Family Birthday Sex
उस दिन मेरी भाभी का बर्थ-डे था और मैंने भाभी को पहले ही कह दिया था कि इस बार का बर्थ-डे भाभी और में एक साथ मनायेंगे. फिर में उनके बर्थ-डे के दिन केक लेकर आया और भाभी के लिए एक अच्छा सा गिफ्ट भी लाया. उस गिफ्ट में क्या था? वो में आपको आगे बताऊंगा. फिर भाभी ने कहा आ गए देवर जी रात के 12 बजने वाले है. मेरे बर्थ-डे की तैयारी हो गई. Family Birthday Sex
मैंने कहा कि भाभी आप बेफिक्र रहिए, आपके इस देवर ने पूरी तैयारी कर ली है. पहले आप नहाकर एक अच्छा सा पटियाला ड्रेस पहन लीजिए, आप पटियाला सलवार में बहुत ही सेक्सी लगती हो. फिर भाभी ने कहा कौन सा वाला पटियाला ड्रेस पहनूं? तो मैंने कहा कि भाभी वही जिसमें वेलवेट का जंपर है और पतली ग्रीन कलर की फुल चैन वाली सलवार है.
भाभी ने कहा ठीक है आप केक और मोमबत्ती की तैयारी कीजिए में अभी नहाकर आती हूँ. फिर मैंने कहा कि भाभी सब तैयार है आप बस अच्छे से नहा लीजिए, अब मैंने पहले से ही बाथरूम के दरवाज़े के स्क्रू खोलकर दरवाज़ा निकाल लिया था और एक पतला पर्दा लगा दिया था ताकि में भाभी को नहाते हुए देख पाऊं.
फिर भाभी ने पूछा कि बाथरूम का दरवाज़ा कहाँ गया? और यह पर्दा कैसे लटक रहा है? तो मैंने कहा कि भाभी वो दरवाज़ा नीचे से ख़राब हो गया था तो मैंने निकाल कर दूसरा बनाने के लिए दिया है. तब तक मैंने यह पर्दा लगा दिया है और आप आराम से पर्दे के अंदर नहा लो.
भाभी थोड़े गुस्से में नहाने के लिए चली गई और अब में कुर्सी लेकर बाथरूम के बाहर बैठ गया. भाभी ने कहा कि यहाँ क्यों बैठे हो? तो मैंने कहा कि भाभी अपने घर में चूहे बहुत है, पहले दरवाज़ा था तो वो अंदर नहीं जाते थे, लेकिन पर्दे में से अंदर जा सकते है इसलिए चूहा अंदर नहीं जाए तो में चूहा भगाने के लिए यहाँ बैठा हूँ.
फिर भाभी ने कहा देवर जी आज अपनी भाभी की बड़ी चिंता हो रही है, तो मैंने भी कह दिया भाभी आप तो मेरी भाभी जान हो. आज तो में आपका पूरा ख्याल रखूँगा. फिर भाभी अंदर जाने वाली थी तो मैंने उनके हाथ में से वो ग्रीन ड्रेस ले ली जो भाभी नहाने के बाद पहनने वाली थी.
फिर मैंने कहा भाभी लाओ यह ड्रेस में पकड़ लेता हूँ अंदर कपड़े टांकने का कोई हुक नहीं है, वो प्लमबर ने सब निकाल दी है. फिर भाभी अपने कपड़े मुझे देकर अंदर नहाने चली गई और अब भाभी ने अंदर से लाईट चालू की ओह माई गॉड, अब भाभी अंदर अपने कपड़े उतारने लगी तो मुझे पर्दे में से हल्का-हल्का दिख रहा था.
फिर मैंने कहा भाभी लाओ कपड़े उतार दिए है तो मुझे दे दो नहीं तो नीचे भीग जायेंगे. फिर भाभी ने अपने कपड़े उतार कर पर्दे में से हाथ आगे कर दिया, तो मैंने कहा लाओ सलवार भी दे दो. तब भाभी ने कहा उतार कर देती हूँ, लेकिन बहुत देर हो गई फिर भी भाभी ने सलवार नहीं दी तो मैंने कहा कि भाभी आपकी सलवार दो.
भाभी ने कहा कि देवर जी सलवार में गाँठ टाईट लग गई है तो नाड़ा खुल नहीं रहा है. फिर मैंने किचन से ब्लेड लाकर भाभी को दी और फिर भाभी ने पर्दे में से हाथ निकाल कर ब्लेड लेनी चाही तो मैंने भाभी का हाथ पकड़ लिया और कहा कि भाभी ब्लेड कहीं आपकी कमर पर ना लग जाए, में ही सही से नाड़ा काट देता हूँ.
