Tight Virgin Pussy Girl
मेरा नाम पवन है। मैं जौनपुर का रहने वाला हूँ। मेरी शादी हो चुकी है। दो बच्चे भी मेरे है। मेरी शादी के 5 साल हो गये है। अपनी बीबी को इतनी बार पेल चूका हूँ की उसका चूत का दरवाजा पूरी तरह से खुल गया है और अब तो मेरा 8” लंड उसमे बड़े आराम से घुस जाता है। किसी तरह की अब कसावट नही रह गयी है. Tight Virgin Pussy Girl
इसलिए अब मुझे अपनी बीबी को चोदने में जरा भी मजा नही आता है। बच्चे हो जाने की वजह से मेरी बीबी का बदन अब बड़ा बेढंगा और मोटा हो गया है। उसका पेट काफी निकल आया है और थुलथुल बदन हो गया है। उसके कुल्हे तो अब बहुत ही चौड़े हो गये है जिसकी वजह से अब वो जरा भी सेक्सी माल नही दिखती है। इसलिए मैं बाहर की लड़कियों को पटाकर चोद लेता हूँ।
मेरी साली नये साल पर मेरे घर आई थी। जब हमारी शादी हुई थी तो वो उस समय काफी छोटी दिखती थी। पर जब नये साल में उसे देखा तो पहचान ही न सका। अब वो 23 साल की कच्ची अनचुदी कली थी जिसे अभी तक किसी ने हाथ भी नही लगाया था। वो “जीजा जी…” बोलकर मुझसे चिपक गयी। मैं तो उसका दीवाना हो गया था।
“श्रुति!! तुम तो कयामत दिख रही हो!! कैसा इतना बदलाव आ गया??” मैंने पूछा.
“बस कुछ सालो में मेरी हाईट अचानक से बढ़ गयी” वो बोली.
लाल रंग के टॉप और नीली जींस में क्या कयामत दिख रही थी। बालो को खोले हुए थी और कितनी तारीफ करू। अब उसका जिस्म बहुत विकसित हो गया था। लाल टॉप के उपर से श्रुति के 34” के दूध मस्त मस्त दिख रहे थे।
अब उसका फिगर 34, 28 32 का कितना मस्त हो गया था। जिस तरह से एक नई जवान हुई लड़की लगती है श्रुति उसी तरह से दिख रही थी। मेरा तो देखते ही लंड खड़ा होने लगा। जींस में उसकी गांड उभरी हुई दिख रही थी। आँखे बड़ी बड़ी और होठ कितने सेक्सी दिख रहे थे।
“अगर मुझे पता होता की मेरी साली आगे चलकर इतनी सेक्सी बन जाएगी तो तुम्हारी दीदी से शादी नही करता। तुम्हारे जवान होने का इंतजार करता। फिर तुमसे ही ब्याह रचाता” मैंने कहा.
श्रुति हँसने लगी। “अच्छा जी!! तो अभी कौन सी देर हो गयी है” वो मुझे आँख मारने लगी. अब मुझे लग रहा था की मुझसे पट जाएगी।
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नये साल के दिन 1 जनवरी को मैं, मेरी बीबी और साली श्रुति बाहर घूमने गये। फिर डिनर करने गये। हमने काफी शॉपिंग भी की। फिर हम तीनो रात का 9 से 12 का शो देखने गये थे। उस दिन माल में शाहरुख़ खान की फिल्म लगी हुई थी। श्रुति भी शाहरुख़ खान की फैन थी। उसे तो बहुत मजा आया। हाल में मैं बार बार श्रुति के हाथ पर अपना हाथ रख देता था।
फिर आधी रात में हम तीनो घर पहुचे। मेरी बीबी तुरंत जाकर हमारे बेडरूम में सो गयी। हम सबसे थोड़ी वाइन भी पी रखी थी। इसलिए मेरी बीबी को तुरंत ही नींद आ गयी। श्रुति की चूत मारने का इससे अच्छा मौका नही मिल सकता था। मैं उसके कमरे में गया तो चेंज कर रही थी। वो दूसरी तरफ मुंह करे खड़ी थी और सफ़ेद ब्रा और पेंटी में थी। मैं पीछे से पहुच गया।
“अरे जीजा जी!! आप??” वो चौककर बोली.
