.. तुम्हें शायद पता नहीं ये मकान बहुत बड़े एरिया में फैला है.. चलो एक बार देख तो लो.. फिर तुम्हारा जी करे वैसे करना..
वो मेरा हाथ पकड़ कर खिचने लगी..
आदित्य – यार कपड़े तो ले लो.. ..
शालिनी – वहाँ से हम नंगे ही आ जाएगे.. कोई नहीं देखेगा.. मैंने नौकरानी को बोल दिया है.. वहाँ कोई नहीं जाता.. सनडे के दिन सब छुट्टी पर होते हैं.. कोई नहीं आता.. बाबा चलो ना..
वो चलने लगी तो मैंने किस किया..
शालिनी – यार यहाँ नहीं ये सब वहाँ पानी में करेंगे..
वो चल पड़ी..
हम एक लंबी गैलरी से होते हुए एक बड़े हॉल में आ गये.. मकान बहुत बड़ा था.. 10 मिनिट्स चलने के बाद ही मकान के पीछे आ गये. वहाँ चारों तरफ हरियाली थी.. एक रास्ता था जो पूल की तरफ जा रहा था..
शालिनी – यहाँ से लगभग किलोमीटर भर तक हमारी ज़मीन है.. चारों तरफ 15 फीट उँची दीवार है.. यहाँ कोई नहीं आता..
5 मिनिट चलने के बाद एक बड़ा स्विमिंग पूल आ गया. उसका पानी बहुत ही सॉफ था.. वहाँ बेड भी लगा था.. एक कमरा भी था जिसमे शायद ज़रूरी सामान था..
शालिनी – ये लो आ गये पूल पर.. अब बताओ कोई दिखाई देता है क्या .?.
मैंने चारो तरफ देखा कोई नहीं था.. आज बहुत मज़ा आने वाला था.. कभी सोचा नहीं था.. हम दोनों के सिवा कोई नहीं था.. शालिनी ने अपना और मेरा फोन बेड पर रख दिया.. फिर मेरा हाथ पकड़ कर पानी में छलाँग लगा दी.. हम अब पानी में थे.. पानी मेरे कंधे तक आ गया.. मैं थोड़ा डर गया.. वो बिल्कुल भी नहीं शर्मा रही थी.. उसने मेरा हाथ पकड़ रखा था.. हम किनारे की तरफ आ गये.. कपड़े हमारे ज़िस्म से चिपक गये थे.. अब तक उसकी सारी बॉडी दिखने लगी..
आदित्य – यार कपड़े भीग गये.. अब इनको उतार दो.. नहाने का मज़ा नहीं आया..
शालिनी – तुम ही उतार दो..
मैंने एक एक कर सारे कपड़े उतार दिए.. अब वो ब्रा और पैंटी में थी.. मैं सिर्फ़ अंडरवियर में..
हम दोनों फिर कूद पड़े पूल में.. वो मेरा हाथ पकड़ कर बीच में ले गई..
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शालिनी – यार चलो छुपा – छुपी खेलते हैं.. तुम पकड़ना मैं छुपती हूँ.. तुम्हें मुझे पकड़ना है.. तुम पानी से बाहर सिर्फ़ 20 सेकेंड ही रह सकते हो.. हर 20 सेकेंड बाद पानी के अंदर जाना होगा.. हाँ लेकिन मैं बाहर आ के साँस ले सकती हूँ.. ठीक है.. 2 मिनिट में पकड़ना होगा. जो जीता वो कुछ भी कर सकता है..
फिर वो छिप गई.. मैंने उसे यहाँ वहाँ सब जगह देखा.. पानी के बुलबुले निकले रहे थे वहाँ भी देखा.. पर वो नहीं मिली बीच बीच में पानी के अंदर भी जाना होता.. आख़िर वो जीत गई..
आदित्य – बोलो अब क्या करोगी .?.
शालिनी – मेरी शर्त है की जब तक मैं ना कहूँ तुम मुझे हाथ नहीं लगाओगे..
फिर वो मेरा लंड पकड़ने लग गई.. पानी में बहुत मज़ा आ रहा था.. मैंने देखा की वो मेरा अंडरवियर उतार चुकी थी.. मेरा मन किया की उसे पकड़ कर लंड उसकी चूत में डाल दूं.. पर मैं मजबूर था.. थोड़ी देर बाद मेरी बारी आई तो मैं छिप गया.. उसने कई बार कोशिश की पर मैं पूल के बीच एक ट्यूब जैसा बेड था जिसमे हवा भरी थी उसके पीछे छुप गया.. मेरी जीत हुई..
