Girlfriend Blowjob Porn
दोस्तों मेरी गर्लफ्रेंड का नाम दामिनी था। पिछले 6 महीने से मैं उसे डेट कर रहा था। वो मेरे साथ कॉलेज में पढ़ती थी। दामिनी बहुत खुले दिमाग की लकड़ी थी। सेक्स के मामले में वो काफी खुली हुई थी। उसे रोज सेक्स करना पसंद था। उसे रोज मोटा लंड चूत में लेना बेहद पसंद था। दामिनी बहुत गोरी और सुंदर लड़की थी। Girlfriend Blowjob Porn
उसका बदन बहुत गोरा, भरा हुआ और सुडौल था। फिगर कमाल का था। वो बहुत सेक्सी और हॉट माल थी। 34, 28, 30 का फिगर था उसका। छरहरा और बिलकुल फिट जिस्म था। वो 20 साल की एक जवान, आकर्षक नवयौवना है। उसके बदन की खाल तो इतनी गोरी और मुलायम थी की स्वर्ग की अफ़सराये भी उससे शरमा जाए। उसके ओठ, मम्मे, रेशमी काले बाल उसकी खूबसूरती बढ़ा देते थे।
उसकी लचकती छरहरी पतली कमर बहुत कामुक थी और चूत सबसे जादा बहुत मस्त थी। दामिनी को सेक्स करना बहुत पसंद था। उसके मम्मे 34” के थे। बहुत बड़े बड़े गोल गोल और रसीले थे। कोई भी लड़का उसके नंगे बूब्स को अगर एक बार देख लेता तो उसे चोदकर ही मानता।
मेरी गर्लफ्रेंड दामिनी इतनी खूबसूरत माल थी। पिछले 6 महीने में हम दोनों की काफी दोस्ती हो गयी थी। मैं आप लोगो से झूठ नही बोलूँगा। मैं उसके साथ सेक्स कर चूका था और उसे कई बार चोद चुका था। पर दामिनी उससे खुश नही थी।
मैं पुराने जमाने का इंडियन आदमी था जिसे बिस्तर में लड़की को सीधा लिटाकर चोदना ही आता था। पर मेरी गर्लफ्रेंड अमेरिकन टाइप की थी। उसे नई नई तरह से चुदाई करना पसंद था। मैं जल्दी से चुदाई करके कपड़े पहनने में विश्वास रखता था मगर दामिनी बिना कपड़े के घंटो घंटो रहना पसंद करती थी। धीरे धीरे वो मुझसे शिकायत करने लगी।
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“अभय!! मैं तुमसे बहुत नाराज हूँ” दामिनी एक दिन चिढकर बोली.
“क्या हुआ बेबी???” मैंने पूछा.
“तुमको अपना बॉयफ्रेंड बनाकर मैं बड़ी गलती कर दी है” दामिनी मुंह फुलाकर बोली.
“पर बेबी हुआ क्या????” मैंने फिर पूछा.
“मेरी सारी सहेलियों के बॉयफ्रेंड्स उनसे खूब लंड चुसाते, चूत चाटते है फिर उनको चोदते है। पर तुम इतने बोरिंग हो की 2 मिनट में सब कुछ निपटा देते हो” दामिनी तुनक कर बोली।
“पर बेबी! मैं इंडियन टाइप का मर्द हूँ” मैंने कहा.
“नही मुझे अमेरिकन टाइप का बॉयफ्रेंड चाहिए वरना मैं तुमको छोड़ दूंगी” दामिनी बोली.
दोस्तों उसकी जिद के आगे मुझे झुकना पड़ा। अब वो जैसी कहेगी उसी तरह मैं उसे चोदूंगा मैंने सोचा। कुछ दिन बाद उसके डैड और मम्मी शहर से बाहर किसी काम से चले गये थे। दामिनी ने मुझे काल किया और आने को कहा। शाम को 8 बजे मैं उसके घर पहुच गया। हम दोनों घर पर अकेले थे।
“बेबी तुम घर पर अकेली हो???” मैंने पूछा.
