Daughter Pussy Seal Break
नमस्कार दोस्तों, आप सभी का एक बार फिर हमारी वासना डॉट नेट पर स्वागत है, दोस्तों आपने कहानी के पिछले भाग पापा के साथ घर बसाया 3 में अभी तक सबसे पढ़ा की बुआ ने मुझे पापा से शादी के लिए मनाया पापा की मुझसे शादी करना चाहते थे मेरी भी इच्छा पापा जैसा जीवन साथी अपने की थी पापा से शादी करके मैं सुहागरात मना रही थी अब आगे पढ़िए- Daughter Pussy Seal Break
अब पापा मेरे गालो पर अपने प्यार और गरम सांसे छोडते जा रहे थे निशी मेरी जान क्या खूबसूरत हूं सच मैं मुझे यकीन नहीं हो रहा है कि तुम मेरी हो गई हो या मैं कोई ख्वाब देख रहा हूं मेरी जान कितनी मुलायम हो कितनी नमकीन हो तुम्हारा ये हुस्न ये जवानी कहीं मुझे पागल ना कर दे जान अपने इस परवाने को अपने बाहों मैं समेट लो साथ मैं पापा के हाथ मेरी कमर पर चल रहे थे।
अब मेरे बदन पर ब्रा और घाघरा था तो पापा मुझे इसी तरह बाहों मैं लेते हुए बिस्तर पर लिटा दिया और मुझे बाहों मैं लिया मुझे लेटे चूम रहे थे और साथ में एक हाथ से ब्रा के ऊपर से मेरी चुचियों को दबा रहे थे मसल रहे थे। मेरी मुसम्मी में पहले ही रस भर चुका था आज पापा जैसे जवान मर्द के हाथों का स्पर्श पा कर मेरे नागपुरी मुसम्मी में रस तो टपकने लगा था।
वो इतने टाइट हो गए थे कि मेरी ब्रा भी मेरी चुचियो को संभाल नहीं पा रही थी और निप्पल खड़े होकर आधे से ज्यादा बहार को झलक रहे थे. उस समय कमरे में हम दोनों की तेज सांसे और मेरी चूड़ियों की खनक ही गूंज रही थी मैं तो मस्ती से सातवे असमान पर थी और अपनी दोनो बहे फैला कर चादर को अपने हाथों से पकड़ कर खींच रही थी.
कि तभी ने अपना मुँह नीचा किया और ब्रा के ऊपर से मेरी चूची को किस करते हुए अपना चेहरा मेरी चूचियों पर रगड़ने लगे. मेरे निप्पल तो इस समय इक दम खड़े थे जिस की ब्रा के ऊपर से साफ महसूस हो रही थी पापा ने मेरी पूरी चुची को अपने हाथो से भर लिया.
कोई भी औरत हो मर्द के हाथ जब चुचियो पर पड़ते ही वो गरम हो जाती थी पापा के हाथ के साथ पापा के चुम्बन गरम सांसे मेरे अंदर की आग को और भड़का रहे थे कि तभी पापा ने ब्रा के ऊपर से मेरे दिख रहे निप्पल को अपने होठों पर दबा लिया और उसको चूसने लगे। जीवन मैं पहली बार कोई मर्द मेरी चुचियों से खेल रहा था इस तरह से उन्हें चूस रहा था.
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मर्द के इस तरह चुची चूसने से इतना मजा मिलता ही ये मुझे आज पता चला था और ये मजा अब मुझे रोज मिलने वाला था। मैं मस्ती में आंखें बंद किये आ आह उई मां गुदगुदी हो रही है मेरी ब्रा पूरी गीली हो गई थी जिससे मेरी चूची पूरी साफ नजर आने लगी।
पापा मेरे ऊपर चढ़े मेरी चुचियों को चूस रहे थे जबकी उनका हथियार लोहे की पाइप की तरह कड़क मेरी चूत के दरवाजे पर ठोकर मार रहा था. मैं तो मस्ती में बुदबुदा रह रही थी आआआउउउउउउउउउउ उउउउउइइइइइइइइइ.
मैने कहा सुनिये ना दरवाजा खुला ही बचे आ जायेंगे तो पापा मेरे निप्पल चूसते ही बोले नहीं मैंने बंद किया था तुम्हारे सामने ही और पापा फिर से मेरे निप्पल को दांतो मैं दबाये चूसने लगे।
एक तरफ पापा मुझे अपनी बाहो मैं समय हुए चूम रहे थे तो अलग उनकी टांगो की बीच फंसी हुई थी वो अपनी बालो वाली टांगों से मेरी चिकनी टांगों को सहला रहे थे और साथ ही अपनी टांगों से मेरा लहंगा को ऊंचा उठा रहे थे पापा अपने टांगों से मेरा लहंगा इतना ऊंचा कर रहे थी अब मेरी गुलाबी रंग की पैंटी साफ नजर आ रही थी.
जिस से अब उनका जोड़ा मेरी चिकनी जांघों पर रगड़ कर मुझे और आनंद का एहसास करवा रहा था और मेरे बदन मेरी बिजली और तेजी से दौड़ने लग पड़ी थी. मैं सोचने लगी अभी तो पापा मेरी चुचियों को ब्रा के ऊपर से चूस रहे हैं लेकिन कब मेरी चुचियों को बेपर्दा करके चूसेंगे तब तभी पापा थोड़ा ऊपर उठे और मुझे देखते मुस्कुराने लगे तो मैंने शर्मा कर मुंह दूसरा और घुमा लिया.
पापा के हाथ मेरी ब्रा के हुक पर मेरा दिल अगले पल जो होने वाला था उसके लिए अभी से जोर-जोर से ढक रहा था तभी पापा ने अपना हाथ मेरी ब्रा के हुक पर फंसा दिया और मेरी ब्रा का हुक खोल दिया। जैसे ही पापा ने मेरी ब्रा का हुक खोला मैं जौर से पापा की बाहों मैं सिमत गई पापा बड़े प्यार से मुझे अपने से थोड़ा अलग करने लगे.
पर मैंने उन्हें कस कर मजबूर किया था तो अब पापा ने थोड़ा और लगा कर मुझे सीधी कर लिया मेरी ब्रा जो खुली हुई थी बस मेरी चूच्यो पर पड़ी हुई थी। पापा ने अपना हाथ बड़ा मेरी चूचियों पर रख दिया और मेरी खुली ब्रा के साथ पहले मेरी चूचियों को मसलते रहे और फिर मेरी ब्रा को खींच कर मेरे बदन से अलग करने लगे।
मेरी ब्रा के स्ट्रैप जो मेरे नीचे दबे थे उसे मैंने थोड़ा ऊंचा हो कर उसे निकलने में पापा की मदद की। मेरी पिंक कलर की ब्रा अभी जो कुछ देर पहले मेरे बदन पर थी अब वो पापा के हाथ में थी उसे पापा ने अपने होठों से चूम कर एक तरफ रख दिया।
मैंने शर्म से अपनी दोनों चुचिया अपने हाथ से डाक ली जिसे देख पापा मुस्कुराए हुए मेरी और देख कर बोले ये क्या जानू अब क्या मुझे इतना हक नहीं अरे हम दोनों होते हैं है कोन ही जिसका स्वर्ग है इस अप्सरा के हुस्न का दीदार करना का सौभाग्य प्राप्त हो पापा का इतना कहना था कि मैंने अपनी चुचियों पर अपने हाथों को पकड़ ढीली कर दी.
