Delhi Red Light Area
मैं एक राज मिस्त्री हूँ. अच्छा ख़ासा पड़ा लिखा हूँ. मैंने बी ए की पढाई पढ़ी पर फिर भी २ ३ हजार की नौकरी मिलती थी. इसलिए मैंने राजमिस्त्री का काम सीख लिया. इसमें मुझे ५०० ६०० रूपए रोज मिल जाते थे. मैं अब खुसी से यही मकान बनाने का काम करने लगा. मुझको बंगाल में एक सरकारी ऑफिस बनाने का ठेका मिल गया था. Delhi Red Light Area
वो ३ मंजिला बहुत ही बड़ी बिल्डिंग थी, जिसे बनाने में पुरे ३ साल लग गये. वहीँ मेरी मुलाकात रानी से हुई. वो लेबर का काम करती थी. धीरे धीरे मेरा उससे प्यार हो गया. एक शाम को जब ६ बजे काम ख़त्म हो गया तो मैं रानी को लेकर चाय की दूकान पर गया. कहना गलत ना होगा की मुझे उससे प्यार हो गया था.
रानी भी मेरी तरह शराब पीती थी. ‘ऐ! रानी!! तू भी पीयेगी क्या??’ मैंने पूछा. उसने सर हिला दिया. मैंने एक बड़ी व्हिस्की की बोतल खरीदी. जिस बड़ी से ईमारत को मैं बना रहा था, मैं रानी को लेकर वहीँ गया. हम दोनों अकेले थे. मैं उसी ईमारत में रात में सो भी जाता था जैसा बाकी राजमिस्त्री और लेबर करते है, मैं भी कर रहा था.
मैंने अपने और रानी के लिए जाम बनाया. हम दोनों ने बड़ी देर तक शराब पी और पूरी बोतल खाली कर दी. मैंने रानी को चोदना चाहता था. वो भी जवान कडक माल थी. मैंने वहीँ पर अपने बिस्तर पर रानी को लिटा लिया. पहले तो चुम्मा चाटी की. फिर उसे मैंने नंगा कर लिया. फिर उसके बाद दोस्तों उसे खूब पेला मैंने. रात भर मैं उसको चोदता रहा. रात भर हम दोनों ने मजे किये.
धीरे धीरे वो भी मुझसे प्यार करने लगी. जब मेरा वो ठेका पूरा हो गया तो मैं रानी से शादी कर ली. जैसा आप लोग जानते है की बंगाल में लडकियाँ बिकती है. माँ बाप अपनी लडकियों को बेच देते है. लडकियों के बाप को आप पैसा चूका कर शादी करके उनको अपने साथ ला सकते है.
इसे भी पढ़े – शराबी पति के सामने उसके दोस्त ने मुझे पेला
मैंने भी रानी के बाप को २०००० रूपए दे दिया. रानी से शादी कर ली. जादा पैसे कमाने की चाहत में मैं उसे लेकर दिल्ली जा गया. मैं जानता था की दिल्ली में राजमिस्त्री हजार रूपए से जादा हर रोज कमा लेते है. इसलिए मैं अपनी औरत रानी को लेकर शहादरा [दिल्ली] में रहने लगा.
ये एक छोटी बस्ती थी, जहाँ जादातर मजदूर वर्ग के लोग रहते थे. मैंने काम की तलाश करना शुरू की पर काम ही नही मिला. इस तरह ४ महीने बीत गये. जितने पैसे मैं बंगाल से लाया था सब ख़त्म हो गए. मैंने अपने दोस्त चंदू से कुछ पैसे मांगे. तो उसने मुझे धीरे से काम में बताया की उस शहादरा की बस्ती में चुदाई और रंडीबाजी का काम बहुत होता है.
जादातर मर्द अपनी बीबियों को चुद्वाकर महीना का ३० ४० हजार बना लेते है. चंदू ने मुझे कान में बताया की वो पिछले १ साल से अपनी औरत से धंधा करवा रहा है और मजे से बिना कोई काम किये दिन काट रहा है. मैं अपनी औरत रानी से बात की. मेरी बीबी कोई रंडी नही थी.