शालिनी – यार तुमने तो कमाल कर दिया.. शर्त क्या है .?. बोलो..
आदित्य – मेरी भी वही शर्त है..
फिर मैंने उसकी पैंटी उतार दी.. पानी में उसके बूब बहुत ही चमक रहे थे.. कहीं कहीं से बहुत लाल हो गये.. रात को मैंने बूब्स को बहुत चूसा था.. अब मैंने उसके बूब को फिर चूसना शुरू कर दिया.. वो आन्ह भर रही थी.. फिर मैंने लौड़ा सीधे उसकी चूत में उतार दिया.. वो मचलने लगी.. एक दिन पहले ही उसकी झिल्ली फटी थी.. एक दो बार अंदर बाहर करने के बाद वो बाहर निकल लिया..
आदित्य – दोनों हाथों से मेरा सिर पकड़ा.. मैं तुम्हारे बूब का दूध पीना चाहता हूँ..
शालिनी – पर तुम्हारी शर्त.. ..
आदित्य – शर्त को भूल जाओ.. जल्दी करो..
अब मैं शालिनी को चोदना शुरू कर दिया.. लेकिन ज़ोर लगने पर वो दूर हो रही थी.. एकदम सीधा खड़ा होकर सही ढंग से चोदा भी नहीं जा रहा था..
शालिनी – यार किनारे पर चलो.. वहाँ रेल्लिंग को पकड़ लूँगी..
आदित्य – यही ठीक रहेगा..
हम किनारे पर आ गये.. अब वो उल्टी हो गई और पूल में लगे लोहे के डंडे को पकड़ लिया.. ये डंडे पानी के अंदर चारों तरफ थे.. वो पानी में लहरा रही थी.. पानी में आदमी का वेट बहुत ही कम हो जाता है.. उसका चेहरा आसमान की तरफ था.. पीछे से दोनों तरफ डंडे पकड़ रखे थे.. मैंने उसके बूब पानी में ही चूसने शुरू कर दिए.. पानी में नहा कर वो और भी गोरी हो गई.. उसके निप्पल आज खूब गुलाबी हो गये..
मैं लगातार निप्पल को मुंह में ले रहा था.. बहुत मज़ा आ रहा था.. एक 27 साल की यंग खूबसूरत औरत के साथ पूल पर एकदम नंगा जोकर सेक्स कर रहा था और दूर – दूर तक कोई नहीं था.. शायद मुझे सारे सुख मिल रहे थे.. आज और दो दिन पहले में कितना फ़र्क था.. किस्मत का ताला खुल गया था.. जो जी में आए वो करो.. मुझे तो अभी भी डर था की मैं नींद से जगूंगा और अपने कमरे में हुंगा..
शालिनी – यार, अब बूब चोदो.. .. चूत में डालो.. पानी में आग लगी है.. ये आग बुझा दो डार्लिंग..
मैंने उसके पैर पकड़ कर उँचे की और लंड अंदर चला गया.. मैं और वो दोनों पानी में ऊपर नीचे हो रहे थे.. वो लगातार सिसकारियाँ भर रही थी..
शालिनी – फक मी.. फक मी इन डॉगी स्टाइल.. कम ऑन डार्लिंग फक मे.. आ आहा फक मी आदित्य..
आदित्य – यार तुम घूम जाओ.. डॉगी स्टाइल क लिए उल्टी हो जाओ..
वो अब डंडे की तरफ मुंह कर खड़ी हो गई.. उसकी मदमस्त गाण्ड अब मेरी तरफ थी. थी तो पानी के अंदर पर उसकी गाण्ड की नरमी मेरे शरीर पर लगने से ही मैं बहुत जल्द झड़ जाता था.. खैर, मैंने उसके दोनों पैर पीछे से उठा कर लंड उसकी चूत में डाल दिया..
शालिनी – राजा बहुत मज़ा आ रहा है.. चोदते रहो.. क्या नज़ारा है.. मेरी प्यास बुझा दो.. कम ऑन आदित्य फक मी डार्लिंग.. ओ या ओ या.. शाबाश.. मर दो मेरी प्यासी चूत.. चोद डालो.. उफ्फ कितना मज़ा आता है जब ये हथियार अंदर जाता है.. जी मैं आता है की हमेशा अपनी चूत में ही रखूं.. चोदो चोदो चोदो..