पापा आगे बड़े और उन्हें ने अपने हाथ मेरे हाथों पर रख दिये और फिर मेरे हाथों को अपने हाथ में पकड़ कर मेरी चुचियों से अलग कर दिया। की आँखो के सामने थे.आज पहली बार कोई मर्द मेरी चुचियो को इस नंगी हालत में इतने पास से देख रहा था मैंने तो शर्म से अपना मुँह एक तरफ करके अपनी आँखे बंद कर ली।
पापा कुछ देर मेरी इन नंगी चुचियों को देखते रहे और फिर उन्हें ने अपने दोनों हाथ मेरी चुचियों पर रख दिए और मेरी चुचियों को अपनी मुट्ठी में भर कर पहले धीरे-धीरे और फिर से जोर-जोर से मसलने लगे। मुँह से तो सी सी आह आह उई मां उई उई उफह्हह्हह्हह्ह मर गई, दर्द हो रहा है, मर गयी।
चीखी सी सी आह आह उई मां उई उई उफ बाबू बोली आई लव यू बाबू आराम से करो मुझे बहुत दर्द हो रहा है तो उन्हें न मेरी गुलाबी निप्पल को अपनी दोनों उंगली मैं दबा कर जोर-जोर से मसलने लगी मैं दर्द से गाल रही थी पर मुझे उस दर्द मैं भूलभुलैया का एहसास हो रहा था कुछ देर इसी तरह मेरे निप्पल और चुचियों को मसलने के बाद पापा झुके और उन्हें ने अपना मुंह मेरी चुची पर लगा दिया.
और मेरे गुलाबी निप्पल को अपने दांतों के बीच दबा लिया पापा अब मेरे निपल्स को अपने दांतों के बीच दबा कर खिंचने लगे और कभी मेरी पूरी चुची जितनी पापा के मुँह में आ सकती थी उसे दबा कर ऐसे चूसने लगे मर्द जब चुची चुस्ता ही तो इतना मजा आता ही ये मुझे आज पता चला था पापा बारी बारी से बदल कर मेरी दोनों चुचियों को चूस रहे थे जबकी मेरा हाथ पापा के सर पर था.
और मेरे पापा अपनी चुचिया चुसवाते उनके सर के बालो मैं अपनी उंगली फिर रही थी। पापा तो मेरी चूचियों को ऐसे चूस रहे थे वो मेरी चूची ना हो कर कोई मीठा रसीला आम हो अब तो पापा मेरी दोनों चूचियों को अपने हाथो मैं दबा कर बारी से अपने होठों पर दबा कर चूसने लगे मेरे चूची को अपने दांतो से खींचने लगे.
मैं तो बस मैं ठे दर्द से आअह्ह्ह्हह्ह्ह्ह है कर रही थी और मस्ती मैं अपने हाथ पापा के बालो मैं चला रही थी और कभी उनको अपनी चुचियों पर भींच रही थी। पापा अपने होठों के कारण मेरी चुचियों पर कर रहे थे जिस से मेरी चूत भी बे हिसाब पानी छोड़ रही थी. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
उस समय मैं इतनी चुदासी हो चुकी थी कि मुझे ऐसा लग रहा था कि अगर पापा कुछ देर करते और इसी तरह मेरी चुचियों से खेलते रहे तो कहीं मुझे शर्म आती है चोद कर खुद ही उनको चोदने के लिए ना बोल दूं इसलिए मैंने अपनी दोनों बाहें फैला दीं, चादर को कस कर अपने दोनों हाथों से थाम लिया।
पर अब मुझे से कंट्रोल करना मुश्किल लग रहा था, जिसका सबूत मेरी गांड अब मूव हो कर खुद ऊपर नीचे हो रही थी। पापा की बार मेरी चूची चुस्ते ऊपर उठ कर मेरे होठों को चूसने लगते तो मेरी तेज चलने लगती और मेरे पापा के लिए लाती उन्हें अपनी बाहो मैं कैसे कामुक आवाज मैं क्या कर रहे है बस कीजिए ना.
पर पापा वो अब कहां रुके मेरे पापा का जोश बढ़ाने के लिए उनका साथ दे रही थी और पापा मेरे ऊपर चढ़े अपने मुँह को मेरे मुँह में डाले मेरी चुचियों को दबा रहे थे. कुछ देर इसी तरह मेरी चूचियां चूसते रहे फिर वो थोड़ा उठ कर मेरे जोड़ी के पास आ गए अब उन्हें ने मेरा एक जोड़ा अपने हाथ में लिया और मेरे जोड़े की उंगलियों को अपने मुंह में भर कर चूसने लगे.
और कभी मेरे जोड़े की उंगली को अपने मुँह में भर कर चूसने लगते। मेरी जोड़ी की उंगलियों को चूमते-चूते वो धीरे-धीरे मेरा लहंगा भी थोड़ा ऊपर सरकते जाते जिस से कि मेरी चिकनी टांगें पापा की आंखों के सामने थीं। मेरे जोड़े की अंगलिया चूसने के बाद वो थोड़ा ऊपर सरक गए और मेरे लहंगे के साथ मेरी नंगी टांगों को चूमते रहे अब पापा के होंठ मेरे घुटनो तक पहुंच चुके थे।
मेरे घुटनों को चूमने के बाद पापा, अब थोड़ा और आगे बड़े और उन्हें ने मेरा लहंगा सरका कर थोड़ा और ऊपर कर दिया और जैसा ही मेरा लहंगा, मेरी जांघों से ऊपर हुआ पापा ने मेरी चिकनी जंग देखी, अपने ही होंठ मेरे जांघ पर रख दिए और मेरी भारी हुई चिकनी जंगे जो दूध की तरह सुरक्षित थी उन पर अपने होठों को रख दिया.
पहले वो मेरी चिंकी जांघों पर अपनी जिभ निकल कर घुमाने लगे मुझे गुदगुदी सी होने लगी और कभी मेरी जांघों को अपने होठों पर भर के खींच कर चूसते और कभी और कभी अपने दांतों से कटने लगे। अब मेरे पापा की गरम सांसे अपनी चूत पर मेहसूस कर रही थी। मेरी चूत पर जो गुलाबी रंग की पैंटी थी वो मेरी चूत के रस से बड़ी चुकि थी।
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पापा के जिभ अब मेरे जांघों के जोड़ जहां से मेरी पैंटी शुरू होती थी वहा पर तैर रही थी मेरी तो उस समय हालत खराब होने लग गई थी मेरा तो बस अब यहीं दिल कर रहा था कि पापा जल्दी से जल्दी मेरी पैंटी को उतार कर मुझे नंगी कर दे और अपना मूसल लंड मेरी चूत में डाल कर मुझे चोद दे पर शर्म से मैं कुछ भी नहीं कह पाई.
