Sex Ki Pyasi Chut
चुद्दकड़ बेटी की चुदाई ये कहानी मेरे और मेरे पापा के बीच हुई सेक्स की कहानी है लेकिन एक बात साफ कर देना चाहती हूं ये सच्ची कहानी नहीं है. सिर्फ मेरी कल्पना है क्योंकि मैंने कभी अपने पापा से सेक्स नहीं किया। मैंने उनको अपनी मम्मी के अलावा और औरतों से भी चुदाई करते देखा है। Sex Ki Pyasi Chut
उनके जिस्म के बारे सब पता है।और उनके लंड का साईज भी पता है, जब अकेले होती हूं तो अक्सर पापा से चुदाई के बारे सोचती हूं. लेकिन कभी मौका नहीं मिला और न मिलने की संभावना है। मैं अपनी कल्पना में पापा से कैसे चुदाई करती हूं वो आगे पेश कर रही हूं उम्मीद है आप को पसंद आएगी।
मेरे पापा का नाम प्रमोद है और उनकी आयु 44 साल है। पापा का रंग काफी गोरा और कद 5 फीट 10 इंच है। पापा का चेहरा क्लीन शेव और बहुत सेक्सी है। पापा का जिस्म एकदम फिट और सुडौल है। पापा की आंखें और बाल गहरे काले रंग के हैं।
पापा के सेक्सी क्लीन शेव चेहरे से लाली झलकती है। उनका सेक्सी चेहरा, सुडौल जिस्म, सेक्सी स्टाईल देखकर औरतें पापा से चुदने केलिए बेताब हो जाती हैं। मेरे पापा भी बहुत चोदू किस्म के हैं, पापा बहुत सारी लड़कियों और औरतों को चोद चुके हैं।
मैंने कई बार मम्मी-पापा की चुदाई देखी है और पापा का लंड भी देखा है। मम्मी के अलावा हमारी पडो़सन और अपनी सगी बुआ को पापा से चुदाई करते हुए मैंने अपनी आंखों से देखा है।
बुआ से पापा की चुदाई देखते समय मुझे मालूम हुआ कि पापा मुझे भी चोदना चाहते और मैं भी पापा से चुदाई करना चाहती हूं लेकिन हम दोनों ही एक दूसरे से कह नहीं पाते। मैं हमेशा पापा को हसरत भरी नजरों से देखती हूं और पापा मुझे।
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जब पापा अपनी सेक्सी नजरों से मेरा बदन निहारते हैँ तो मेरे तन मन में आग लग जाती है और पापा से चुदाई को बेताब हो जाती हूं। लेकिन पापा को बोल नहीं पाती फिर किसी और मर्द से अपनी चुदाई की आग शांत करती हूं।
मैंने पापा के सामने बहुत बार एक्सपोज भी किया ताकि पापा कुछ करें। मैं खुले गले का टॉप पहन कर पापा के सामने झुक जाती हूं और पापा मेरे बडे़ बडे़ बूब्ज़ को निहारते हैं। जब मैं ऐसे करती हूं तो मेरी नजर पापा के लंड पर होती है और पापा का लंड मेरे बूब्ज़ देखकर खड़ा हो जाता है तथा उनकी पैंट में तंबू बन जाता है। “Sex Ki Pyasi Chut”
पापा की आयु चाहे 50 साल है लेकिन रोजाना कसरत करने की वजह से उनकी आयु 33-34 साल से ज्यादा नहीं लगती। पापा का लंड काफी मोटा, लंबा एवं दमदार है और पापा चुदाई काफी देर तक करते हैं। अब अपनी कल्पना वाली चुदाई की कहानी पर आती हूं।
मम्मी स्कूल की छुट्टियों में एक महीने केलिए नाना जी के घर गई हुई थी। मैं और पापा घर में अकेले रहते थे। घर का काम कामवाली कर जाती थी और खाना मैं बनाती थी। मैं और पापा खाना खाकर अपने अपने रूम में सो जाते।
मैं और पापा एक साथ खाना खाते थे और बातें करते थे। एक दिन संडे पापा को छुट्टी थी और कामवाली पापा के रूम में सफाई कर रही थी। मैं उसको कुछ कहने पापा के रूम में गई, कामवाली ने अपनी कमीज़ ऊपर की हुई थी और पापा उसके बूब्ज़ चूस रहे थे।
