Desi Gay Boy XXX
मेरा नाम अजय है। मै लखनऊ में इंदिरा नगर में रहता हूँ। मेरी उम्र 22 साल की है। मै देखने में बहुत खूबसूरत लगता हूँ। अब तक मुझसे कई लडकियां पट कर चुदवा चुकी हैं। मैं अभी तक कई लड़कियों को पटाकर चोद चुका हूँ। चुदाई न करने की वजह से मेरी चोदने की प्यास बढ़ती ही जा रही थी। Desi Gay Boy XXX
लडकियां मुझे देखते फ़िदा हो जाती हैं। मुझे गांड चोदने में बहुत मजा आता है। रोज चुदाई करने के बावजूद भी मेरा लंड हमेशा चूत का प्यासा रहता है। मेरे क्लास में सारे लड़को की एक दो गर्लफ्रेंड हैं। सबकी गर्लफ्रेंड को देख कर मेरा लौड़ा खड़ा हो जाता है। मेरे कॉलेज की अच्छी से अच्छी लड़किया मरती है मुझ पर।
मेरी पर्सनालिटी भी बहुत ही जबरदस्त है। इसी वजह से लड़कियां मेरे और करीब आना चाहती हैं। दोस्तों मै एक मीडियम परिवार का लड़का हूँ। मेरे पापा गवर्मेंट जॉब करते है। मुझे घर से जो खर्चा मिलता है। उससे मेरा खर्चा पूरा नहीं होता। मै किसी तरह से इधर उधर से करके अपना खर्चा चलाता हूँ। मेरा सारा पैसा लड़कियों पर खर्च हो जाता है।
दोस्तों आपको तो पता ही होगा की लड़कियों को कितना पैसा खर्चा होता है। मै भी इसी लत का शिकार हूँ। दोस्तों मैं अब तक बहुत सारा पैसा खर्च कर चुका हूँ। मै ही अकेला अपने घर का वारिश हूँ। मैं नहीं तो और कौन खर्च करेगा सारा पैसा। लेकिन अब मेरा खर्चा चला रहा है मेरा दोस्त।
जिसका नाम संजू है। संजू बहुत ही बड़े घर का लड़का है। उसके पापा बहुत बड़े सरकारी इंजीनियर हैं। मैंने उसका घर भी देखा है। लेकिन अभी जितने भी बडे घर का हो गांड तो मैं ही मारता हूँ। अभी पहली बार मुझे रात के टाइम मिला था। मैं रात को करीब 11 बजे घर आ रहा था। संजू ने मुझे देखा। लेकिन मैं संजू को नहीं जानता था। संजू भी मुझे नहीं जानता था। लेकिन फिर भी उसने मुझे रोक लिया।
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संजू-“हे स्मार्ट बॉय स्टॉप स्टॉप स्टॉप.”
मैं रूक गया।
मै-“हाँ भाई साहब बताइये.”
संजू-“मेरा एक काम करोगे.”
मै-“कैसा काम!! मै तो तुम्हे जानता तक नहीं फिर तुम्हारा काम क्यूँ करूं??”
मैने इतना कहकर वहाँ से चलने लगा। संजू ने मुझे पकड़ लिया।
संजू-“मेरे भाई मेरी बात तो सुनो.”
मै-“छोडो यार मुझे जाने दो। मुझे कोई काम नहीं करना.”
संजू-” यार प्लीज़ मेरा काम कर दो.”
मैंने कहा-“कौन सा काम है जल्दी बताओ.”
संजू ने मुझे पास की गली में ले गया। संजू ने कहा मुझे तुमसे अपनी गांड मरवानी है।
मैं-” तुम्हारा दिमाग तो नहीं खराब हो गया.”