मैं बिस्तर पर किसी मछली की बहुत तड़प रही थी और बिस्तर पर अपनी दोनों बहे फैला अपनी मुट्ठी मैं चद्दर को भींच कर क्राह रही थी आआआह्हह्हह्ह जीइइइइइइइ ये क्या कर रही है है गुदगुदी हो रही है आआआआह्हह्हह्ह धीरेईईईईईई रुक जइए ना बुस्भिकिजीईईईईईईईईईईईईई रुक जाइए ना बस भी कजिए आआआआआआह्हह्हह्ह.
पर हमारे समय पापा मेरी कहा सुनने वाले थे और जब पापा ने अब अपनी जिभ को मेरी पैंटी की लाइन के अंदर से डालने की कोशिश करने लगे को मानो पागल हो उठी तभी पापा ने ऐसी हरकतें कर दी जिससे मुझे लगा कि किसी ने बिजली की नंगी तार मुझे पकड़ा दी हो पापा ने अब अपने होंठ मेरी पैंटी के ऊपर थिक मेरी चुत पर रख दिए.
जैसे ही पापा के तपते होंठ मेरी चुत पर पड़े मैं ऐसे तड़प उठी जैसे कोई मछली बिना जल के तड़प रही हो.. पापा मेरी चूत को पैंटी के ऊपर से ही चूसने लगे. वो मेरे पेंटी को अपने मुँह में दबा कर हमें प्रति लागे मेरे चूत के रस को पाइन लागे पापा मेरी पेंटी को प्रति लागे मेरे चूत के रस को ऐसे चूस रहे थे.
मानू वो कोई अमृत हो और बीच में वो अपनी जिभ मेरी पेंटी के ऊपर से मेरी चूत की दिवारो से रगड़ रहे थे. हलाकि मेरी चूत अभी पूरी तरह से मेरी पैंटी से ढकी हुई थी पर फिर भी मुझे ऐसा एहसास हो रहा था कि पापा मुझे नंगी करके मेरी चूत को चैट कर रहे थे पता नहीं उस समय मेरी चूत में कोई नाल लगा हो.
वो लगातर पानी चोद रही थी मेरी चूत का पानी रुकने का नाम नहीं ले रहा था और उधर पापा वो मेरी चूत के पानी को ऐसे चूस रहे थे मनो बरसो के प्यासे हो अब तो मिभीमस्ती मैं आ कर अपने दोनो हाथ पापा के सर पर रख कर उनको अपनी चूत पर दबा रही थी और साथ ही साथ अपनी गांड उछाल कर उनको अपनी चूत चटवाने में मदद कर रही थी।
कुछ देर पापा पैंटी के ऊपर से ही मेरी चूत चैट रहे थे कि मस्ती में मेरा हाथ नीचे अपनी चूत पर चला गया जिस से मेरी उंगली अपनी ही चूत के रस से भीग गई तो पापा मेरी चूत को चूसे मेरी उंगली देखने लगे फिर पापा उठे और मेरी आंखें मैं देखने लगे पापा की आंख अपनी आंख से मिलते ही मैंने शर्म से अपनी आंख बंद कर ली।
फिर पापा धीरे-धीरे मेरी तरफ बड़े और मुझे अपनी बाहों में भर कर चूमने लगे। और अपने एक हाथ को नीचे ला जा कर मेरे लहंगे की दौरी पर रख दिया और मेरा लहंगा खोलने के लिए मेरे लहंगे की दौरी को अपने हाथ से टटोलने लगे तो पापा के हाथ मेरे लहंगे की दौरी आ गई जिसको पापा ने पकड़ कर जरूर लिया खींच दिया.
मेरा लहंगा अब ढीला हो गया पर मेरे नीचे दबा होने के कारण मेरे नीचे फंसा हुआ था पापा ने उसे अपनी जोड़ी में फंसाया कर निकालने की कोशिश करने लगे और जब नहीं निकला तो पापा उठे और हसरत भारी नजरों से मुझे देख कर मेरे होठों को चूमने लगे ओ मुझसे कह रहे हो उनका साथ देने के लिए.
तो मैंने अपनी गांड को थोड़ा ऊपर उठा लिया, जिस से मेरा लहंगा पापा ने अपने जोड़े से मेरे बदन से अलग करके दौर फेंक दिया।अब मेरी बहन पर एक छोटी सी पैंटी जो मेरी चूत के रस से भीग कर मेरी चूत से चिपक गई थी जिस से ऐसा लग रहा था कि बिस्तर पर अलफ नंगी लती हूं पापा खड़े हुए और अपनी आंखें मेरी आंखो में डाले अपने कपड़े उतारने लगे.
कमैं ज उतरने के बाद जिसने ही उन्हें अपनी बनियान उतारी तो पापा का चौड़ा सीना जो कि काले घने बालों से भरा हुआ था मैं तो बस देखती रह गई पापा तो बस मेरी और देख कर मुस्कुरा रहे थे और मेरी आंखें मैं देखते उनको ने अपने पजामे का नाडा पकड़ा और खींच कर उसे भीखोल दिया। जिसे ही पापा ने अपना पायजामा खोला.
अब मेरी आंख के सामने अंडरवियर, कैद पापा का मस्त लंड था और वो अंडरवियर, उसे खड़ा हुआ था कि मानो अभी वो पापा के अंडरवियर को फाड़ कर बाहर आ जाएगा। पापा का वो काला अजगर पापा के अंडरवियर में समा नहीं रहा था और साइड की दिवारो से साफ दिखायी दे रहा था की आज कितना ख़तरनाक मूड था।
पापा के अंडरवियर की साइड में उनके लंड के नीचे लटक रहे बड़े बड़े बॉल मानो लंड के साथ पहरेदार हो. जब उनका लंड मेरी चूत के अंदर जाएगा तो वो दोनों बहार खड़े पेहरा देंगे। कितना माल भरा हुआ था पापा के लंड के बॉल मैं और मेरी जानती थी पापा आज अपने बॉल के अंदर जमा माल को मेरे अंदर जमा कर देंगे।
पापा को अपने कपड़े उतारते देख मैंने शर्म से अपने मुंह बिस्तर पर छुपा लिया तो पापा प्यार से बोले क्या हुआ देखो ना तो हमें समय नू अपने साजन की बात कैसे मन कर सकती थी मैंने मुस्कुराते हुए अपने चेहरे को उठा कर पापा की आंखो मैं देखा. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
पापा के लंड को पहले भी देख चुकी हूं लेकिन आज इतने करीब से देख रहे थे कि कितना लंबा और मोटा कड़क हथियार है , पापा मेरे सामने अंडरवियर के ऊपर से अपने लंड को सहलाते अपनी आंखे मेरी आंखो में डाले मुस्कुरा रहे थे आज मुझे पता चला की कि दो प्रेमैं एक दूसरे की आंख की भाषा कैसे पैड लेते हैं है पापा अंडरवियर के ऊपर से अपने लंड को सहलाते हैं.
मानो मुझ से कह रहे थे देखो मेरी जान मेरी जान मेरा ये पहलवान आज की रात खुशी के लिए है और मेरी चूत की ददाद पानी चोद ये बता रही थी कि वो आज इस मिलन के लिए बेचैन है। पापा जिस तरह से अपने लंड को सहलाते मानो मुझे बता रहे थे इस रात के लिए उनको ने अपने शेर को कैसे तैयार किया था.
