Sexy Doctor
मैं महुआ आप सभी का हमारी वासना डॉट नेट पर बहुत बहुत स्वागत कर रही हूँ. मैं आपको अपनी कहानी अपनी जुबानी सुना रही हूँ. ये सुनकर आपका दिल दहल जाएगा और आपकी आँखें खुल जाएँगी. मैं एक बहुत ही सताई हुई औरत हूँ. मैं अमेठी की रहने वाली हूँ. Sexy Doctor
मेरे पति सुरेन्द्र कुमार बवासीर के डॉक्टर थे. वो बहुत ही सफल डॉक्टर थे. उनके हाथ में बहुत हुनर था. बवासीर, पाइल्स, फिसेर, फेचुला का वो बहुत सफल इलाज करते थे. मेरे पति घर ही अपना क्लिनिक चलाते थे. मेरे मोहल्ले के सभी लोग मुझको डॉकटराइन डॉकटराइन कहकर बुलाते थे. उन दिनों में मेरी मेरे मोहल्ले में तूती बोलती थी.
पुरे मोहल्ले में मेरा घर ही दो मंजिला था. जहाँ मेरे सभी पडोसी बहुत गरीब थे, वही हम बहुत अमीर थे. हम लोग बासमती चावल रोज खाते थे. अच्छे महंगे कपड़े पहनते थे. मेरे घर में महंगे महेंगे सोफे थे. मैं भी कभी कभी अपने पति सुरेन्द्र के साथ क्लिनिक में बैठती थी.
मेरे पति का काम बहुत बढ़िया चल रहा था. रोजाना हम ८ से १० हजार कमा लेते थे. कुछ दिन बाद मेरे पति के क्लिनिक पर वाजिद अली नामक एक मरीज आने लगा. मेरे पति कुछ दिनों के लिए शहर से बाहर गए हुए थे, इसलिए मैं उसके बवासीर का इलाज करने लगी.
वाजिद अली एक बहूत ही दिलचस्प आदमी थी. वो शेरो शायरी करता था. जब भी वो मेरे पास इलाज के लिए आता था कोई ना कोई अपना लिखा शेर जरुर सुनाता था. धीरे धीरे मेरी उससे नजदीकियां बढने लगी. एक दिन जब वो आया तो मैं भी बड़े रोमांटिक मूड में थी.
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मैंने कुछ शेर लिखे और उसे सुना दिए. वाजिद अली ने मेरा हाथ पकड़ लिया और मेरे होंठो पर चुम्मी ले ली. ‘महुआ जी!! आप बहुत खूबसूरत है!!’ वाजिद बार बार कहता था. मुझे उससे प्यार हो गया था. मैंने उससे कह दिया.
वाजिद ने मुझे वहीँ क्लिनिक में पकड़ लिया और मेरे हाथ पकड़ के मेरे दोनों मस्त मस्त गुलाबी होठों पर उसने चुम्मा ले लिया. फिर मेरे होंठ वो पीने लगा. मैं उन दोनों बड़ी जवान थी. २५ साल की मस्त माल थी मैं. मैं इतनी गोरी और लाल रखी थी की लोग कहते थे मेरे ये गाल गाल नही बल्कि खर्बुज्जे है.
वाजिद क्लिनिक में ही मेरे होठ पीने लगा. मैंने भी कोई ऐतराज नही किया. क्यूंकि मैं भी उससे पट गयी थी और उससे प्यार करने लगी थी. क्लिनिक में एक लम्बी मेज थी जहाँ मेरे पति मरीजों का इलाज करते थे. वाजिद ने मुझको उसी ६ फुट लम्बी मेज पर लिटा दिया.