संजू ने मेरे पैंट की हुक खोल दी। मेरे पैरो को पकड़ कर कहने लगा-“आज तुम मुझे कुछ ही करने दो नहीं तो मैं तुम्हारा पैर नहीं छोड़ूंगा। मै डर गया। मैंने पास से जाकर कहा आज बहुत रात हो चुकी है। मैं उसके सारे गुण समझ गया। मैं बहाना मारने लगा। आज मेरा मूड नहीं है। कभी और कर दूंगा तुम्हारा काम।
उसने कहा अपना लौड़ा ही दो मिनट को दे दो चूसने के लिए। मैं डर गया। कही मेरा लौड़ा ना काट ले। मैंने नहीं नहीं कहा। लेकिन संजू ने कहा- “डरो नहीं मैं सिर्फ दो मिनट लेकर चूसूंगा.” मैंने अपना लौड़ा निकाल कर डरते हुए सामने कर दिया। उसने मेरे लौड़े की काफी तारीफ की। मेरे पास अब कोई और चारा भी नहीं नहीं बचा था। वो मेरे पैरों को छोड़ ही नहीं रहा था।
संजू-“यार तुम्हारा लौड़ा बहुत गोरा है काफी बड़ा भी है.”
मै-“यार अब जल्दी करो मुझे देर हो रहा है.”
संजू-“दो मिनट यार अभी चले जाना.”
संजू मेरे लौड़े को चूस चूस कर और बड़ा कर दिया। मै भी काफ़ी जोश में आ गया। मेरा लौड़ा संजू अपने हाथों से मुठ मार मार कर चूस रहा था। संजू ने मुठ मार मार कर मेरा लौड़ा गर्म कर सारा माल निकाल दिया।
संजू-” गिरा दो मेरे मुँह में अपना माल। मैं अब तक माल के गिरने का ही तो इंतजार कर रहा था।
मैने अपना सारा माल संजू के मुँह में गिरा दिया। संजू ने मेरा सारा माल पी लिया। संजू ने मुझे थैंक्स बोला। मुझे यकीन हो गया। ये सच में अपनी गांड मरवाने को बेकरार है। मैंने भी सोचा। गांड लड़के की हो या लड़की की। मारने में तो उतना ही मजा आयेगा। मैंने अपना लौड़ा संजू के मुह से निकाला। अपना पैंट ऊपर करके हुक बंद किया।
संजू-“कब मिलोगे.”
मैंने कहा-“देखो भाई कहा आना है। मैंने कहने में कीच काच की.”
उसने अपने पर्स से 1 हजार रुपया निकाला। बोला-“होटल के पास आ जाना.”
मै दूसरे दिन नहा धो के संजू की गांड मारने के लिए घर से निकला। संजू ने जहां बताया था। मैं टाइम से पहुंच गया। संजू भी वहाँ पहले से ही खड़ा एरा इंतेजार कर रहा था। मैंने वहाँ जाकर देखा तो देखता ही रह गया। इतना अमीर घर का लड़का दूसरों से गांड मरवाता फिरता है। मैंने पूंछा भाई तुमको गांड मरवा कर क्या मिलता है। उसने जबाब दिया-“जितना मजा तुमको गांड मार के आता है। उतना ही मजा मुझे गांड मरवा कर आता है.”
मैंने कहा-“कब से तुम मरवा रहे हो.”
संजू-“बचपन से ही अच्छे अच्छे लड़को से मरवा रहा हूँ.”
संजू होटल में जाकर खिलाया पिलाया। उसके बाद उसने एक रूम लिया।
बोला-” आज रात हम दोनों को यही ठहरना है” मैंने घर पर बोल दिया था। आज मैं अपने दोस्त के घर जा रहा हूँ। आज मैं नहीं आऊंगा। मम्मी से बता कर चला आया था। मैंने रूम में जाकर फ्रेश हुआ। इधर संजू मेरे लौड़े का इंतजार कर रहा था।
मैने संजू के पास आकर बोला-“संजू तेरा घर कहाँ है.”
संजू-“संजू ने अपने पापा का नाम बताया.”
