Mast Chudai XXX
मेरा नाम प्रेम है..मैं पूना से हु. मेरी उम्र 22 साल है.. दिखने बहोत स्मार्ट हु.. यह कहानी एक वास्तविक घटना है.. मेरी यह कहानी पढ़ो आपका भी दिल ऐसा करने को करेगा.. मूझे कुछ काम था नागपुर में.. और मेंने अपने दोस्त को सब बतया की कुछ प्रॉब्लम है करके उसने तुरत आने को कहा और बोला मम्मी भी तुझे याद कर रही है.. Mast Chudai XXX
मैं एक फोटोग्राफर हु मूझे नागपुर में कुछ फोटो ले जाना था और.. मैं नागपुर गया मेरा दोस्त आया मूझे लेने घर जाने के बाद अर्चना आंटी आयी कसके गले लगा ली और गालो की किस की ऐसा मेरे साथ पहले कभी नहीं हुआ था.. आंटी ज़ब गले लगे तो उनके बूब्स पुरे टाइट थे मुझे बहोत अच्छा लगा..
फिर हमने खाना खा लिये उतन मे मेरे दोस्त को कॉल आया उनके ससुर से की उनके ससुर नहीं रहे.. मेरा दोस्त और उसकी बीवी रात को ही औरंगाबाद के लिये ट्रेवल्स से निकले.. दोस्त का कॉल आया मूझे प्रेम तू टेंशन मत ले तेरी इंटरी सही वक़्त हुई है ज़ब तक मैं नहीं आ जाता तब तक मम्मी का खायल रखना.
मेंने कहा ठीक है विनोद. आंटी और मैं कुछ इधर उधर की बाते करने लगे.. आंटी ने मूझे कहा अब शादी कर ले विनोद ने कैसी की अब तू भी करले कोई गर्लफ्रेंड होगी ना तेरी मेंने कहा नहीं वक़्त कहा मिलता है मूझे.. आंटी बोली तू फोटोग्राफर है ना फिर.. आंटी बोली तू दूर से आया है सो जा विनोद के रूम पर.
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मेंने कहा ठीक है.. आंटी भी अपने रूम चली गयी.. मूझे आंटी के जिस्म के सपने आने लगे और नींद भी नहीं आ रही थी.. मैं पानी पिने उठा तो कुछ चिख सुनाई दी और मैं आंटी के रूम के पास गया. तो आंटी अपनी चुत में ऊगली डालकर मजे ले रही थी और ज़ोर ज़ोर से करने लगी..
फिर मेरा लंड पूरा टाइट होगया.. आंटी क्या सेक्सी लग रही थी फिर जल्दी से अपने बैग में से कैमरा से फोटो ली और कुछ वीडियो. ऐसा 30 मिनट तक चलता रहा.. और आंटी भी शांत हुई उतन मे में बाथरूम गया वहाँ आंटी की पैंटी और ब्रा दिखी में उसे चाटने लगा.
मैं भी अपना लंड निकाल कर आंटी के पैंटी के ऊपर मुठ मारने लगा. 10 मिनट बाद आंटी की पैंटी को गिला कर दिया.. अब वहाँ से रूम में आ गया और आंटी के सपने देखने लगा.. आंटी की बात करें तो उनका साइज 38.34.36 है.. उनकी उम्र लगभग 50 और 55 के बीच की है..
उनकी पति 20 साल हुए थे चल बसें तो इसलिए आंटी को किसी का सहारा चाहिये था.. और यह सब बाहर नहीं कर सकती थी इज्जत के मारे.. फिर सुबह हुई आंटी बाथरूम चली गयी नहाने. मेंने देखा तो पूरी गीली क्या बदन क्या बूब्स थे आंटी के चुत पूरी चिकनी कुछ भी बाल नहीं..
फिर कैमरा लाया और में कुछ फोटो वीडियो निकला जो मेरे कैमरा में थे.. उस दिन में बाहर गया काम से फिर मूझे पता चला की कैमरा बैग में है.. मन ही मन में लग रहा था की आंटी के हाथ नहीं लगे.. इधर आंटी झाड़ू कर रही थी तो मेरी बैग दिखी और देखने लगी बैग में मेरे कुछ कपडे पैंटी थी और कैमरा..
दोपहर में आंटी कैमरा में देखने लगी तो आंटी के कुछ नंगी फोटो और वीडियो दिखाई दी और जो रात को देखा मुठ मारने वाली वो देखने लगी आंटी को यह सब पता चल गया था.. मैं शाम को आया घर आंटी बाथरूम में नहा रही थी पूरी नंगी और देखा मैं और नाटक करने लगा सुज़ निकालनें के..
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कुछ देर बाद आंटी शायद गुस्से में थी और मेरी तरफ अलग ही देख रही थी.. मेंने सोच लिया शायद आंटी कैमरा के अन्दर का देखा होगा.. आंटी पूजा पाठ करने लगी तो मैंने कैमरा देखा तो उसने देख लिया था.. और मैं डर गया था अब मेरी कुछ खैर नहीं.. 15 मिनट के बाद तेज़ी से बारिश हुई और ज़ोर से बिजली चमकने लगी.
उतन मे मैं टावल पे बाथरूम जा रहा था वो और गर्जन हुई तो वो मेरी बाहो में आके चिपकने लगी. मूझे यह चांस खोना नहीं था और मेंने भी आंटी को ज़ोर से पकड़ा. ऐसे 5 मिनट रुके.. थोड़ी देर बाद आंटी ने मूझे कहा ऐसी बातो को मन में ना लिया करो.. और जो तू कैमरा में फोटो वीडियो निकाला है सब डीलीट कर दे मैं भी किसको नहीं बताउंगी..