जैसे ही उन लोगों ने मुझे देखा कामवाली अपनी कमीज़ नीचे कर के बाहर भाग गई और पापा परेशान से खडे़ थे। मैं बिना बोले अपने रूम में आ गई और सीन सोचकर गर्म होने लगी। तभी पापा डरे डरे से मेरे रूम में आए, उनको डर था कहीं ये बात मैं मम्मी को न बता दूं। “Sex Ki Pyasi Chut”
पापा मेरे पास आकर सॉरी बोले और कहा प्लीज़ अपनी को मत बताना। मैंने पापा से कहा कोई बात नहीं पापा मैं नहीं बताऊंगी। पापा ने थैंक्स बोला तो मैंने कहा मुझे आपकी हालत मालूम है 15 दिन से मम्मी नहीं है तो कंट्रोल नहीं हुआ होगा लेकिन कामवाली के साथ नहीं करना चाहिए था।
पापा बोले हां अनीता इतने दिनों से सेक्स नहीं किया और कामवाली को देखकर रहा नहीं गया। लेकिन कामवाली के बिना और किस से करता अब मुझ से रहा नहीं जा रहा। मैं सीधा बोलने लगी थी मेरे साथ कर लो लेकिन मैंने बात घुमा ली।
मैंने कहा पड़ोसन भाभी या फिर बुआ को बुला लो। पापा ने हैरत से मुझे देखा और पूछा तुझे कैसे मालूम है। मैंने कहा मैंने चोरी से आपको इन सब से सेक्स करते देखा है। पापा ने पूछा अपनी मम्मी को तो नहीं बताया।
मैंने कहा नहीं पापा अगर आप चाहो तो किसी को बुला सकते हो। पापा ने कहा तेरा फूफा एक महीने के लिए घर आया हुआ है, तेरी बुआ अपने बेटे के साथ घुमने गई है. और रुक पड़ोसन से पूछता हूं कह कर पापा बाहर चले गए। मुझे मालूम था भाभी भी अपने पति के साथ घुमने गई हुई है। “Sex Ki Pyasi Chut”
पापा के जाते ही मैं बाथरूम में गई, वहां अपनी चूत के बाल साफ करके नहा ली। मैंने सफेद टाईट जींस, लाल शर्ट के साथ सफेद हाई हील के सैंडिल पहन लिए। मेरे बूब्ज़ मेरी शर्ट के बटन तोड़ कर बाहर निकलने को बेचैन थे और मोटी गांड और भी उभरी हुई थी। मैंने अच्छे से परफ्यूम लगा लिया और लाल रंग की लिपस्टिक लगा कर बाल खुले छोड़ लिए।
मैंने लिपस्टिक के ऊपर लिप ग्लॉस लगा लिया ताकि होंठ और भी रसीले लगें और क्रीम वगैरह लगा कर तैयार हो गई। मैंने खुद को आईने में निहारा, मैं बहुत ही सेक्सी और हॉट लग रही थी। मैंने आंखों पर नजर वाला चश्मा लगा लिया तब आईने में देखा और भी ज्यादा सेक्सी और हॉट लगने लगी।
सीधी भाषा में मैं बहुत सेक्सी, गर्म और चुदाई की भूखी चुद्दकड़ रंडी लग रही थी। मुझे पूरा यकीन था आज पापा मुझे जी भर के चोद देंगें और मुझे अपनी रखेल बना लेंगें। थोडी़ देर बाद पापा वापस आए और उनका चेहरा उतरा हुआ था।
पापा अपने रूम में जाने लगे तो मैंने पूछा भाभी आ रही है क्या। पापा ने मेरी तरफ देखा और देखते ही रह गए। मैंने फिर से पूछा तो बोले वो भी नहीं है। मैंने कहा सॉरी पापा मेरी वजह से आपका काम खराब हुआ है अगर आप चाहो तो मेरे साथ चुदाई कर सकते हो। “Sex Ki Pyasi Chut”
पापा बोले नहीं अनीता तुम मेरी बेटी हो किसी को मालूम हो गया तो। मैंने कहा किसी को कौन बताएगा पापा, लंड को चूत चाहिए होती है और चूत को लंड। लंड और चूत का एक रिश्ता होता है चुदाई का और कुछ नहीं। चूत को लंड चाहिए होता है चाहे बाप का हो और लंड को चूत तक मतलब होता है चाहे बेटी की हो।