मैं चौंक गया। उसके पापा तो वाकई बहुत अमीर आदमी थे। उसने बताया उसके घर में उसके अलावा उसके पापा ही यहां रहते है। संजू मेरे लौड़े की तरफ बढ़ा। संजू ने मेरा पैंट निकाल कर मेरा लौड़ा चूसने लगा। संजू ने मेरा लौंडा अपने दोनों हाथों से पकड़ कर चूस रहा था।
संजू मेरा लौड़ा अपने मुँह में लेकर लॉलीपॉप की तरह से चूस रहा था। मैंने पहली बार किसी लड़के से अपना लंड चुसवा रहा था। मैंने लड़कियों को तो बहुत लंड चुसवाया है। लेकिन लड़के को चुसाना मेरा पहली बार था। मैंने अपना लौड़ा उसकी मुँह में रख कर चुसवा रहा था। संजू बड़े मजे मजे से मेरा लौड़ा चूस रहा था।
सी..सी…सी….सी..सी… इस्स्स..इस्स्स की आवाज के साथ चूसने लगा। मुझे तो वो बिल्कुल लड़कियो की तरह लगने लगा। लडकियां भी मेरा लंड मुँह में लेकर सी सी करके चूसती थी। संजू अपनी गर्म गर्म साँसे मेरे लौंडे पर छोड़ रहा था। मेरा लौड़ा बड़ा ही होता जा रहा था।
मेरे लंड की नसें फूलती ही जा रही थी। मैं लेट गया। संजू झुक कर मेरा लौड़ा चूसने लगा। मै भी अपना लौड़ा उठा उठा कर संजू को चुसवा रहा था। मै संजू को उसके मुँह में ही चोद रहा था। संजू की मुँह को चोद ने के साथ संजू मुठ भी मार रहा था। संजू के मुठ मारने से मेरे लंड की स्पीड दुगनी हो गई। मै झड़ने वाला हो गया।
मै-“संजू मै झड़ने वाला हूँ.”
संजू-“रोज बताना पडेगा। जहां कल झड़ा था वही आज भी झड़ दे.”
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मैंने अपना माल फिर से संजू की मुँह में अपना माल गिरा दिया। संजू ने बड़े मजे से मेरा माल पी लिया। हम दूसरे राउंड को तैयार हो रहे थे। की संजू के पापा का फ़ोन आया। संजू के पापा को कही बाहर किसी काम से जाना था। संजू के पापा ने उसे अर्जेंटली उसे घर पर बुलाया। संजू ने मना कर दिया।
उसके पापा उसे डांटने लगे। तो उसने हाँ कर दिया। उसका फ़ोन हैंड फ्री था। मैं सबकुछ कान लगाए सुन रहा था। संजू ने कहा ठीक है पापा मै अभी आधे घंटे में आता हूँ। मैं अभी अपने दोस्त के घर पर आया था। आ रहा हूँ थोड़ी दे बाद। इतना कहकर संजू ने मुयः लटका कर बैठ गया। संजू अपना पर्स मेरे सामने ककर्ते हुये कहने लगा।
संजू ने मुझसे कहा-“जितना मन करे उतना पैसा निकाल लो मेरे पर्स से। लेकिन आज रात तुम मेरे साथ मेरे घर पर चलो.” वहाँ पर भी कोई नही है। मै और तुम होंगे वहां पर।
मुझे उसके घर पर जाने में डर लग रहा था। मैंने ना बोल दिया।
मै-” संजू तुम अपने घर जाओ। मै अपने दोस्त के यहाँ चला जाऊंगा.”
संजू-“मै भी तो तुम्हारा दोस्त हूँ। चलो मेरे घर मेरे साथ.”
मैं-“तुम्हारे पापा कुछ बोलेंगे तो.”
संजू-“कुछ नही बोलेंगे वो इस बात की पूरी गारंटी है मेरी.”
मै मान गया। संजू ने अपनी गाड़ी निकाली और हम दोनों बैठकर उसके घर की तरफ चल दिए। संजू एक शानदार बंगले के सामने अपनी गाड़ी खड़ी कर दी।
मैने कहा-“अपनी गाड़ी यहाँ क्यों रोक दी.”
संजू-” यार यही तो मेरा घर है.”
