First Love Sex
मेरा नाम अनामिका है। ये कहानी 2014 मे शुरू हुई जब मै 11वी मे पढ़ने पटना गई मेरा नॉर्थ बिहार मे घर है। मै वहां हॉस्टल मे रहती थी। एक दिन केमेस्ट्री की क्लास का आईडी कार्ड खो गया तो मुझे अन्दर जाने नही दिया मै हॉस्टल आ गई और काफी उदास थी। First Love Sex
अगले दिन मेरे पापा का फोन आया कि मेरा आईडी कार्ड किसी अंशु नाम के लड़के को मिला है तो उसने फोन किया है। मै उससे जा कर ले लूं। पापा ने उसका नम्बर दिया मुझे मैने कॉल कर दिया। दरअसल मेरे कार्ड पर मेरे पापा का नम्बर है।
मैने उससे बात की तो उसने बताया कि मुझे क्लास के बाहर गिरा मिला था पहले वो ऑफिस मे जमा करने गया तो ऑफिस वालों ने कहा कि छोड़ दो लापरवाही की सजा तो मिलनी चाहिए इसलिए मैने कॉल कर दिया। अब मै उससे मिल कर आईडी कार्ड लेती हूं।
मै उसे पहचान जाती हूं वो मेरे ही क्लास मे पढ़ता था। उसे ज्यादा तर दिन टीचर बोर्ड पर बुलाते थे और सवाल पूछते थे वो सभी सवाल बता देता था उसे सारे एलिमेंट्स के नाम और एटोमिक नंबर, एटोमिक मास याद थे।
मै: आप मेरे ही बैच मे हैं ना तो उस दिन क्यों नही दिया जब मुझे क्लास से लौटा दिया था।
अंशु: मैने देखा ही नही था लौटते हुए और मै आपको पहचानता भी नही था।
मै: अरे आप मुझे नही पहचानते मै आपके ही बैच मे पढ़ती हूं, आप बाईं साईड के पांचवीं बेंच पर रोज बैठते हैं ना, आप से रोज सर पूछते हैं। आपने मुझे देखा होगा पिछले मंडे को सर ने मुझसे पुछा था थोरियम का एटोमिक नंबर। मै आपके दाई रो मे तीसरी बेंच पर बैठती हूं।
अंशु: अरे 1400 के बैच मे किस किस को याद रखूं।
मै: आप जैसे लड़के मुझे जैसी चस्मा लगाने वाली लड़की को क्यों देखेंगे। आप तो सिर्फ खूबसूरत लड़कियों को देखते होंगे।
अंशु: (हंसते हुए)अरे नही, ऐसा नही है मै किसी भी लड़की को नही देखता, और चश्मा पहन आप बहुत सुन्दर दिख रही हैं बस ये मोटा वाला फ्रेम बदलवा लीजिए।
मै: अच्छा चलिए आपको कॉफी पिलाती हूं।
अंशु: अरे कोई बात नही, फिर कभी अभी मेरा क्लास है।
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वो चला गया मेरा कार्ड दे कर। अब मै उससे कभी कभी मिलने लगी कुछ देर क्लास से निकल गली मे साथ ही आते थे। अब मै उसके साथ जा अपनी फ्रेम भी बदलवा ली उसने एक सेक्सी सा फ्रेम सेलेक्ट किया। मै उसमे बहुत खूबसूरत लग रही थी। कुछ दिन उन्ही चला एक दिन मुझे डायरिया हो गया गर्मी के दिन मे।
मेरे हॉस्टल वालों ने मुझे एक क्लिनिक मे भर्ती कर दिया। लेकिन मेरे साथ कोई नही रुका मेरी सहेलियां भी नही अब रात हो गई तो मुझे डर लगने लगा मैने पापा को फोन किया, उन्हे आने वोला तो वे सुबह 12 बजे से पहले नही आ सकते थे क्योंकि मेरा घर काफी दूर है। कुछ देर बाद अंशु आ गया।
अंशु: क्या हुआ तुम्हारे पापा ने फोन किया था कि तुम्हारी तबियत ठीक नहीं है।
मै: हां, मेरी तबियत ठीक नहीं है होस्टल वालों ने भर्ती कर दिया और चले गए, मुझे अकेले डर लग रहा है।
अंशु: कोई बात नही मै आ गया हुं तुम आराम से सो जाओ।
अब मुझे थोड़ा डर कम हुआ वो मेरे पास बैठा रहा और कुर्सी लगा कुछ पढ़ता रहा मै सो गई। सुबह उठी तो वो अपना सर बेड पर रख सो रहा था। कुछ देर मे उठ गया उसकी आंखें बोझिल लग रही थीं शायद वो रात भर पढाई कर रहा था।
