Sasural Me Sex
मैं शादीशुदा इन्सान हूँ मेरे लंड लगभग 5.5 इंच है और मोटा लगभग 2.5 इंच हैं जो की मेरे हिसाब से ठीक हैं. अब मैं कहानी पे आता हूँ ये कहानी इस बार होली की हैं जब मैं अपने ससुराल गया था. वहां पे मेरे सास ससुर के अलावा एक ही साला हैं (अरुण) जो की विदेश में रहता हैं वो भी होली की छुट्टी में घर आया हुआ था. Sasural Me Sex
हमारे उम्र ज्यादा का फर्क नहीं हैं वो मेरे पत्नी से सिर्फ 2 साल छोटा है अभी उसकी शादी नहीं हुयी है. उसने मेरे से बोला जीजा होली आ जाइये, ये पहली होली जबसे आपका शादी हुआ हैं. मैंने पत्नी के साथ प्लान बना के ससुराल चला गया वहां जाने के बाद काफी सम्मान हुआ. सबसे मिलने के बाद हम लोगो ने एक साथ रात का खाना खाया.
मैं और मेरा साला दोनों टहलते हुये घर से दूर उसके बंगले पे जाकर बातें करने लगे उसने बोला जीजा आज यही सो जाइये फिर मैंने पत्नी को फ़ोन कर बोला की अरुण जिद कर रहा मैं यही पे सो जाता हूँ . बहुत देर बातें करने के बाद मैं अपने कमरे सोने चला गया और अरुण अपने कमरे.
अनजान जगह होने के कारण मुझे नींद नहीं आ रही थी. तभी मुझे अरुण के कमरे किसी के होने की आभास हुआ. मैंने सोचा चलो देखतें हैं इतनी रात को कौन हो सकता , फिर मैं जंगले के पास छिपकर कमरे में देखा तो वहां का सिन देखकर मैं दंग रह गया.
मैंने देखा एक लगभग 17 साल की लड़की (सुनयना) बिना कपड़े के लेटी है और अरुण सुनयना को चोद रहा हैं और वो भी खूब चुदवा रही हैं. मैं आपको बता दूं सुनयना रिश्ते मेरी पड़ोस की साली लगेगी वो अभी इस बार की बोर्ड परीक्षा दे रही हैं, हाइट लगभग 5.4 इंच होगी और चुचे काफी बड़े नहीं हैं लेकिन तराशी हुयी गाड़ हैं लगता हैं खरबूजा है.
अरुण ने लगभग 20 मिनट तक चोदा होगा , फिर वो उठी और दोनों ने कपड़े ठीक किये और चली गयी. लेकिन मेरी नींद साली ख़राब हो गयी मैं सोचने लगा काश सुनयना की चूत मुझे मिल जाती. ये सोचकर दो बार मुठ मारी और सो गया.
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सुबह अरुण मुझे जगाने आया तो मैंने रात की बात कही तो वो शरमा गया बोला जीजा किसी को मत बताना अभी जब विदेश से आया था तो बहुत मेहनत की तब पटाई हैं. अभी सिर्फ दो बार ही चोदा हूँ, मैंने बोला अरुण एक बार मुझे भी दिला दे तब मैं चुप रहूँगा और दो तीन की बात हैं जब चला जाऊंगा तब चोदते रहना.
अरुण बोला जीजा अभी वो बच्ची हैं और आपकी शादी के भी 7 साल हो गये. मैंने भरोसा दिलाया सब आराम से करूँगा फिर वो राजी हो गया बोला आज रात आप मेरे कमरे में सो जाना मैं आपके लेकिन आराम से मैंने बोला ठीक हैं भाई.
फिर सुबह से शाम हुयी लेकिन मुझे तो रात का इन्तेजार था मैं तो ये सोच के पागल हो रहा था की आराम से चोदुंगा बोल दिया हैं फिर कण्ट्रोल कैसे करूँगा क्योंकि 7 साल बाद कोई लड़की की चूत मिलीनी है. और सोचते-सोचते फिर रात हुई खाना खाने के बाद मैं अरुण के कमरे में सोने चला गया.