मैंने तो दांतो के नीचे अंगुली दबा ली। वाचमैन ने आकर गेट खोला। उसने नीचे अपनी गाड़ी खड़ी करके। मुझे अपने साथ अपने बंगले में चलने को कह रहा था। मेरी तो इतने बड़े बंगले में घुसने से गांड फट रही थी। संजू ने अंदर जाकर अपने पापा से मिलाया। मैंने नमस्ते किया।
संजू के पापा बोले-” बेटा क्या तुम्हारे हो घर पर थे। या कही अलग थे। सही सही बताना.”
मैं-“अंकल ये तो मेरे ही घर पर बैठा मुझसे बात कर रहा था कि आपका फ़ोन आ गया। इसनें मुझे जबरदस्ती बुला लाया.”
बोला-“यार तुम भी मेरे साथ चले चलो। आज मेरे पापा भी घर पर नही रहेंगे। अच्छा नहीं लगता.”
तो मै भी इसी के साथ चला आया। अंकल ने कहा बहुत अच्छा किया। अब तुम लोग खाना खा लो। और सो जाओ। मुझे अपने काम से बाहर जाना पड़ रहा है। दो तीन दिन भी लग सकता है। तो तुम दोनों रात को यही आ जाना। मैंने कहा ठीक है अंकल जी। अंकल वहाँ से चले गए। नीचे देख कर अपने पापा के निकलने का इंतजार कर रहा था। उसने गाड़ी को बाहर जाते देखकर बहुत खुश हो गया।
संजू-“स्मार्ट होने के साथ साथ बुद्धिमान भी हो.”
मैंने कहा-“और नहीं तो क्या तुम्हारी तरह गांड मरवाता फिरता हूँ” इतना कहकर मैं हँसने लगा।
संजू ने पूंछा-” बियर पीते हो.”
मैंने कहा बिलकुल पिता हूँ। संजू ने बियर लेकर आया। मैंने इतना महंगा बियर पहली बार देखा था। मैंने तो भाई 4 ही पैग मार लिया। लेकिन संजू ने ज्यादा पी लिया। संजू ने दरवाजा खिड़की सब बंद कर दिया। मैंने अपनी पैंट उतारी। मेरा पैंट उतरता देखकर संजू मेरे पास आया। और मेरे लौड़े को पकड़ कर कहने लगा। आज तो।अब मेरी गांड मारने से कोई नहीं रोक सकता।
और इतना कहकर अपनी मुँह से सनी लियॉन की तरह “उ उ उ उ उ…अ अ अ अ अ आ आ आ आ….सी सी सी सी…ऊँ…ऊँ…ऊँ…” की आवाज निकालने लगा। उसने मेरा लौड़ा पकड़ कर फिर से चूंसने लगते हैं। मैंने अपना लौड़ा इस बार उसके मुँह में गले तक घुसा रहा था। मेरा लौड़ा उसके मुँह में घुसते ही उसकी साँसे अटक जाती थी।
संजू-” “…उंह उंह उंह..हूँ..हूँ…हूँ…हमममम अहह्ह्ह्हह…अई….अई…अई…” करने लगता था।
संजू की मुँह से अपना लौंडा निकाल कर मैंने संजू को लिटा दिया। संजू ने अपना अंडरविअर और पैंट निकाल दिया। मैंने उसकी गांड देखी। उसका लौड़ा था छोटा था। लेकिन उसकी गांड बहुत ही अच्छी लग रही थी। उसकी गांड पर आम मर्दो की तरह बाल नहीं थे। संजू की गांड के आगे तो कोई लड़कियों की चिकनी चूत भी ना चोदे। मैंने जैसा सोचा था उससे अच्छी गांड थी उसकी। मैंने भी देर ना करते हुए। संजू की गांड चोदने को तैयार हो गया।
संजू ने कहा-” भाई इतने देर से इन्तजार कर रहा था। दो बार झड़ चुका है तू अब ना झड़ना। अबकी बार मेरी गांड अच्छे से मारना.”
