Beta Maa Sex Kahani
मैं संजय हूँ। मैंने अपने मम्मी-पापा के कई बार सेक्स गेम्स देखे हैं और मैं ये सब देखकर बहुत उत्साहित था। मेरी मम्मी बहुत सेक्सी और खूबसूरत महिला थीं, जिनका फिगर अच्छा था। मैं उनके साथ सेक्स का आनंद लेना चाहता था। मैंने उन्हें बाथरूम में नंगी होकर नहाते हुए देखा है। Beta Maa Sex Kahani
मैं पापा के साथ उनके सेक्सी गेम्स के बारे में सोचकर हस्तमैथुन करता था। मैं कोई मौका ढूँढ रहा था। एक बार मेरे पापा 3 दिनों के लिए शहर से बाहर गए थे। मुझे ये अच्छा लगता है। रात में खाने के बाद मैं बिस्तर पर था और अपनी टांगों के बीच तकिये से ऐसे खेल रहा था जैसे तकिये के ऊपर सेक्स कर रहा हूँ।
अचानक मेरी मम्मी मेरे कमरे में आईं और मुझसे पूछा कि तुम क्या कर रहे हो? मैंने फिर घबराकर कहा कि मैं घोड़ा का खेल खेल रहा हूँ. फिर मैंने माँ को घोड़ा बनने को कहा तो वो रेडी हो गयी. फिर मैं उसके ऊपर घोड़े की स्टाइल में चढ़कर धीरे धीरे कूदने लगा.
मेरे लंड उनसके गांड से कपड़ो में टच हो रहा था. मेरे को बहुत मज़ा आ रहा था. मैंने माँ की कमर में हाथ डालकर उनकी चेस्ट पर हाथ रखा फिर बूब्स दबाकर पकड़ लिए. मैंने माँ को पूछा कैसा लग रहा है उसने कहा मज़ा आ रहा है. फिर उस नाईट को मेरी और हिम्मत नहीं हुई.
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मैं माँ के बगल में ही सो गया. और कई बार उनसे नींद में लिपट गया जान बूझकर. फिर काफी रात होने पर सो गया. नेक्स्ट नाईट को मैंने फिर सोचा कैसे मज़ा लिया जाये. मैंने माँ से पूछा कि मुझे बोरियत हो रही है, क्यों न हम ताश खेलें, जिस पर वह तुरंत मान गईं।
उन्होंने मुझे अपनी अलमारी से ताश के पत्ते लाने को कहा। मैंने अलमारी खोली और ताश के पत्तों का एक डिब्बा मिला जिस पर नग्न जोड़ों के सेक्सी खेलों की तस्वीरें थीं। और मैं ख़ुशी से झूम उठा. मैंने कार्ड्स बाटने लगा तो माँ ने जैसे ही हॉट पिक्चर देखी तो बोली ये क्या है मुझे वापस करो ये तुम्हारे लिए नहीं है.
मैंने माँ को रिक्वेस्ट किया की एक बार इसी से खेलते है फिर वो रेडी हो गयी. मैं कार्ड्स की ननंगी तस्वीरे देख कर एक्साईटेड हो रहा था खेल भी रहा था. माँ कुछ शर्मा रही थी. मुझे बार बार दूसरी ताश(कार्ड्स) के लिए बोल रही थी. प्रत्येक कार्ड पर अलग-अलग सेक्स पोजीशन थी।
किसी में किस करते हुए किसी में चोदते हुए किसी मे चूसते हुए हर कार्ड में अलग सेक्स सिन था. जोकर में नंगी लेडी की फोटो थी. एक बार मेरा जोकर निकला तो मैंने माँ से कहा की मैं तुमको जोकर की तरह देखूंगा. माँ से मैंने पूछा ये दोनों क्या कर रहे है. माँ ने कहा ये बड़े लोगो के खेल है बच्चे नहीं खेलते.
माँ भी धीरे धीरे एक्साइटेड हो रही थी वो भी कपड़ो पर से ही अपनी चूत पे हाथ फेर रही थी. फिर मैंने माँ से कहा की मेरा लंड भी इस फोटो की तरह कड़ा और बड़ा हो गया है सारे शरीर में अजीब सी गुदगुदी हो रही है. वो कुछ नहीं बोली. फिर मैं एक कार्ड सामने रख कर पूछता था की इसमें क्या हो रहा है. वो आदमी लेडी की बुर के पास अपना लंड ले जा कर क्या करता है.
माँ भी अब धीरे धीरे सेक्स में लाल होने लगी थी बहुत एक्साइटेड होने लगी थी. फिर वो बोली मुझे प्यास लगी है ठंडा पानी या फ्रिज में से कोल्ड ड्रिंक ले आओ. मैंने किचन में जाकर फ़्रीज में से कोको कोला की बोतल निकाल कर गिलास में डाल दिया. अचानक याद आया की घर में होली की बची हुई भांग रखी थी.
