Aunty Ki Sexy Nighty
मैं शाम को अपने दोस्त के यहाँ से आ रहा था. घर पे आकर देखा तो घर पे ताला लगा था. तभी पड़ोस की आंटी बोली की बेटा, तुम्हारे मामा जी का एक्सीडेंट हो गया है इस वजह से वो जल्दी जल्दी चली गई है, वो सुबह आएगी, उनके साथ मेरा बेटा गया है, आज तू मेरे यहाँ ही सो जाना, क्यों की मैं अकेली हु, तुम्हारे अंकल भी कंपनी के काम से बाहर गए है. Aunty Ki Sexy Nighty
मेरे पास कोई फ़ोन नहीं थी इस वजह से मेरी माँ मुझे बता नहीं सकी, फिर मैंने आंटी के फ़ोन से माँ को फ़ोन किया, तो वो बोली बेटा तुम आंटी के यहाँ ही सो जाना, मैं सुबह बाली लोकल ट्रैन से आउंगी. फिर आंटी ने मुझे ड्राइंग रूम मैं बैठने को कहा और ख़ुद बाथरूम में कपड़े धोने चली गई.
मैं ड्राइंग रूम में बैठा बोर हो रहा था इसलिये मैं भी बाथरूम के पास जा के खड़ा हो गया और आंटी से बातें करने लगा. फिर जब उनका काम हो गया तो वो बाहर ढाबे से ही रोटी मंगबाई, दोनों ने कहना खाया और टीवी देखने लगे. उसके बाद काफी बात करने के बाद आंटी मुझ से मेरी गर्लफ्रेंड के बारे मैं पूछने लगी.
मजाक में मैंने कह दिया कि आंटी मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है और मुझे लड़कियों से बात करने में बहुत शर्म आती है. ये सुन कर आंटी ज़ोर ज़ोर से हँसने लगी और बोली तू झहोथ बोल रहा है ऐसा हो ही नहीं सकता है तभी वो पानी का ग्लास गलती से उनके छाती पे गिर गया.
आंटी पतली सी नाइटी पहनी थी, तो नाइटी शारीर में चिपक गया और उनके बड़े बड़े बूब्स साफ़ साफ़ दिखने लगे, क्यों की वो अंदर ब्रा नहीं पहनी थी. मैं उनके मस्त मस्त चूचियों को देखने लगा. गजब की लग रही थी, क्यों की निप्पल की साइज साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा था.
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तभी आंटी मेरे इरादे समझ गई और बोली – तुम लड़कियों से बातें करने मैं शरमाते हो पर उनके चूचियों देखने में नहीं शरमाते? मैं देख रही हु, जब से पानी गिर है मेरे ऊपर तब से तुम्हारी नजर कहा है. यह सुन कर मैं हंसने लगा और थोड़ा झेंप गया और फिर से उनके मस्त मस्त बूब्स को घूरने लगा.
उसके बाद क्या बताऊँ दोस्तों मुझे घूरता देख कर आंटी ने कहा- चलो तुम अपनी आँखे बंद करो मैं तुम्हे कुछ दिखाती हूँ. तभी मैंने अपनी आँखे बंद कर ली, और इंतज़ार करने लगा की क्या दिखाएगी, मैं भी आंटी के इरादे समझ रहे थे, लग रहा था आज जरूर ही कोई गुल खिलने बाला होगा.
करीब दो से तिन मिनट के बाद आंटी ने कहा- अपनी आँखे खोलो. मैंने आँखे खोल के देखा ओह्ह माय गॉड, आंटी तो बिल्कुल नंगी हो के मेरे सामने खड़ी थी. क्या मस्त गदराया गोरा बदन था उनका. मोटे मोटे जांघ, बड़ी बड़ी सुडौल चूचियाँ, पेट सुराही के तरह दोनों जांघ सटी हुयी.
उनकी चूत नहीं दिखाई दे रही थी, क्यों की वो जांघों के अंदर दबा हुआ था, गजब की लग रही थी. क्या बताऊँ दोस्तों मैं तो अवाक् रह गया. आंटी मुझसे हंस के पूछा- बेटा शर्म तो नही आ रही? मैंने एक लम्बी सांस ली और फिर पैन्ट के ऊपर से ही मेरा लंड सहलाने लगी.
मैंने समय गँवाए बिना अपने सारे कपड़े उतार दिए और आंटी से लिपट कर उन्हें चूमने लगा. और उनके बूब्स को दबाने लगा आंटी ने चूमते हुए कहा, मेरे प्यारे राजा आज तुम मुझे खुश कर दो मैं तुम्हे खुश कर दूंगी, आज तुम्हे ऐसा मजा दूंगी तुम मुझे ज़िंदगी भर याद रखोगे.
इतना सुनते ही मेरा लण्ड और तेजी से फनफना गया, और मैं काफी कामुक हो गया, मैंने आंटी को गोद में उठा कर उनके पलंग पर लिटा दिया और उनकी चूत को कुत्तो की तरह चाटने लगा. आंटी ज़ोर जोर से आह आह आह और अच्छे से ” बेटा मजाः आ गया चिल्लाने लगी” वो उफ़ उफ़ कर रही थी.
