Sexy Girl Kahani
मैं उम्मीद करती हूँ कि यह कहानी सभी लोगों को जरुर पसंद आएगी। दोस्तों जैसे ही मैं १२वी पास करके कॉलेज में बी.ए. करने पहुच गयी मुझे चुदाई के बारे में पता चल गया और मैं दिन रात सोचने लगी की कैसे सेक्स का मजा लिया जाए। Sexy Girl Kahani
मेरी सहेलियों ने मुझे कई लड़कों से मिलवाया और मैंने शशांक नाम के एक लड़के को अपना बॉयफ्रेंड बना लिया। हम दोनों डेट पर जाने लगे और धीरे धीरे मुझे उससे प्यार हो गया। एक दिन वो मुझे कॉलेज की छत पर ले गया। आमतौर पर वहाँ आना मना था।
पर प्रेमी जोड़े यहाँ चुपके से आ जाते थे और छिपकर चुदाई करते थे। कॉलेज की छत पर आना तो मना ही था। उपर से हमारा प्रिंसिपल डी पी सिंह बहुत खडूस आदमी था। वो लड़के लड़कियों को आपस में बात करते नही देख सकता था और हमेशा यही सोचता था की उसके कॉलेज के लड़के लड़कियाँ आपस में चक्कर चला रहे है और चुदाई करते है।
मेरा बॉयफ्रेंड शशांक मुझे कॉलेज की छत पर ले आया। हमारा कॉलेज तो बहुत बड़ा और विशाल था, इसलिए छत भी बहुत बड़ी थी। जब मैं शशांक के साथ उपर कई तो कई जोड़े कोने कोने में लेट कर चुदाई का मजा कर रहे थे। मुझे भी ये बहुत अच्छा और मस्त लगा। शशांक ने मेरे दुपट्टे को जमींन पर बिछा दिया और हम दोनों बैठकर किसी प्रेमी जोड़े की तरह बात करने लगे।
“शबाना……तूने कभी लंड खाया है????” शशांक ने पूछा.
“नही….” मैंने हँसने लगी.
“जान….. आज मैं तुमको बताऊंगा की लड़कियाँ लंड कैसी खाती है!!” शशांक बोला.
“जानू…..आज मैं भी तुमसे कसके चुदना चाहती हूँ। शशांक आज तुम मेरी सारी जवानी लूट लू और मुझे कसके चोद लो!!” मैंने अपने बॉयफ्रेंड शशांक से कहा।
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उसके बाद हम दोनों कोने में बैठकर आपस में किस करने लगे। शशांक से मुझे बाहों में भर लिया था। मैं २० साल की वयस्क लड़की हो चुकी थी और चुदने को पूरी तरह से तैयार थी। मैं खुश थी की मेरा बॉयफ्रेंड शशांक आज मेरी सील तोड़ देगा और मुझे मस्ती से चोदेगा।
हम दोनों कॉलेज की छत पर बैठकर रोमांस करने लगे। अगर हम खड़े हो जाते तो कॉलेज के गार्ड हमे देख सकते थे। इसलिए हम लोग बैठ गये थे और छिप गये थे। शशांक ने मुझे पीठ पर दोनों हाथो से पकड़ लिया और मेरे रसीले और गुलाबी होठ चूसने लगा। मुझे भी बहुत मजा आ रहा था।
दोस्तों मेरे ओंठ बहुत रसीले और गुलाबी थे। शशांक मेरे ओंठो की लाली चुरा रहा था। किस करते करते हम दोनों गर्म होने लगे। मैंने भी शशांक के होठ को मजे से चूस रही थी। धीरे धीरे मुझे अच्छा लग रह था और एक अजीब सा नशा छा रहा था।
फिर शशांक ने मुझे दुपट्टे पर लिटा दिया। मैंने कॉलेज का सिलेटी रंग का सूट पहन रखा था। शशांक ने मेरी कॉलेज ड्रेस निकाल दी। मेरा कॉलेज का सिलेटी सूट निकाल दिया, फिर मेरी सफ़ेद रंग की कसी ब्रा भी निकाल दी। मेरे बूब्स ३४” के शानदार और बड़े सुंदर थे। मेरे खूबसूरत बूब्स को देखकर शशांक मचल गया और मेरे उपर ही लेट गया और मेरे बूब्स अपने हाथ से दबाने लगा।
“……अई…अई….अई……अई….इसस्स्स्स्स्स्स्स्…….उहह्ह्ह्ह…..ओह्ह्ह्हह्ह….”मैं आवाज करने लगी.