मैं उसको कमर के नीचे से पकड़ कर लगातार लंड अंदर बाहर कर रहा था.. उसकी गाण्ड टकराने से मेरी पूरी बॉडी में नशा छा गया.. मेरे हाथ अब उसके बूब तक पहुँच.. मैंने दोनों हाथ से बूब को दबाना शुरू कर दिया.. जोरदार धक्के शुरू हो चुके थे.. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
वो सिसकारियाँ भर रही थी.. वो ज़ोर ज़ोर से चिल्ला रही थी.. मेरी दोनों कमज़ोरी मेरे हाथ में थी.. जैसे ही मुझे लगता मैं झड़ने वाला हूँ मैं तुरंत लंड निकाल लेता और कुछ देर उसकी गाण्ड या दूध सहला कर फिर से घुसेड देता.. कुछ इस तरह मैं अपना झड़ना रोक रहा था..
शालिनी – कम ऑन आदित्य यहाँ कोई नहीं हमारे सिवा.. जो जी में आए वो करो.. सारे दिन पानी में चोदते रहो.. मेरे बूब को और ज़ोर से दबाओ.. डॉगी स्टाइल में मुझे मज़ा आ जाता है.. ओ या या ओ या ओ या.. ..फक मे.. ..फक मे.. ..
उसकी चुदाई इसी तरह चलती रही.. 5 10 मिनिट बाद वो झड़ने वाली थी.
शालिनी – ओ या मैं झड़ने वाली हूँ जल्दी करो..
फिर वो झड़ गई थोड़ी देर में मैं भी झड़ गया.. अब स्पीड कम हो गई.. चूत से पानी निकल कर जब लंड पर बहते हुए जाता है उसकी जो गर्मी होती है उसका एहसास शब्दों में नहीं बयान हो सकता.. फिर उसने डंडा छोड़ कर मुझे बाहों में भर लिया.. फ्रेंच किस करने लगी..
एक लंबा किस देकर वो मुझे पकड़ कर पानी में डुबकी लगने लगी.. फिर उसने मेरा हाथ पकड़ कर बाहर खींचा और वहीं पड़े बेड पर लेट गई.. वो उल्टी लेटी हुई थी मैं भी उसके गोल गोल नितंबो पर लेट गया.. यार वो गाण्ड.. कभी उस पर सिर रख कर लेटता कभी उस पर चुम्मि लेता कभी हाथ से सहलाता..
शालिनी – यार इतनी जोरदार चुदाई के बाद भी मन नहीं भरा क्या .?.
आदित्य – नहीं यार तुम्हारे नितंब बहुत ही सुंदर है.. बिल्कुल तुम्हारे चेहरे की तरह एक दम सॉफ.. नरम तो इतनी है की हाथ हटाने का मन ही नहीं होता.. थोड़ी देर आराम करने दो..
शालिनी – मैं तो बस यूँ ही कह रही थी.. मुझे भी ये पसंद है की कोई मेरे पीछे से ये करे.. आज तो मज़ा आ गया पानी मैं.. यार तुमने तो मेरी खूब चुदाई की.. मुझे तो आज तक किसी ने नहीं चोदा.. क्या तुम पहले भी किसी को चोद चुके हो .?.
आदित्य – कइयो को चोदा है पर तुम्हारे जैसी लड़की नहीं मिली.. अब मैं सिर्फ़ तुम्हें ही चोद सकता हूँ..
शालिनी – ओह हाँ मैं तो भूल ही गई अब तक तुमने गोल दूध, गुलाबी निप्पल गोरी चूत और इतनी चिकनी गाण्ड नहीं देखी.. (हंसते हुए) अरे यार मौसी को भी चोदना है आपको.. उनका जी भी बहुत करता है.. वो एकदम जवान है.. जब तुम उनको चोदोगे तो तुम्हें पता चलेगा.. मेरे पीरियड्स के दिनों में वो ही तुम्हारा लंड लेगी.. ..
आदित्य – जैसा तुम कहो जानू.. पर मुझे नहीं लगता की तुम से सुन्दर कोई और होगी हिन्दुस्तान में बल्कि दुनिया में.. यार थक गया हूँ..
शालिनी – लो दूध पी लो मेरे राजा.. और उसने बूब की निप्पल मुंह में दे दी.. मैं ज़ोर ज़ोर से चाटने लगा.. थोड़ी देर बाद वो खड़ी हुई और मेरा हाथ पकड़ कर कमरे क अंदर ले गई.. वहाँ सारी चीज़े पड़ी थी.. उसने अपने बूब पर नाभि पर अंगूर डाल दिए और मैं खाने लगा..
शालिनी – यार निप्पल मत खा जाना.. ध्यान से आदित्य..
मैं और वो दोनों हंस पड़े.. हमने काफ़ी सारी चीज़े खाई.. सारी थकान दूर हो गई..
शालिनी – आदित्य एक बार फिर चले क्या पूल में.. चुदाई बाकी ना रह जाए..