मैंने उस दिन गुलाबी रंग की साड़ी पहन रखी थी. मेरे डी साइज़ के बड़े बड़े मम्मे साड़ी के उपर से दिख रहें थे. वाजिद ने मेरे मम्मों पर अपना हाथ रख दिया. मैं तिलमिला गयी. मैं जान गयी थी की वो मरीज वाजिद मुझको चोदना चाहता है. मैं भली भांति जानती थी. “Sexy Doctor”
वाजिद मेरे मस्त मस्त मम्मो को दबाने लगा. मैंने कुछ नही कहा. कुछ देर तक वो मेरे होंठ पीता रहा. फिर उसने मेरे ब्लौस के बटन खोल दिए. मेरी ब्रा जो मैंने पहन रखी थी, उतार दी और मेरे मस्त मस्त डी साइज़ की छातियों को दबाने लगा. मुझे बहुत मजा आया. फिर वाजिद मेरे दूध को पीने लगा. सच में मैं निहाल हो गयी.
मेरे डॉक्टर पति से भी अच्छी तरह से वो मेरे दूध पी रहा था. मेरी छातियों को वो अपने हाथ से जोर जोर से दबा रहा था और सहला रहा था. मैं बहुत मजा मार रही थी. मैं अच्छी तरह से जानती थी की जो आदमी इतनी अच्छे तरह से मेरी छातियाँ पी सकता है, वो मुझे अच्छी तरह से चोद भी सकता है.
वाजिद ने बड़ी देर तक मेरे दोनों मस्त मस्त हेवी साइज़ के मम्मे पिए. फिर उसने मेरी साड़ी उपर उठा दी. उसने क्लिनिक का पर्दा खीच दिया जिससे हम दोनों आशिकों की रासलीला कोई ना देख सके. बाहर लाबी में १५ २० मरीज मेरा इन्तजार कर रहें थे. और मैं यहाँ अपने नए आशिक से चुदवाने जा रही थी. “Sexy Doctor”
मैंने कोई फ़िक्र नहीं की. वाजिद अली ने मेरी साड़ी उपर उठा दी. मैंने गुलाबी रंग की साड़ी के रंग से मैचिंग पैंटी पहन रखी थी. वाजिद मेरी गदराई बड़ी सी उभरी चूत को देखकर ललचा गया. उसने तुरंत अपना हाथ मेरी बुर पर लगा दिया और पैंटी के उपर से मेरी बुर पर अपनी उँगलियाँ सहलाने लगा. मुझे इस शायर से प्यार हो गया था. हाँ, मैं इससे चुदवाना चाहती थी.
मैं दिल धक धक करने लगा. वाजिद बड़ी देर तक अपनी उँगलियों से पैंटी के उपर से मेरी बुर सहलाता रहा. मेरी पैंटी बहुत कसी थी. मेरी चूत बड़ी मस्त थी. अगर कोई भी मर्द मुझे पैंटी में देख लेता तो कम से कम १ बार तो मुझको चोदना ही चाहता. वाजिद का भी कुछ ऐसा ही हाल था. वो बार बार अपनी ऊँगली मेरी बुर पर गुलाबी पैंटी पर सहला रहा था.
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मैं उसकी चाल समझ रही थी. वो मुझे जादा से जादा तडपाना चाहता था. फिर वाजिद से पैंटी के उपर से ही मेरी बुर के अंडर ऊँगली डाल दी और बड़ी गहरी गहरी रगड देने लगा. मैं तड़प उठी. मादरचोद वाजिद बड़ा कमीना आदमी निकल गया ना तो वो मुझे चोद रहा था, और ना ही मेरी गांड मार रहा था. मैं गुस्सा हो गयी. “Sexy Doctor”
अबे, माँ के लौड़े, सुहरा क्या रहा है?? चोदना है तो चोद, वरना अपनी माँ चुदा!! मैंने गुस्से में कह दिया.
वाजिद जाग उठा. उसने तुरंत अपनी पैंट खोल के अपना बड़ा सा लौड़ा निकाला. मेरी गुलाबी पैंटी को उसने एक ओर खिसका दिया. मेरी चूत अब दिखने लगा. वाजिद ने तुरंत अपना लौड़ा मेरी बुर पर रखा और जोर का धक्का दिया. उसका मोटा लौड़ा मेरे बोसडे में दाखिल हो गया.