कुछ देर मे उसने कुछ जूस ला कर दिया मुझे ब्रश कराया मुझे दवाई दी। क्लिनिक वालों ने मुझे 2 बजे डिश चार्ज करने को राजी हुए। मेरे पापा 12 बजे आ गए अंशु से मिले फिर हॉस्टल चले गए और शायद हॉस्टल वालों से झगड़ा कर लिया।
अब वो आए तो मुझे डिस्चार्ज कराया और बोले कि अब हॉस्टल मे नही रहोगी। मैने भी बोल दिया कि खाना खराब देते हैं। अब पापा ने बोला कि तुम्हारे लिए रूम खोज देता हूं। तब मै अंशु के ही फ्लोर पे उसके बगल वाले फ्लैट में अपनी एक रूम पार्टनर के साथ रहने लगी।
अंशु 1 बीएचके मे अकेले ही रहता था। ये घर उसी का था नीचे सारे रेंटर थे उसके परिवार वाले गांव मे रहते थे। मै भी उसके घर पर 1बीएचके मे रहने लगी। अब कुछ दिन सेटल करने के लिए पापा हमारे साथ रहे वो अंशु के साथ रहते और मै और मेरी दोस्त अपने रूम मे।
अब युंही दिन बीतते गए मेरी बहुत सहेलियों के बीएफ थे तो मै भी सोची की बना लूं। वैसे तो काफी लड़के मेरे पे ट्राई मारते थे लेकिन मुझे बदमाश लड़के पसन्द नही है। पता नही क्यों सारी लड़कियां बदमाश लड़कों से पटती हैं, फिर वो इन्हें चिट करते हैं या कुछ गलत करते हैं तो ये रोती है।
लेकिन मै सबसे अलग थी मुझे सीधा लड़का पसंद आता है। अब मै सोचने लगी कि कौन है सीधा। तब मुझे अंशु ही सबसे सीधा लगा, वो ना लडकियों को देखता था, ना उनसे कोई मतलब रखता था, वो पढ़ने मे भी तेज था और रोज सुबह जिम जाता था काफी हैंडसम भी था।
मै उसे अदंर ही अंदर पसन्द करने लगी। लेकिन बोलने की हिम्मत नही हो रही थी। मै अब उसके रूम मे ज्यादा समय बिताने लगी उसके रूम और मेरे रूम का गेट कुछ ही दुर पर था। मै उसके रूम मे पढ़ने जाती कभी उसके लिए खाना बना देती कभी उसके कपड़े धो देती वो मना करता लेकिन मै कर देती।
उन्ही दिन गुजर रहे थे मै उसे अब और चाहने लगी अब मेरे से बर्दास्त नही होता था ऊपर से मै कुछ दिन पहले अपने घर गई तो वहां अपनी बहन को इस साईट की स्टोरियां पढ़ते देख ली।
वो मुझसे बड़ी है तो मै कुछ नही बोली, लेकिन अब मै भी पढ़ने लगी थी तो मेरी चूदास बढ़ गई अब मेरी बूर मे खुजली बढ़ गई। मुझे अब रातों को नींद नहीं आती थी।
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मेरे बर्दास्त से अब बाहर हो रहा था। एक दिन हम तीनो क्लास से वापस आए तो लाइट नही थी कुछ देर पता करने पर पता चला कि अब कल ही लाइट आएगी। मेरी रूममेट अपनी किसी रिश्तेदार के यहां चली गई। अब मै और अंशु ही थे दिन तो जैसे तैसे कट गई लेकिन गर्मी की रात मुश्किल थी कटनी बिना लाईट के।
हम दोनो ने मिलकर खाना बनाया और खा लिया अब वो पढ़ने लगा इमरजेंसी लाइट मे। 11 बजे मै अपने कमरे मे थी मैने सोचा इस आपदा को अवसर मे बदला जाए। मै अब उससे किसी भी हालत मे रिझाना चाहती थी। अब मैने सिर्फ पैंट और टी शर्ट पहन लिया । मेरा इमरजेंसी लाइट बंद हो गया था पुरा अंधेरा था कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। मै मोबाइल ले उसके रूम का दरवाजा नॉक करती हूं।
अंशु:(दरवाजा खोला) क्या हुआ।
मै: मुझे अंधेरे मे डर लगता है तो क्या मै यहां सो जाऊं?