“फ़ालतू बाते मत करो अभय। आज तुम रात भर मुझे चोदोगे जैसे मैं कहूँगी” दामिनी बोली.
“ओके बेबी” मैंने कहा.
फिर हम दोनों सीधा बेडरूम में चले गये। दामिनी काफी अमीर थी। उसके पापा mbbs थे और शहर के नामी डॉक्टर थे। दामिनी आज पूरी तरह फ्रेश माल लग रही थी। उसके सफ़ेद और काले रंग की सीधी सीधी पट्टियों वाला टॉप और जींस पहन रखी थी। उसका बेडरूम भी बहुत आलिशान था। उसने ac ऑन कर दिया और मुझे अपने पास बुला लिया। मैं उसके पास बैठ गया।
“आओ ना अभय!! मुझसे बस प्यार करो!” मेरी चुदासी और सेक्सी गर्लफ्रेंड दामिनी बोली.
दोस्तों उसका बदन बिलकुल भरा हुआ था। दामिनी ने सीधा हाथ पकड़ा और अपने बाए बूब्स पर रख दिया। उसके बाद मैं भी चुदासा हो गया। मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और उसके टॉप के उपर से उसके 34” के गठीले बूब्स दबाने लगा। धीरे धीरे दामिनी को अच्छा लग रहा था।
कुछ ही देर में कमरा ac से काफी ठंडा हो गया था। मैं दामिनी के बगल बेड पर बैठा था और उसके बूब्स दबा रहा था। दामिनी “उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ… सी सी सी सी….. ऊँ—ऊँ…ऊँ….” की सेक्सी आवाजे निकाल रही थी। आज कैसे भी मुझे दामिनी को खुश करना था। जो जो वो कहेगी मैं करूँगा। मैं सोचा।
बाय गॉड!! उसकी चूचियां इतनी कसी और रसीली थी की मुझे अपनी गर्लफ्रेंड पर गर्व हो रहा था। बिलकुल संतरे जैसी बड़ी बड़ी गोल गोल चूचियां थी दामिनी की। काफी देर तक मैं उसके टॉप के उपर से उसके संतरे गोल गोल करके दबाता रहा। फिर दामिनी लेट गयी। उसके अपनी रसीली चूत की तरह इशारा किया। मैंने उसकी जींस की बटन खोल दी और चेन नीचे खीच दी।
“ओह्ह अभय!! प्लीस मेरी चूत सहलाओ जान!!” दामिनी किसी सेक्स बिच की तरह बोली.
मैं उसकी चेन के अंदर हाथ डाल दिया। उसने अंदर गुलाबी रंग की लेस वाली जालीदार पेंटी पहन रखी थी। मेरी गर्लफ्रेंड ह्मेशा महँगी पेंटी पहनती थी। उसकी कोई भी पेंटी 500 600 रूपए से कम नही होती थी। मैंने उसकी चूत को पेंटी के उपर से सहलाना शुरू कर दिया।
“ओह्ह्ह मजा आ रहा है अभय!! ओह्ह करते रहे जान!!” वो बोली.
मैं जल्दी जल्दी उसकी पेंटी के उपर से उसकी चुद्दी सहला रहा था। फिर मैं उसके चूत के दाने को उपर से ही घिसने लगा। दामिनी “ हूँउउउ हूँउउउ हूँउउउ ….ऊँ—ऊँ…ऊँ सी सी सी सी… हा हा हा.. ओ हो हो….” की कामुक और सेक्सी आवाजे निकाल रही थी। वो अपनी कमर भी आगे पीछे कर रही थी। साफ़ था की मैं उसे भरपूर मजा दे रहा था।
“ओह्ह अभय!! करते रहो! रुकना मत!” दामिनी बोली.
