Lover Video Call
मेरी कहानी तब शुरू हुई.. जब ‘वैलेंटाइन-डे’ का मौका चल रहा था बात 12 फरवरी की है। मेरी एक दोस्त थी.. जो कि मेरी स्कूलमेट थी उससे मैं बहुत साल बाद फेसबुक पर मिला था। हमारी चैटिंग होती थी.. उसने बताया था कि उसका कोई बॉयफ्रेंड है। हालांकि उसकी इस बात को जानकर मुझे थोड़ी मायूसी भी हुई थी.. पर मैं तब भी उससे बात करता रहा। Lover Video Call
हमारी करीब दो साल फेसबुक और व्हाट्सएप पर बातें चलती रहीं.. बीच में कभी-कभी बहुत दिन बातें नहीं भी होती थीं। मैं भी उससे कुछ ज्यादा उम्मीद नहीं रखता था। पर उस 12 फरवरी के दिन उसका मैसेज आया.. उसके साथ थोड़ी बहुत बातें हुईं।
उसने पूछा- आज कौन सा डे है?
मुझे कुछ नहीं पता था.. कि क्या कहूँ.. तो मैंने कहा- तुम बताओ?
उसने बताया- आज किस डे है और मैं ये दिन तुम्हारे साथ मनाना चाहती हूँ।
मैं एकदम से हक्का-बक्का रह गया।
मैंने कहा- तुम्हारा बॉयफ्रेंड तो है न?
तो वो बोली- मैं तुमसे 6 वीं क्लास से ही बहुत प्यार करती हूँ.. पर ये तो मेरी बदनसीबी थी कि तुम मुझे बाद में मिले ही नहीं।
वो सच कह रही थी क्योंकि मैंने 7वीं कक्षा के बाद स्कूल बदल लिया था।
वो बोलने लगी- तुम मुझे पहले मिल जाते.. तो आज मेरे बॉयफ्रेंड तुम होते। आई रियली लव यू..!
मैं पूरा शॉक में था।
वो बोलने लगी- मुझे एक किस दो।
तो मैंने किस वाली स्माइली भेज दी।
वो बोलने लगी- कुछ रोमाँटिक बातें करो न।
मैं बोला- मुझे नहीं आतीं.. मुझे इस सब का कुछ भी मालूम नहीं है।
वो बोली- अरे यार तुम कुछ भी बोलो न..
मुझे कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था कि क्या बोलूँ।
मैंने बोला- यदि मैं कुछ उल्टा-सीधा बोल दूँगा.. तो तुम्हें बुरा लगेगा.. मैं किस लिमिट तक बोलूँ?
वो बोली- जो बातें हस्बैंड-वाइफ में होती है.. तुमको उस लिमिट तक की छूट है।
तब भी कंफर्म करने के लिए मैंने फिर से पूछा.. तो वो नाराज हो गई।
मैं- तुम्हें किस करूँगा.. फिर तुम्हारे गालों पर चुम्मी लूँगा.. फिर नेक पर किस करूँगा।
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‘फिर..’
‘फिर तुम्हारी शर्ट की चैन खोलूंगा..’
मैं ये शब्द बहुत डरते-डरते बोल रहा था।
वो- और.. आगे कुछ नहीं करोगे?
मैं अभी भी डर रहा था- फिर तुम्हारे स्तनों को दबाऊंगा। उन्हें चूस-चूस कर लाल कर दूँगा..
वो- ओह्ह.. उहम्म.. आगे बोलो न..
उसकी ‘ऊह.. आह्ह..’ से मेरी हिम्मत अब बढ़ गई थी।
मैं खुल कर बोला- तुम्हारी ब्रा और शर्ट निकाल दूँगा।
वो- आगे..
मैं- तुम्हें बेतहाशा किस करूँगा.. तुम्हारे जिस्म के हर अंग पर मेरा अधिकार जाहिर कर दूँगा।
वो- ओह..हम्म.. मुझे कुछ हो रहा है.. मेरे नीचे कुछ सनसनी सी हो रही है.. आह्ह.. तुम मुझे अपनी बाँहों में भर लो.. कस कर जकड़ लो.. मुझे कभी छोड़ो मत..
मैं- नहीं छोड़ूंगा.. आ जाओ मेरी बाँहों में..
‘जान तुम आगे क्या करोगे.. वो भी बोलो न..’