“शबाना…जान आवाज मत करो। देखो यहाँ जितनी लौंडिया चुद रही है कोई आवाज नही कर रही है। सब की सब आराम से आवाज दबा कर चुदवा रही है!!” शशांक बोला।
फिर मैं बड़ी धीरे धीरे आवाज कर रही थी। वो मेरे खूबसूरत बूब्स को हाथ से दबाने लगा और मजे लेकर पीने लगा। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मैं उसे प्यार करने लगी। मेरी चूचियां बड़ी मस्त मस्त गदराई हुई थी। शशांक मजे लेकर मेरी चूचियों को चूस रहा था। मुझे कुछ कुछ होने लगा।
आज मैं पहली बार किसी लड़के से चुदने वाली थी। आज मेरी भी सील टूटने वाली थी। शशांक का मुंह तो जैसे मेरे सारे दूध को ही चूसे जा रहा था वो मेरी एक एक छाती को जोर जोर से दबा रहा था और फिर मुंह में लेकर चूस रहा था।
बॉयफ्रेंड की छुअन से मुझे एक अलग तरह की उतेज्जना महसूस हो रही थी। “…..ही ही ही…….अहह्ह्ह्हह उहह्ह्ह्हह….. उ उ उ…” बोल बोलकर मैं कराह रही थी। मुझे अच्छा लग रहा था। मुझे मजा आ रहा था। आज मैं अपने जिस्म की भूख शशांक से चुदवाकर मिटाने वाली थी।
शशांक मेरे दोनों बूब्स को बड़ी मेहनत से चूस रहा था। मेरी चूचियों की निपल्स अब खड़ी होकर कड़ी कड़ी हो गयी थी। मेरी नंगी पीठ, कन्धो और हाथो को भी शशांक चूम रहा था और किस कर रहा था। वो मेरी नंगी पीठ को सहला रहा था और उसने मुझे करवट करके अपनी बाहों में ले रखा था।
मेरे बूब्स की निपल्स को वो दांत से काट रहा था। मुझे अजीब सा नशा चढ़ रहा था। जब वो मेरे ३४” के आम चूस चुका तो मैंने देखा की कई जहग उसके दांत के निशान मेरे मम्मो पर पड़ गये थे। पर मुझे इसमें मजा बहुत आया।
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फिर शशांक मेरे कॉलेज की ड्रेस वाला नारा खोलने लगा और उसने मेरी सफ़ेद सलवार निकाल दी। मैंने अंदर सफ़ेद रंग की पेंटी पहन रखी थी। शशांक ने वो भी खीचकर निकाल दी। मुझे शर्म भी आ रही थी। आज वो मेरी रसीली चूत की सिटी खोलकर मुझे चोदने वाला था।
मैंने शर्म से पिघल रही थी और पानी पानी हुई जा रही थी। शशांक ने मेरी दोनों टांगो को खोल दिया और मेरी चिकनी चमेली चूत को चाटने लगा। मैं मधहोश होने लगी। मुझे बड़ा अजीब सा लग रहा था। इसके अलावा मुझे बड़ा अच्छा भी लग रहा था।
शशांक मेरे गुलाबी भोसड़े में चाट रहा था। मेरी चूत पर एक भी झांट नही थी। सुबह ही मैंने इसे क्लीन शेव कर लिया था। कुछ देर बाद वो शशांक बिलकुल से पागल हो गया और बड़ी जल्दी जल्दी मेरी बुर पीने लगा। मुझे बहुत अच्छा लग रहा था। मुझे पुरे जिस्म में सनसनी महसूस हो रही थी।
चरम और तीव्र यौन उतेज्जना को मैं महसूस कर सकती थी। मेरे बॉयफ्रेंड शशांक की जीभ मेरी चूत के हर एक हिस्से को चूस रही थी। धीरे धीरे मेरी चूत नम और नर्म होती जा रही थी। शशांक मेरे चूत के दाने को चाट रहा था।
फिर उसने अपना लंड मेरी बुर के छेद पर रख दिया और जोर से धक्का मारा। मेरी सील टूट गयी और वो मुझे चोदने लगा। शशांक का लंड मेरी चूत में गच्च से अंदर उतर गया। शशांक मुझे चोदने लगा। मुझे बहुत दर्द हो रहा था। अब मैं कुवारी माल नही रह गयी थी।
शशांक ने मेरी गोरी गोरी झाघो को पकड़ लिया और मुझे हचाहच चोदने लगा। आज मैं जान गयी की चुदवाना क्या होता और और चूत में लंड खाना कैसा होता है। दोस्तों, आज मुझे ये मालूम हो गया। मेरी टाँगे अपने आप उपर की तरह उठ गयी और मैं मजे से अपने बॉयफ्रेंड से चुदवाने लगी।