मैं और तेज तेज उसकी चूत सहलाने लगा। उसकी पेंटी अब उसके चूत के रस और शहद से भीग रही थी। वो अपनी कमर बार बार उठा रही थी। मैंने 15 मिनट तक उसकी जींस में हाथ डालकर उसकी चूत को सहलाया और उसके चूत के दाने को घिसकर उसे गर्म कर दिया। मेरी गर्लफ्रेंड अब चुदने को तैयार थी।
“अभय!! बेबी मुझे अपना लंड दो!!” दामिनी बोली.
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फिर जल्दी जल्दी उसने मेरी जींस का बटन खोल दिया और जींस उतार दी। मेरे अंडरवियर को उसने नीचे सरका दिया। दोस्तों मेरा 9” लम्बा का लंड धीरे धीरे खड़ा होने लगा। मैं अब खड़ा हो गया था। मुझे वैसे तो ये आधुनिक सेक्स मैनर्स पसंद नही थे पर दामिनी के लिए मुझे ये करना पड़ रहा था।
वो नीचे जमीन पर घुटनों मोड़ कर बैठ गयी और मेरे लंड को उसने पकड़ लिया। फिर जल्दी जल्दी वो मेरा लंड फेटने लगी। मुझे भी मजा आ रहा था। धीरे धीरे मेरा लंड पूरी तरह से खड़ा हो गया और लोहे जैसा सख्त हो गया। दामिनी ने वक़्त नही गवाया और तुरंत मुंह में ले लिया और जल्दी जल्दी चूसने लगी। मुझे शर्म आ रही थी।
दामिनी के हाथ रुकने का नाम ही नही ले रहे थे। वो बस जल्दी जल्दी मेरा लंड चूस रही थी। उसका मुंह मेरे लंड को जल्दी जल्दी चूस रहा था। दामिनी के सेक्सी होठ मेरे लंड पर जल्दी जल्दी फिसल रहे थे। फिर उसने पूरा 9” का लंड गले तक भर लिया और काफी देर तक निकाला ही नही। 2 मिनट बाद उनके लंड बाहर निकाला।
उसके मुंह में मेरे लंड से निकलता रस लग रहा था। दामिनी को भरपूर मजा मिल रहा था। फिर वो मेरी गोलियों से खेलने लगी। मैं उसके बेडरूम में था और जमीन पर खड़े होकर उससे चूसा रहा था। दामिनी जल्दी जल्दी मेरी गोलियां को चाटने लगी। फिर बारी बारी से उसने मेरी दोनों गोलियों को मुंह में ले लिया और किसी टॉफी की तरह काफी देर तक चूसती रही।
मुझे भी जोश आ गया। मैंने दामिनी का टॉप उतार दिया। फिर उसकी ब्रा उतार दी। अब वो मेरे सामने नंगी थी। अब वो और जादा हॉट और सेक्सी माल लग रही थी। मैंने दामिनी के मुंह में अपना लंड डाल दिया फिर किनारे से मैं ढक्कन खोलने लगा। उसके ओंठ के किनारे से मैं बार बार लंड हाथ से पकड़ कर निकाल लेता।
इस तरह बड़ा खेल किया मैंने। फिर मैं दामिनी के मुंह को अपने 9” के लम्बे लंड से पीटने लगा और थपथपाने लगा। काफी देर तक मैंने उसके चेहरे को पीटा। दोस्तों मुझे ये देखकर हैरत हुई की मेरा हट्टा कट्टा लंड उसके चेहरे के जितना लम्बा था। कुछ देर तक मैं दामिनी के चेहरे को अपने लंड से सेक्सी और कामुक अंदाज में पीटता रहा।
“कमोंन अभय!! फक मी हार्ड टूडे!!” दामिनी बोली.
“गेट नेक्ड बिच!!” मैंने कहा.