‘अब मैं तुम्हारी पैंट निकालूंगा और तुम्हारी पैंटी पर से ही तुम्हारी ‘उसे’ चूमूँगा।
दोस्तो, ये बातें सुनने में जरा अजीब सी थीं.. थोड़ा सा पागलपन सा था.. बेवकूफों की तरह हम दोनों की बातें चालू थीं।
वो- मैं पूरी पागल हो गई हूँ.. प्लीज़ जल्दी आओ न..
मैं- मैं तुम्हारे पास ही हूँ.. तुम अपनी उंगली अपनी चूत में डाल लो.. मैं तुम्हारी फड़कती चूत को देख कर अपना लौड़ा हिला रहा हूँ.. मुझको तुम्हें देखने की बहुत इच्छा हो रही है।
वो- तो मेरा प्रोफाइल पिक देखो ना..
मैं- वैसे नहीं.. तुम्हें पूरी तरह से ओपन देखना चाह रहा हूँ।
वो- तो फ़ोटो भेजूँ?
मैं- हाँ डार्लिंग.. जल्दी भेजो न.. मैं मरा जा रहा हूँ।
वो- ऐसा ना कहो मेरे जानू.. मैं तुम्हारे बिना नहीं रह सकती.. मैं भेजती हूँ।
फिर उसके खुले मम्मों के फ़ोटो आए।
मैं- आह्ह.. बहुत सुन्दर हैं ये तो.. कपड़ों के बाहर से इतने बड़े नहीं लगते थे.. जब खुले की झलक दिखी तो बहुत बड़े दिख रहे हैं.. मुझे इनका रस को पिलाओ न..
वो- हाँ अन्दर से बहुत बड़े हैं 32 के हैं तुम जब चूसोगे तो 36 के कर देना।
‘कब चुसवाओगी?’
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‘हाँ जानू.. ये हैं ही तुम्हारे लिए.. अब जल्दी चूसो न.. मुझसे प्यार करो.. मुझे बहुत दर्द हो रहा है।
मैं- फिर मैं तुम्हारी चूत चाटूँगा.. उसमें 2 उंगलियाँ डालूँगा.. तुम्हारी चूत के दाने को छेड़ूँगा।
वो- हम्म.. मुझे नीचे कुछ हो रहा है..
मैं- अब तुम मेरे हथियार को सहलाओगी.. उसे चूमोगी?
वो- हाँ बहुत.. उसे मारूँगी भी!
मैं- मारना मत यार.. उसे दर्द होगा.. उससे प्यार करो.. उसे सहलाओ।
वो- मुँह में लूँ उसे?
मैं- हाँ लो मुँह में.. और बहुत चूसो.. मजे से चूसो..
वो- मुझे फोटो भेजो ना अपने लण्ड की..
मैंने उसे मेरे 7 इंच मोटे लंड का फोटो भेजा।
वो- बहुत मोटा है.. मस्त है.. ये तो मेरी चूत को पूरा फाड़ देगा.. मुझे बहुत दर्द दोगे?
मैं- हाँ मैं तुम्हें बहुत दर्द दूँगा.. तुम्हारी चूत फाड़ दूँगा।
वो- ओह्ह मुझे तो अभी से तुम्हारा लौड़ा चूत में घुसता सा महसूस हो रहा है.. अब जल्दी से करो न..
मैं- हाँ अब मैं तुम्हारी पैन्टी निकाल कर तुम्हारी चूत चूसूँगा.. तुम अपनी चूत की फोटो भेजो न।
‘ओके जान जरा रुको.. मैं बाथरूम में जाकर फोटो निकाल कर लाती हूँ।’
उसने बाथरूम में जाके फोटो निकाल कर सेंड किया.. उस पर थोड़े से बाल उगे थे और चूत थोड़ी सी सांवली सी गेहुआं से रंग की थी। मैं आज बहुत खुश हुआ.. बिना मांगे मुझे उसकी चूत मिलने वाली थी।
मैं- बहुत हॉट है तेरी चूत.. मुझे मारनी है तेरी चूत..
वो- तो मारो ना.. कौन रोक रहा है तुम्हें?