जिस तरह से पापा ने मेरी पैंटी को उतार दिया था, मेरी तिजोरी को खोला था मुझे लगा कि पापा किसी भी पल मेरे खजाने को लूट लेंगे या मेरे लिए तय्यारभीथी कि तभी पापा मेरे सर को अपने लंड की या झुकने लगे तो मेरा दिल या तेज ढकने लगा कि पापा का लंड मेरी चूत का मजा लेने से पहले मेरे होठों का मजा लेना चाहता था है.
जैसे ही पापा के लंड का मेरे होठों से मिलन हुआ मैंने अपने होठों को बंद कर लिया तो पापा अपने लंड को पकडे मेरे होठों पर लिपस्टिक की तरह घुमाते बोले, निशी खोलो ना अपने होठों को देखो कैसे तड़प रहा ही तो मेरे पापा को मना नहीं कर सकी तो मैंने देर से अपने होठों को खोला तो पापा ने अपना लंड मेरे होठों पर टीका ऐसा लग रहा था.
मानो मैं खुद ही पापा के लंड को किस कर रही थी जैसे ही मेरे होठों का पापा के लंड से मिलन हुआ पापा ने हल्का सा अपने कमर को झटका दिया जिस से मेरे होंठ खुले होने के करण लंड का लाल सुपाड़ा मेरे गुलाबी होठों से समा गया या हमें समय मुझे भीना जाने क्या हुआ मैंने पापा के लंड के सुपाड़े को अपने होठों पर कस लिया या मेरी जिभ पापा के लंड पर चलने लगी.
जिस से पापा के मुँह से सिसकियाँ निकलने लगी या पापा मेरे बालो मैं अपनी उंगली घुमाने लगे। वैसे तो कोई लड़की या औरत किसी मर्द का लंड अपने होठों के बीच ले कर उसे चुसे तो हमारे मर्द की हालत क्या होगी को तो आप ही समझिए मैंने जैसे ही पापा के लंड को चूसना शुरू किया पापा, मस्ती मैं aaaaaaaaaaaaahh aaaaahhhhhhhh.
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मैं कुछ देर ऐसे ही पापा का लंड के सुपाड़े को हाई चूस रही हूँ मुझे भीअब पापा का लंड चुसने में मजा आने लगा मुझे पापा का लंड चुसने में ऐसा लग रहा था जैसे मेरा कोई बहुत ही स्वादिष्ट कैंडी चूस रही थी तो मैंने अपना पूरा मुंह खोल कर जितना हो सकता था पापा का लंड मुंह में भर कर चुसने लगी.
मैं पापा का लंड अब ऐसे चूस रही थी मानो कोई लॉलीपॉप चूस रही हूं वैसे अब हम लड़कियों के यहीं तो सब से मनपसंद लॉलीपॉप होता है.. पापा को अब मुझे अपना लंड चुसवाने में मजा आ रहा था कहा जीवन मैं ल पहली बार किसी ने उनका लंड चूसा था पापा भी अपनी कमर चलते रहे थे जानू आज पहली बार किसी ने मेरा चूसा ही नहीं सोचा था कि मुझे कभी ये मजा जीवन मिल ही नहीं आएगा पर जानू तुम ने आज मुझे मुझे ये मजा दे कर खुश कर दिया.
तभी पापा ने अपना लंड मेरे मुँह से बाहर निकाल लिया, मेरे सवालिया नज़रों से पापा की या देखने लगी तो पापा ने अब मुझे लिटा दिया या मेरी दोनों टांगों को खोल कर मेरी दोनो टांगों के बीच आ गई अब पापा का काला लंड थी के मेरी चूत के सामने था जो किसी नाग की तरह गुस्से से लहराता हुआ मुझे सलामैं दे रहा था।
उस समय तो पापा का लंड किसी पागल सांड की तरह दिख रहा था जो किसी लहलहाते खेत के पास खड़ा हो कर उस खेत को उजराने के लिए तैयार हो। पापा मेरी दोनों टांगों के बीच आ गए या उनका घोड़े के जैसा लंड मेरे तालाब में उतर कर मेरे तालाब की गहराई को मापने के लिए मचल रहा था।
पापा का घोड़े के लंड जैसा लंड मेरे तालाब की गहराई में उतर कर ये देखना चाहता था कि मेरे तालाब में कितना पानी ही मेरी चूत ने जब से पापा के लंड को देखा था तो मैं बाहर आ गई या मेरा तालाब पानी से लाभ भरा हुआ जिस मेरे पापा का लंड डुबकिया लगाने वाला था पापा ने मेरी दोनों टांगों को अपने हाथ से पकड़ कर पूरी तरह से खोल दिया.
या मेरी टांगों के बीच बैठे थोड़े अग्गे बड़े या अपना लंड मेरी चूत के ऊपर रख दिया। पापा के लंड का सुपाड़ा अपनी नई नवेली रानी के साथ चुम्मा चाटी कर रहा था उसे बेहला फुसला रहा था। पापा के लौड़े का गरम गरम स्पर्श अपनी चूत पर पाते ही मुझे ऐसा लगा जैसे किसी ने मेरी चूत पर कोई गरम गरम लोहे की रॉड रख दी हो.
मैं बुरी तरह से डर रही थी क्योंकि अब मेरी चूत का बाजा बजने वाला था या मुझे यकीन था पापा का ये तूफानी लंड आज मेरी चूत को फाड़ देगा। पापा ने अपना हाथ अलग करके अपने लंड को मेरी चूत पर सेट करके उसे मेरी चूत पर खींचे लागे मेरी चूत तो पहले से ही काफी गिली थी पापा के लंड से रगड़ कर मेरी चूत याभीपानी पीने लगी मेरी चूत के पानी से अब पापा का लंड पूरी तरह से गीला हो चुका था.
तभी पापा ने अपना लंड मेरी चूत के ऊपर रख कर हल्का सा धक्का मारा भला मेरे जैसी कमसिन कच्ची कली मैं पापा का बांस जैसा हथियार इतनी आसान से कहा जाता पापा ने फिर से अपने लंड को मेरी चूत पर रख कर धक्का मारा पर इस भरभीवो मेरी चूत मैं जा कर साइड की या मुड़ गया.
तो पापा मेरी या देख कर बोले निशी तुम अपने हाथ से पकड़कर अच्छे से लगा कर रखो मैं धक्का मारता हूं तो मैंने शर्माते हुए पापा से कहा, जी आपका बहुत मोटा ही ये नहीं जाएगा ये तो पापा बोला चला जाएगा। पापा मेरी आंखो मैं देख मुस्कुराहट बोले, चला जाएगा सब औरतों के अंदर चला जाता है तो क्या तुम्हारे अंदर नहीं जाएगा रही बात मोटे की जितना मोटा है उतना ही तो मजा देता है।
मैंने अब उसे प्यार से लिटा दिया और उसकी दोनों पैर फैलाकर टांगों के बीच आ गया. उसकी चूत बहुत सुंदर मुलायम चिकनी और टाइट थी मैं झुक कर चूत को अपने मुंह में भर लिया और फिर चूत पीने लगा निशु अपनी चूत उछालने लगी उसमें से खूब पानी आने लगा चूत थूक और पानी से और निखर कर चिकनी हो गई।
तब मैंने अपने लंड के सुपारे को उसकी चूत की दरार रगड़ा उसे गुदगुदी हो रही थी वो उठी और लंड को अपने मुंह में लेकर चूसने लगी फिर स्केल से लंड नाप कर थोड़ा सा डरी ये 9 इंच का था मेरे गले लग कर कान में बोली पापा प्लीज़ आराम से चोदना मेरी रसभरी चूत सोलह साल की है मैं कच्र्ची कली हूं आज पहली बार किसी ने इसे देखा और छुआ है.