मैंने वो भांग निकाल कर कोल्डड्रिंक्स के गिलास में मिला दी. मैं यही मौका खोज रहा था. मैंने भांग वाली कोल्ड ड्रिंक माँ को पीने को दे दी. बोतल की बची कोला मैंने पी. माँ से पूछा की कोल्ड ड्रिंक कैसे लगी माँ बोली बहुत ठंडी है मज़ा आ रहा है. फिर उसी ताश से खेलने लगे.
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अब माँ पर भांग का नशा हो रहा था. मैंने खेलते खेलते फिर माँ से कहा की तुम भी ऐसी लगती हो क्या एक बार दिखाओ ना. तुम्हारे बूब्स भी इतने बड़े है और मैंने हाथ फेरा तो वो कूछ नहीं बोली. फिर मैंने बूब्स को दबाने लगा और जांघ पर हाथ रखा. फिर मैं माँ से बोला मुझे तुम्हारी गोदी में सुलाओ और मैं गोदी में बैठ गया.
फिर माँ से बोला की कुछ गर्मी हो रही है तो वो भी बोली गर्मी है उसने भी अपना ब्लाउज खोल दिया. मैं अब गोदी में लेट कर बच्चे की तरह बूब के साथ मुँह लगा कर दबाने लगा और पीछे हाथ कर ब्रा का हुक खोल दिया. अब ब्रा ढीली हो गयी मैंने उसे ऊपर कर दी और बूब्स मुँह में लेकर चूसने लगा.
वो एक बार तो मना की किन्तु फिर उसे भी मज़ा आने लगा. मैंने जोर जोर से दबाकर चूसने लगा. माँ के मुँह से आह.. आह की आवाज़ निकलने लगी उसे भी मजा मिल रहा था वो एन्जॉय कर रही है. और मुझे लगा की भांग का नसा जोरो पर है. मैंने माँ से कहा अब सोते है और लाइट भी बंद करते है. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
फिर मैंने लाइट ऑफ़ की और नाईट लैंप जला दिया. अब मैं माँ के बगल में ही चिपक कर सो गया. धीरे धीरे मैंने माँ की साड़ी ऊपर करनी शुरु की. तो माँ बोली क्या है मैंने पूछा तुम्हे गर्मी नहीं लग रही है क्या. उसने फिर साड़ी भी खोल दी. अब वो सिर्फ पेटीकोट में थी.
रेड नाईट लैंप की रौशनी कुछ तेज थी. मैं माँ को देखने लगा. फिर मैंने अपना लेग माँ के ऊपर रख कर दबाया और बूब्स पर हाथ दबाने लगा. फिर मैंने पेटीकोट को भी ऊपर कर दिया और नाड़ा भी खोल दिया. अब तो माँ का नंगा बदन और नंगी चूत मेरे सामने थी. मेरा लंड बहुत जोर से फड़फड़ाने लगा.
मैंने कभी भी नंगी औरत ऐसे नहीं देखी थी. फिर माँ अचानक पेट के बल लेटी. मैं भी माँ के ऊपर चढ़ गया और पुरे जोर से बदन दबाने लगा मेरा लंड उनकी गांड से सट गया. अब मैं जम्प करके दबाने लगा फिर कमर में हाथ देकर बूब्स पकड़ लिए वो कुछ नहीं बोली.
फिर मैंने कहा की फोटो वाले सीन्स की तरह करते है. वो कुछ नहीं बोली मैं जोर जोर से बूब्स दबाये गांड के गोलों पर लंड फेरने लगा. अब वो भी सेक्स बम बनने लगी थी जो कभी भी ब्लास्ट होने वाला था. अचानक उसने मेरा लंड पकड़ लिया और हाथ से सहलाने लगी बोली तुम ये सबके बारे में क्या जानते हो?
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मैंने कहा की आपको कई बार डैड के साथ सेक्स करते हुए देखा है, आप कैसे चुदाई का मज़ा लेती है. मेरा भी बहुत इच्छा कर रहा है बहुत जोर से गुदगुदी हो रही है. फिर मैंने उनसे एकबार पुरे सेक्स का मज़ा के लिए कहा कि दोनों को मजा आएगा किसी को पता नहीं लगेगा.
फिर उन्होंने कहा की सिर्फ आज ही फिर मत बोलना. फिर क्या था मोस्ट एक्साईटिंग गेम शरू हुआ. माँ ने मेरा लंड अपने हाथो में लेकर बूब्स पर फेरने लगी. फिर बूब्स के बैठ रखकर जोर जोर से दबाने लगी मैं भी उसके बूब्स साथ में दबा रहा था. फिर मैंने बूब्स जोर जोर से दबाकर चूसे चारो तरफ से जीभ को गोलाई में फेरा.