उस रात हमने 4.30 बजे सुबह तक बातें की.. फिर इसके बाद इसी तरह हमारी बातें खुल्लम-खुल्ला होने लगीं। अब मेरे एग्जाम आ गए.. तो मैं थोड़ा बिजी हो गया.. हम दोनों की कुछ दिन बातें नहीं हुईं। जब एग्जाम खत्म हो गए.. तो बातें फिर शुरू हो गईं। वो मेरे साथ सेक्स करने के लिए मरी जा रही थी।
फिर जब मैं छुट्टियों में अपने घर नांदेड गया.. तो उससे मेरी बातें बहुत अधिक होने लगी थीं। वो मुझसे मिलने के लिए बातें कर रही थी, उससे अब कंट्रोल नहीं हो रहा था और वैसे मुझे भी सेक्स करने की चुल्ल सवार हो चुकी थी। मैं भी जोश में था.. कहीं से कुछ अरेंज होता है क्या.. बस ये सब देख रहा था।
मेरा एक बहुत ही खास दोस्त था.. उससे मैंने कहा- एक कमरे का जुगाड़ कर दो यार..
वो बहुत खुश हुआ और बोला- आखिरकार तू सेक्स करने वाला है..
मेरी बरसों की इच्छा पूरी होने वाली है। साले कमीने दोस्त होते ही ऐसे हैं, सेक्स मैं करने वाला था और मुझसे ज्यादा वो खुश हो रहा था। उसने तो आज तक बहुतेरी लौंडियों को चोदा था और मुझे सेक्स करने के लिए भी बोलता था.. पर अभी तक मैंने कुछ नहीं किया था.. तो अभी करने वाला हूँ.. ये सुनकर ही वो खुश हो उठा था।
उसने 3-4 दिन में एक कमरे का बंदोबस्त कर दिया.. तो मेरे मिलने का प्लान फिक्स हुआ.. मैंने सब तैयारी कर ली थीं। कंडोम.. पेनकिलर.. और लुब्रिकेंट जैली वगैरह सब लेकर रख लिए थे। ये सब भी मेरे उसी दोस्त ने ही अरेंज किया था।
मैंने एक अच्छा सा डिओ स्प्रे लिया.. मस्त ड्रेस पहन लिया.. पर प्रॉब्लम बहुत बड़ी थी। हम एक दूसरे से 1 साल बाद मिलने वाले थे.. तो मन में बहुत हिचकिचाहट थी.. वैसे भी मुझे लड़कियों से बात करने की आदत नहीं थी। वो भी डर रही थी कि कैसे मिलें.. क्या बोलें.. हम जो कर रहे हैं.. वो सही है या नहीं.. वगैरह-वगैरह..
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तभी उस दिन का प्लान फ्लॉप हो गया, सब मेहनत पानी में चली गई। मेरा दोस्त बहुत गुस्सा हुआ, मैं भी गुस्सा था.. पर करता भी तो क्या। उसे अगले दिन के लिए मनाया.. पर उस दिन रूम ना मिला.. तो 3 दिन बाद सब सैट हुआ। फिर से तैयारी की शुरुआत हुई, वो डरते-डरते आई।
हम दोनों दोस्त के फ्लैट पर मिले.. दोनों घबराए हुए थे.. कोई कुछ ना बोल पा रहा था। हम दोनों की नजरें मिलीं.. मैंने उसे बाँहों में भर लिया.. जो उसकी इच्छा थी ‘मुझे जोर से अपनी बाँहों में पकड़ लो.. मुझे अपने पास ले लो..’
फिर मैंने उसे किस किया जैसे उसे सेक्स चैटिंग के समय उससे बोला था। वैसे ही सब मैंने करने की कोशिश भी की.. पर मैंने उसे सब कुछ साफ-साफ बोल दिया था कि अगर तुम शादी करने के इरादे से ये सब कर रही हो.. तो मुझे माफ करो.. मैं तुम्हें शादी करने का वचन नहीं दे सकता। अभी मुझे अपने कैरियर पर ध्यान देना है.. मेरी शादी को अभी 6-7 साल बाकी हैं और तुम्हारी 1-2 साल में शादी हो ही जाएगी।
हमारे यहाँ लड़कियों की शादी जल्दी हो जाती है.. 24 साल तक.. तो वो बहुत दुखी हो गई। ये सब बातें मैंने उससे चैटिंग के टाईम ही बोल दी थीं.. तो उसने दूसरे दिन बोला था कि मैं सब समझ गई.. पर मुझे तुमसे एक बार प्यार करना ही है.. सेक्स करना है.. प्लीज़ मुझे चोद दो..