वाजिद मुझको चोदने लगा. ऊउई माँ !! आआआ माँ माँ माँ !! की आवाज करते हुए मैं चिल्ला चिल्ला कर चुदवाने लगी. वाजिद ने मेरी साड़ी दोनों हाथों से पकड़ रखी थी, जिससे वो नीचे लटक कर गन्दी ना हो जाए. वो मुझे धचक धचक करके पेल रहा था. मैं पेलवा रही थी.
उधर बाहर मेरे मरीज डॉकटराइन डॉकटराइन करके बुला रही थी. मैं खामोश थी क्यूंकि मैं अपने मरीज से चुदवा रही थी. मैं अपने प्रिय मरीज के साथ गुलछर्रे उड़ा रही थी. मैं जवाब भी नही डे सकती थी. वाजिद मुझे फट फट करके चोद रहा था. उसके मोटे लौड़े को मैं अपनी योनी को साफ साफ महसूस कर सकती थी. “Sexy Doctor”
उसका मोटा लौड़ा मेरी बुर को अच्छे से चोद रहा था. मैं उसकी ताकत और उसकी हनक को साफ साफ महसूस कर सकती थी. मैं किसी मुर्गी की तरह अपने दोनों पैरों को फैलाये हुए थी. मेरा मरीज वाजिद आज मुझको चोद चोदकर मेरी चुदास का इलाज कर रहा था.
जहाँ मेरे पति का लौड़ा बड़ा पतला और छोटा सा था वहीँ वाजिद का लौड़ा बड़ा मोटा था गधे के लौड़े जैसा सा था. वो मेरे भोसड़े को अपने लौड़े से फाड़ रहा था. अपने लौड़े से चोद चोदकर मेरी चुदास और वासना का इलाज कर रहा था.
वाजिद ने मुझे २ बार उसी भीड़ भडक्का वाली क्लिनिक में ठोका और मेरी चूत में ही माल गिरा दिया. मुझे चोदकर जब वो बाहर निकला वो बाकी मरीज उसे बड़ी गौर से देखने लगे. फिर मैं उस पर्दे से बाहर निकली. कुछ मरीज शक करने लगे की मैंने उस मरीज से क्लिनिक में ही चुदवा लिया है. ३ दिन बाद मेरे पति लौट आये. “Sexy Doctor”
अब मैं घर में ही थी, क्यूंकि अब पति आ गए थे. अब वो ही मरीजों का इलाज कर रहें थे. एक दिन मेरे पति ने कमरे में सगी cctv फुटेज चेक की थी तो उनकी आँखें ही फटी रह गयी. वाजिद अली के साथ मेरी चुदाई पूरी की पूरी रिकॉर्ड हो गयी थी उस कैमरे में. ना तो वाजिद को इसकी फ़िकर रही और ना मुझे इसका ख्याल रहा. मेरे पति ने उस दिन मुझे चप्पल झाड़ू से खूब मारा.
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बता छिनाल , कब तेरा उस मरीज से टांका भिड़ा?? कितने बार उससे अपना भोसड़ा फड़वा चुकी है??? बता छिनाल, मुझे अपनी सब करतूत बता?? मेरे पति सुरेन्द्र ने मेरा झोटा [बाल] पकड़ के पूछा.
मैंने सिर्फ एक बार उससे अपनी चूत फड़वाई है !! मैंने पति को बताया.
क्या तू उससे प्यार करती है?? उन्होंने पूछा.
हाँ मैंने जवाब दिया.
मेरे पति ने मुझे १५० २०० चपलें मेरे मुँह पर, पीठ गले पर मारी. मेरा मुँह सूज गया. फिर मेरे पति ने मुझ पर लात, घूसों की बौछार कर दी. मुझको उसने किसी पालतू कुतिया की तरह पीटा. १० दिन तक मेरे पति ने मुझसे बात नही की.