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पापा बोले ये तो ठीक है लेकिन पहली बार चुदाई में दर्द होगा सह लोगी। मैं हंस पडी़ और पापा ने हंसने की वजह पूछी। मैं अपनी औकात पर आ कर बोली, मुझ में एक चोदू बाप का और एक चुद्दकड़ रंडी मां का खून है तो आपने कैसे सोच लिया मैं चुदी नहीं हूं, मैं रोज नए-नए लंड लेती हूं।
पापा बोले तू भी अपनी मम्मी जैसी है। मैंने कहा और क्या करूँ पापा जब चुदाई की आग लगती है तो लंड के बिना बुझती नहीं। पापा ने पूछा सिर्फ चूत मरवाती हो या गांड भी। मैंने कहा दोनों पापा और कई बार मुंह, चूत और गांड तीनों छेदों में लंड लेकर चुद चुकी हूं। “Sex Ki Pyasi Chut”
पापा बोले साली रंडी अगर मुझे पहले पता होता मेरी बेटी इतनी गर्म चुद्दकड़ रंडी है तो रोज तुझे चोदता। मैंने बोला अब तो पता चल गया न पापा आज तो मेरी चूत और गांड में आपना लंड डालकर मेरी प्यास बुझा दो।
आज कम से कम तीन बार जरुर चोदना। एक बार अपना वीर्य मेरे मुंह में देना, दूसरी बार चूत में और फिर गांड में, तभी मुझे लगेगा मेरी चुदाई हुई है। पापा बोले तू तो अपनी मम्मी से भी बड़ी चुद्दकड़ माल है, चल आजा रूम में तुझे अपने लंड का मजा दूं।
मैंने कहा पापा रूम में तो चुदाई होती रहेगी क्यों न आज खुले में चुदाई का मजा ले मतलब खेत में चलकर चुदाई करें। पापा बोले ठीक है मेरी रंडी बेटी आज तुझे खेत में चोदूंगा। पापा अपने रूम से बाईक की चाबी लेने चले गए और मैंने पर्स में चर्स से भरी हुई 6 सिगरेट और सेक्स की गोलियों का पत्ता रख लिया।
पापा ने बाईक निकाल ली और मैं पीछे बैठ गई। जैसे ही हम गांव से बाहर सुंनसान सड़क पर आए मैंने बाईक रुकवा ली और दोनों तरफ टांगें कर के बैठ गई। मैंने पापा की कमर में हाथ डाल लिए और अपने बूब्ज़ पापा की पीठ में गडा कर चिपक कर बैठ गई। पापा बाईक चलाने लगे और मैं पापा के पेट को सहलाने लगी। “Sex Ki Pyasi Chut”
थोडी़ दूर जाने तक बारिश आ गई और अब किसी के आने का खतरा बिलकुल खत्म हो गया। मैंने पापा की जिप खोलकर हाथ बीच में डालकर लंड पकड़ लिया और सहलाने लगी। ऐसे मस्ती करते-करते हम खेत पहुंच गए और हम दोनों बहुत भीगे हुए थे।
पापा ने बाईक मोटर वाले रूम के पास लगा दी। हमारे खेत के बीचोंबीच में आम का बागान है और वहां पर एक छप्पर बना हुआ है जिसके ऊपर छत्त है तथा चारों तरफ से खुला है। वहां पर एक चारपाई, एक लकड़ी का टेबल और एक प्लास्टिक की कुर्सी है। हम दोनों बागान में आ गए और पापा मोटर वाले रूम से शराब की बोतल उठा लाए।
पापा ने चारपाई पर बैठ कर बोतल और गिलास टेबल पर रखा और मैं कुर्सी पर बैठी थी। पापा ने चारपाई पर बैठ कर एक पैग लगाया और जैसे ही पापा ने गिलास नीचे रखा मैंने उठा कर मोटा सा पैग बनाया, पापा को लगा मैं उनके लिए पैग बना रही हूं लेकिन मैंने खुद मुंह को लगाकर गटागट खींच लिया। “Sex Ki Pyasi Chut”
पापा ने मेरी तरफ हैरत से देखा और कहा ये भी। मैं कुछ नहीं बोली बस मुस्करा दी, तब पापा बोले और भी कुछ लेती हो तो मैंने पर्स से चर्स वाली सिगरेट निकाल कर सुलगा ली। पापा बोले सिगरेट भी पीती हो, ला मुझे भी दे।