उसके बाद ही हम मिले थे। क्यूंकि ऐसे बहुत बार होता है कि सेक्स कर लिया तो हम दोनों जन्म-जन्मांतर के साथी बन गए.. ‘अब मैं तुम्हारे बिना नहीं जी सकती..’ वगैरह-वगैरह..
मैं ऐसे झूटे वादे नहीं कर सकता क्यूंकि मैं स्त्री जाति का और उसका भी सम्मान करता हूँ। तो मैं सब कुछ पहले ही क्लियर करना चाहता था। तो वो ये सब बोलने के बाद भी तैयार हो कर आई थी। मेरा तो जैसा सोया हुआ नसीब ही जाग गया था।
तो अब वो मेरी बाँहों में थी, उससे मैंने पूरा प्यार करने का वादा किया था, उसके रसीले होंठों को मैं चूमे जा रहा था। थोड़ी देर बाद वो भी मेरा साथ दे रही थी। मैंने उसके एक-एक करके ऊपर के और नीचे के होंठ चूमे.. हम अब फ्रेंच किस करने लगे थे।
ऐसे किस करते-करते मैं उसकी जीभ को चूसने लगा। उसका थूक मेरे मुँह में आ गया था। वो भी मैं जैसे कर रहा था.. वैसे ही किए जा रही थी, उसने पूरी तरह से खुद को मेरे हवाले कर दिया था.. जैसे वो कोई डॉल हो.. जो मेरे इशारे पर साथ देती हो।
ये मेरे लिए एक अलग रोमांचक और आनन्द से भरा अनुभव था। अब मैं उसको सब जगह चूम रहा था उसकी गर्दन पर.. उसके सुंदर होंठों पर.. अब मैंने उसकी टी-शर्ट को निकाल दिया.. वो पूरी तरह सहम उठी.. उसने खुद के सर को मेरे छाती में छुपा लिया उसे शरम आ रही थी।
उसकी ब्रा के ऊपर से ही मैं उसके मम्मों को चूसे जा रहा था और दबा रहा था। वो बहुत ही मुलायम थे.. एक अद्भुत अनुभव था.. इसकी तुलना में किसी चीज के साथ नहीं कर सकता। अब उसने उत्तेजना में खुद ही मम्मे निकाल कर मेरे मुँह में दे दिए.. मैं उस हसीन चीज को देखता ही रह गया।
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उसके चूचे एकदम नरम एकदम शेप में थे.. किसी सुंदर सी पोर्नस्टार के चूचों की तरह एकदम उठे हुए थे। मैं पागल हो गया था.. उसके निप्पल चूस रहा था.. मम्मे दबा रहा था। उसने अब दूसरा मम्मा मेरे मुँह में ठूंस दिया। जब तुम औरत का एक स्तन चूसते हो तो वो दूसरा स्तन अपने आप चूसने के लिए दे देती है।
उसके हाथ मेरे बालों में घूम रहे थे, अब मैं उसके पेट पर किस करता हुआ नीचे पैंटी पर आ गया। पैंटी के ऊपर से उसकी महक को सूँघ रहा था.. एक अलग ही महक थी। अब वो घड़ी आ गई.. जिसका बरसों से इंतजार था चूत.. चूत.. चूत..
मैं पूरा सहम उठा.. इस अहसास से कि आज मुझे चूत चोदने के लिए मिल गई। उसने आज ही पूरी तरह से चूत को क्लीन किया था। मेरी जीभ लपलपाई.. मैं पूरी ललचाई हुई नजरों से चूत को आखें फाड़-फाड़ कर देख रहा था.. जैसे कभी चूत देखी ही ना हो। हालांकि यह सच भी था कि मैंने वास्तविक नंगी जवान चूत को कभी नहीं देखा था। मैंने अपनी जीभ चूत में घुसा दी..
वो बोलने लगी- आह्ह मेरी ‘पुच्ची’ चाट..
