Teen Girl Pussy
नमस्कार मित्रो, मैं आपका अपना मुकेश ड्राईवर भी से आप सभी का स्वागत करता हूँ, दोस्तों मेरी कहानी साहब की प्यासी बीवी और बेटी की वासना 2 में आपने पढ़ा होगी की साहब की बड़ी बेटी अपनी चुदास मुझसे मिटवाने को मेरे साथ सोई थी. और मैंने उसे खूब चोदा अब बरी थी छोटी वाली की. उसे मैंने कैसे चोदा देखिये – Teen Girl Pussy
कुछ दिन बाद मेम साहब साहब के साथ 4 दीनो के लिए तौर पर चली गयी. घर पर मैं, दामिनी और दिशा ही रह गये. मैने दामिनी से कहा, “दिशा को कब तैयार करोगी.” दामिनी ने कुछ सोचने के बाद कहा, “तुम रात को मेरी चुदाई करना और मैं ज़ोर से चिल्ला दूँगी. तब दिशा भाग कर मेरे पास आ जाएगी और सबकुछ देख लेगी. बाकी सब मैं संभाल लूँगी.
रात को मैने जब दामिनी को चोदना शुरू किया तो उसने चिल्लाना शुरू कर दिया. दिशा दौड़ कर वहाँ आ गयी और बोली, “क्या बात है दीदी.” लेकिन उसने जब वो सब नज़ारा देखा तो मुझे धकेल कर हटाने की कोशिश करने लगी और बोली, “मुकेश तुम यह क्या कर रहे हो. छोड़ दो मेरी दीदी को.”
मैने कहा, “तुम्हारी दीदी ने ही चोदने को कहा है. तुम उस से पूछ लो. अगर वो कहे तो मैं हट जाता हूँ.” वो दामिनी से बोली, “दीदी तुम ये क्या कर रही हो. क्या तुमने ही मुकेश से कहा है.” दामिनी बोली, “हां, मैने ही मुकेश से चोदने को कहा है.
जब तुम और मम्मी पापा के पास गयी थी उस समय से ही मैने यह मज़ा मुकेश से लेना शुरू किया है. उसके पहले मैं अपने काई बॉयफ्रेंड से भी चुदवा चुकी हूँ. मैने मुकेश से उन 3 दिनों में कई बार चुदवाया था. चुदवाने में जो मज़ा आता है वो मैं बयान नहीं कर सकती. मुकेश का लंड भी बहुत बड़ा है और चुदवाने में मोटे और लंबे लंड से ही मज़ा आता है.
मम्मी ने भी तो मुकेश से चुदवाया है जब वो मुकेश के साथ बाहर गयी थी. तू भी एक बार चुदवा ले और चुदाई का मज़ा ले कर देख. जब तू भी एक चुदवा लेगी तो बार बार चुदवाना चाहेगी.” दिशा बोली, “लेकिन तुम तो चिल्ला रही थी और कहती हो की इसमें मज़ा आता है.” दामिनी ने कहा, “मैं दर्द से थोड़े ही चिल्ला रही हूँ, यह तो जो मज़ा आ रहा है उसके कारण है.”
वो चुप हो गयी और बोली, “दीदी, अगर तुम्हें कोई एतराज़ ना हो तो मैं यहीं बैठ जाऊं. मैं तुम्हारी चुदाई देखना चाहती हूँ.” दामिनी बोली, “तू यहीं बैठ जा और देख मेरी चुदाई. अभी थोड़ी ही देर में तू भी यह मज़ा लेना चाहेगी. दिशा बैठ गयी और दामिनी की चुदाई देखने लगी.
मेरा लंड जब दामिनी की चूत से बाहर निकलता था तो दिशा उसे बड़े ध्यान से देख रही थी. उसे भी धीरे धीरे जोश आने लगा. थोड़ी देर बाद दिशा ने भी एक हाथ से अपनी चुचियों को सहलाना शुरू कर दिया और दूसरे हाथ से अनपे चूत को सहलाने लगी. मैने लगभग 20 मिनिट तक दामिनी को चोदा और झड़ गया.