पर पैसो की कमी के कारण वो तायर हो गयी. मैं भी चंदू की तरह अपनी औरत रानी के लिए दलाली करने लगा. शाम होते ही हम दोनों सड़क किनारे खड़े होते थे और अपनी औरतों के लिए कस्टमर ढूंढते थे. हम दोनों सड़क के किनारे खड़े थे, की इतने में एक कार रुकी. उसने शीशा गिराया और हमे हाथ दिया. मैं चंदू के साथ उस कार वाले के पास गया.
ऐ सुनो!! कोई मस्त औरत मिलेगी चोदने के लिए?? वो बोला,
वो आदमी काफी आमिर पैसे वाला लग रहा था. वो सेठ लग रहा था. ५० साल की उम्र होगी.
हाँ साब!! बहुत मस्त औरत है!’ मैंने अपनी बीबी रानी की तस्वीर दिखाई. उस सेठ ने मेरी बीबी की तस्वीर ध्यान से देखी. वो रानी को चोदने खाने को तायर हो गया. मैं उसको घर ले आया और कमरे में भेज दिया. रानी ने जमकर मेकअप कर रखा था. जिस तरह से बाकी सब रंडियाँ शाम को नहा धोकर खूब सजधज जाती है बिलकुल वैसे ही मेरी औरत रानी ने मेक अप कर रखा था.
सेठ को मेरी बीबी पसंद आई थी. उसने मेरी बीबी को नंगा कर दिया. सबसे पहले लौड़ा चूसने का काम शुरू हुआ. वो बिस्तर पर लेट गया. रानी उसके पास आकर बैठ गयी और उसके बड़े से हाथी जैसे साइज़ वाले लौड़े को मुँह ले लेकर चूसने लगी. आज मेरी बीबी रानी एक असली रंडी लग रही थी. उसे सारे कपड़े निकाल दिए थे. रानी के मम्मे खूब बड़े बड़े थे.
मम्मो के उपरी छोर पर गोल गोल काले काले घेरे थे. मैं रानी को पिछले ४ ५ सालों में खूब चोदा खाया था. मैं जानता था की वो बहुत कमाल की औरत है. जो भी मर्द उसे एक बार चोद खा लेगा वो बार बार उसके पास आएगा. मैं ये बात जानता था. रानी ने अपने बालों में बेले के महकते हुए फूलों का गरजा लगा रखा था. वो बिलकुल प्रोफेसनल रंडी लग रही थी.
वो बहुत काएदे से सेठ के बड़े से लौड़े को हाथ में लेकर फेट रही थी और फिर चूस रही थी. उसके बाद उसको चोदने लगा. खूब चोदा उसको सेठ ने. मेरी बीबी के छेद में सेठ ने बड़ी देर तक अपना लौड़ा अंदर बाहर किया. फिर वो झड गया. कुछ देर बाद सेठ ने रानी को कुतिया बना दिया. सच में मेरी बीबी बहुत सुंदर थी.
सेठ बड़ी देर तक रानी के गोरे गोरे पैर, उसके टखने, गोरी गोरी गोलाकर मस्त मस्त जांघें चूमता रहा. सच में दोस्तों, मेरी बीबी रानी ऐसी चीज ही थी की जो उसे १ बार नंगा देख ले तो बस चोद के ही माने. सेठ मेरी बीबी पर पूरी तरह से लट्टू था. फिर वो रानी के मस्त मस्त लपलपाते चुतड चूमने और चाटने लगा. अंत में उसने रानी के गांड पर जीभ रख दी और पीने लगा.
आह!! हाह्हाह धीरे धीरे सेठ जी !! धीरे धीरे!! रानी बोली.