उसके बाद दामिनी ने अपनी जींस उतार दी और बिस्तर पर किसी रंडी की तरह लेट गयी दोनों टांग खोलकर। उसने अब भी अपनी लाल रंग की जालीदार पेंटी पहन रखी थी। मैंने अपने सारे कपड़े निकाल दिए। मेरे जिस्म में हर जगह कट थे। मेरा बदन कसरती था क्यूंकि मैं रोज जिम जाकर बोडी बनाता था।
मैंने अपना लंड सीधे हाथ में पकड़ लिया और जल्दी जल्दी फेटने लगा। कुछ ही देर में मेरा मोटा 9” का लंड किसी लोहे की राड की तरह सख्त हो गया था। मेरी गर्लफ्रेंड दामिनी का गोरा बदन आधुनिक वाइट लाईट में चमक रहा था। मैंने दामिनी के पैर खोल दिए और उसकी रसीली चूत को पेंटी के उपर से ही चाटने लगा। दोस्तों मैं इस समय बहुत सेक्सी फील कर रहा था।
मेरे अंदर का राक्षस जाग उठा था। मैं दामिनी की चूत को जल्दी जल्दी उसकी पेंटी के उपर से चाट रहा था। मेरी जीभ बड़ी जल्दी जल्दी उपर से ही उसे मजा दे रही थी। फिर दामिनी ने अपनी पेंटी को एक किनारे खिसका दिया और मेरे मुंह अपनी भरी हुई चूत दे दी।
दोस्तों दामिनी की बुर बिलकुल किसी पाँव रोटी की तरह फूली हुई थी। पूरी तरह से क्लीन शेव्ड थी। मैं भी उसका सहयोग करने लगा और जल्दी जल्दी उसकी चूत चाटने और पीने लगा। दामिनी “…….उई. .उई..उई…….माँ….ओह्ह्ह्ह माँ……अहह्ह्ह्हह…लिक माय पूसी!! ओह्ह यस अभय!!” बोलकर चिल्ला रही थी।
उसकी कमर आगे पीछे होकर नाच रही थी। दामिनी किसी चुदासी छिनाल की तरह लग रही थी। वो बार बार अपनी रसीली चूत की तरफ ताक रही थी। मैं तो पुरे जोश में आ गया था और किसी कुत्ते की तरह उसकी चूत चाट रहा था। दामिनी बार बार अपना मुंह सेक्सी अंदाज में खोल देती थी।
“कमोंन फक मी अभय!!” दामिनी चिल्लाई.
मैंने उसे बिस्तर के किनारे खीच लिया और अपना मोटा और 9” का हॉट डॉग जैसा दिखने वाला लंड मैंने उसकी चूत पर रख दिया। फिर अपने लंड के सुपाड़े से मैं उसके चूत के दाने को बार बार घिसने लगा। दामिनी को मजा आ रहा था। वो अपनी चूत की तरह ही देखने को कोशिश कर रही थी।
फिर मैंने जल्दी से लंड उसकी चूत में भीतर सरका दिया और उसे चोदने लगा। दामिनी को झटका लगा। फिर तेज तेज मैं उसे पेलने लगा। दामिनी “……मम्मी…मम्मी…..सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ. .ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” की सेक्सी आवाजे निकालने लगी।
मैंने उसके खूबसूरत मम्मो पर हाथ रख दिया और दूध को हाथो में पकड़ लिया। फिर मैं उसे सहला सहलाकर अपनी गर्लफ्रेंड को चोदने लगा। दामिनी अजीब तरह का मुंह बना रही थी। वो गर्म आवाजे निकाल रही थी। मैं उसे जल्दी जल्दी ठोकने लगा।
“ओह्ह यस!! फक मी हार्ड!! अभय!!” वो बोली और मेरा मनोबल बढ़ाने लगी.