लगभग 9:30 रात में किसी के आने की आहट सुनाई दी मैं उठा और कमरे की लाइट ऑफ़ कर दी और दरवाजा धीरे से खुला रख दिया सुनयना धीरे से आयी और अँधेरे में मेरे ऊपर चढ़ गयी और बोली मैं जानती हूँ तुमने लाइट मुझे डराने के लिए बंद की हैं मैंने कुछ नहीं बोला.
फिर सुनयना ने कहा ठीक हैं मै जा रही हूँ लेकिन तुम्हे पछताना पड़ेगा क्योंकि आज पहली बार मैं अपनी बुर क्रीम से साफ़ की हैं इतना सुनते ही मेरा लंड अब जबाब दे रहा था मै जल्दी से उसे धक्का देते हुए बेड उठा और झट से जाकर दरवाजा बंद कर दिया और लाइट जला दी.
लाइट ऑन होते ही उसके होश उड़ गये बोली जीजा आप और भागने की कोशिश करने लगी लेकिन दरवाजा तो बंद था मैंने कमरे में दौड़ कर उसे पकड़ लिया वो मेरे से विनती करने लगी जीजा छोड़ दो मैंने बोला देखो तुम मेरी साली हो बात मान जाओ.
वो रोते हुए बोली जीजा मैं अभी छोटी हूँ मैंने बोला मैंने कल सब देख लिया हैं अरुण से चुदवाते हुए. चुपचाप मुझे चोदने दो नहीं तो सबको बता दूंगा, फिर मैं उसे किस करने लगा और बोला तूने आज बुर साफ़ किया हैं थोडा दिखाओ तो वो बोली जीजा फिर कभी लेकिन मैं कहाँ छोड़ने वाला था
किस करते -करते मैंने उसके पैंटी के उपर से ही चूत को छुआ तो गीली लगी. मैंने उसके फ्राक को एक झटके में ही निकाल दिया और फिर ब्रा खोल दिया दो सेब के आकार के ठोश चुचे बाहर आ गये. मै उनको बारी बारी चूसने लगा और वो अब धीरे -धीरे मजे लेने लगी बोली जीजा आप तो अरुण से अच्छा कर रहे हो बहुत मजा आ रहा अब मेरे बुर में गुदगुदी हो रही हैं.
मुझे पता हैं की कब लंड डालना चाहिए मैं उसके टांग के बिच में जाकर उसका पैंटी भी निकाल दिया उसके क्लीन चूत को देखकर मेरे तो होश उड़ गये बिलकुल मुलायम और गुलाबी कलर का अन्दर का छोटा सा छेद दिखाई दे रहा था. अब मेरे सब्र का बांध टूटने लगा फिर मैं लोअर उतार फेका मेरे लंड बाहर आते ही वो उठ गयी बोली जीजा आपका तो अरुण से काफी मोटा हैं.
मैंने बोला सुनयना तुम चिंता मत करो तुम्हे कुछ नहीं होगा बस ये थोडा मोटा हैं, तुम्हारी दीदी तो खूब मजे लेती हैं और दर्द भी नहीं होता. मैंने बोला देखो कुछ नहीं होगा मेरा यकीन करो अगर दर्द होगा तो मै निकाल लूँगा और तुम चली जाना.
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फिर उसके टांग के बिच बैठ कर आहिस्ते- आहिस्ते पुचकार रहा था और अपने लंड का सुपाडा चूत के छेद पे रगड़ रहा था. सुनयना अब पूरी तरह से गरम हो गयी थी क्योंकि चूत एक दम से पानी छोड़ दी थी, और वो पानी अब रिस कर मेरे लंड के सुपाडे को भी भीगा रहा था और उसके गाड़ के छेद को भीगा रहा था.
दोस्तों मन कर रहा था की फाड़ दूँ साली की चूत पर जल्दीबाजी ठीक नहीं था मैं ये देख रहा था की कब बोलती है जीजा चोद दो, आखिर में उसने बोला जीजा अरुण तो मेरी चूत गिला होते ही टूट पड़ता चोदने के लिए और चोदने लगता हैं. मैंने बोला सुनयना तुम मेरी प्यारी साली हो इस लिए तुम्हे दर्द नहीं देना चाहता हूँ.