आदित्य – अभी नहीं यार.. चुदाई तो अब बेड पर ही करेगे.. यहाँ कल आएगे.. तुम खा पी कर तैयार रहना..
शालिनी – यार मैं तो उंगली ले ले कर थक चुकी थी.. आज से तुम्हारा लंड ही काम में लूँगी.. जो मज़ा तुमने दिया वो कभी नहीं मिला..
वो बहुत ही खुश थी.. उसकी आँख में चमक आने लगी.. पर यार कल सुबह से लेकर 1 बजे तक तो मैं ऑफीस में जाउंगी.. जो करना है आज रात कर लेना या दोपहर के बाद..
आदित्य – मुझे भी कल कॉलेज जाना है.. मेरा कॉलेज यहाँ से किस तरफ है .?. मुझे 7:30 तक कॉलेज जाना है..
शालिनी – यार, मैं तुम्हें गाड़ी में बिठा कर वहाँ छोड़ने जाउंगी.. और जाते समय पप्पी भी दूँगी मेरे आदित्य.. ..
आदित्य – पप्पी से काम नहीं चलेगा.. बूब भी चूसने पड़ सकते हैं..
फिर वो हँसने लगी..
शालिनी – मेरे बूब तुम्हें इतने अच्छे लगते हैं .?. तो ये लो चूस लो.. ..
उसने मेरे मुंह में अपना निप्पल दे दिया.. मैं चूस रहा था.. वो बातें करती जा रही थी..
शालिनी – चलो यार.. ..चलें.. वहीं नहाएगे..
आदित्य – लेकिन कपड़े .?. .?.
शालिनी – यार आते समय किसी ने हमें देखा था क्या .?. जो अब देखेगा.. यहाँ कोई नहीं है.. ..चलो.. ..
हम चल पड़े.. हम दोनों ने अपने फोन लिए..
आदित्य – यार, हमारे कपड़े तो ले लें..
शालिनी – रहने दो नौकरानी ले आएगी..
हम नंगे ही चल पड़े.. मुझे अजीब सा लग रहा था.. वो मेरे आगे चल रही थी और मैं शरमाता हुआ पीछे.. हाँ लेकिन चलते समय, मैंने नंगी गाण्ड पहली बार देखी थी.. उफ्फ क्या दिखती है नंगी गाण्ड लड़की के चलते समय और जब वो खरबूजे जैसी गोल हो तो लंड ही फट जाए..
शालिनी – यार तुम अब भी शर्मा रहे हो.. मेरी इतनी चुदाई करने के बाद भी !!
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उसने मेरे हाथ पकड़ा और चल पड़ी.. हम 20 मिनिट बाद कमरे में थे.. फिर हम दोनों एक साथ नहाए.. उस रात तो सेक्स नहीं किया लेकिन रात को हम नंगे सोए.. सेक्स तो नहीं किया पर सोते समय मैने उसके बूब चूसे.. रात को नींद खुली तो देखा वो चुपचाप सो रही है..
मैंने उसकी चूत में लौड़ा डाला और धीरे – धीरे धक्के मारे.. सुबह वो उठ चुकी थी.. उसने चाय दी.. वो मेरे पास बैठी थी.. मैने उसकी पप्पी ली और चाय पी.. नाह कर मैं कॉलेज जाने वाला था.. हम कॉलेज क पास पहुँच गये.. कॉलेज खुलने में 40 मिनिट पड़े थे.. उसने पप्पी दी और जाने को कहा..
आदित्य – यार, पप्पी से काम नहीं चलेगा..
वो समझ गई.. उसने जल्दी से नाइटी खोली.. बूब मेरे सामने कर दिए..
आदित्य – तुमने ब्रा नहीं पहनी .?. .?.
शालिनी – मुझे पता था, तुम बूब ज़रूर चुसोगे.. अरे आज मैं शाम को तुमको एक गिफ्ट देने वाली हूँ..
आदित्य – यार, शाम को देखते हैं.. टाइम तो काफ़ी पड़ा है.. सिर्फ़ बूब चूस कर तो काम नहीं चलेगा..
शालिनी – चूत चाहिए .?. नहीं रहने दो कोई आ जाएगा.. दोपहर को मैं लेने आ जाउंगी.. फिर जो चाहे करना..
आदित्य – ठीक है..
मैं काफ़ी देर उसके बूब से खेलता रहा.. फिर कॉलेज चला गया..
Rohit says
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Rakesh Mali says
Rakesh Mali
S.Shaw says
मस्त और रोमांचक कहानी। पढ़ कर होश खो दे।
SUNNY says
YAAR AP MUJE SE MILOGI MAIN V SHIMLA SE HUN