इसे भी पढ़े – दीदी बोली कहाँ छुपा रखा था इतना मोटा लंड
भाभी ने कहा कि अंदर मत आना, में अंदर नंगी हूँ और में खुद नाड़ा काट लूंगी, लाओ ब्लेड मुझे दे दो. फिर मैंने ब्लेड भाभी को दे दी और फिर भाभी ने अपनी सलवार का नाड़ा काटकर सलवार उतार कर मुझे दे दी. अब सलवार में नाड़ा कटा हुआ था और सलवार थोड़ी सी भीगी हुई भी थी, शायद सलवार उतारते वक़्त ज़मीन पर गिर गई होगी.
अब मुझे सलवार में से बहुत अच्छी महक आ रही थी और आयेंगी क्यों नहीं? क्योंकि ये सलवार भाभी ने अभी-अभी उतारी थी और सलवार में अभी भी भाभी की जांघो और उनकी प्यारी सी चूत का अहसास था. फिर में सलवार को जहाँ भाभी की चूत लगती होगी उस हिस्से को अपने मुँह में लेकर चूसने लगा.
अब मुझे सलवार चूसने में बहुत मज़ा आ रहा था. फिर मैंने भाभी की ब्रा और चड्डी माँगी तो भाभी ने मुझे अपनी ब्रा और चड्डी देने से मना कर दिया, क्योंकि नहाने के बाद वो वही ब्रा पेंटी पहनने वाली थी. फिर मैंने भाभी के कपड़े जो वो नहाने के बाद पहनने वाली थी.
मैंने उनकी कमीज़ के दोनों चाकों को कैंची से काटकर थोड़ा बड़ा कर दिया ताकि में उनकी कमर को देख सकूँ और कमीज़ की लंबाई भी 10 इंच काटकर उसे एकदम पटियाला बना दिया, ताकि में भाभी की नाभि सलवार के ऊपर से पूरी देख सकूँ.
और सलवार को भी नाड़ा बाँधने की तरफ से 4 इंच काट दिया, ताकि में उनकी नाभि देख लूँ और चूत के पास वाली जगह की थोड़ी सिलाई खोल दी, ताकि खींचने पर सलवार चूत के पास से आराम से फट जाए और सलवार के नाड़े में मैंने दो घुंघरू लगा दिए, ताकि भाभी की सलवार का नाड़ा लटकने और चलने पर आवाज़ आए.
अब 15 मिनट तक भाभी अंदर नहाती रही और में उन्हें पर्दे के बाहर से देखता रहा. अब नहाने के बाद भाभी ने ब्रा, पेंटी पहनी और अपने कपड़े माँगे तो मैंने भाभी के कपड़े उन्हें दे दिए. अब भाभी अंदर चौंक तो गई होगी कि मैंने उनके कपड़ों के साथ कुछ शरारत तो की है. फिर भाभी कपड़े पहनकर बाहर आई तो कसम से वो आइटम लग रही थी.
उन्होंने कमीज़ तो खोली उनकी नाभि तक ही थी और दोनों चाकों में से भाभी की कमर नज़र आ रही थी, लेकिन भाभी ने सलवार के नाड़े को अंदर घुसा लिया था और घुंघरू भी नहीं दिख रहा था, जो मैंने उनकी सलवार के नाड़े पर बांधा था.
फिर भाभी ने अपनी कमीज ऊपर करके अपनी सलवार मुझे दिखाई और अपनी सलवार के अंदर से नाड़े को बाहर निकाला और नाड़ा बाहर कर दिया. अब घुंघरू भी लटक-लटक कर छन-छन बज रहा था. फिर भाभी ने पूछा कि ये तुमने बांधा है क्या?
तो मैंने कहा हाँ भाभी ये घुंघरू में आपके लिए लाया था, लेकिन आपकी कमीज़ में पीछे गले पर डोरी थी ही नहीं इसलिए यह मैंने आपकी सलवार के नाड़े पर बाँध दिया. आप ये नाड़ा अपनी हर सलवार में डाला करो और नाड़े को ऐसे ही बाहर लटकता छोड़ दिया करो, मुझे बहुत अच्छा लगता है और आप कुछ भी करोगी तो यह घुंघरू छन-छन बजते हुये बहुत अच्छे लगते है.