मैंने कसम खाकर कहा की अब मैं वाजिद अली ने नही चुदवाउंगी. पर एक दिन वाजिद मेरी क्लिनिक पर आ गया. किस्मत से आज भी मेरे पति किसी काम से बाहर गए हुए थे. वाजिद रो रोकर मुझसे अपनी मुहब्बत का इजहार करने लगा. मैं कमजोर पड़ गयी. “Sexy Doctor”
हम दोनों गले लग गए, हीर रांझा की तरह एक दूजे के सीने से चिपक गए. वाजिद इस बार भी जब मेरे होठ पीने लगा तो मैं कुछ नही कर सकी. धीरे धीरे उसके हाथ मेरे मम्मों पर जाने लगे. एक बार फिर से वो मुझे मरीज देखने वाली मेज पर ले गया और पर्दा खींचकर उसने मुझे खूब पेला.
मुझे भी मौज आ रही थी इसलिए मैंने भी वाजिद से खूब पेलवाया. इस बार भी हम दोनों लै़ला मजनू भूल गए की कैमरे में हमारी चुदाई रिकॉर्ड हो रही है. मेरे पति ने शाम को जब क्लिनिक बंद की तो फिर से हमारी चुदाई की रिकॉर्डिंग उनको मिल गयी. मेरे पति ने मुझको धक्के मारकर घर से निकाल दिया.
जा छिनाल, अगर तुझे अब उस मरीज से ही चुदवाना है तो उसी के पास जाकर अपना मुँह काला कर !! मेरा पति बोला.
मैं वाजिद के घर गयी तो देखा की बहुत छोटा सा घर था. उसके घर में उसकी बीबी, और ८ बच्चे थे. घर कम चिड़ियाघर जादा लगता था. मुझे देखकर वाजिद अली की बीबी उससे मेरे बारे में पूछताछ करने लगी. जब उसको पता चला की वाजिद का मुझसे नायाजय चुदाई का रिश्ता है तो उसने वाजिद से बहुत झगडा किया. “Sexy Doctor”
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फिर भी वाजिद ने मुझे रहने के लिए एक कमरा दे दिया. वो रात मेरी उसके घर में पहली रात थी. मेहबूब के बच्चे समझ नही पा रहें थे की मुझे क्या कहे. अम्मी कहे या खाला कहे. जब उसकी बीबी को पता चला की मैं हिंदू हूँ तो उसने पुरे घर में कोहराम मचा दिया. रात को १२ बजे वाजिद चुपके से मेरे पास आ गया.
महुआ! दरवाजा खोल! मैं वाजिद!! वो बोला.
अपने जानम की आवाज सुनकर मैं उसे एक बार में पहचान गयी. मैं दरवाजा खोल दिया. वाजिद मेरे सीने से लग गया. अपनी बीबी के खौफ से उसने दरवाजा अंदर से बंद कर लिया. घंटों हम दोनों एक दूसरे की बाहों में लिपटे रहे. फिर वाजिद ने मुझसे कपड़े उतारने को कहा. मैं सारे कपड़े निकाल दिए.
मेरा यार वाजिद मेरे दूध पीने और दाबने लगा. मुझे बड़ा मजा आया. अपने पति से नाइंसाफी करने का मुझे जरा भी पछतावा नही था. वाजिद मस्ती से मेरे दूध पी रहा था. मेरी छातियों को जोर जोर से दबोट रहा था, मेरे मम्मो को दाब रहा था. फिर वाजिद ने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया. अपना मोटा सा लौड़ा उसने मेरे दोनों मम्मों के बीच में डाल दिया. और मेरे बेहद नरम नरम मम्मो को वो चोदने लगा. मुझे तो बड़ा मजा आया दोस्तों. बड़ी देर तक वो मेरी छातियों को चोदता रहा. फिर उसने मेरी बुर फाड़ के रख दी.