मराठी में चूत को पुच्ची बोलते हैं और चूसने को चाट कहते हैं। मैं अपनी जीभ उसकी मखमली चूत में डाल कर उसकी चूत के दाने को चूस रहा था, वो मेरे बालों में अपना हाथ घुमा रही थी और मेरा सर अपनी फूली हुई चूत पर दबा रही थी।
अब मैंने दो उंगलियां चूत में डाल दीं और बहुत जोर से आगे-पीछे करने लगा था। उसके मुँह से सिसकारियाँ निकल रही थीं और वो 5 मिनट बाद झड़ भी गई। अब वो तकरीबन चिल्लाने लगी थी कि अब ज्यादा देर मत करो.. मेरी चूत फाड़ दो।
उसने मेरा लंड हाथ में पकड़ कर चूत के मुहाने पर रख दिया। उसको लंड चूसना शायद पसंद नहीं था.. मैंने भी उसे फ़ोर्स नहीं किया। मैंने उसकी लपलप करती हुई चूत में लंड पेल दिया.. पर वो फिसल कर बगल में हो गया। उसकी चूत बहुत गीली होने की वजह से ऐसा हुआ था।
मैंने फिर से कोशिश की.. इस बार मेरा सुपारा चूत में चला गया.. पर वो जोर से चिल्ला उठी और मुझे दूर को धकेलने लगी। मैंने झट से उसे पकड़ लिया और उसके होंठों पर अपने होंठ रख दिए। उसे बहुत दर्द हो रहा था.. वो दर्द के मारे रो रही थी। उसकी सील टूट गई थी और खून भी निकल रहा था।
थोड़ी देर बाद मैंने धक्के मारने शुरू कर दिए। वो अब थोड़ा बेहतर महसूस कर रही थी और थोड़ी देर बाद वो साथ देने लगी। हल्के-हल्के धक्कों की तीव्रता बढ़ रही थी। वो अब पूरी तरह से मेरा साथ दे रही थी। कुछ देर बाद हमने पोजीशन बदल दी.. और चुदाई चालू रखी.. अब मैं उसे डॉगी स्टाईल में चोद रहा था।
वो दो बार झड़ चुकी थी.. अब मेरी बारी थी, मैंने अब धक्के जोरदार मारना चालू कर दिए, वो भी पूरा जोश में थी। मैंने धक्के मार-मार के उसकी गांड लाल कर दी.. बिलकुल किसी पॉर्न मूवी की तरह चुद रही थी। मैं 15 मिनट बाद कंडोम में ही झड़ गया।
अब हम दोनों बुरी तरह से थक गए थे.. पूरा पसीना-पसीना हो गए थे। हम दोनों का यह पहली बार का चुदाई का मौका था। करीब 20 मिनट हम वैसे ही बिस्तर पर पड़े रहे, उससे उठा भी नहीं जा रहा था, मैं उसे गोद में उठा कर बाथरूम में ले गया और उसकी चूत का खून साफ किया। फिर 15 मिनट बाद मेरा फिर से खड़ा हो गया। हम दोनों की चुदाई का फिर एक मस्त राउंड हुआ।
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मैं तो और एक के लिए तैयार था.. पर उसने मना कर दिया। उसको मैंने पेनकिलर दी और उसकी चूत में मलहम लगाई। उससे उसको थोड़ा आराम मिला। अब हम बाहर आ गए.. थोड़ा बाहर खाना खाया.. आइसक्रीम खाई और मैं उसे उसके घर से थोड़ा दूर छोड़ आया। उसका दूसरे दिन फ़ोन आया, वो बोल रही थी- थैंक्यू.. तुमने मेरी सालों की इच्छा पूरी कर दी। मुझे बहुत मजा आया.. अगली बार तुम जब भी मुझे बुलाओगे.. मैं आ जाऊँगी.. आई लव यू.. मैंने भी बोला- मुझे भी मज़ा आया तुमसे सेक्स करके..
पर मैं उससे ‘आई लव यू’ नहीं बोल पाया.. क्योंकि मैं झूठ नहीं बोल सकता हूँ। जो मुझ पर इतना भरोसा करके आई थी उससे झूठ कैसे बोल देता। अब देखते हैं अगली बार कब मौका मिलता है। यह मेरी एकदम सच्ची कहानी है.. कुछ भी गलत लगा हो तो माफ़ कर देना.. पहली बार है न.. कहानी लिखते वक्त ऐसे लग रहा था.. जैसे मेरी आखों के सामने पूरा का पूरा उस दिन का वीडियो चल रहा हो। सच में मुझे बहुत मज़ा आया, मेरी बरसों की तमन्ना पूरी हुई..