कुछ देर बाद मुझे भी खूब मजा मिलने लगा और मैं जोर जोर से कराहने लगी। “ऊऊऊ ….आआआअ ओह हो आ आ आहा !! उई उई उई !! आउच!!” करके मैं जोर जोर से मीठी और बेहद मादक सिसकारी निकालने लगी। शशांक और जादा जोश में आ गया और मुझे कस कसके पेलने लगा।
कुछ देर बाद वो मेरे भोसड़े में गहरे धक्के देने लगा। मेरी कमर अपने आप नाचने लगी। मैं अपना पेट उपर की तरह उठाने लगी और किसी इन्द्रधनुष की तरह लगने लगी। मेरी चूत में फुरफुरी उड़ने लगी। शशांक मुझे पक पक पेलने लगा। जैसे वो कोई कद्दू काट करा हो।
फिर वो बिना रुके धक्के मारने लगा। कुछ देर बाद उसने अपना माल मेरी चूत में छोड़ दिया। फिर उसने मुझे कॉलेज की छत पर ही कुतिया बना दिया। अपने घुटनों और दोनों हाथो पर मैं कुतिया बन गयी। शशांक मेरे पीछे आ गया और झुककर मेरी चूत पीछे से किसी कुत्ते की तरह चाटने लगा।
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आह—मुझे बड़ा मजा मिल रहा था। उसने फिर से अपना लंड मेरी बुर में डाल दिया और पीछे से चोदने लगा। मेरे नाजुक, गोल, मांसल और चिकने चुतड को वो मजे से सहला रहा था। पीछे से मुझे खचा खच चोद रहा था। कुछ देर बाद वो फिर से मेरी चूत में झड गया।
उसके बाद हम दोनों ने अपने अपने कपड़े पहन लिए और अपने अपने घर चले आये। दोस्तों, धीरे धीरे मुझे चुदाई का नशा चढ़ने लगा और मैं शशांक से रोज चुदवाने लगी। मैं एक सेक्स एडिक्ट हो गयी और बिना चुदवाये तो मेरा दिन ही नही कटता था।
मेरा बॉयफ्रेंड शशांक कुछ दिनों के लिए अपने पापा के साथ शहर से बाहर चला गया था और इधर बिना लंड खाए मेरा काम भी नही चल रहा था तभी मुझे एक तरकीब सूझी की क्यूँ ना मैं अपने भाई से ही चुदवा लूँ। मेरा सगा भाई शाकिर भी मेरी उम्र का २० २१ साल का था और अभी तक उसने कोई माल भी नही पटाई थी।
मैंने शाकिर के कमरे में अपना फोन छोड़ दिया। उसमे ढेर सारी ब्लू फिल्मे थे। शाकिर को मुझसे गाने चाहिए थे। जैसे ही शाकिर ने मेरा फोन खोला तो उसे बहुत ही ब्लू फिल्मे उसे दिख गयी और वो खुद को रोक ना सका और देखने लगा।
कुछ देर बाद मेरा भाई बिलकुल पागल हो गया था, उसने दरवाजा बंद भी नही किया और अपनी पेंट खोलकर अपने बड़े से लौड़े को हाथ में लेकर फेटने लगा। मैं यही तो चाहती थी। मैंने इसी बीच शाकिर के कमरे में सिर्फ ब्रा और पेंटी में पहुच गयी।
मुझे देखकर वो घबरा गया और मोबाइल उसके हाथ से नीचे गिर गया। मुझे देखकर शाकिर डर गया था। मैंने उसे पकड़ लिया और किस करने लगी। शाकिर को तो यकीन ही नही हो रहा था की उसकी अपनी सगी बहन कभी उसके सामने ब्रा पेंटी में आ जाएगी।
जब तो वो कुछ सोचता मैं उसके होठो को चूसने लगी। उसने मुझसे दूर हटने की कोशिश की मगर मैंने उसे कसकर पकड़े रखा। कुछ दिन बाद मेरे भाई से शर्म ह्या त्याग दी और मुझे बाहों में भर लिया और मेरे गुलाबी होठ चूसने लगा। यही तो मैं चाहती थी।
शाकिर अच्छे से समझ रहा था की आज मैंने उससे चुदने के मूड में थी। आज मैं उसको अपनी बुर चोदने को देना चाहती थी। हम दोनों भाई बहन गरमा गर्म चुम्बन करने लगे। धीरे धीरे हम दोनों को बहुत मजा आने लगा। शाकिर ने मुझे बेड पर लिटा दिया और मेरे गले, कान, कन्धो, हाथ सब जगह किसी पागल आशिक की तरह वो किस करने लगा।