अंशु: हां अन्दर आ जाओ।
उसका भी इमरजेंसी लाइट बंद हो गया था वो बेड पर लेट गया मै भी उसके बेड पर लेट गई उसका गदा काफी मुलायम था। वो पीठ के बल लेटा था मै बाईं करबट ले लेटी थी उसकी ओर मुंह कर। कुछ देर बाद मैने अपना एक पैर उसके जांघ पर रख दिया और हाथ से उसके टी शर्ट को उठा उसके पेट से ऊपर कर दिया.
गर्मी इतनी थी कि हम दोनो को बहुत पसीना आ रहा था उसकी पसीने की खुस्बू मुझे बहुत अच्छी लग रही थी। अब मैने अपनी छोटी छोटी चूंचियां को उसके शरीर से सटा दिया और अपना हाथ उसके पेट पर फिराने लगी।
उसने मेरी ओर देखा और मुझे दोनों हाथों से पकड़ अपने आगोश मे भर जोर से दबा दिया मेरी हड्डियां चटक गई और चट चट की आवाज़ हुई मेरी आह निकल गई। वो कुछ नही कर रहा था सिर्फ वो मेरे बालों को सहलाने लगा मुझे इतना अच्छा लगा कि मुझे नींद आ गई।
अब सुबह जल्दी मेरी नींद खुली तो मै उसके बांहों मे ही सो रही थी। वो सो रहा था। उसके हाथ पे मेरा सर था। उसके पैन्ट मे लन्ड टेंट बनाए हुए था। मै अपनी हाथ बढ़ा उसे छूना चाहती थी लेकिन मेरे हाथ कांपने लगते हैं।
मेरी हिम्मत नही हुई उसे छूने की। तब मै अपनी चूत पर हाथ रखती हुं। ओह ये क्या मेरे पीरियड आ गए थे मेरे पैन्ट मे दाग लग गया था। मै जल्दी से उठती हूं और उसी के बाथरुम मे जा फ्रेस हो नहा लेती हूं और टॉवेल लपेट आ जाती हूं।
बाहर निकल देखती हूं वो हॉल मे टेबल पर बैठा है और मुझे देख रहा है। मै सिर्फ टॉवल लपेट रखी थी जो मेरे बूब्स से जांघों तक ढके हुए था। वो मेरी ओर बढ़ने लगा मै खड़ी हुई थी। मेरे दिमाग मे पता नही क्या क्या चल रहा था।
मै सोच रही थी अब ये मेरे टॉवल हटा मुझे प्यार करेगा, अगर नही हटाया तो क्या मै हटा दूं, या गलती से टॉवल गिरने का नाटक करती हूं। ओह कितना मजा आएगा लेकिन ओह मेरी किस्मत मै तो पीरियड में हूं, क्या मै पीरियड में चुदवा लूं, अरे अगर उसने पहल कर दिया तो मै पीरियड में चुदवा ही लूंगी। लेकिन उसने कुछ नही किया और मेरे पास आ मुझे चश्मा पहना दिया।
अंशु:(हंसते हुए) भीगे बाल और चश्मा काफी सेक्सी लगते हैं।
वो पहली बार इस तरह बोला था। मै शर्मा गई कुछ बोलना चाहती थी तभी लाइट आ गई वो खुश हो गया और पानी चालू करने नीचे चला गया। मै भी अपने रूम मे आ गई और कपड़े पहन ली हम खाना बना खा क्लास चले गए।
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अब मेरी रूममेट भी आ गई। अब उन्ही दिन कट गए अब मेरे से बर्दास्त नही हो रहा था। अब बरसात आ गई। एक दिन 13 अगस्त को क्लास से निकलते ही बहुत बारिश होने लगी हम सभी भीग गए। रूम पर आए तो मेरी रूममेट अपने रिश्तेदार के यहां चली गई।
दिन भर हम पढाई करते हैं तो कभी खाना खाते हैं बारिश नही रुकती है। लाइट भी कभी आ रही थी कभी जा रही थी। इसलिए आज हम जल्दी खाना बना कर रात को खा लिए। अब मै अपने कमरे मे बैठ सोच रही थी आज ये मौका जाने नही दूंगी आज मौसम भी सुहाना है.
