Vidhwa Sister Chudai
मेरा नाम पिंकी है मैं 21 साल की हूँ मेरी शादी 19 साल की उम्र ही हो गया था। मेरे मम्मी पापा ने बड़े धूम धाम से मेरी शादी किये थे। मेरा बड़ा भाई भी मुझे बहुत इज्जत देता था। वो हमेशा कहता था बहन तू जब अपने ससुराल चली जाएगी तो मैं कैसे रहूंगा। Vidhwa Sister Chudai
ये सब बोल कर हम दोनों ही रोने लगते थे। पर वक्त ने ऐसे पाला बदला की शादी के बाद मैं वापस अपने मायके आ गयी दो साल के अंदर, मेरा पति मुझे छोड़ गया। एक बाइक एक्सीडेंट में वो नहीं रहा। अब हम दोनों प्लान ही कर रहे थे एक बेबी लाने के लिए पर अब सब कुछ ख़तम हो गया और मैं वापस अपने मायके आ गयी।
धीरे धीरे समय बीतता गया। मैं अपने आप को मन लगाने की कोशिश करने लगी और मैं बीजी रहूं इसके लिए मैंने एक स्कूल में टीचर को जॉब भी शुरू कर दी थी ताकि मेरा समय कटता रहे। पर रात को मेरी तनहाई मुझे काटने दौड़ती थी।
मुझे भी एक साथी की जरुरत थी पर ये संभव नहीं था। मेरे पापा मम्मी मेरे लिए लड़का भी देखने लगे पर एक विधवा के लिए ज्यादा उम्र का ही आदमी मिलता है चाहे विधवा 18 साल की ही क्यों ना हो। धीरे धीरे मन को बहलाने के मैं इंटरनेट पर ज्यादा रहने लगी।
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एक दिन विधवा सेक्स की कहानी गूगल पर सर्च किया तो मुझे ये वेबसाइट मिला और फिर उसी दिन से रेगुलर हमारी वासना डॉट नेट पर सेक्स कहानियाँ पढ़ने लगी। अब मैं बुरी तरीके से आदत में फंस गयी। बिना इस वेबसाइट को खोले नींद ही नहीं आती थी।
मैं कहानियां पढ़ती और अपनी चूचियों और चूत को सहलाते और खुद ही गरम हो कर झड़ जाती तब मुझे अच्छी नींद आती। रोजाना जब एक ही चीज को करोगे तो एक ना एक दिन पकडे जाओगे। मेरा भाई मेरी इस हरकत को नोटिस कर रहा था।
और एक दिन रात को ग्यारह बजे कमरे में आ गया और बोला पिंकी मैं दस दिन से देख रहा हूँ तुम रात में अजीब अजीब आवाज निकालती हो। तेरे पलंग हिलता है कही तुम किसी से गलत वीडियो कॉल तो नहीं करती हो। मेरे भाई को लगा था की मैं विडियो कॉल सेक्स करती हूँ।
मैंने कहा नहीं नहीं ऐसी कोई बात नहीं। और ये संयोग ही था उस दिन की कहानियां इतनी गरम और कामुक थी की मैंने अपने सारे कपडे उतार दिए थे कम्बल ओढ़ कर मैं अपनी चूत में ऊँगली कर रही थी और चूचियां दबा रही थी।
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मैंने कहा नहीं तुम जाओ यहाँ से मेरा भाई बोला कम्बल हटाओ अब मैं बुरी तरह से फंस गई थी। उस दिन मम्मी पापा भी घर पर नहीं थे मौसी के घर गए थे। मैंने कम्बल पकड़ लिए और बोली जाओ यहाँ से जाओ। पर उसको और भी जयदा शक हो गया की जरूर कोई बात है और उसने मेरा कंबल बलपूर्वक हटा दिया।
मैं नंगी थी अंदर मेरी बड़ी बड़ी चूचियां टाइट थी मेरा शरीर देखकर वो दंग रह गया। उठने कहा तुम नंगी क्यों की। अब मैं चुपचाप थी। मेरे मुँह से आवाज नहीं निकल रहा था। उसका मन डोल गया, वो मेरे जिस्म को देखने लगा। मेरी बड़ी बड़ी टाइट चूचियों को निहारने लगा मेरी चूत के तरफ देखने लगा।