मैंने कहा ये आम सिगरेट नहीं है पापा इसमे चर्स भरी हुई है तो पापा बोले बहुत बड़ी रांड है तू यार ला मुझे भी सिगरेट दे। मैंने कश खींच कर सिगरेट पापा को दे दी और पापा ने लंबा सा कश लगाया। ऐसे एक एक कश खींच कर हमनें सिगरेट खत्म कर दी।
मैंने गिलास में पैग बनाया और पर्स से सेक्स की दो गोलियां निकाल लीं। पापा बोले तू तो सच में बहुत चुद्दकड़ है सेक्स की गोलियां भी लेकर आई है। मैंने एक गोली अपने होंठों के बीच दबा ली और पापा के पास होंठ कर दिए। पापा ने ने अपने होंठ मेरे होंठों से लगा कर मेरे होंठ चूसते हुए गोली अपने मुंह में ले ली। “Sex Ki Pyasi Chut”
जैसे ही पापा के होंठों ने मेरे होंठों को छुआ, मेरे बदन में आग सी लग गई। मैंने आधे गिलास से गोली पापा को खिला दी और कुर्सी पर बैठ गई। मैंने पापा से कहा कितना अच्छा होता अगर मैं अपनी सील आपसे तुड़वाती। पापा ने कहा मैं तो तुझे कब से चोदना चाहता था लेकिन मौका आज मिला है।
पापा ने कहा अनीता कपड़े गीले हो गए हैं उतार दो। मैंने कहा मैं आपके निकालती हूं आप मेरे निकाल दो। हम दोनों खडे़ हो गए। मैंने पापा की शर्ट और पैंट निकाल दी और पापा ने मेरी शर्ट और जींस निकाल दी।
पापा सिर्फ अंडरवियर में और मैं लाल ब्रा एवं पैंटी में खडी़ थी। पापा की नजर मेरे ब्रा से बाहर निकले हुए बडे़ बडे़ बूब्ज़ पर थी और मेरी नजर पापा के अंडरवियर में उछल रहे लंड पर थी।
पापा ने अपने होंठों में गोली दबाकर होंठ मेरे पास किए लेकिन मैंने गोली हाथ से निकाल ली और पापा के होंठों को चूम लिया। मैंने घुटनों के बल बैठ कर पापा का अंडरवियर नीचे किया और लंड के टोप्पे से चमड़ी पीछे कर के गोली उनके लंड के टोप्पे पर टिका दी। “Sex Ki Pyasi Chut”
मैंने अपना मुंह खोलकर पापा का लंड मुंह में लिया और धीरे-धीरे लंड को बाहर निकालते हुए गोली मुंह में ले ली। पापा ने आधे बचे शराब के गिलास से गोली मुझे खिला दी। पापा ने मेरी ब्रा की हुक खोलकर निकाल दी और पैंटी भी निकाल दी।
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पापा ने मेरा बदन ऊपर से नीचे तक देखा और बोले अनीता आज तक जितनी भी लड़कियों और औरतों को मैंने चोदा है, तेरा बदन सब से खूबसूरत एवं सेक्सी है। तू बिलकुल अपनी मां पर गई है। तुम दोनों गजब की खूबसूरत भी हो और चुद्दकड़ रांड भी। पापा चारपाई पर बैठ गए और मैं उनकी गोद में बैठ गई। पापा ने पैग बनाने केलिए गिलास उठाया लेकिन मैंने मना करते हुए कहा गिलास की क्या जरुरत है पापा, बोतल से नीट पीते हैं। पापा ने बोतल मुंह को लगाई और गटागट तीन चार घूंट पी गए। उतनी देर में मैंने सिगरेट जला ली और कश लगा लिया।
पापा ने मेरे होंठों को बोतल लगा दी और मैंने भी बड़ी बड़ी घूंट पी ली। मैंने पापा के होंठों को सिगरेट लगा कर उनको कश लगवा दिया। पापा मुझे शराब पिलाते और मैं पापा को सिगरेट पिलाती। हम दोनों बिलकुल नंगे बैठे शराब और चर्स का मजा ले रहे थे। जिस तरह से मैं पापा की गोद में बैठी थी वैसे पापा का लंड मेरी गांड के छेद पर ठोकर मार रहा था। ऐसे हमने शराब की पूरी बोतल और चर्स की दो सिगरेट खत्म कर दीं।