उसदिन तो गर्मी थी और उसदिन मैने टी शर्ट, पैंट पहना था तो हो सकता है मुझसे लड़के वाली फिलिंग आ रही होगी तभी उसने कुछ नही किया। अब मै बाथरूम जा नहा ली बाल मैने साफ कर लिए अच्छे से अब बाहर आ सेक्सी सी ब्रा पैंटी पहनी और नाईटी पहन ली जो जांघों तक ही थी खुद को आइने मे देखा इतनी सुन्दर लग रही थी मै आज की पत्थर को भी पिघला देती।
मै खुदको देख शर्मा गई। मैने सोचा इस तरह मुझे देख आज तो वो कुछ ना कुछ करेगा जरुर। तभी लाइट चली गई मै अपनी किस्मत पर रोने लगी। फिर मैने खुद को मजबूत बनाया और उसके रूम मे जाने की सोची। 10 बज गए थे मै उसके रूम मे गई वो सोने वाला था लाइट कटी थी इमरजेंसी लाइट भी बन्द था। बारिश हो रही थी बिजली कड़क रही थी।
मै: अंधेरे मे मुझे डर लगता है तो क्या मै यहां सो जाऊं?
अंशु: अरे आ जाओ।
मै अंधेरे मे बड़ी अदा के साथ उसके पास गई और बेड पर लेट गई वो पीठ के बल लेटा था मै भी पीठ के बल लेट गई कुछ देर मे मेरी सांसे तेज होने लगी तो मैने उसकी तरफ मुंह कर लिया और एक पैर उसके जांघ पर रख दिया और हाथ उसके सीने पर रख सहलाने लगी कुछ देर बाद।
अंशु: क्या कर रही हो?
मैने उसके होंठों पर ऊंगली रख दी और होंठ सहलाने लगी कुछ देर मे उसने मेरी उंगलिया चूम ली मै खुश हो गई। अब उसने मेरी तरफ मुंह कर लिया।
अंशु: क्या कर रही हो?
मै कुछ नही बोली मेरी सांसें भारी हो गई थी। मैने उसके गाल पर हाथ रख दिया कुछ देर मे उसने भी गाल पर हाथ रख दिया मेरे होंठ उसके होंठों से कुछ इंच ही दूर थे मेरी धड़कन तेज हो गई। मेरे होंठ कांप रहे थे उसके पता नहीं अंधेरे मे मुझे कुछ दिख नही रहा था।
अब उसने मेरे कांपते होंठों पर अपने होंठ रख दिया मै एक दम सुन्य मे चली गई तभी बिजली कड़की मै उससे चिपक गई उसने मुझे अपनी आगोश मे भर लिया अब मेरी तंद्रा टूटी। मै अब उसके होंठ चूसने लगी वो भी चूसने लगा मै जोर जोर से चूस रही थी लग रहा था मै जन्मों की प्यासी हूं। मै उसके गाल गर्दन कान सभी जगह चूसने लगे वो भी चुसने लगा.