वो बैठ गया पलंग पर और बोला किसी चीज की कमी खल रही थी तुम्हे। मैंने कहा देख लो मुझे क्या चाहिए। मैंने अपना मोबाइल दिखा दी मैं चुदाई की कहानी पढ़ रही थी वो भी बहन भाई की चुदाई की। तो धीरे धीरे मेरे करीब आ गया अपना हाथ मेरी चूचियों पर रख दिया और फिर आगे बढ़कर मुझे चूमने की कोशिश करने लगा। “Vidhwa Sister Chudai”
मैंने कहा ये सब मत कर मैं तेरी बहन हूँ। उसने कहा मैं तुम्हे इस हालत में नहीं देख सकता। और फिर उसका होठ मेरे होठ पर आ गया और वो मुझे चूमने लगा और किस करने लगा मेरी बड़ी बड़ी बूब को प्रेस करने लगा। मैं इससे और भी व्याकुल होने लगी और फिर उसकी छुअन ऐसी थी की मैं खुद ही बहक गयी।
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मुझे ये एहसास नहीं रहा की मैं बहन हूँ और उसपर से विधवा हूँ। भाई मेरा कामुक हो गया और मेरे ऊपर चढ़ गया। वो मेरी चूचियों को मुँह में लेकर मेरी निप्पल को चूसने लगा। मैं और भी ज्यादा पागल होने लगी। मेरे से रहा नहीं गया और मैंने उसका लंड पकड़ पर आने मुँह में ले ली और चूसने लगी। “Vidhwa Sister Chudai”
हम दोनों 69 को पोजीशन में आ गए और एक दूसरे के प्राइवेट पार्ट को मुँह से चाटने लगे हम दोनों के जिस्म में आग लग चुकी थी अब बिना चुदाई के बुझने वाली थी नहीं। उसने मेरी टांगो को खोला और फिर मेरी चूत के ऊपर अपना मोटा करीब ९ इंच का लंड रखा और जोर से घुसा दिया।
मेरी चूत एक साल से लंड नहीं गया था वो और भी ज्यादा टाइट हो गया था। सुने जोर जोर से मेरी चूत में लंड घुसाने लगा। मैं भी पुरे जोश से अअअअअ आए ओह्ह्ह्हह्हह ओह्ह्ह्हह्हह आआअह्हह्ह्ह्ह करने लगी वो कामुकता की हद को पार करते हुए मेरी गांड में ऊँगली घुसा दिया थूक लगाकर और जोर जोर अंदर बाहर करने लगा।
अब मुझे उसका मोटा लंड अपनी गांड में भी लेने का मन करने लगा। उसने तुरंत ही घोड़ी बना दिया और अपना मोटा लंड मेरी चूत के छेद पर रखा और जोर से घुसा दिया। मेरी गांड फट गई थी। वो अब जोर जोर से गांड मारने लगा। उसको मेरी गांड मारने में बहुत मजा आ रहा था। “Vidhwa Sister Chudai”
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वो मेरी चौड़ी गांड के बिच लंड लगाकर जोर जोर से पेलने लगा। मुझे भी गांड चुदवाने में बहुत ही अच्छा लगने लगा। मैं गांड मरवाने लगी वो मुझे गांड मारने लगा। फिर से चुदाई करने लगा। वो मेरी मुँह में लंड दे देता था और कहता था दांत से काटो। फिर वो मेरी चूचियों को मुँह में लेता और मेरी निप्पल को दांतो से काटता। उस रात को उलट कर पलट कर खूब चोदा। हम दोनों ने भी अपने अपने जिस्म के आग बुझाये थे। उस दिन के बात से तो वो मेरे साथ ही सोने लगा क्यों की मम्मी पापा निचे फ्लोर पर सोते थे हम दोनों ऊपर के फ्लोर पर।
ऊपर के फ्लोर का गेट अलग थे इसलिए वो गेट बंद कर देते थे। और हम दोनों बहन भाई साथ सोते और पूरी रात चुदाई करते। अब मैं माँ बनने वाली हो गयी थी अब मुझे कुछ भी समझ नहीं आ रहा है। शहर छोटा है तो किसी डॉक्टर के पास जाकर मैं गर्भपात भी नहीं करवा सकती अब कोई बड़े शहर जाकर ही कुछ हो सकता है। पर आजकल मैं काफी तनाव में रहती थी। अब मेरे पेट में जो बच्चा है वो मेरे भाई का है और मैं विधवा हूँ। आप ही बताईये मैं क्या करूँ ?
Ali says
Kisi babhi ya aunty ko pragnent hona ho call me 6396188121