मैं “आऊ…..आऊ….हमममम अहह्ह्ह्हह…सी सी सी सी..हा हा हा..” करके सिसकारी लेने लगी। शाकिर के हाथ कुछ देर में मेरे रसीले बूब्स पर आ गये और वो मेरे बूब्स दबाने लगा। वो मुझ पर लेट गया था और मुझसे प्यार कर रहा था। हम दोनों में कोई बात नही हो रही थी क्यूंकि हम दोनों आज काम लगाने जा रहे थे।
मैंने उससे अपनी बुर चुदाने जा रही थी। मेरा सगा भाई मेरी दुग्गी चोदने जा रहा था। उसने मेरी ब्रा खोल दी और पेंटी भी उतार दी। अपने सगे भाई के सामने अब मैं पूरी तरह से नंगी हो गयी थी। शाकिर ने भी अपने कपड़े निकाल दिए और पूरी तरह से मेरे सामने नंगा हो गया था।
फिर वो मेरे उपर लेट गया और प्यार करने लगा। फिर वो मेरे दूध पीने लगा। शाकिर फिर हपर हपर करके मेरा दूध पीने लगा। वो जोर जोर से काली काली निपल्स को दांत से पकड़ कर उपर की ओर खींचता तो मेरी चुचि उपर की तरफ उठ जाती।
मेरी गदराई छातियाँ इतनी बड़ी थी की मुश्किल ने उसके हाथ में आ पा रही थी। वो तेज तेज मेरे दूध को दबा रहा था। मेरे रसीले स्तन किसी स्पंज छेने की तरह लग रहे थे। जिस तरह से छेने को दबाने पर रस टपकने लगता है और छोड़ दो तो छेना अपने आकार में फिर से वापिस आ जाता है, ठीक उसी मेरे दूध के साथ हो रहा था।
जब शाकिर जोर से मेरे दूध दबाता था तो वो पिचक जाते थे, पर जैसे ही वो छोड़ता था, फिर से मेरे रसीले दूध उतने बड़े हो जाते थे। इस तरह से शाकिर मुझे बड़े प्यार से मेरे दूध खीच खीच कर पीने लगा। मुझे बहुत जोर की यौन उतेज्जना होने लगी। मैं कामातुर हो गयी।
शाकिर का लंड खाने को मैं तपड रही थी। पर अभी तो वो मेरे दूध पीने में ही बेहद व्यस्त था। मेरी दोनों चुचि की निपल्स को दांत से काट रहा था और खींच खींच कर किसी लीची की तरह चूस रहा था। मैं दावे से कह सकती थी की मेरे दोनों गोल गोल दूध बड़े मीठे होंगे।
मैंने अपनी आँखों से देखा मेरे सगे भाई शाकिर का लंड किसी बिजली के खम्भे की तरह खड़ा हो गया था। बड़ी देर तब वो मुझे अपनी बीबी की तरह मेरे दोनों दूध अदल बदल कर पीता रहा। अब उसने मेरी टाँगे खोल दी और मेरी चूत में लंड डाल दिया और बड़ी शान से मेरा भाई मुझे चोदने लगा।
शाकिर मुझे धीरे धीरे चोदने लगे और मेरी चूत में लंड अंदर बाहर करने लगे। मैं अपने सगे भाई से चुदने लगी। उसका मोटा लंड खाने लगी। शुरू शुरू में मुझे बहुत दर्द हो रहा था। शाकिर ने मेरी मुँह पर अपना मुँह रख दिया और मेरे होठ पीने लगे।
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इससे मेरी आवाज भी दब गयी। शाकिर ने मुझे बाहों में लपेट लिया था और घपा घप चोद रहे थे। ओह्ह्ह्ह !! मैं बता नही सकती हूँ की चुदाई में मुझे एक अजीब सा नशा मिल रहा था। मेरी चूत के अंदर उसका विशाल लंड बड़ी जल्दी जल्दी अंदर बाहर जा रहा था। मेरी चूत चुदने से चट चट की मीठी आवाज हो रही थी। जैसे कोई ताली बजा रहा हो। दोस्तों, मैं अपने बॉयफ्रेंड शशांक का लंड खा चुकी थी और आज अपने सगे भाई से चुद रही थी और ऐश कर रही थी। मुझे बहुत मीठा मीठा लग रहा था।
कुछ देर बाद शाकिर मुझे बहुत तेज तेज चोदने लगे। किसी मशीन की तरह उन्होंने मुझे २० मिनट में कोई २०० बार जल्दी जल्दी चोद दिया और मेरी चूत में लंड अंदर बाहर करता रहा। उसके बाद शाकिर मेरी बुर में ही झड़ गये। पिच्च पिच्च की आवाज के साथ उसने अपना माल मेरी चूत में छोड़ दिया। दोस्तों अब मैं अपने बॉयफ्रेंड शशांक और भाई शाकिर का लंड रोज खाने लगी थी। मेरी जिन्दगी खुशियों से भर गयी थी।