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दिशा दामिनी की चुदाई देखती रही. दामिनी को छोड़ने के बाद जब मैं हटा तो दिशा की आँखें भी जोश से एक दम गुलाबी हो गयी थी. वो अभी तक अपना चूत सहला रही थी. वो दामिनी से बोली, “दीदी, मुझे भी कुछ कुछ होने लगा है. मेरी चूत में भी सुरसुरी सी हो रही है. मैं भी चुदवाने का मज़ा लेना चाहती हूँ.”
दामिनी ने कहा, “तो इधर आ और मुकेश का लंड मूह में ले कर चूस. जब मुकेश का लंड खड़ा हो जाएगा तो यह तुझे भी चोद देगा और तुझे ज़न्नत का मज़ा मिल जाएगा.” दिशा मेरे पास आ गयी और मेरे लंड को पकड़ कर सहलाने लगी और मुझसे बोली, “मुकेश, इतना बड़ा लंड मेरी छोटी सी चूत में कैसे घुसेगा.”
मैने कहा, “दामिनी की चूत भी तो बहुत छोटी थी. तुम देख ही चुकी हो मैं इसे उसकी चूत में पूरा घुसा कर कैसे चोद रहा था. इसे पूरा अंदर घुसना मेरा काम है. तुम केवल इसे चूस कर तैयार करो.” दिशा ने मेरा लंड मूह में ले लिया और चूसने लगी.
कुछ ही देर में मेरा लंड एक दम लोहे की तरह हो गया. मैने दिशा के सारे कपड़े उतार दिए. वो दामिनी से भी ज़्यादा खूबसूरत थी. उसकी उमर अभी लगभग 18 साल ही थी. उसकी चूत पर केवल कुछ रोए ही उगे थे. दामिनी ने दिशा से लेट जाने को कहा और वो लेट गयी. हम दोनो 69 पोज़िशन में हो गये.
मैने दिशा की चूत पर अपनी जीभ को फिरना शुरू कर दिया तो वो सिसकारियाँ भरने लगी तो मैने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. वो मेरा लंड चूस रही थी. वो बोली, “दीदी, तुम कितनी प्यारी हो. लंड को चूसने में ही जब इतना मज़ा आ रहा है तो चुदवाने में कितना आएगा.
तुमने अकेले अकेले ही खूब मज़ा लिया. तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया था की इसमें इतना मज़ा है. मुझे अब बर्दस्त नहीं हो रहा है. मुकेश से कहो जल्दी से डाल दे अपने लंड को मेरी चूत में भले ही फॅट जाए मेरी चूत.” मैं उसकी चूत को थोड़ी देर और चूसता रहा.
इस बीच दिशा की चूत से एक बार पानी भी आ चुका था और वो एक दम बेकाबू हो रही थी. उसकी चूत अब बिल्कुल गीली हो चुकी थी. दामिनी ने दिशा से कहा, “तेरी चूत अभी बहुत छोटी है. जब मुकेश अपना लंड तेरी चूत में डालेगा तो तुझे बहुत दर्द होगा और तू बहुत चिल्लाएगी. मैं तुम्हारे मूह में एक कपड़ा ठूस देती हूँ.”
दिशा बोली, “नहीं दीदी, मैं ऐसे ही मज़ा लेना चाहती हूँ.” दामिनी दिशा के पास आ कर बैठ गयी और मुझसे बोली, “मुकेश अब तुम अपना काम शुरू करो.” मैने उसकी टाँगों के बीच आ कर उसकी टाँगों को फैला दिया और अपने हाथ से उसकी टाँगों को पकड़े रहा.