इसे भी पढ़े – देवर ने जबरदस्ती भाभी की साड़ी फाड़ दी
सेठ धीरे धीरे मेरी बीबी की गांड पीने लगा. वो अपनी जीभ को रानी की गांड में गोल गोल करके चाट रहा था. बड़ी देर तक सेठ मेरी बीबी की गांड पीता रहा. फिर उसने रानी की गांड में अपना लौड़ा पेल दिया और उसकी गांड चोदने लगा. रानी को दर्द हो रहा था. सेठ और जोर जोर से रानी की गांड चोदने लगा.
उसके दोनों पके पके आम निचे लटक रहे थे. क्यूंकि मेरी बीबी कुतिया बनी हुई थी. सेठ ने रानी की गोरी गोरी मखमली कमर को दोनों तरफ से अपने हाथों से पकड़ रखा था. वो गप गप करके मेरी बीबी की गांड चोद रहा था. आह आह !! और जोर से सेठ जी!! और जोर से मेरी गांड चोदो!! रानी चीख रही थी.
मैं अपने घर के बाहर खड़ा था. क्यूंकि कमरा एक ही था. मैं सिगरेट पी रहा था. धुंए के छल्ले को हवा में उड़ा रहा था. मेरी बीबी रानी की सिसक, उसकी सित्कारे उसकी चीखें मुझे बहुत मीठी लग रही थी. चलो कम से कम बीबी को चुदवाकर २ वक़्त की रोटी का जुगाड़ तो हो जाएगा.
सेठ फिर से जोर जोर से मेरी बीबी की गांड चोदने लगा. पट पट फट फट के शोर से मेरा कमरा गूंज रहा था. मुझको अच्छा लग रहा था. मेरी बीबी रानी आज एक असली रंडी बन गयी थी. सेठ अपने हाथ से रानी के गोल गोल लपर लपर करते चूतड़ों पर चमाट मार रहा था. सेठ की जोर जोर की चमाट मेरी बीबी के गोल गोल नर्म नर्म चूतड़ों पर छप रही थी.
हाथ की पाँचों उँगलियाँ छप रही थी. उसको दर्द हो रहा था पर फिर भी वो चुदवा रही थी, क्यूंकि उसे पैसा कमाना था. सेठ मेरी बीबी को गप गप करके पेल रहा था. बड़ी देर तक वो मेरी बीबी को चोदता रहा. फिर वो झड गया. सेठ ने कपड़े पहले और कुछ देर मेरी बीबी रानी के होठ पिये. वो बाहर आया.
मेरी सिगरेट खत्म हो गयी थी. मैंने दूसरी सिगरेट जला ली. सेठ ने मेरे हाथ में हजार रुपए रखे और चलता बना. इस तरह आज पहली बार मैंने अपनी औरत से धंधा करवाया. अब जैसे ही शाम होती मैं और चंदू शहादरा की सड़क किनारे खड़े हो जाते और अपनी अपनी बीबी के लिए कस्टमर ढूंढने लगते.
धीरे धीरे मेरी बीबी रानी एक फेमस रंडी बन गयी. रानी के गुलाबी गुलाबी होठो के किनारे दायीं ओर पर एक तिल था. अब सब कस्टमर आते तो कहते की उनको वही तिल वाली रंडी चाहिए. कुछ दिन बाद मैंने अपनी बीबी रानी को चोदा. मैंने जब उसे नंगा किया तो उसके जिस्म पर हर तरफ दांतों के निशान थे.
रानी की बुर और गांड का छेद अप्र्त्याशित रूप से बड़ा हो गया था. कुछ महीनो में ही उसकी बुर फट गयी थी. इतनी जादा फट गयी थी की ३ बड़े बड़े लम्बे लम्बे लौड़े एक बार में उसके भोसड़े में चले जाए. फिर मैंने उसकी गांड चेक की. बाप रे!! उस नामुराद कस्टमर्स ने मेरी बीबी की गांड बहुत जादा मारी थी.