हम दोनो की उटेजना बढ़ गई थी कभी मेरा आधा शरीर उसके ऊपर तो कभी उसका आधा शरीर मेरे ऊपर होता। हम बहुत देर तक किस करते रहे तभी लाइट आ जाती है हम एक दूसरे को देखने लगे मै उजाले मे उसे देख शर्मा गई और अपना चेहरा छुपा लिया। वो उठ कर जाने लगा मुझे लगा क्या हो गया। मैने उसका हाथ पकड़ लिया।
अंशु: चश्मा तो पहन ले पागल।
वो मुझे खड़ा करता है और मेरे रूम से चश्मा ला मुझे पहनाता है और मेरे कमर मे हाथ डाल मुझे डांस की तरह घुमा देता है।
अंशु: तुझे पता है ऐसे ड्रेस मे चश्मा पहने तू बॉम्ब लगती है।
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मै शर्मा जाती हूं। वो मुझे घुमा घूमा डांस करता है। मुझे नही लगता था वो इतना रोमेंटिक होगा। कुछ देर बाद मै उसके होठों को चूसने लगी। वो मेरे मूंह मे जीभ फिरा रहा था अब गले गर्दन कान सीने सब जगह चूस रहा था।
अब मै उसका टी शर्ट उतार उसके सीने को चूमने लगी उसने भी मेरी नाईटी उतार मेरे मौसमी जैसे चूंचे पर चुसने लगा मेरी आह निकल गई। अब उसने मेरी ब्रा खोल दी और चूंचे चुसने लगा कभी निप्पल चूसता तो कभी पुरे बोबे को मुंह मे भरने की कोशिश करता।
वो वैक्यूम की तरह चूस रहा था। मै मजे मे झूलने लगी मेरी आंखें बन्द हो जाती। अब वो नीचे बैठते हुएमेरे पेट नाभि को चूसने लगा मेरे पेडू को चूसने लगा। अब उसने बड़े ही अदा के साथ मुझे कमर से पकड़ कर बेड पर लिटा दिया और किस करने लगा.
वो ऊपर से चूमते हुए नीचे जाने लगा पेडू तक चूस कर वो रूक गया और मेरे तलबों को पकड़ सहलाने लगा उसे चुसने लगा मेरी उंगलियों को चूसने लगा। मुझे गुदगुदी हो रही थी और मजे से मेरी जान निकल रही थी। अब वो पैरों को चूमते हुए ऊपर आने लगा और मेरी जांघों को चूसने लगा मेरी आह निकल जाती मेरी जांघ की नसें फड़ फड़ा गई।
अब उसने बड़े ही अदा के साथ मेरी सेक्सी पैन्टी को मुंह मे भर लिया और उतारने लगा मै शर्म से पानी पानी हो गई। अब उसने मेरी बूर को बड़े गौर से देखना शुरू किया मै शर्मा गई वो बहुत देर तक देखता रहा। अब मुझसे रहा नही गया।
मै: क्या देख रहे हो?
उसने अचानक मेरी बूर पर जीभ फिरा दी मै सिहर उठी मेरी आह निकल गई। अब उसने मेरी बूर पर चूमना शुरू किया फिर धीरे धीरे चूसने लगा कुछ देर मे वो पूरा मुंह खोल चूसने लगा मै अचानक अकड़ गई मेरी जांघें कांपने लगी और मैं झड़ गई।
उसके मुंह पर मेरा रस लगा था मै जोर जोर से सांसे ले रही थी। उसने मेरी बूर चाट साफ कर दिया। कुछ देर मे मै शान्त हुईं तो वो मेरे ऊपर आ मुझे किस करने लगा और मेरे चूंचे सहलाने लगा। मै उसके पैन्ट में हाथ डाल दी मेरे कांपते हाथों से उसके लन्ड को पकड़ ली उसका लन्ड गर्म था। वो बहुत हार्ड हो रखा था और बडा और मोटा था।
अब अपने पैरों मे फसा उसके पैन्ट को उतार दी। उसके लन्ड के स्किन को पीछे कर दी वो सिसक उठा। अब मै उसे अपने ऊपर खींच उसके लन्ड को बूर पर रख दिया मेरी सिसकारी निकल गई। वो भी सिसक उठा। मेरी बूर एक दम गीली हो गई थी।
वो मुझे किस करते हुए लन्ड घिसता रहा मै उसके पीठ पर हाथ फेरने लगी। उसने हल्का सा लन्ड दबा दिया मेरी आह निकल गई उसने मेरे गले को चूसना शुरु किया और हल्का सा धक्का लगा दिया मेरी चीख निकल गई उसने मेरे होंठ चूसना शुरु किया कुछ देर वो वैसे ही रहा और किस करता रहा।
जब मुझे अच्छा लगने लगा तो उसने हल्के हल्के कमर हिला चोदने लगा मुझे थोड़ा अच्छा लग रहा था कुछ देर बाद उसने मेरे होंठ भींच एक धक्का दिया और मेरी आँखें बाहर आने को हो गई मेरी दर्द से जान निकलने वाली थी मेरी आंखों से आसूं आ गए।
मै काफी बर्दास्त कर रही थी। वो मेरे होंठ छोड़ मेरे आसूं पीने लगता है मेरे गाल गले कान चूसने लगा। मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेरी बूर मे गर्म शरिया डाला हुआ है। थोडी देर मे मुझे थोड़ा राहत मिली। मै अब अपने पैर उसके कमर पर लपेट ली और उसके गले मे बांहे डाल उसे किस करने लगी.