फिर भाभी ने अपनी कमीज़ नीचे की और कांच के सामने अपने बाल बनाने लगी. फिर मैंने भाभी से पूछा कि भाभी आपने अपनी पेंटी और ब्रा क्यों नहीं दी? तो भाभी ने कहा कि वो तो मैंने अभी भी पहनी है. मुझे गुस्सा आ गया और फिर मैंने कहा क्या? भाभी आप अपने बर्थ-डे के दिन भी गंदे कपड़े पहन लिए है, यह अच्छी बात नहीं है.
फिर मैंने तुरंत कैंची उठाई और भाभी को पीछे से पकड़ लिया. फिर भाभी ने कहा कि देवर जी क्या कर रहे हो? फिर मैंने भाभी की पेंटी की लाईन को पकड़ा और कैंची से काट दिया और फिर एक झटके में ब्रा बाहर खींच ली.
फिर मैंने भाभी से कहा कि भाभी आप बाल बना लो, फिर हम साथ में आपका बर्थ-डे सेलीब्रेट करेंगे. अब भाभी सिर्फ छोटी सी पटियाला कमीज़ और फूल वाली सलवार में थी. फिर भाभी ने बाल बनाकर अपना पूरा मेकअप कर लिया था और अब वो बहुत सेक्सी लग रही थी.
अब केक काटना था और मेरा लंड तो पूरा खड़ा था. अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था, मेरा जी कर रहा था कि अभी भाभी की सलवार उतार कर उनकी चूत को अपने मुँह में भर लूँ और सारा रस पी जाऊं. तभी भाभी बाथरूम की तरफ जाने लगी तो मैंने उनका हाथ पकड़ लिया और पूछा कहाँ जा रही हो?
भाभी केक काटने का टाईम हो गया है. तभी भाभी ने कहा कि बहुत ज़ोर से पेशाब लगी है ज़रा पेशाब करके आती हूँ. फिर भाभी बाथरूम में जाकर पेशाब करने लगी. बस अब मुझसे बर्दाश्त नहीं हुआ और अब में भाभी की पेशाब की आवाज़ सुनकर अपने लंड को हिलाने लगा.
और फिर में केक के पास गया और केक के बीच में से थोड़ा सा टुकड़ा काटकर केक के बीच में अपने लंड की सारी मलाई निकाल दी और में शांत हो गया. फिर मैंने केक के टुकड़े को वापस अंदर दबा दिया और केक सही किया. अब केक काटना था और भाभी को पता नहीं था कि मैंने केक के एक कोने में अंदर अपनी मलाई केक में मिला दी है.
फिर इतने में भाभी पेशाब करके बाहर आई. फिर मैंने भाभी से कहा चलो भाभी केक काटते है. फिर भाभी केक के सामाने आकर खड़ी हो गई और फिर मैंने केक की मोमबत्तीयां जलाई और कमरे की सारी लाईट बंद कर दी और अपनी भाभी के पीछे जाकर खड़ा हो गया और एक हाथ भाभी की कमर में डाल दिया.
अब पूरे कमरे में अंधेरा था. बस मोमबत्ती की रोशनी थी जो केक पर जल रही थी. अब भाभी के हाथ में चाकू था और मेरे हाथ में कैंची थी. फिर मैंने बड़ी होशयारी से भाभी की सलवार को पीछे की साईड से गांड के पास से कैंची से थोड़ा काट दिया. अब भाभी को पता ही नहीं चल पाया कि उनकी सलवार पीछे से गांड के पास से 6 इंच से ज़्यादा कट गई है.
फिर मैंने कैंची रख दी और अपनी भाभी से पूरा चिपक गया. फिर मैंने अपने पैर से केक की टेबल को थोड़ा आगे कर दिया, अब मैंने भाभी से कहा कि चलो मोमबत्ती बुझाओ और केक काटो. अब भाभी थोड़ा आगे बढ़कर मोमबत्ती बुझाना चाहती थी, लेकिन मैंने उन्हें पकड़कर रखा और आगे बढ़ने ही नहीं दिया.
फिर मैंने कहा भाभी थोड़ा झुककर मोमबत्ती बुझा दो. फिर भाभी थोड़ी आगे झुकी तो मैंने तुरंत अपनी पेंट उतार दी तो मेरा खड़ा लंड भाभी की सलवार से लग गया. भाभी को अपने चूतड़ों पर सलवार के ऊपर से कुछ गर्म सा लगा.