वो बोली जीजा अब कीजिये नहीं तो मेरा बुरा हाल हो जायेगा इतना सुनते ही मेरा लंड फुफकारने लगा और मैंने दोनों हाथो से उसका टांग फैला कर उसको बात में उलझाये रखा. फिर अचानक से एक जोर से झटका मारा मेरा लंड उसकी चूत को फाड़ते हुए अन्दर चला गया.
और उसके मुंह से एक चीख निकली आह… आह और मुझे पीछे धकेलने लगी बोली जीजा निकालो नहीं तो मेरी फट जाएगी, फिर मैं रुक गया. जब थोड़ी नार्मल हुयी तो एक बार लंड पीछे खीचकर फिर से पूरा रास्ता क्लियर करते हुए अपना पूरा लंड सुनयना की चूत में उतार दिया.
जब सुनयना पहले बार चिल्लाई थी तभी मुझे लगा की कोई जंगले पे आकर हमें देख रहा हैं मै समझ गया की ये साला अरुण ही होगा. वो बोली लग रहा हैं अरुण आ गया जीजा मैंने बोला की आज वो दीदी के साथ बातें करने के लिए मुझे यहाँ सुलाकर चला गया वो वही सोया होगा.
फिर बिना टाइम ख़राब किये हुए अब मैं सुनयना की चुदाई करने लगा पुरे कमरे में हर धक्के के साथ फच फच की आवाज गुजने लगी और मेरा लंड अब आसानी से आगे पीछे होने लगा . लगभग 5 मिनट की चुदाई के बाद मैंने बोला सुनयना कुत्ते को कभी चोदते हुए देखा हैं , वो बोली हा जीजा लेकिन क्यों पूछ रहे हैं.
मैंने बोला की तुम्हारी दीदी को मैं जब चोदता हूँ तो उसको बड़ा मजा आता हैं. सुनयना को मैंने बोला तुम बस कुतिया की तरह बैठ जाओ फिर बताता हूँ , वो शर्म से बोली ये नहीं हो सकता मैंने बोला देखो मजा न आये तो बताना फिर मैंने उसको कुत्तिया बना के उसके प्यारी गोल मटोल गाड़ को सहलाने लगा.
फिर अपना लंड पीछे से उसके चूत में डाला और पूछा दर्द हुआ तो बोली नहीं फिर मै अपने दोनों हाथो से उसके गाड़ को पकड़ कर चोदने लगा लगभग 10 मिनट चोदने के बाद लगा की वो मेरा लंड कश कर अपने बुर में खीच रही और अपने पैरो को सिकोड़ रही हैं. मैंने पूछा क्या हुआ सुनयना डार्लिंग बोली जीजा पता नहीं क्या हो रहा हैं अचानक से उसके चूत ने बहुत सारा पानी छोड़ दिया और वो पीठ के तरफ से ही लेट गयी.
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लेंकिन मेरा तो अभी हुआ नहीं था मैंने सुनयना के लाख माना करने के बाद फिर जबरदस्ती उसको पीठ के बल ही खीच कर चोदने लगा अब वो दर्द से कराहने लगी. लेकिन मैंने धक्के देना चालू रखा अचानक से मेरे लंड से पिचकारी निकल गयी. फिर मैंने सारा अपना माल उसके गाड़ पे छोड़ दिया. लगभग दस मिनट तक वो निढाल पड़ी रही मैंने उसको धीरे उठाया और कपडा पहनने के लिये बोला वो उठी तो ठीक लेकिन लडखडा कर फिर बैठ गयी. मैंने बोला सुनयना रात के ११ बज कहा जाओगी यही सो जाओ तुम जा नहीं पाओगी.
वो बोली जीजा मै अपनी दादी के पास ही बाहर सोती हूँ मुझे जाना पड़ेगा नहीं तो दादी की नींद खुलेगी तो वो घर के सब लोगो को जगा देगी. मेरा मन तो उसके गाड़ की जुगाड़ में था की अगर रुक जाती तो साली गाड़ भी मिल जाती , लेकिन उसकी मज़बूरी को ध्यान में रखते हुए मैंने उसको एक 2 हजार का नोट दिया और बोला ये मेरा गिफ्ट हैं अगली बार जब यहाँ आऊंगा तब बहुत अच्छा सा गिफ्ट लाऊंगा. वो खुश हो गयी फिर मैंने रात के अंधरे मेंउसके घर तक छोड़ कर आ गया.