वो अब हल्के हल्के चोदने लगा मुझे हल्का दर्द हो रहा था लेकिन मीठा मीठा मै आह आह करने लगी। उसके लन्ड को मेरी बूर जकड़े हुए थी वो धीरे धीरे चोदता रहा मुझे अब मजा आने लगा। मै मजे ले चुदवाने लगी कभी उसके होंठ चूसती कभी उसके जीभ तो कभी उसके गाल गर्दन को चूसती थी।
वो मेरे चूंचे सहलाते हुए मुझे चोद रहा था मुझे काफी मजा आ रहा था। अब मेरे पैर कांपने लगे मेरी जांघ की नसें फड़ फड़ा गई मैने उसको बांहों मे जकड़ लिया कुछ देर मे मै कांपते हुए झड़ गई मेरा पूरा शरीर हल्का सा लग रहा था.
कुछ देर मे मै शान्त हो गई अब मै उसे चूमने लगी मेरे रस से उसका लन्ड भीग कर चिकना हो गया था अब मैं फिर से कमर उठाने लगी वो मेरी कमर पकड़ चोदने लगा मुझे काफी मजा आ रहा था मै उसे चूमे जा रही थी आह आह कर रही थी।
उसको कस कर पकड़ लिया और फिर झड़ गई अब वो भी झड़ने वाला था तो उसने लन्ड बाहर निकाल लिया और मेरी बूर पर झड़ गया। कुछ देर बाद हम दोनो शान्त हुए उसने टॉवेल से हम दोनो को साफ किया मै उसके गले लग गई वो मुझे अपनी आगोश मे ले सो गया।
भोर मे बारिश की वजह से ठंड लगने लगी तो मै उठ गई मै बाथरूम जाने लगी तो मेरी बूर दर्द कर रहा था और चलने मे नही बन रहा था। फिर भी मै जैसे तैसे चली गई और वापस आ एक चादर ओढ़ उससे चिपक कर सो गई। अब सुबह हुई तो उसने मुझे किस कर उठाया उसने पैंट पहन लिया था और मै नंगी ही थी मै शर्मा गई। मै उठने लगी तो बूर मे दर्द हुआ।
अंशु: दर्द हो रहा है?
मै;(शर्माते हुए) हां !
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वो गर्म पानी ले आया और मेरी बूर पर कपड़े से सेंकने लगा मुझे अच्छा लग रहा था। कुछ देर मे क्लास से मैसेज आया कि बारिश की वजह से क्लास 4 दिन बन्द रहेगी। अब मै उठ कर अपने कपड़े पहनने लगी तो उसने मुझे कपड़े पहना दिए मेरी नजर बेडशीट पर गई तो देखा उस पर खून लगा था मै उसे ले बाथरूम मे ले जा धो दी। अब हमने फ्रेस हो नहा लिया और मिलकर खाना बनाया और खा लिया। मै काफी शर्मा रही थी। अब वो पढ़ाई करने को बोला हम पढ़ने लगे।
वो कुछ पुराने क्लास का रिवीजन कर रहा था मैने कहा इतनी पिछले का क्यों पढ़ रहे हो तो वो मुझसे सवाल पुछने लगा। मुझे याद नही था तो उसने मुझे याद कराया। अब हम पढ़ाई करते सो गए बारिश अभी भी हो रही थी अब रात को भी हम खाना खा पढ़ाई करते हैं और मै उसके साथ ही सो गई। कहानी अभी बाकि है दोस्तों आगे की कहानी अगले भाग में बताउंगी आगे क्या हुआ जानने के लिए हमारी वासना डॉट नेट पढ़ते रहिये.
Darsu says
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