फिर मैं सोचा की आज की रात आंटी के साथ हो जाये और मैं आंटी के रूम पर गया पिछे से उसके लचकती कमर पे हाथ रखा और सहलाने लगा.. अर्चना आंटी आई लव यू मैं आपको लाइक करने लगा हु.. और मेंने अपनी जुबान से हर लव सुना डाले जिससे की आंटी को कुछ फिलिंग करें.. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
आज आपका कोई नहीं मेरा भी नहीं तो प्यार करने में क्या जाता है… मैं आपको जिंदगी की हर पल खुशी दूंगा जो आपको नहीं मिली.. आंटी बोली यह सब ठीक नहीं है प्लीज प्रेम.. रात के 10 बज गये और आंटी ने खाना नहीं खाया और ना मेंने भी.. फिर मैं ही आंटी के लिये खाना उनके रूम के अदर ले गया.
आंटी उस वक़्त साड़ी चेंज कर रही थी और क्या हॉट दिख रही थी.. मैं देखते ही रह गया और मेरा इधर लंड आंटी की प्यास बुझाने के लिये तड़प रहा था.. आंटी भी पीछे मुँह कर लिया मैं पिछे से गया और कुछ आंटी के जिस्म की चूमा चाटी की कि अब वो जल्दी पिघले..
धीरे धीरे उसके बदन को तड़पाया और बेड पर लिटाया अब मेंने अपना काम चालू किया.. धीरे से कमर और गर्दन को किस किया बाद में धीरे से ब्लाउज़ का हुक निकाला और दोनों हाथो से दबाना चालू कर दिया. तक़रीबन 15 मिनट तक चलता रहा आंटी आ ऊ आ ऊ आ ऊ कर रही थी..
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थोड़ी देर बाद ब्रा को निकला ब्राउन कलर की पहनी थी क्या बूब्स थे आंटी के उसे अपने मुँह से चूसना चालू कर दिया था. और उनके निपल काले थे उसे अपने दांतो से चबा रहा था. अब आंटी भी मेरा साथ देने लगी थी उस वक़्त 11.45 बजे थे और पूरी रात बाकी थी..
धीरे धीरे अपने हाथो से साड़ी को ऊपर किया और जांघो तक ले गया और उसे जांघो को अपने हाथो से सहलाने लगा. आंटी अब बहुत गरम हो चुकी थी.. उसके बाद साड़ी को निकालकर बेड पर फेक दिया और अपने मुँह से पेटीकोट का नाड़ा भी निकाल दिया.. आंटी की पैंटी क्या थी मखमली रेड कलर की पहनी थी और उसे निकाल कर पूरा नंगा कर दिया आंटी को.
उधर मेरे कैमरा में पूरा वीडियो बनता जा रहा था.. उसकी चुत में अपनी उगलिया डालकर खिलवाड़ करने लगा. आंटी हिचकी दे रही थी ज़ोर ज़ोर से और बाद में अपने जीभ से चाटने लगा. थोड़ी देर चुत में से पानी निकलनें लगा उसे मैं पी लिया बहुत अच्छा था..
थोड़ी आंटी सांसे कम होने दिया फिर अपने हाथो से दोनों टांगो को ऊपर करके अपना 8 इंच लंड उनके चुत में डाल रहा था. फिर मूझे याद आया की उसे नारियल तेल लगाना था क्यूकी अदर बाहर करने में अच्छा होता है.. फिर मेरा लंड लगाने के बाद और बड़ा और काला घोड़े जैसे हुआ फिर आंटी की चुत में डाल दिया.
पहले हल्की सी चिख सुनी. उसके बाद मैं ज़ोर से चोदना चालू कर दिया अन्दर बाहर करने लगा. आंटी ज़ोर ज़ोर से चिल्लाने लगी प्रेम और ज़ोर से आज मेरी चुत फाड़ डाल. वही किया आंटी ने जो बोला और आंटी की चुत में से ब्लड निकलनें लगा. क्यूकी आंटी भी 20 सालो से प्यासी थी और मेंने उसकी प्यास बुझाई..
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थोड़ी देर बाद आंटी की चुत में से ब्लड निकल रहा था. मेंने अपने हाथो से साफ कर दिया और चादर भी ब्लड से खराब हुई थी उस वक़्त. फिर अपने रूम ले आया आंटी अपने दोनों हाथो में बिठा कर और 90 डिग्री से उसे झुकने को कहा आंटी झुक गयी. फिर अपना लंड उनकी गाड़ में डाला ज़ोर ज़ोर करने लगा. अब तो आंटी की चिख पूरी बाहर तक सुनाई हो गई तप तप आवाज आ रही थी. ऐसे ऐसे करते करते 6 बजे सुबह के.. आंटी ने मूझे कहा कि आज पहली बार मैं बहुत खुश हुई हु खुश करने वाले प्रेम सचमुच के प्रेम हो आप..
फिर 15 दिन तक आंटी को चोदते रहा जब तक मेरा दोस्त नहीं आया.. फिर 15 दिन बाद दोस्त आया नागपुर और मैं अपने गांव पूना.. आंटी चुपके से मूझे कॉल करती थी आंटी को मेरा लंड और मैं पसंद आया.. एक दिन की बात है आंटी अकेली मेरे रूम पूना में आयी और आपसे दूर नहीं रह पाती में से फिर हमने शादी कर ली मंदिर में और अपना संसार बसाने लगे.. शादी के बाद हर दिन अर्चना की बिस्तर पर चुदाई करता हु.. कैसी लगी मेरी स्टोरी कुछ गलत बात हो तो मूझे और मेरी पत्नी जी से माफ़ कर देना..
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