तभी भाभी ने पूछा कि यह गर्म-गर्म क्या है? तो मैंने कहा कि वो आप थोड़ा झुकी तो मुझे लगा कि आपका बैलेन्स नहीं बिगड़ जाए इसलिए मैंने आपके चूतड़ पर हाथ रख दिए, लेकिन सच में वो मेरा लंड था. अब में अपने लंड को भाभी की चूत पर हल्के-हल्के से रगड़ने लगा था.
मेरा लंड इतना गर्म था कि शायद भाभी को मालूम चल गया था कि में उनके चूतड़ पर अपना हाथ नहीं बल्कि अपना लंड रगड़ रहा हूँ. अब जहाँ से मैंने उनकी सलवार कैंची से काट दी थी वहां से अब मेरा लंड उनकी चूतड़ के बीच की दरार में जाने लगा था.
अब जैसे ही मेरा लंड उनकी सलवार के फटे हुए हिस्से में अंदर गांड पर टच हुआ, तो भाभी की सिसकारी निकल गई और उनके मुँह से हल्की सी, आह आह निकल गई, लेकिन उन्होंने ज़ाहिर नहीं होने दिया कि उन्होंने कुछ कहा है. अब भाभी थोड़ा और झुककर मोमबत्ती बुझाने लगी तो मैंने भी लंड को और नीचे करके सलवार के अंदर पूरा कर दिया और उनकी चूत पर टच कर दिया.
तभी भाभी ने एक ज़ोर से फूँक मारी तो मैंने उसी वक़्त लंड को पूरी ताक़त से चूत में दबा दिया. जिससे मेरा लंड आधा उनकी चूत में घुस गया और अब भाभी की फूँक निकल गई और सारी मोमबत्ती बुझ गई और मुझे भी एक अजीब सा एहसास हुआ.
अब भाभी की चूत की गर्माहट मुझे महसूस हो रही थी, मेरा लंड अंदर था. फिर भाभी ने पीछे मुड़कर मुझे देखा तो उनके चेहरे पर एक हल्की सी स्माइल थी. मैंने तुरंत गाना गाया हैप्पी बर्थ डे टू यू और फिर लंड बाहर निकाल कर एक झटका दिया और लंड थोड़ा ज़्यादा अंदर चला गया और अब में भाभी की चुदाई धीरे-धीरे से करने लगा और हैप्पी बर्थ डे का गाना गाने लगा.
इसे भी पढ़े – गर्लफ्रेंड को तारों के शहर ले गया
अब भाभी भी आहह आह सी करने लगी थी. फिर मैंने भाभी से कहा कि केक तो खिलाओ. फिर भाभी ने चाकू से केक काटकर मुझे अपने हाथों से खिलाने के लिए पीछे पलटी तो मेरा लंड उनकी चूत से बाहर निकल गया, लेकिन मैंने तुरंत उनको अपनी बाहों में भर लिया और पीछे से उनके चूतड़ कसकर पकड़ लिए.
अब मेरा लंड उनके पेट पर दब रहा था और फिर मैंने चाकू पर जानबूझ कर हाथ मारा तो केक का एक टुकड़ा उनके गले में कमीज़ के अंदर घुस गया, तो भाभी ने कहा कि यह क्या किया देवर जी? सब केक आपने मेरे बूब्स पर गिरा दिया.
फिर मैंने कहा कि भाभी कोई बात नहीं, में अभी इसे साफ कर देता हूँ. फिर मैंने भाभी की कमीज़ को कंधो से पकड़कर नीचे कर दिया और भाभी का पूरा सीना खुल गया. अब मुझे उनके आधे बूब्स मुझे दिख रहे थे और केक उनके बूब्स पर गिरा हुआ था. फिर में आराम से केक चाटने लगा और मैंने उनको कसकर पकड़ा था और अब में केक चाटता रहा.
मेरा केक चाटना तो एक बहाना था, असल में तो में उनके सीने और उनके बूब्स को चाट रहा था. मैंने थोड़ी कमीज़ और नीचे की तो उनकी कमीज़ आगे से फट गई और भाभी के दोनों बूब्स झट से बाहर आकर लटकने लगे. अब भाभी को शर्म आने लगी और उन्होंने कहा कि हाय दय्या देवर जी आपने तो मुझे ऊपर से पूरा नंगा ही कर दिया.