मैंने भी उनके चूत को चाट रहा था कभी जीभ अंदर गुसा रहा था, वो तकिया को जोर से पकड़ रही थी फिर वो थोड़े देर बाद एक लम्बी सांस ली और मेरे मुँह में ही अपना सारा माल निकाल दिया. मैं उनका सारा माल पी गया और और उनकी चुचियों को चूसने लगा. और होठ को भी काटने लगा अपने दांतों से.
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आंटी ने मुझे रोका और बोली- बेटा मुझे भी कुछ करने दे और फिर दोनों 69 के पोजीशन में आ गए, वो मेरा लण्ड अपने मुंह में लेके चूसने लगी और मैं उनकी चूत को फिर से चाटने लगा, कभी कभी मैंने अपनी ऊँगली उनके गांड में गलने लगा, वो तो और भी बाघिन हो गई.
और वो फिर मुझे भद्दी भद्दी गालियां देने लगी, कह रही थी मादरचोद आज चोद कर दिखा मुझे, कुत्ते देख तू कैसे चाट रहा था इस कुतिया के चूत को, ले मेरे चूत का पानी पि और फिर मेरा लौडा पकड़ कर ज़ोर ज़ोर से हिलाने लगी और फिर अपने मुँह में ले कर लोलीपोप की तरह चूसने लगी.
मुझे इतना मज़ा आज तक नहीं आया था जितना कि अब आ रहा था और आने वाला था. मैंने भी ऑन्टी को पूरी तरह से चाट रहा था. करीब पंद्रह से बिस मिनट बाद जब आंटी लौडा चूस कर थक गई तो उन्होंने मेरा लौडा पकड़ के अपनी चूत में डाला और कहा- बेटा मुझे स्वर्ग का मज़ा दिला दे ! आज मेरे चूत को तू फाड़ दे, आज मुझे इतना चोद की मुझे तेरे लण्ड से प्यार हो जाये और मैं तुम्हारी रानी बन जाऊं.
उसके बाद क्या बताऊँ दोस्तों मैंने ज़ोर से एक धक्का मारा और मेरा आधा लंड उनकी चूत मैं चला गया. जब मेरा लण्ड थोड़ा अंदर गया तो अंदर आग की तरह तप रहा था उनका चूत उसके बाद आंटी बोली- बेटा और अन्दर डालो. मैंने फिर एक धक्का मारा और इस बार मेरा पूरा लंड आंटी की चूत में समां गया.
मैंने उनके चूत में अपना लण्ड पेलने लगा मैंने २०-२५ ज़ोर ज़ोर से धक्के मारे तो आंटी बोली- बेटा अब मुझे कुतिया बना के चोद !
मैंने आंटी को कुतिया की पोसिशन मैं खड़ा किया, और आगे की तरफ झुका दिया गजब का चौड़ा गांड, मुझे तो लग रहा था की अपना लण्ड उनके गांड में ही दाल दू. पर उन्होंने मेरा लण्ड पकड़ कर खुद ही अपने चूत पे सेट किया और इस बार एक ही धक्के में मेरा पूरा लंड उनकी चूत में समां गया.
आंटी ज़ोर-२ से आह अह अह…… उफ़ उफ़ उफ़ ओह ओह ओह ओह चिल्लाने लगी. मैंने २०-२५ धक्को के बाद कहा, मजा आया आंटी, तो आंटी बोली हां रे मादर चोद, आज तो तेरे से पूरी रात चूदबाउंगी, मैं भी कहाँ कम था, मैंने भी कहा आज रात मैं भी कहाँ छोड़ने बाला हु, आज मुझे जन्नत मिला है तो इसका मजा क्यों ना लु.
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और फिर मैंने जोर जोर से चोदने लगा तभी आंटी बोली- बेटा मैं भी झड़ने वाली हूँ ! और फिर वो जोर जोर से गांड उठा उठा के चुदवा रही थी और मैं भी जोर जोर से पेले जा रहा था, अचानक वो जोर से अंगड़ाई ली, और मुझे अपने में कस के पकड़ लिया, और शांत हो गई, मैंने पांच से दस झटके और मारे और मैं भी अपना पूरा माल अंदर छोड़ दिया, फिर वो शांत हो गई, और मैंने भी उनके ऊपर ही लेट गया, करीब आधे घंटे बाद फिर उठी और मुझे किश करने लगी और कहने लगी, मेरे राजा आज तूने मुझे खुश कर दिया, और फिर मेरा लण्ड पकड़ ली.
क्या बताऊँ दोस्तों मेरा लण्ड फिर से खड़ा हो गया, और मैंने फिर आंटी को किश करने लगा और उनके बूब्स को पिने लगा और भी अपने बूब्स को पकड़ कर मुझे पिलाने लगी, और फिर से चुदाई शुरू कर दिया, रात भर में करीब ४ बार उनको भरपूर चोदा, पर सुबह होते ही क्या बताऊँ दोस्तों मेरा लण्ड खड़ा जैसे होता था दर्द होने लगता था, क्यों की मैंने पहली बार किसी को चोदा था, मुझे तो पहले डर लग गया. फिर मैंने नेट पर पढ़ा की ऐसा पहली चुदाई में दर्द होता है.