वो मेरे प्यारे पापा ने मेरी सील अपने जान से ज्यादा प्यारे पापा को फूल खिलाने के लिए दे रहीं हूं आपका लंड बहुत मोटा और लम्बा है इस कच्ची रसभरी मासूम कली को मसल कर बर्बाद न करना मैंने उसके होंठों को अपने मुंह में भर लिया और कहा बेटू तुझे भी ये लंड मेरे सुहागरात पर रिटर्न गिफ्ट कर रहा हूं इस गिफ्ट का मज़े को तू जीवन में कभी नहीं भूलेगी थोड़ा सा दर्द झेल जा जानू.
फिर हैप्पी सुहागरात टू यू जानू बोलकर मेरी निशु ने अपनी टांगो को चौड़ा कर दिया मैं बीच में आकर लंड उसकी कुंवारी चूत पर घिसने लगा मेरा सुपाड़ा मोटे टमाटर जैसा था उसने चूत को पूरा ढक लिया था वो मचलने लगी मैंने थोड़ा सा लंड का दबाव चूत पर दिया. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
मेरा लंड उसकी चूत में नहीं जा रहा था, वो कसमसाने लगी लंड बाहर छिटक जा रहा था। मैंने कहा KY jally लगानी पड़ेगी और पास में ही रखी जैली की डिब्बी उठाई उसने और खोल कर मुझे दी। मैंने जैली उंगली में लेकर उसकी चूत में लगाई और अपने लंड पर भी लगाई। जैली लगाकर टमाटर जैसे मोटे सुपाड़े को रसभरी चूत की कसी हुई दरार में घिसने लगा जब चूत खूब चिकनी हो गई.
तो अब मैंने उसकी चूत पर अपने सुपाड़े को दबाया. सुपाड़ा छोटे से मुलायम छेद को फ़ैलाने लगा और मेरी जानू कसमसाने लगी आ आ सी सी पापा आराम से अभी आधा सुपाड़ा ही अन्दर घुस पाया था कि उसने गाड़ हिला दी और लंड फिसल कर बाहर आ गया मैंने कहा बेटा क्या कर रही हों हिलाओ नहीं वो बोली पापा बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने थोड़ी सी जैली और लेकर उसकी चूत में लगा कर अपने लंड पर भी लगाई। अब मैंने उसकी टांगों को समेट कर ग्रिप में लिया और सुपाड़े को दरार में रगड़ने लगा और फिर धीरे से अंदर दबा कर मोटा सुपाड़ा घुसा दिया वो सी सी आह आह उई मां उई उई उफपापा आराम से करो बहुत दर्द हो रहा है आ आह मैं उसके ऊपर लेट गया और उसके बालों में उंगलियां डाल कर सहलाने लगा उसे किस करने लगा.
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फिर उसकी चूची को मुंह में भर कर चूसने लगा उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने उसकी आंखों में देखा तो वो शरमा गई मैंने पूछा कैसा लग रहा है वो हल्के से मुस्कुरा दी मैंने पूछा डालूं उसने शरमाते हुए इशारा किया मैंने उसे पकड़ कर धीरे से अंदर की तरफ दबाया तो सुपाड़ा धीरे धीरे रास्ता पकड़ कर अंदर जाने लगा कुंवारी चूत का छेद धीरे-धीरे फैलने लगा।
निशी को दर्द होने लगा. सी सी आह आह उई मां उई उई उफपापा आराम से करो बहुत दर्द हो रहा है आ आह उसकी आंखों फैलने लगी मुठ्ठी में चादर भींच कर वो दर्द को सहने लगी मैंने लंड धीरे से बाहर निकाल लिया और फिर धीरे-धीरे आगे बढ़ा उसे फिर से दर्द हुआ मैं उसके ऊपर लेट कर उसे प्यार करने लगा.
वो बोली आई लव यू बाबू आप मुझे कितने आराम से चोद रहे हो फिर भी दर्द हो रहा है मैंने कहा आई लव यू जानू पहली बार है इसलिए दर्द हो रहा है थोड़ी देर बाद बहुत मजा आयेगा आज के बाद सिर्फ मज़े ही मज़े मैंने लंड धीरे से बाहर निकाल लिया और फिर धीरे-धीरे आगे बढ़ा अब मेरा सुपाड़ा थोड़ा और अन्दर जा चुका था.
मैंने फिर लंड बाहर निकाल कर फिर हल्के से धक्का लगाया अब लंड 2 इंच घुस चूका था लंड की मोटाई से रसभरी चूत का छेद बहुत फैल कर लंड पर कस गया था वो धीरे-धीरे चीख रही थी सी सी आह आह उई मां उई उई उफ बाबू आराम से करो मैं मर जाऊंगी उई मां आ बहुत दर्द हो रहा है आ आह वह पीछे खिसकने लगी.
और बोली- आआ ह्ह्ह पापा… आराम से डालो, मुझे दर्द हो रहा है मैं मर जाऊंगी बाबू सी सी आ आह आ उई मां आराम से जानू। मैंने मेरी निशु की चूचियों को सहलाने लगा और निप्पल को दांतों और जीभ से कुरेदने लगा जिससे वो दर्द को सहन कर ली उसका दर्द कुछ कम हुआ तो मैंने उसकी आंखों में देख कर पूछा कैसा लग रहा है वो हल्के से मुस्कुरा दी बोली आई लव यू बाबू आराम से करो मुझे बहुत दर्द हो रहा है.
मैंने पूछा डालूं उसने शरमाते हुए मुस्कुरा कर मुझे चूमने लगी फिर उसे पकड़ कर धीरे से अंदर की तरफ दबाया तो लगभग आधा इंच और अंदर घुस गया वो चीखी सी सी आह आह उई मां उई उई उफ बाबू बोली आई लव यू बाबू आराम से करो मुझे बहुत दर्द हो रहा है मैं बहुत ही खुश था मेरी छोटी सी निशु पर बहुत प्यार आ रहा था.
मैंने कहा शोना आई लव यू बेबी तू भी मुझे कितना प्यार करती है उसने अपनी सबसे बड़ी चीज रसभरी चूत की सील मुझे दे रही है और मैं तेरी चूत का उद्घाटन कर रहा हूं हमें इसे और अधिक सेलिब्रेट करना चाहिए वो मुस्कुरा कर बोली मेरे राजा बाबू इतने मज़े ले रहे हो और कैसे मज़ा आयेगा मैने लंड निकाल लिया और वाईन की बोतल निकाल कर ले आया.