मैंने उसके लिए डिसाइनर सोने की इअरिंग्स चुपके से खरीद ली थी जब वो मेरी बीबी के साथ दूसरी शॉप पर शोपिंग कर रही थी। मैंने फौरन ही ज्वेलरी बॉक्स को खोला और उसे गोल्ड एअरिंग्स दिखाई।
“हा !! कितने सुंदर है जीजा जी!!” वो चौंककर बोली.
“खूबसूरत साली के लिए खूबसूरत इअरिंग्स!!” मैं बोला.
“जीजू!! आई लव यू!!” बोलकर श्रुति मेरे गले लग गयी। मेरा तो दिल ही धड़कने लगा। ब्रा पेंटी में क्या मस्त सामान दिख रही थी।
“इसे पहनकर दिखाओ श्रुति!!” मैंने कहा.
फिर वो मेरे सामने ही पहनने लगी। बड़े सुंदर दिख रहे थे उसके कानो पर। फिर मेरी ओर देखने लगी।
“जीजा जी!! कही कोई आपका गलत इरादा तो नही है!” वो हंसकर बोलने लगी.
मैं उसे सिर से पाँव तक ताड़ने लगा और फिर उसका हाथ पकड़ लिया। “जिसकी साली ऐसी कयामत हो उस जीजा का इरादा तो गलत हो ही जाएगा” मैंने कहा और श्रुति को अपने से चिपका लिया। मैंने अपने दोनों हाथो से उसके कन्धो पकड़ कर दबोच लिया।
श्रुति सिर से पाँव तक खरा सोना था। गोरी गोरी टाँगे, पतला सपाट पेट, बड़े बड़े दूध, खूबसूरत लम्बा चेहरा और बिलकुल जवां त्वचा थी उसकी। श्रुति भी सहम गयी। फिर मैंने जल्दी से अपना मुंह उसके मुंह पर रख दिया और चूसने लगा।
वो भी मेरा साथ देने लगी और बराबर किस किये जा रही थी। हम दोनों की आँखे बंद थी। ऐसा लग रहा था की वो भी अंदर ही अंदर मुझसे चुदने के मूड में थी। मैंने खड़े होकर ही 10 मिनट उसके संतरे और स्ट्राबेरी जैसे दिखने वाले लब चूस डाले। अब मामला दोनों तरफ से गरमा गया।
“i love you जीजा जी!! you are so sweat!!” वो कहने लगी.
“श्रुति!! i love you too” मैं भी बोला.
उसके बाद वो ही किस करने लगी। मेरे गले में उसने अपने दोनों हाथ डाल दिए और अपनी एड़ियों को उपर उठा दिया और मेरे लब चूसने लगी। फिर उसे और जोश चढ़ गया और मेरे गले, और सीने को चूमने लगी, किस करने लगी।
मेरी शर्ट की 2 बटन को श्रुति ने जल्दी से खोल दिया और मेरे सीने के घुघराले बालो पर चुम्बन जड़ने लगी। अब तो जीजा साली की चुदाई होनी निश्चित थी। मैंने भी मौके पर चौका मार के उसकी कमर को दोनों हाथो से पकड़ लिया और सहलाने लगा।
मैं एक लम्बा चौड़ा मर्द था। मेरी छाती काले घुघराले बालो से भरी हुई थी। श्रुति चुदासी होकर उस बालो में ऊँगली फिरा फिराकर किस करने लगी। जब वो इतनी फास्ट थी तो मैं भी कोई नामर्द तो था नही। मैंने श्रुति को कसके अपने सीने में खड़े खड़े ही दबा लिया और उसके गले और कन्धो पर किस करने लगा।
मेरे हाथ ऑटोमैटिक उसकी 34” की सुडौल चूचियों पर चले गये और मैं दबाने लगा। फिर किस करने लगा। श्रुति पागल होकर “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….”किये जा रही थी। मैं उसके आमो को हाथ से दबा दबाकर किस कर रहा था। श्रुति अपनी आँखे बंद किये हुई थी।
“चलो घूम जाओ साली जी!!” मैंने कहा.