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अब मैने उसकी चूत के बीच अपने सूपदे को रखा और अंदर दबाने लगा. उसकी चूत बहुत ही टाइट थी. मेरा केवल सुपाड़ा ही घुस पाया की वो चिल्लाने लगी और अपना सर इधर उधर पटकने लगी. दामिनी ने अपने होठ उसके होठ पर रख दिए. अब उसके मूह से केवल गू गू की आवाज़ें निकल रही थी.
मैने एक झटका और दिया तो दिशा अपने सर के बाल नोचने लगी. मेरा लंड अब उसकी चूत में 2″ तक घुस चुका था. दामिनी ने अपनी जीभ उसके मूह में घुसा दिया. मूह में दामिनी की जीभ होने की वजह से कुछ बोल नहीं पा रही थी.
दामिनी ने कहा, “मुकेश ज़रा आराम से डालो अपना लंड. इसकी चूत अभी बहुत छोटी है. मैने तो काई लड़कों से चुदवाया था लेकिन इसकी चूत अभी तक एक दम कोरी है.” मैने कहा, “ठीक है. मैने एक धक्का और लगाया तो मेरा लंड दिशा की चूत में 4” तक घुस गया. मैने और ज़्यादा लंड घुसाए बिना उसको धीरे धीरे चोदने लगा.
उसकी चूत ने मेरे लंड को एक दम जाकड़ रखा था और मेरा लंड अभी भी उसकी चूत में केवल 4″ तक ही अंदर बाहर आ जा रहा था. कुछ देर बाद जब वो थोडा शांत हुई तो मैने एक धक्का और लगा दिया और मेरा लंड उसकी चूत में 5″ तक घुस गया. वो फिर अपना हाथ पटकने लगी और सर को इधर उधर मारने लगी.
कुछ देर तक धीरे धीरे चोदने के बाद वो फिर कुछ शांत हुई और उसे थोडा मज़ा भी आने लगा. मैने फिर दो ज़ोरदार धक्के मार दिए तो मेरा लंड उसकी चूत में 7″ तक घुस गया और वो चीखने लगी. उसने दामिनी को धकेल दिया था.
मैने उसे चिल्लाता हुआ देख कर लगातार 2-3 ज़ोरदार धक्के लगा दिए और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया. वो बहुत ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी और मुझे हटाने की कोशिश करने लगी. मैने उसकी कमर को पकड़ कर ज़ोर से सटा लिया जिससे मेरा लंड उसकी चूत से बाहर ना निकाल पाए.
मैने अपना होठ उसके होठ पर रख दिया और उसे चूमने लगा. कुछ देर तक चूमने के बाद वो शांत हो गयी. मैने उसके शांत होते ही अपने लंड को धीरे धीरे अंदर बाहर करना शुरू कर दिया. मेरा पूरा लंड दिशा की चूत में धीरे धीरे अंदर बाहर हो रहा था. अब वो बिल्कुल शांत हो चुकी थी और चुदाई का मज़ा ले रही थी.
मैने अपनी स्पीड थोडा बढ़ा दी तो वो फिर चिल्लाई. थोड़ी देर बाद वो फिर शांत हो गयी और उसे मज़ा आने लगा. अब वो अपना चूतड़ उठा उठा कर मेरा साथ देने लगी. लगभग 20 मिनिट तक चोदने के बाद मैं उसकी चूत में ही झड़ गया. इस बीच वो भी 4 बार झड़ चुकी थी.
मैने अपना लंड बाहर निकाल कर दामिनी के मूह में दे दिया. दामिनी मेरा लंड चूसने लगी और मैं दिशा की चूत को चाटने लगा. मैने लगभग 15 मिनिट तक ही दिशा की चूत छाती थी की वो बोली, “मुकेश, प्ल्ज़ एक बार और चोद दो मुझे. मुझे दर्द की वजह से पूरा मज़ा नहीं आया.” मैने कहा, “ठीक है, अभी चोद देता हूँ.”