फिर मैंने चाकू से केक का वो हिस्सा काटा जहाँ मैंने अपनी रसमलाई दबाई थी, लेकिन वो केक के बीच में दबी हुई थी और केक भी सफेद था इसलिए पता ही नहीं पड़ता था. फिर मैंने वो ही हिस्सा काटकर भाभी को पकड़ कर सोफे पर ले गया और उन्हें अपनी गोद में बैठाया.
अब मैंने अपनी पेंट आधी उतार दी थी इसलिए भाभी सीधी मेरे खड़े लंड पर ही बैठ गई और लंड भाभी की गांड के नीचे दब गया. फिर भाभी को मैंने अपने हाथों से वो केक खिलाया, अब भाभी बड़े मज़े से वो केक खाने लगी. फिर उन्होंने मुझसे पूछा भी कि केक कुछ नमकीन सा लग रहा है और बहुत चिकनाहट है.
तो मैंने कहा कि शायद क्रीम ज़्यादा होगी इसलिए लग रहा है और भाभी ने बड़े आराम से मेरी मलाई से सना हुआ केक खा लिया. अब भाभी को भी क्या मालूम पड़ेगा? कि वो केक नहीं बल्कि मेरे लंड की रस मलाई खा रही है. फिर में भाभी की चूत को चाटने लगा और 15 मिनट तक ऐसे ही चूसने के बाद भाभी की चूत में से ढेर सारा रस निकलने लगा, मुझे यही तो चाहिए था.
फिर मैंने उसकी एक एक बूँद रस को पी लिया, भाभी की चूत का रस बड़ा मज़ेदार था. अब भाभी पूरी शांत हो गई थी और अब उनसे खड़ा भी नहीं हुआ जा रहा था. फिर उन्होंने मुझे धक्का दे दिया और अपनी सलवार का नाड़ा बांधा और बिस्तर पर लेट कर आराम करने लगी और में भाभी को देख रहा था.
फिर भाभी ने पूछा क्या देख रहे हो देवर जी? तो मैंने कहा भाभी आप जैसी हसीन औरत मैंने आज तक नहीं देखी है, आपके बूब्स की चूची बहुत लंबी मोटी और खूबसूरत है. तो भाभी ने कहा कि छी अपनी भाभी से ऐसा बोलने में शर्म नहीं आती क्या?
तो मैंने कहा जो सच है वो मैंने बोल दिया, इसमें शर्म की क्या बात है? तो भाभी हंसने लगी. फिर अचनाक से भाभी उठने लगी तो मैंने पूछा क्या हुआ भाभी? तब भाभी ने कहा देवर जी पेशाब आ रहा है. फिर मैंने भाभी को गोद में उठाया और बाथरूम में जाकर अपनी गोद में बैठाया और उनकी सलवार का नाड़ा खोला और कहा कि भाभी अब पेशाब कर लो.
अब भाभी की चूत ठीक मेरे मुँह के सामने थी, तो भाभी ने कहा मुझे शर्म आती है आप उधर मुँह करो तभी में पेशाब करूँगी. फिर मैंने कहा क्या हुआ भाभी? जब में आपकी चूत चूस सकता हूँ तो आपको पेशाब करते नहीं देख सकता क्या? तो भाभी ने कहा कि नहीं में आपके मुँह के सामने पेशाब नहीं करुँगी, कहीं मुझे पेशाब करता देख आप फिर से मेरी चूत ना चूस लो, चलिए उधर देखिए.
फिर मैंने अपना मुँह दूसरी तरफ किया. तभी भाभी ने एक तेज़ धार पेशाब की छोड़ी. अब पेशाब की आवाज़ सुनकर मुझसे रहा नहीं गया और मैंने भाभी की चूत में कस कर अपना मुँह लगा दिया और भाभी की चूत चूसने लगा.
अब भाभी का पेशाब सीधा मेरे मुँह पर गिर रहा था और भाभी की सलवार भी थोड़ी पेशाब में भीग गई थी. फिर भाभी ने तुरंत पेशाब रोक दिया और फिर भाभी ने कहा देवर जी मैंने कहा था ना कि मुझे पेशाब करते हुए मत देखो, आपसे रहा नहीं जायेगा.
फिर मैंने कहा भाभी आपकी पेशाब की आवाज़ सुनकर मुझसे रहा नहीं गया, तभी भाभी ने कहा देवर जी आप बहुत बुरे हो चलो अब तुम बाथरूम के बाहर जाओ, में अकेले पेशाब करुँगी. मुझे गुस्सा आ गया, फिर मैंने भाभी को खड़ा किया और उनके गाल पर एक थप्पड़ लगाया.