मैं और जोश में आ गया। उसके खूबसूरत मम्मो को मैं गोल गोल सहलाने लगा। दोस्तों उसकी चूचियां बहुत कातिल थी। बड़ी बड़ी गोरी चूचियों पर काले काले सिक्के जैसी आकार के सेक्सी काले गोले थे जो बहुत ही सेक्सी लग रहे थे। मैं फिर दामिनी के उपर झुक गया और जुगाड़ ने मैंने उसकी चूची मुंह में भर ली और उस सिक्के जैसे काले गोले को जबरन चूसने लगा और अपने दांत गड़ाने लगा और जल्दी जल्दी कमर चलाकर उसे चोदने लगा।
दामिनी पूरी तरह से सेक्सी फील कर रही थी। वो मस्ती से चुदा रही थीऔर “आआआअह्हह्हह….. ईईईईईईई….ओह्ह्ह्…. अई. .अई..अई…..अई..मम्मी….” की मदमस्त आवाजे निकाल रही थी। साफ़ था की उसे मैं ओर्गेस्म (चरम सुख) का मजा दे रहा था। दोस्तों मैं जल्दी जल्दी उसे ले रहा था और उसकी सफ़ेद चूचियों की काली निपल्स चूसकर उसे चोद रहा था।
मैं बहुत अधिक कामुक और सेक्सी महसूस कर रहा था। हम दोनों के पसीना छूट गया था। मैं उसे पूरी शक्ति लगाकर पेल रहा था। तभी मैंने उसकी काली निपल्स पर दांत गदा दिए।“ओहह्ह्ह…ओह्ह्ह्ह…अह्हह्हह…अई..अई. .अई… उ उ उ उ उ…” दामिनी चिल्लाई। उसे दर्द हो रहा था।
पर आज मैं उसको अमेरिकन स्टाइल में चोद रहा था जैसा वो चाहती थी। इसलिए उसने कुछ नही कहा। मैंने उसकी काली निपल्स को कई बात दांत से काट खाया। वो पागल सी हो गयी थी। फिर मैंने उसकी दूसरी चूची भी मुंह में भर ली और उसके काले सिक्के जैसे दिखने वाले गोले को मैं दांत से काटने और चबाने लगा।
इसी बीच मैंने युद्ध स्तर पर उसकी चूत में तेज धक्के मारे की पूरा बेड चूं चूं करके हिलने लगा। दामिनी मेरी गोदी में आ गयी और उसका पूरा बदन किसी रस्सी की तरह ऐठने लगाअ। मैं समझ गया की बिच अब स्खलित होने वाली है। दामिनी की हालत अजीब सी थी। वो मेरे सामने किसी रंडी की तरह खुली हुई थी।
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मैं उसकी निपल्स को दांत से चबा रहा था और खा रहा था। जल्दी जल्दी मैं उसकी चुद्दी बजा रहा था। फिर मैंने लंड चूत से बाहर निकाला और दामिनी के भोसड़े को मैंने दोनों हाथो से खोल दिया। दोस्तों ये देखकर मुझे खुशी हुई की उसकी रसीली चूत पूरी तरह से फट गयी थी और 2” का मोटा छेद बन गया था। दामिनी जिस तरह से विदेशी स्टाइल में चुदाना चाहती थी मैंने आज उसका सपना पूरा कर दिया था। फिर जल्दी से उसके भोसड़े के छेद को मैं कुछ देर तक देखता रहा।
फिर मैंने लंड अंदर डाल दिया और जल्दी जल्दी उसे पेलने लगा। अब हम दोनों के बदन अकड और ऐठ रहे थे। 10 मिनट के सम्भोग के बाद हम दोनों साथ में स्खलित हो गये। दामिनी ने अपनी योनी में मेरे लंड पर अपने रस की फुहार छोड़ दी। फिर मैंने भी अपना रस छोड़ दिया। ये वाला सेक्स हम दोनों का अब तक अक बेस्ट सेक्स था। “ओह्ह माँ….ओह्ह माँ…उ उ उ उ उ……अअअअअ आआआआ….” दामिनी अब भी बोल रही थी और हाफ हांफ कर साँस ले रही थी। वो किसी बिच की तरह चुद चुकी थी।