श्रुति घूम गयी। मैंने आज फर्स्ट टाइम उसकी पीठ देखी। गोरी चिट्टी खूबसूरत मासंल पीठ। मैं हाथ लगाने लगा। उपर से नीचे तक श्रुति की पीठ को सहलाये जा रहा था। उसके खुले काले रेशमी बाल उसकी पीठ पर नीचे की ओर झूलते हुए कितने कातिल दिख रहे थे। मैंने बड़े प्यार से उसके बालो को दाई तरफ किया और मांसल गुदाज पीठ पर चुम्मा लेने लगा।
“ओहह्ह्ह….अह्हह्हह…जीजा जी!! अच्छा लग रहा है …अई..अई. .अई…बड़ा मजा आ रहा है” श्रुति मदहोश होकर कहने लगी.
मैंने उसकी ब्रा के दोनों फीतों को उसके कंधे से नीचे गिरा दिया और ब्रा का हुक पीछे से उसके बाल उठाकर खोल दिए। ब्रा उतर गयी और मैंने उसे बेड पर फेंक दिया। अब मेरी मॉडल जैसे बदन वाली साली उपर से नंगी थी। उसके बाल तो कितने काले और घने थे, मैं तो उसकी जवानी और खूबसूरती देखकर दंग था। मैंने फिर से उसके बालो को पकड़कर उसके दाये कंधे के पार गिरा किया और बड़ी ही चिकनी पीठ पर कब्जा कर दिया।
“ओह्ह तेरी !! क्या मस्त माल है तू श्रुति!!” मेरे मुंह से निकल गया.
फिर पूरी पीठ हाथ लगा लगाकर मजा लेने लगा। श्रुति पागलो की तरह खुद ही “i love you जीजा जी!! “i love you जीजा जी!!” बड़ी धीरी आवाज में बुदबुदा रही थी। मैं उसके यौवन को देखकर दंग था और होठ लगाकर पूरी पीठ पर किस पर किस किये जा रहा था।
फिर मेरा लंड खड़ा हो गया। अपनी जवान सेक्सी साली को चोदने खाने की इक्षा बलवती हो गयी। मेरे अंदर का जानवर जाग गया। मैं श्रुति की मांसल पीठ पर किस करते करते दांत गड़ाने शुरू कर दिए, वो भी काफी तेज तेज से। ऐसी हरकत करने से वो और अधिक चुदासी हो गयी।
“साली!! आज तेरी चूत मूझे किसी भी कीमत पर चाहिए!” मैं बोला और कस कसके दांत से काटने लगा.
मेरे दांतों के कितने निशान उसकी मांसल पीठ पर पड़ गये।
“श्रुति!! चल बिस्तर पर!!” मैं बोला.