गाड़ का छेद ये चौड़ा हो गया था की ३ ३ मोटे मोटे लौड़े एक बार में उसमे भी एक बार में चले जाए. आज जब मैं अपनी बीबी रानी को चोद रहा था तो ज़रा भी मजा नही आ रहा था. क्यूंकि उसका भोसड़ा बहुत जादा फट गया था. बड़ी देर तक मैं रानी को लेता रहा, पर फिर भी ना तो मजा आया और ना ही मैं झड पाया.
फिर ख्याल आया की सायद गांड मारने में मजा आये. मैंने उसे कुतिया बना दिया. फिर मैंने गांड का छेद देखा. कोई २ ३ इंच मोटा गांड का छेद हो गया था. मुझे बहुत प्यार आया. कितने मर्द सिर्फ मन ही मन सोचते रहते है की अपनी बीबी को एक आध बार किसी गैर मर्द से चुद्वाएँ. पर यहाँ मेरे साथ को कमाल ही हो गया.
मेरी बीबी तो सच की वेश्या बन गयी. मैंने झुक कर रानी के गांड के बड़े से छेद को चूम लिया. कितनी गोरी गोरी गांड थी उसकी. अब कितना जादा उसकी गांड फट चुकी थी. मैं अपनी बीबी की गांड पीने लगा. २ ४ बार मैंने भी रानी के शानदार लप्प लप्प करते चूतड़ों पर प्यार से चपाट मारी.
उसका छेद बता रहा था की कितने सारे लोगों ने उसकी गांड का भोग लगाया था. मैं बड़ी देर तक रानी की गोरी गोरी गांड के २ ३ इंच मोटे छेद को देखता रहा. बड़ा प्यार आया मुझे. फिर मैंने अपना बड़ा सा लौड़ा २ ४ बार हाथ से फेटा और रानी की गांड में दे दिया. आह धीरे पिया जी!! रानी बोली.
मैं उसकी गांड चोदने लगा. बड़ा फर्क हो रहा था मुझे खुद पर. मेरी ही पहल पर रानी रंडी बनी थी. मैं उसको चोदने लगा. मिल बाटकर खाने में कुछ जादा ही मजा आता है. अकेले अकेले बीबी की बुर और गांड चोदने में जादा मजा नही आता है. जो मजा बीबी को दुसरे से चुदवाकर फिर चोदने में आता है वो मजा और कहीं नहीं थी. आधे घंटे तक मैं रानी की गांड चोदता रहा.
इसे भी पढ़े – गन्ने के जूस वाली ने मेरा जूस निकाला
फिर मैं झड गया. मैंने अपना ढेर सारा माल उसके भोसड़े में भी छोड़ दिया. दोस्तों, अब मैंने वो राजमिस्त्री वाला काम बंद कर दिया था. बीबी को चुदवाकर बहुत ही आसान तरह से पैसा बनाया जा सकता था फिर मैं वो मेहनत वाला काम क्यूँ करता. १ हफ्ते बाद मेरी बीबी का वो पहला कस्टमर फिर आया. उसने रानी को नंगा कर दिया. मैं फिर से अपने घर के बाहर एक स्टूल लेकर बैठ गया. क्यूंकि मेरे घर में बस १ ही कमरा था. मैंने फिर से सिगरेट जला दी.
उस सेठ ने रानी को अपने लौड़े पर अपने पेट पर बिठा लिया. पहले तो बड़ी देर तक मेरी जवान और चुदासी बीबी के बड़े बड़े मम्मे पीता रहा. हाथ से दाबता रहा. फिर वो रानी को अपने पेट पर बिठाकर गचागच चोदने लगा. मैंने अपनी आँखों से दरवाजे से एक नजर झांक के देखा. मेरी बीबी रानी सेठ के पेट पर बैठी उसके बड़े से लौड़े को अपने भोसड़े में लिए हुए थी. और उसके लौड़े की सवारी कर रही थी. फट फट करके सेठ उसको पेल खा रहा था.