और उनकी सलवार उतार दी और अपना लंड सीधे उनकी चूत में घुसा दिया और भाभी के बूब्स को ज़ोर से पकड़कर कहा कि अब करो पेशाब, मेरा लंड तुम्हारी चूत के अंदर है और अब तुम्हें इसी हालत में पेशाब करना है.
भाभी ने कहा कि में कैसे पेशाब करूँ? आपने अपना लंड मेरी चूत में पूरा अंदर तक घुसा दिया है तो पेशाब नहीं निकल रहा है, प्लीज़ मेरी बूब्स की चूचीयों को छोड़ दो. फिर मैंने कहा कि ज़ोर लगाओ, ताक़त लगाओ, अपनी योनि का अपने गर्भ में दबाव डालो तो ज़रूर पेशाब बाहर आ जायेगा.
फिर उन्होंने बड़ी मेहनत से अपनी योनि और गर्भ पर ज़ोर लगाया और वो पूरी ताक़त से पेशाब करने लगी थी. अब भाभी की चूत में मेरा 9 इंच का लंड पूरा अंदर तक घुस चुका था और पेशाब चूत और लंड के किनारो से बहता हुआ बाहर आ रहा था.
फिर वो 2 मिनट तक पेशाब करती रही. अब पेशाब ख़त्म होने के बाद में भाभी को कस-कस कर चोदने लगा, अब भाभी, ऊऊऊऊऊओह अहह आययययययी गईईईईई गगगईईईईईईईईईईईईईईईईईई देवर जी नहिईईईईईईईईईईईईईईईईई, देवर जी आईईईईईईईईईई प्लीज ससस्स्स्स्सस्स्स्सस्स हह अहह अहह ऊऊऊईईईईईईईईईय आआआअहह कर रही थी.
दोस्तों में आपको बयान नहीं कर सकता कि मुझे भाभी की चुदाई करने में कितना मज़ा आ रहा था. फिर मैंने भाभी को अपनी गोद में उठा लिया और उनकी चुदाई करने लगा और में उन्हें कमरे में बेड पर ले आया. अब तो पलंग पर चुदाई का बड़ा ही ख़तरनाक सीन चल रहा था.
इसे भी पढ़े – बहन के प्रति हवस जाग गई उसकी जवानी देख
फिर में भाभी को अलग-अलग स्टाइल में चोदने लगा. फिर में बाथरूम से भाभी की पेशाब में भीगी हुई सलवार ले कर आया और सलवार से भाभी के दोनों हाथ बाँध दिए. अब भाभी पलंग पर सीधी लेटी हुई थी और मैंने उनके दोनों हाथों को पलंग के ऊपर किनारे पर सलवार से बाँध दिए थे. फिर मैंने भाभी से कहा कि अब में तुम्हे लंड का असली मज़ा देता हूँ मेरी भाभी जान. भाभी ने कहा कि देवर जी नहीं प्लीज ऐसा मत करो, तुम मुझे खोल दो और आराम से मुझे चोद लो, लेकिन ऐसे बांध कर नहीं, तुम बड़ी बेदर्दी से चोदते हो, इतना बड़ा लंड है तुम्हारा, बेरहमी से चोदोंगे तो में मर जाउंगी.
फिर मैंने कस कर भाभी के बूब्स पर 4-5 थप्पड़ मारे और कहा चुप हो जा, तुझ जैसी हसीन औरत को तो बाँध कर ही चोदना चाहिए है. जब मेरा 9 इंच का लंड तेरी चूत में घुसेगा तो तेरा सारा मचलना बंद हो जायेगा. अब भाभी डर सी गई थी और अब कमरे में पूरे 1 घंटे तक भाभी की चीखने की आवाजे आती रही, लेकिन वहां पर कोई उन्हें बचाने वाला नहीं था. अब मैंने बुरी तरह से भाभी को चोद डाला था. अब मेरी मलाई निकलने वाली थी और फिर में अपनी सारी मलाई भाभी की चूत में निकालकर भाभी के साथ सो गया.
Rohit says
Maharashtra me kisi girl, bhabhi, aunty, badi ourat ya kisi vidhava ko maze karni ho to connect my whatsapp number 7058939556
Chodu Bolls says
Bhosde me peshab krva ke chudva ne ka maza lootna ho to msg kro