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हम दोनों बिस्तर पर जाकर लेट गये। अब वो सिर्फ पेंटी में थी। श्रुति ने मारे शर्म के अपने दोनों हाथो से चेहरा ढक लिया। मैंने उसकी कसी कसी 34” की चूचियों से खेलने लगा। कितनी सुंदर तने तने दूध थे उसके, बिलकुल मॉडल जैसे। मैं दोनों दूध के दर्शन करने लगा और दबाने लगा।
वो“आआआअह्हह्हह…..ईईईईईईई….ओह्ह्ह्….अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” करने लगी। उसके दूध तो उसकी ही तरह कयामत थे। क्या रसीली चूचियां थी। सफ़ेद स्तन और निपल (चूचक) के चारो तरफ बड़े बड़े काले गोले। मैं तो देखकर गर्वान्वित होने लगा। फिर दबा दबाकर मुंह में लेकर चूसने लगा।
श्रुति लगातार सिस्कारे निकाल रही थी। उसे भी बड़ा मजा आ रहा था। मेरी बीबी दूसरे कमरे में मजे से सो रही थी। इसलिए मेरे पास श्रुति को चोदने का अच्छा मौका था। मेरे अंदर का चोदू मर्द जाग गया और मैं पागलो की तरह उसके दोनों दूध से खेलने लगा। मुंह में ले लेकर रस पीने लगा। “..अई..अई…..मजा आ रहा है जीजा जी!! कितना मजा आ रहा है” वो कहने लगी।
मैं भी संगदिल सनम बन गया और ऐसे चूसने लगा जैसे वो मेरी बीबी हो। जोश में कितनी बार उसके मुलायम खरगोश जैसे कबूतरों पर मेरे दांत गड़ जाते थे। श्रुति …..सी सी सी सी…करने लग जाती थी। फिर मैंने खुद ही अपना शर्ट पेंट खोल दिया और चड्डी भी निकाल दी।
मेरा लंड 8” लम्बा और 3” मोटा लोहे की रॉड की तरह दिख रहा था। मैं अपनी जवान साली के पेट से अब खेलने लगा। हाथ लगा लगाकर सहलाये जा रहा था और किस कर रहा था। श्रुति की नाभि बहुत सेक्सी और कुवें की तरफ गहरी थी। मैं उसमे जीभ डालने लगा और पीने लगा।
श्रुति love you जीजा जी!! love you जीजा जी!!” कहे जा रही थी। फिर उसकी नाभि को 10 मिनट चूसता पीता रहा। अब कमर पर पहुच गया। क्या नागिन जैसी पतली कमर थी दोस्तों। मैं मदहोश हो गया। कमर पर खूब किस किया। फिर उसकी पेंटी को हाथो से पकड़कर खीचने लगा। उसे उतार दिया।
श्रुति चूत को जांघे चिपका कर छुपाने लगी। उसकी टाँगे तो एयर होस्टेस वाली लड़कियों जैसी सुंदर थी। मांसल और मुर्गी की टांग की तरह भरी हुई दिख रही थी। मैं उसकी टांगो से खेलने लगा। फिर दोनों जांघ पर हाथ फिरा फिराकर किस करने लगा।
कुछ देर में श्रुति को खुद ही अपनी जांघे खोलनी पड़ी। उसकी चूत का दीदार हो गया। सोच रहा था काली काली झांटो में छुपी हुई चूत देखने को मिलेगी। पर यहाँ तो जंगल अच्छे से साफ़ किया हुआ था। मुझे देखकर ख़ुशी हुई क्यूंकि मुझे साफ़ चिकनी चूत मारना ही पसंद है। बड़ी बड़ी झांटो में नही।
“तुमने झांटे कब बनाई श्रुति! बड़ी चिकनी बुर है तेरी!!” मैं पूछा.
वो अपने चहरे को दोनों हाथ से ढके ढके बोली “आज सुबह ही बनाई है जीजा जी”.
“ग्रेट!!” मैंने कहा.
फिर उसके पैरो को और अच्छे से खोल दिया। श्रुति का अनचुदा भोसड़ा ठीक मेरे सामने था। मांसल उभरी हुई फूली फूली चुद्दी थी। मैं पागल हो गया।
“मैं तो तेरा भोसडा पियूँगा श्रुति!!” मैं मुस्कराकर बोला.
“तो रोका किसने है जीजा जी!!” वो बोली मुंह को ढके ढके.