वो मुस्कुरा दी मैंने बोतल खोल कर उसके मुंह में डाल दी और पीने का इशारा किया उसने एक घूंट पी ली और मुंह में भर लिया फिर मुझे अपने ऊपर खींच लिया मेरे होठों को अपने मुंह में भर कर वाईन मेरे मुंह में डाल दी बहुत ही ज्यादा मज़ा आ रहा था.
थोड़ी देर बाद मैंने कहा जानू आई लव यू तुम्हें मजा आया वो शरमा कर मुस्कुरा दी मैंने पूछा डालूं वो शरारत से बोली क्या बाबू, मैंने मुस्कुरा कर कहा लंड बेबी, अब वो बोली पापा और मज़ा लोगे तो वाइन को मेरी चूत में भर कर पियो मुझे ये आइडिया बहुत उत्तेजक लगा मैंने वाइन को मुंह में भर कर उसकी चूत में मुंह से भर दिया.
निशी को चूत में भी गुदगुदी हो रही थी फिर मैंने चूत से सारी वाइन खींच कर पीने लगा वो सिसकारियां भरने लगी सी सी आह आह उई मां उई उई उफ बाबू बहुत मज़ा आ रहा है फिर मैं उसके ऊपर चढ़ कर लेट गया मैंने चूत की मुंह में भरी वाइन निशी को मुंह से पिला दी।
मैंने पूछा शोना अब करूं तो वो शरमाते हुए बोली बाबू आराम से करना मैंने लंड को पकड़ कर उसकी चूत में लगा कर धीरे से अंदर दबा कर धक्का लगाया तो सुपाड़ा आराम से अंदर घुस गया दूसरी बार में एक इंच और अंदर घुस गया अब मैंने उसे पकड़ कर एक जोर का झटका मारकर 3इंच अंदर घुसा दिया।
वो बेचारी एकदम से कांप गई और दर्द से सिहर गई. दर्द से सिर इधर-उधर करने लगी मैंने एक बार रुक कर उसके होटो को किस किया और बोला आई लव यू बेटू जानू थोड़ा सा बर्दास्त करो तभी तुमको मजा आएगा वो सिसकते हुए बोली आहहह.. आ ह ह् आऊ.. आ …आऊच सी ….सी .. पापा बहुत दर्द हो रहा है मेरी चूत फट जायेगी मैं मर जाऊंगी प्लीज़ रुक कर करो।
मैं रुक कर उसकी चूचियों को पीने लगा और एक हाथ से निप्पल मसलने लगा उसको थोड़ा सा आराम आया उसकी चूत में पानी निकलने लगा जिससे चिकनाहट बढ़ गई 1 मिनट बाद मैंने उसको आंखों में देखा और धीरे से कहा जानू कैसा लग रहा वह मुस्कुराते हुए बोली पापा आई लव यू आई लव यू पापा तुमने तो मेरी जान निकाल दी अब दर्द कम है और हल्की सी गुदगुदी हो रही है.
मैंने पूछा अब करूं बोली नहीं पापा इतना ही रहने दो मैंने कहा मेरी जान तेरा पापा तुझको अपनी जान से ज्यादा प्यार करता है और वह तुझे और प्यार देना चाहता है अभी तो खुद बोलेगी की और जोर से करो उसने पूछा पापा अभी कितना अंदर है मैंने हाथ लगा कर देखा और बोला अभी तो केवल 3 इंच तेरी कोमल चूत में घुसा है अभी 8 इंच बाहर है वह बोली क्या बस 3 इंच इसमें मेरी जान निकाल दी.
मैंने धीरे से लंड को बाहर खींचा फिर अंदर किया वह बोली पापा बहुत धीरे-धीरे करो अच्छा ये बताईए कि आपको अपनी निशु की कुंवारी चूत में लंड घुसा कर कैसा लग रहा मैंने कहा बेट्टू तुम बहुत प्यारी हो ऐसा लग रहा जैसे मेरा लंड किसी बहुत गर्म भट्टी में कसकर फस गया है तुम्हारी चूत का मक्खन उस स पर मालिश कर रहा है.
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मेरी जान तुमने मुझको अपने अहसान में दबा लिया गुलाम बना लिया तुमने इस कच्ची जवानी में ही अपने पापा का लंड अपनी चूत में ले लिया है और जीवन की परमानंद को पा लिया मैं उसको बातों में लगाते हुए लंड को धीरे-धीरे आगे पीछे करता रहा वह अब मजे ले रही थी झूम रही थी वो थोड़ा सा नीचे जाकर मेरे निप्पल को अपने मुंह में भर लिया और हल्के से दांतों से कटने लगी.
मैं बिट्टू बहुत मजा आ रहा है मैं धीरे-धीरे धक्के लगाता हूं और तुम इसको और हल्के हल्के बाइट लेती रहो थोड़ी देर बाद मैंने कहा निशी मेरी डार्लिंग निशु और मजा लेना है और डालूं तुम तैयार हो बोली पापा तुम्हारे लिए मेरी जान हाजिर है थोड़ा धीरे-धीरे आगे बढ़ाओ मैं बोला बस एक बार और दर्द होगा अभी तेरी चूत की झिल्ली पर सुपड़ा बार-बार टच कर रहा है बस एक बार थोड़ा सा दर्द सह ले.
और उसकी चड्डी उठाकर उसके मुंह में डाल दी वह मुस्कुराई और इशारा किया मैंने उसकी कमर को पकड़ा और लंड को आगे पीछे करते हुए पूरा बाहर निकाल कर थोड़ी सी KY jally उंगली से उसकी चूत में और लगा दी फिर सुपाड़े को उसके छेद पर रखा थोड़ा सा आगे पीछे किया और फिर एक झटके में पूरी ताकत लगाकर उसकी चूत में घुसेड दिया.
वह एकदम से तड़प गई और उसकी आंखों से पानी की धारा निकल पड़ी यह क्या पूरी ताकत लगाने के बाद भी केवल 4 इंच कि उसकी चूत में घुसा था बहुत टाइट चूत थी निशी की मैंने महसूस किया कि कुछ गरम पानी सा चूत में निकल रहा था हाथ से छू कर देखा तो हल्का सा खून निकल रहा था झुक कर उसके आंसू पीने लगा उसको आई लव यू आई लव यू तू कहने लगा.
फिर चूचियों को धीरे-धीरे से पीने लगा मुझे बहुत मजा आया थोड़ी देर में से राहत मिली और आंसू निकलना बंद हो गया उसने उसे निकाल और करते हुए बोली मेरी जान मेरे पापा पूरा चला गया क्या मैंने कहा नहीं अभी एक इंच और गया है इतने में ही मेरी जान निकल रही है मैं अभी और 8 इंच का कैसे ले पाऊंगी अभी आधे से ज्यादा बाकी है.
मैंने कहा बेटू मैं धीरे-धीरे करके करूंगा वो आई लव यू बोली आई लव यू टू जानू मेरी दर्द से जान निकल रही है लेकिन मजा भी आ रहा है हम दोनों का गला सूखने लगा मैंने हाथ बढ़ाकर वाइन की बोतल खोली और उसको मुंह में भर लिया फिर निशु की होठों से सटाकर मुंह खोलने का इशारा किया वह वाइन अपने मुंह से भर दिया.