फिर जीभ पेट पर नाभि पर फेरी फिर कमर पर फिर बट्स पर फिर जांघो पर फिर वो बोली जांघो के बीच में भी फेरो बहुत मजा आ रहा है. मैंने जीभ फेरते फेरते उनकी चूत के निप्पल्स को जोर से चूसते हुए दांत से दबा दिया. उसके मुँह से श..श..आह… श.. श.. की आवाज़ निकलने लगी.
और बोलने लगी जोर जोर से चुसो. फिर उनकी चूत मेरे सामने थी उस पर लंड फेरने लगा. अब उससे भी नहीं रहा जा रहा था. मैंने भी आज तक किसी को नहीं चोदा था. अब मैं उनके ऊपर लंड फेरते फेरते लेट गया और उनको जोर से दोनों हाथ से जकड़ कर दबाया और वो तभी मेरे होठो लिप्स को चूसने लगी और बार बार जोर जोर से चूमने लगी.
मेरा लंड उनकी बुर पर ही था पूरा जोर से खड़ा था. अचानक वो कमर हिलायी और मेरा लौड़ा उनकी बुर में घुस गया. मेरी लाइफ का पहला सेक्स का मज़ा मिला जैसे लंड बुर के स्वर्ग में घुस गया हो. मैं बोला माँ बहुत मज़ा आ रहा यही स्वर्ग है क्या वो जोर जोर से कमर उछालने लगी.
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उसकी आवाज़ भी अब बहार आ रही थी. श… आह… हश.. है अहा बहुत मज़ा आ रहा है, मैंने कहा ताश के खेल से भी ज्यादा. अब मेरा रस झड़ने वाला था तो उन्होंने कहा की रस बाहर ही गिराना. मैंने लंड बाहर निकाला और उनके पेट और नाभि पर सारा रस गिरने लगा. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
रस गिरने के बाद भी मेरा लौड़ा टाइट था. माँ ने नैपकिन से अपना बदन साफ किया और मेरा लंड को भी पोछा. फिर अलमारी से गुब्बारे जैसा कुछ लायी जो मुझे बाद में पता चला की ये कंडोम था. अब वो मेरे लंड को मुँह में लेके चूसने लगी. वो फिर उछलने लगा शायद बेकाबू हो रहा था.
माँ ने वो गुब्बारे जैसा मेरे लंड पर चढ़ा दिया. अब मेरा लंड गुब्बारे की स्किन में ढक गया. वो बोली अब तुम्हारा रस अंदर नहीं गिरेगा बाहर निकालने की जरुरत नहीं है ज्यादा मजा आएगा. मैंने उनको घोड़ा बनने के लिए कहा और पीछे से अपने लंड उनकी बुर में घुसा दिया.
और डोगी स्टाइल में जोर जोर से धक्का लगाने लगा. वो बोली और जोर से और जोर से घोड़े को तेज डालो. मैंने भी अब उनके बूब्स को भी दबाया और धक्के लगाने की स्पीड तेज कर दी. अब तो उनको भी पूरा मज़ा आया क्या आवाज़ निकल रही थी जोर जोर से बोल रही थी आह्ह्हह्ह.. अह्ह्ह्ह… क्या मज़ा आया है घोड़े का है शह्ह्ह्हह्ह.
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फिर मैंने लंड बाहर निकल और माँ पलंग पर लेट गयी. वो अब अपनी टांगो को ऊपर करके बोली फिर से यहाँ चढ़ो और अपने उसको मज़ा दो. मैंने तुरंत ही अपना फौलादी लंड उनकी जांघो के बीच में ले जाकर उनकी बुर में फिर डाल दिया और जोर से धक्के मारने लगा. अब तो मैं भी बोलने लगा की क्या आनंद आ रहा है अब जल्दी नहीं छोडूंगा. अब मैंने उनके बूब्स भी दबा दिया मुँह से उनके होठो को जोर से चूसने लगा और धक्का भी लगा रहा था. तीनो एक साथ क्या मज़ा आ रहा था. वो भी बोली बहुत मज़ा आया सचमुच पहले नहीं आया.
मैंने झट कहा तुमने कभी मुझे मौका नहीं दिया मैं भी अपने बाप का बेटा हूँ. अब मैं शांत सा पड़ने लगा झड़ गया था रस सारा कंडोम में भर गया था. हम दोनों अब सोने लगे थे. अब उनका नशा उतर रहा था फिर अचानक वो बोली ये मैंने क्या किया बेटा तुम भी नहीं माने तुमने भी ये सब किया. मैंने कहा इस बारे में हम डैड को भी नहीं बताएँगे. प्रॉमिस. मैंने पूछा फिर कभी मौका मिलेगा.. उन्होंने एक चपत गाल पर लगाई और कहा बदमाश कही का… और हसने लगी. और अगली सुबह हो गयी.
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