दामिनी मेरा लंड चूस ही रही थी. कुछ ही देर बाद मेरा लंड फिर तैयार हो गया. दिशा अभी तक लेटी थी. मैं उसके पैरों को फैला कर उसके बीच आ गया. अब उसकी चूत मूह खोले मेरे सामने थी. मैने दिशा के पैरों को पकड़ कर उसके कंधे के पास ले गया. अब वो एक दम दोहरी हो गयी और उसकी चूत और उपर उठ गयी.
मैने उसकी चूत के बीच अपने लंड के सुपाड़े को रखा और कहा, “दिशा, एक बार में अंदर लोगी.” वो बोली, “दर्द होगा.” मैने कहा बहुत थोडा सा होगा फिर मज़ा भी बहुत आएगा.” वो बोली, “ठीक है डाल दो अपने लंड को एक ही झटके से मेरी चूत में.” मेरा लंड दामिनी के चूसने की वजह से एक दम गीला था.
मैने पूरी ताक़त लगा कर एक ज़ोरदार धक्के के साथ अपना पूरा लंड उसकी चूत में घुसेड दिया. वो चिल्लाने लगी. मैं रुक गया. कुछ देर में जब वो शांत हुई तब मैने धीरे धीरे धक्का लगाना शुरू कर दिया. मैं जब धक्का लगा कर उसकी चूत में लंड को डालता तो उसके पैरों को दबा देता था.
जिस से उसकी चूत और उपर उठ जाती थी और मेरा लंड उसकी चूत में एक दम गहराई तक घुस जाता था. मैं उसे इसी तरह चोद्ता रहा. मेरा पसीना उसके मूह पर ताप ताप गिर रहा था. वो भी पसीने से एक दम तार हो गयी थी. लगभग 40 मिनिट तक मैने उसको चोदा और फिर मेरे लंड से पानी निकालने लगा.
इस बीच वो अब तक 4 बार झड़ चुकी थी. लंड का पूरा पानी निकाल जाने के बाद में थोड़ी देर तक उसके उपर ही लेटा रहा उसके बाद हट गया. वो बोली, “मुकेश, इस बार चुदवाने में खूब मज़ा आया. तुम मुझको ऐसा ही मज़ा देते रहना. खूब चोदना मुझे.”
हम बेड पर ही सो गये. मेरे एक तरफ दामिनी थी और दूसरी तरफ दिशा. सुबह हुई तो जैसे ही मैं उठा तो तुरंत ही दिशा भी उठ गयी. उसने फिर मुझसे चोदने को कहा. मैं उसे ज़मीन पर डॉगी स्टाइल में चोदने लगा.
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थोड़ी ही देर में दामिनी भी उठ गयी और बोली, “वा री दिशा, तू तो चुदवाने में बहुत तेज निकली. सुबह होते ही फिर से चुदवाने लगी.” दिशा बोली, “दीदी, मुझे मुकेश से चुदवाने में बहुत मज़ा आया था. मैं और मज़ा लेना चाहती हूँ. मैं चाहती हूँ की मुकेश मम्मी पापा के आने तक मुझे खूब चोदे.” दामिनी ने कहा, “अगर केवल तू ही चुदवाती रहेगी तो मैं कैसे मज़ा लूँगी.” दिशा बोली, “हम दोनो मिल कर मुकेश से खूब चुदवाएंगे. मैने उन दोनो को 4 दिन में दिशा को 20 बार और दामिनी को 8 बार चोदा.
4 दिन बाद मेम साहब का फोन आया की कुछ वजह से वो 10 दिन बाद आएँगी. अगले 10 दिन तक दामिनी और दिशा की चुदाई जारी रही. 10 दीनो में दिशा ने मुझसे लगभग 40 बार चुदवाया और दामिनी ने 10 बार चुदवाया और 4 बार गांड भी मराई. मैं दिशा की भी गांड मारना चाहता था लेकिन दिशा ने गांड मरने से इनकार कर दिया. वो बोली की अगली बार जब मम्मी पापा बाहर जाएँगे तो मैं गांड भी मारा लूँगी. वो केवल दामिनी को गांड मराते हुए देखती रहती थी.