और फिर झटके से वापस खींच लिया फिर छोड़ दिया और तो वह थोड़ा सा पी गई थोड़ा सा मैं पी गया इस तरह थोड़ी देर खेलने से उसका दर्द खत्म हो गया और मजा आने लगा फिर मैं लंड बाहर खींचा उसके मुंह में कच्छी डाल दी और समझ गई कि अभी पापा मुझको और दर्द देने वाले हैं वो मुस्कुराई मैंने लंड पीछे खींच कर पूरी ताकत से फिर जोर से धक्का मारा.
मेरा लंड उसकी चूत में 1 इंच और घुस गया 5 इंच का लंड उसके अंदर जाते ही उसकी मुंह से जोर की चीख निकल गई जो चड्डी फंसी होने की वजह से पूरी तरह बाहर नहीं आई अगर चड्डी नहीं होती तो शायद कर कर दूर तक उसकी चीख जाती उसकी सील अब पूरी टूट गई थी वो दर्द से थरथराने लगी उसकी आंखों से आंसुओं की धारा और चूत से खून की धारा बहने लगी.
उसकी आंखे पलट गई हल्की सी बेहोशी छाने लगी मैं रूका और पानी की छींटे उसके चेहरे पर डाली वो कराहने लगी, मैं बोला आईं लव यू जानू अब ये मेरी जानू को रिटर्न सुहागरात गिफ्ट मेरे बेटू को मिला वो जबरदस्ती मुस्कुराई और बोली पापा मेरा गिफ्ट कैसा लगा मैं बोला बेटू आज तुमने मुझे अपना गुलाम बना लिया है गिफ्ट अभी आधे से ज्यादा बाहर है पर बहुत अच्छा है आईं लव यू.
वो बोली आईं लव यू टू जानू पापा आप मेरी बहुत केयर करते हो जिससे आपने मेरा दिल जीत लिया मैं बहुत लकी हूं जोकि आप जैसे लविंग और केयरिंग पापा मिला वो फिर स्मूच करने लगी मेरा लंड उसकी चूत में कसकर फस गया था मैंने धीरे से बाहर खींचा तो फिर उसकी चीख निकल गई.
मैंने 1इंच बाहर निकाल कर फिर हल्के से दबाया और फिर 3 इंच खींच कर अंदर डाल दिया उसकी चीख मजे वाली हो गई वो कराहते हुए बोली पापा आप मुझसे इतना प्यार करते हो कि मेरे से थोड़ी भी जबरदस्ती नहीं कर रहे कितने प्यार से चोद रहे हो आई लव यू जानू. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
पापा मैं आप जैसा पति चाहती थी ईश्वर ने मेरी इच्छा पूरी कर दी और आप से शादी करवादी बेटू तेरी खूबसूरती और सैक्सी बदन देखकर मेरा मन भी डोल जाता था मैंने तुझे सपने में बहुत प्यार किया है और ईश्वर की इच्छा से आज तेरी मम्मी के न रहने पर तूने मुझ से शादी कर के मेरे जीवन को बहुत अच्छा बना दिया।
अब उसकी चूत पानी छोड़ने लगी दर्द खत्म हो गया था मैंने फिर धीरे-धीरे लंड उसकी चूत से बाहर निकाल कर फिर हल्के से अंदर डालने लगा अब वो मस्ती से सराबोर हो कर सिसकारी लेने लगी मैं धीरे-धीरे अंदर-बाहर कर रहा था और उसकी चूचियों को पी रहा था मैंने उसके कान में पूछा शोना कैसा लग रहा है वह बोली पापा एकदम से बहुत मजा आ रहा है लग रहा है स्वर्ग में हो रही हूं.
तो मैंने पूछा और अंदर डालूं अभी 2 इंच और बाहर पड़ा है और वह भी तुम्हारी चूत का रस पीना चाहता है उसने प्यार से कहा पापा इतने से ही काम चलाते हैं आप 7 इंच अन्दर तक ठोक चुके हैं इतने में ही जान निकल रही है आप आज सुहागरात को ही अपनी नई जवान बीवी की जान लोगे कह कर मुस्कुरा दी पापा बोले जानू मैं जान नहीं तेरी कमसिन जवान चूत लूंगा, शोना कैसा लग रहा है.
मैं बोली बहुत मजा आ रहा है पापा आपको भी मजा आ रहा है क्या मैंने कहा आई लव यू बेटू मुझे भी बहुत मजा है और मैंने कहा ठीक है मेरी जान अच्छा यह बताओ मैं अपना पानी कहां निकालूं तो वह बोली पापा अभी आप अंदर ही पानी निकालो मेरी चूत ठंडी कर दो अभी मेरे पीरियड्स हुए हैं सेफ पीरियड तक गर्भ धारण नहीं होता है.
तब तक आपकी निशु अपने पापा का यह अमृत अपनी चूत में ही लेती रहेगी फिर मुझे डाक्टर से परामर्श कर के पिल्स लेनी है 5-6 साल मज़े लेने के बाद मैं भी बच्चे पैदा करने के काबिल हो जाऊंगी तब तक रिंकी और पिंकी भी बड़ी हो जाएंगी पापा मैं आपके बच्चों की मां बनना चाहती हूं पर वो मेरा बेटा होगा या भाई ही हीं हीं हीं वो आपका बेटा होगा या नाती.
मैं उसके कान में बोला आई लव यू मेरी जान हम जल्दी ये शहर छोड़कर दूसरे शहर में चलेंगे वहां सब तुमको मेरी पत्नी जानेंगे और तुम्हारी बहनों को तुम्हारी बेटी मैं तुम्हें दुख नहीं दूंगा मैं बहुत खुश हूं तुमने अपनी वर्जिनिटी अपने पापा को दी कितना दर्द लिया अपने पापा के लिए तुम्हारा ये गिफ्ट बहुत अनमोल है.
आपने भी कितना प्यार से इतना कम दर्द देते हुए मेरी सील खोली मुझे इतना आनंद दिया और यह गिफ्ट में जिंदगी भर नहीं भूलूंगी आप जब चाहे जैसे चाहे मुझे प्यार कर सकते हैं और मेरा मन हो तब आप मुझे प्यार करेंगे वादा करिए आपको मेरी कसम जानूं मैं मेरा लन्ड अब थोड़ा तेजी से अंदर बाहर करने लगा.
लगभग 40 50 और धक्के लगाने के बाद सारा वीर्य उसकी चूत में डाल दिया वो आनंद में सिसकारी भरने लगी आह सी सी पापा बहुत अच्छा लग रहा है जैसे तपते रेगिस्तान में बहार आ गई मेरी चूत में आपकी बारिश बहुत मजा दे रही है आई लव यू आई लव यू पापा । अब तक वो भी 4 बार पानी छोड़ चुकी थी मैं निढाल हो कर उसके ऊपर लेट गया.
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उसने मुझे कस कर जकड लिया और मैंने भी उसे बुरी तरह जकड़ लिया मैं पलट कर बिस्तर पर लेट गया वह मेरे ऊपर और सीने पर आकर मेरा सीने को चूमने चलने लगी और आई लव यू बोलता जा रही थी दोनों बहुत खुश है जैसे जीवन में कुबेर का खजाना मिल गया हो मैंने मजा आया वह बोली पापा बहुत मजा आया लेकिन अभी बहुत दर्द हो रहा है.