मैं टूट पड़ा। चूत को अपने मुंह से ढंक दिया और जल्दी जल्दी चाटने चूसने लगा। श्रुति कामुक तरह से “हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी… हा हा.. ओ हो हो….” कर रही थी। मुझे उसकी आहे सिसकियाँ बड़ी मादक लग रही थी।
मैं चूत को दांत गड़ा गढ़ाकर काट काट कर चूस रहा था, पी रहा था। श्रुति की बुर थी ही ऐसी। मेरे लिए उसकी चूत बहुत कीमती वस्तु थी। मैंने चूस चूसकर उसे पागल कर दिया। श्रुति मेरे सिर के बालो को पकड़कर नोचने लगी। “उ उ उ उ उ…… अब मुझे चोद डालो जीजा जी!! अब इंतजार नही होता…… सी सी सी सी….. ऊँ… वो कहने लगी
मैंने उसकी दोनों जांघो को पकड़कर अपना सर उसकी दोनों जांघो के बीच में रखकर बुर को खूब चूसा। श्रुति मेरे सर को पकड़कर चूत में धकेलने लगी। उसका बस चलता तो मेरा सिर ही चूत में घुसा देती। उसके चूत के बड़े से उठे उभरे दाने और चूत की कमल जैसी पंखुड़ी को मैंने जी भरकर चूस डाला। श्रुति की ऐसी तैसी हो गयी। अब वो कमर बार बार उपर उठाने लगी।
“….. ऊँ…ऊँ…ऊँ….प्लीसस्स्स्स चोदो जीजा जी..”. वो कहने लगी.
अब मैंने जल्दी से अपना लंड उसकी बुर पर रखा और अंदर की तरफ धकेला। लंड अंदर उतर गया। मैं अपनी मॉडल जैसी दिखने वाली खूबसूरत साली को चोदने लगा। अब श्रुति शांत होकर चुदाने लगी। मैं उसके उपर ही लेट चूका था और अपनी गांड उठा उठाकर चूत में धक्के दे रहा था।
श्रुति आँखे मूंदे थी। मैं चूत का भूत उतार रहा था। उसकी बुर काफी गुदगुदी और नर्म थी। मेरा 8” का लंड बड़े आराम से उसमे अंदर बाहर जा रहा था। अब श्रुति अपने होठो को दांत से चबाये जा रही थी। मैं चूत में गमाक गमाक धक्के देते चूत का चुकन्दर बना रहा था।
“ohh!! yes yes yes जीजा जी!! fuck me hard ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी… वो जोश में चिल्ला रही थी और टांगो को और अधिक फैला रही थी. मुझे उसके जोश को देखकर बड़ा जोश चढ़ रहा था। अब तो मैं भी लम्बे लम्बे धक्के चूत में दे रहा था। अच्छे से उसे पेल रहा था। जिससे वो पूरी तरह से संतुस्ट हो जाए और फिर से मुझसे चुदवाये।
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इस तरह मैंने 20 मिनट अपनी मॉडल जैसी साली की चूत को खाया। फिर लंड बाहर निकाल लिया। श्रुति का मुंह ठीक सामने था। “चल फेट इसे!!” मैं बोला. श्रुति मेरे सिलबट्टे जैसे लौड़े को जल्दी जल्दी फेटने लगी। अब मेरा माल छूटने वाला था। मेरा लंड तमतमाया हुआ दिख रहा था। फिर कुछ सेकंड बार श्रुति बड़ी जल्दी जल्दी लंड पर मुठ देने लगी और 5 6 सेकंड बाद मेरे लंड से पिचकारी छूट गयी।
श्रुति के मुंह पर मेरा माल गिरने लगा और काफी देर पिचकारी निकली। श्रुति ने जल्दी से मुंह खोल दिया। माल उसके मुंह में गिर गया और उसका पूरा चेहरा ही मेरे सफ़ेद माल से रंग गया। “मजा आ गया जीजा जी सी सी..हा हा हा..” रिप्मी अपने गाल से माल को ऊँगली में उठाकर मुंह में चाटते हुए बोली. कुछ देर बाद मैंने अपनी साली की गांड चोद डाली। मेरी बीबी को हमारे काण्ड के बारे में नही पता चला। अब जब भी वो मेरे घर आती है, मैं उसे चोद लेता हूँ।