संजू इतना कहकर अपने टांगों को फैलाने लगा। संजू की गांड की छेद पर अपना लौड़ा रख कर दो तीन बार रगड़ा। संजू की गांड में अपना लौड़ा घुसाने लगा। संजू की गांड बहुत टाइट थी। मेरा लौड़ा घुस ही नहीं रहा था। फिर थूक वाला आईडिया मुझे संजू ने बताया।
मैंने अपने लौड़े पर थूक लगाया। थूक लगा कर अपना लौड़ा मैंने संजू की गांड में दाल दिया। लौड़े का टोपा ही संजू की गांड में घुसा था। संजू की गांड की छेद फट गई। संजू ने जोर से चिल्लाना शुरू किया “आ आ आ अह्हह्हह …ईईईईईईई …ओह्ह्ह्हह्ह….अई…अई..अई…अई…मम्मी….” की आवाज के साथ चिल्लाने लगा। मैंने अपना लौड़ा उसकी गांड में फिर से घुसा दिया।
लौड़ा घुसते ही उसकी चीखे बढ़ती ही जा रही थी। मैंने संजू से कहा आराम से बोलो। मै धीऱे धीऱे डाल रहा हूँ। संजू ने कहा दरवाजा खिड़की सब बंद है। कोई आवाज बाहर नहीं जायेगी। मैंने संजू की गांड में और जोर से अपने लौड़े को घुसाया। पूरा लौड़ा घुसते ही संजू ने अपनी आवाज बढ़ा ली।
उसने और जोर से “ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ …ऊँ…ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा… ओ हो हो…” करने लगा। मैंने संजू की गांड में लौड़ा डाल डाल कर अच्छे से संजू की गांड चुदाई करने लगा। संजू भी अपना गांड उठा उठा कर चुदवा रहा था। संजू की गांड कुछ देर तक ऐसे ही चोदने के बाद।
मैंने संजू को झुका दिया। संजू की कमर को पकड़ कर मैंने संजू की गांड में अपना लौड़ा घुसा दिया। संजू ने अपनी गांड आगे पीछे करके चुदवाने लगा। संजू को बहुत मजा आ रहा था। मुझे भी लड़कियों की गांड मारने से ज्यादा मजा संजू की गांड मारने में आ रहा था।
मै अपना लौड़ा जड़ तक संजू की गांद ने में डाल रहा था। संजू भी अपनी गांड हिला हिला कर चुदवा रहा था। संजू के मुँह से “आई….आई…आई….अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी…हा हा हा…” की चीख निकल रही थी। संजू को कुछ देर तक मैंने ऐसे ही चोदता रहा।
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संजू भी मजे ले ले कर चुदवाता रहा। मै खड़े होकर उसकी गांड मार कर थक गया। संजू को मैंने खड़ा किया। मै बिस्तर पर लेट गया। संजू ने मेरे लौड़े पर अपनी गांड़ सेट करके चुदने लगा। संजू उछल उछल कर अपने आप की गांड चुदवा रहा था। संजू ने अपना का लौड़ा भी उछल रहा था। संजू अपने लौड़े की मुठ मार मार कर उछल उछल कर चुद रहा था। संजू की गांड़ ने मेरे लंड का माल निकाल लिया। मेरा लौड़ा मैक्ल निकालने को तैयार हो गया।
मैंने संजू को बताया। संजू अपना मुँह मेरे लंड में लगा कर मेरा लंड मुठ मार कर चूसने लगा। मैंने अपना माल संजू के मुँह में गिरा दिया। संजू मेरा माल पी गया। संजू ने मेरा लंड चूसते हुए कहने लगा। पहली बार तुमने मेरी गांड की अच्छे से चुदाई की है। दो तीन दिन के पैसे एडवांस में ले लो और मेरी गांड़ मारने आ जाया करना। जहां मै बोलूं। मुझे बहुत मजा आ रहा था। पैसे के पैसे मिलते थे। साथ में लंड की प्यास भी बुझ जाती थी।