10 मिनट बाद मैंने उसको अपने ऊपर से नीचे उतारा और उठा तो देखा पूरी चादर खून से खराब हो गई थी वह उठी और चादर देखकर मुस्कुरा कर कहने लगी पापा आपने मेरी चूत फाड़ दी देखो कितना खून निकला है ये हमारी सुहागरात की निशानी है पूरी चादर खून से लाल हो गई है आई लव यू पापा मैं भी बोला आई लव यू बेट्टू मेरी जान आज से मेरा लंड तेरा है तेरी चूत मेरी है तू पूरी की पूरी मेरी है अब निशी से……..
मैं बोली मैं बोली पापा मुझे पेशाब करना है उठा नहीं जा रहा तभी पापा उठे मेरे को अपनी बाहों में उठा लिया और बाथरूम ले गए बोले जानू पेशाब कर लो मैं पेशाब करने लगी पेशाब की धार की आवाज बदल गई थी तभी पापा ने गीजर से शावर खोल दिया और मैं गर्म पानी में भीगने लगी पापा भी मेरे साथ आ गए हम दोनों अब एक साथ नहाने लगे गर्म पानी शरीर पर बहुत अच्छा लग रहा था.
पापा ने नीचे जाकर चूत को अच्छी तरह से साबुन से धोया, पानी की पाईप को चूत में घुसा कर पानी भरा तो पापा का वीर्य और मेरा खून चूत से बाहर निकल आया मैंने पूछा ये क्या कर रहे हैं वो बोले शोना अंदर तक सफाई कर रहा हूं इस तरह सफाई करने से गर्भ धारण करने की संभावना नहीं रहती.
मैं बोली पापा मैं सेफ हूं पापा बोले कोई बात नहीं सफाई फिर भी जरूरी है, और चूत को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगे मुझे बहुत गुदगुदी हो रही थी मैंने पापा का सिर अपनी जांघों के बीच कसकर दबा लिया चूत से निकलते हुए पानी को पापा खींच खींच कर पीने लगे तभी मैंने पापा को ऊपर उठाया और साबुन लेकर उनके पूरे शरीर में लगा दिया.
उनके लंड पर साबुन लगाकर अच्छे से साफ किया पापा ने भी मेरे शरीर पर खूब सारा साबुन लगाया और फिर हम दोनों नहा लिए बाहर आकर देखा वह भी सिर्फ 12:00 बजे थे पापा बोले बेट्टू अभी क्या प्लान है मैं बोली पापा चलिए ना सोते हैं मेरी चूत में बहुत दर्द हो रहा है पापा ने झुक कर मुझे गुड़िया की तरह दोनों हाथों में उठा लिया और बिस्तर पर लाकर लिटा दिया.
मुझे एक पेन किलर खाने को दी बोले अभी 15 मिनट में तेरा सारा दर्द छूमंतर हो जाएगा मैं बहुत खुश हो गई की मेरा पापा मेरी कितनी केयर करता है अब थोड़ी भूख से लग रही थी मैंने कहा पापा कुछ खाने को दो तो पापा बोले केला खाएगी मैं शर्मा गई पापा बोले अरे नहीं असली वाला शाम को लाए थे और उन्होंने मुझे एक केला छील कर दिया और एक केला खुद भी खा लिया.
फिर बोले मैं तो संतरे खाऊंगा मैं उनका इशारा समझकर शर्मा कर मुस्कुराने लगी पापा उठ और दो संतरे दोनों हाथों में लेकर उछाल कर दिखाने लगे फिर एक मुझको दिया और एक खुद खाया, चुदाई की थकान के बाद केले और संतरे खाने में बड़ा मजा आ रहा था अच्छा कुछ और खाएगी मैंने कहा नहीं पापा आओ अब सोएंगे ।
हम कल खूब मस्ती करेंगे और जो आपका बचा हुआ गिफ्ट है मैं भी कल पूरा देने की कोशिश करूंगी वो बगल में आकर लेट गए और मेरी पीठ से चिपक कर मेरी चूचियां को सहलाने लगे मैंने मुस्कुरा कर कहा पापा क्या आपका मन नहीं भरा वह बोले बेटू तू इतनी प्यारी है कि मन करता है कि तुझे प्यार करता रहूं मैं पलट कर उनकी तरफ हो गई और मैंने कहा पापा आप मेरी जान हो और अब कल करना अभी चूत बहुत दर्द कर रही है।
पापा बोले कोई बात नहीं फिर झुककर कर मेरी एक चूची पीने लगे दूसरी को हाथ से धीरे-धीरे मसलने लगे मैं पापा से कसकर लिपट गई अब पापा ने मेरी एक चूची पुरी मुंह में भर ली और हल्के-हल्के काटने लगे पापा ने मेरी दूसरी चूची अपने मुंह में भर ली और उसको भी हल्के हल्के काटने लगे.
मैं आनंद से सिसियाने लगी सी सी सी सी ऊई मां आ आ आऊच थोड़ा धीरे-धीरे करो मैं कहीं भागी नहीं जा रही प्लीज पापा आई लव यू पापा । अब सोते हैं बाकी कल सेलिब्रेट करेंगे। पापा ने मुझे अपनी बाहों में जकड़ा तो मेरी चूचियां उनके सीने में दब गई और हम दोनों नंगे ही चिपक कर सो गए। सुबह 6:00 टॉयलेट करने के लिए उठी तो भी पापा ने मुझे अपनी बाहों में जकड़ा हुआ था.
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मैंने उनका हाथ पकड़ कर अपने ऊपर से हटाया और उठ कर टायलेट में गई शीशे में अपने को देखते हुए मैं शरमा गई चूत के आसपास हमारे पहले प्यार के ढेर सारे सबूत के खून और वीर्य के निशान थे. रसभरी रसगुल्ला चूत सूज कर कचौड़ी बन गई थी तभी पापा भी पीछे से आ गए और उन्होंने मुझे किस किया और गुड मॉर्निंग शोना बोला मैंने भी पापा को गुड मॉर्निंग बाबू कहा हम दोनों साथ-साथ फ्रेश हुए। पापा ने मुझे अपनी बाहों में उठाया और चूमते हुए मूझे बिस्तर पर ले आए पापा ने मुझसे पूछा शोना रात में मज़ा आया नींद कैसी आई.
मै शर्माते हुए पापा के सीने पर मुक्के मारती हुई बोली पापा आप बड़े वो हो, पापा ने मेरी आंखों में आंख डालकर पूछा वो क्या, मैं बोली बड़े बदमाश हो, कैसे हूं बदमाश क्या बदमाशी की, आप सब जानते हैं कि मुझे भी बहुत मज़ा आया था मुझे परेशान कर रहे हैं हम बात करते हुए एक दूसरे को किस कर रहे थे और वो मेरी चूचियों को सहला रहे थे मैं बोली आप बड़े वो हो पापा। इस तरह मेरी और पापा की सुहागरात मनी, आगे की कहानी कुछ पाठकों की प्रतिक्रिया कमेंट में प्राप्त होने पर…
मोनी मान says
अभी सुहागरात पर पूरी तरह से प्यार नहीं किया बुआ जी कहां हैं ……
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