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दुबई के होटल में पेलवाया बुआ ने

अप्रैल 3, 2025 by hamari

Aunty Nephew Fuck Story

नमस्ते दोस्तों मैं हृतिक आप सभी को नमस्ते करके अपनी पहली कहानी की और बढ़ता हूं। वैसे यह कहानी सिर्फ incest बेस पर लिख रहा हूं इसका वास्तविकता से कोई लेना देना नहीं है। तो शुरू करते है। सबसे पहले में आपको अपने परिवार के बारे में बता दूं मेरे परिवार में कुल 6 लोग रहते है। Aunty Nephew Fuck Story

सबसे पहले मेरी मां प्रिया जो की 42 साल की है और दिखने में ऐसी है की अप्सरा मात खा जाए इनके आगे मुझे बहुत प्यार करती है। हाउसवाइफ है पर डांस और गाने का शोक है। और एक जबरदस्त हुस्न की मालिक हैं आपको बता दूं मेरे पिताजी के मौत के बाद से में मां के काफी क्लोज हूं एक दोस्त की तरह।

मेरी बड़ी दीदी हर्षिता जो की एक हीरोइन को भी मात दे सकती है इन्होंने एमबीबीएस खत्म करके हॉस्पिटल ज्वाइन कर लिया है डॉक्टर है। 23 की उम्र में दीदी बिलकुल हॉलीवुड एक्ट्रेस को फेल करदे में भी बचपन से इन्ही से प्यार करता हूं क्योंकि हर्षिता दीदी है ही इतनी अच्छी मधुर आवाज और मुझसे बहुत प्यार करती है।

मेरी दूसरी बड़ी बहन श्रृष्टि उम्र 22 साल की है काफी खुले ख्यालात की है। ग्रेजुएशन होगया है मास्टर्स कर रही है। और ये काफी मस्ती मजाक करने वाली इंसान है इनके रहने से घर में खुशी का माहौल रहता हैं।

और में एक नम्बर का हवसी और चुदाई का शौकीन हृतिक जो बड़ी उम्र और हम उम्र किसी भी चूत के लिए ताक में रहता है। उम्र 19 साल कॉलेज में फर्स्ट ईयर में हूं। क्योंकि मेरी नजर मेरी फैमिली पे गंदी नही थी क्योंकि पिताजी के जाने के बाद मैं अपनी फैमिली से जान से ज्यादा प्यार करता हूं।

मेरी बुआ अनुराधा जो 43 साल की है इनके पति का देहांत 15 साल पहले होगया था फिर इन्होंने शादी नहीं की अब वकील है। पर मेरी बुआ दूसरी बुआ जैसी नही दिल जान से हमे चाहती हैं और समाज की परवाह नही करती खुशी से जीती हैं।

मेरी छोटी बुआ रागिनी है बुआ अब प्रिंसिपल है एक किंडर गार्डन स्कूल में। इन्हें फैशन डिजाइनर बनना था और शादी की यह शर्त थी कि काम से ना रोके पर ऐसा कुछ हुआ नही बुआ की शादी को हुए दो साल हुए थे कि उनके ससुराल वाले चिढ़ने लगे तो उन्होंने उस रिश्ते से तंग आकर डीवोर्स ले लिया अब हमारे साथ ही रहती हैं ये भी मिजाज में मस्ती वाली हैं इनकी उम्र 38 हैं पर ये भी बला की खूबसूरत हैं.

(यहां आप सब सोच रहे होंगे पिताजी के मौत के बाद सब नॉर्मल लाइफ कैसे जी रहे हैं आपको बता दूं मेरे पिताजी एक रीयल स्टेट डेवलपर थे उन्होंने हमारे लिए इतना सब कुछ किया हुआ हैं कि मेरे बच्चे और उनकी शादी होने तक हम अच्छे से लाइफ गुजार सकते हैं उनकी मौत दो साल पहले हुई थी जिसकी वजह से घर मे टेंशन और दर्द था पर दीदी ने और मेने सबको हौसला दिया और सब कुछ नॉर्मल करा।)

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मेरे पिताजी ने 10 करोड़ की इंश्योरेंस पॉलिसी करवाई थी जो उनके बाद मां को मिली और बैंक बैलेंस भी हमारे लिए 5 cr ke आसपास देके गए थे. मेरे घर के बारे मे बता दूं हमारा घर एक हाई रेट सिटी के बाहर हैं जहां सिर्फ विलास बने हैं हर विला एक विला से एक km दूर हैं.

हमारे विला में एंट्री गार्डन से हैं जहां गार्डन में पेड़ पौधे एक सोफा टेबल हैं अन्दर आने पर विला में एक बड़ा सा हाल किचन और तीन कमरे हैं अटैच बाथरूम एसी के साथ पूरा घर का इंटीरियर new design का है। सेकंड फ्लोर पर भी तीन रूम्स है ऊपर में दीदी श्रृष्टि दीदी रहते हैं.

नीचे बुआ बड़ी बुआ और मां का कमरा हैं हमारे टेरेस पर झूला हैं और एक swimming pool जो टेरेस पर बना हैं। दो कार एक फार्च्यूनर एक मर्सिडीज और एक थार जो बुआ ने ली हैं मेरे बर्थडे पर। दो हमे इस तरह कभी परेशानी नहीं हुई पापा का business development का जमा हुआ हैं.

अब मैं ऑफिस संभालता हूं कॉलेज प्राइवेट हैं बट कभी कभी फंक्शन और एग्जाम्स में जाता रहता हूं हमारा डेवलपमेंट का काम दूसरे शहरों मे होता यहां से सिर्फ टेक्निकल वर्क हैंडल होता हैं जो करते हैं ऑफिस हमारा घर के बैकसाइड बना हैं और टीम पूरी दूसरे शहर मे हैं। बैक टू स्टोरी-

मैं सुबह उठा तो देखा 9 बजे जब ताजा हुआ और नीचे आया तो देखा मां किचन में नाश्ता बना रही है. मैने पीछे से जाके माँ को गले लगाया और पूछा क्या बना रही हो आज रविवार विशेष।

माँ- उठ गया मेरा लल्ला आज समोसे बन रहे हैं।

मैं- वाह मां आपके हाथ के समोसे मजा आ जाएगा.

मैं जाके सोफे पर बैठा तो दोनो बुआ भी उठ चुकी थी और दोनो ही मॉडर्न ख्यालात की है।

छोटी बुआ तो सोफे पर सो रही थी और पिंक टॉप में एक दम पोर्नस्टार वाली फील दे रही थीं।

फिर मैंने बड़ी बुआ को गुड मॉर्निंग कहा तो बुआ बोली.

बड़ी बुआ- गुड मॉर्निंग मेरी बेबी.

मैं- बुआ मैं अभी भी बेबी हूं क्या.

छोटी बुआ बोली.

छोटी बुआ- हमारे लिए तो बेबी ही है.

मैने कहा आप लोगो का बढ़िया है भाई समझ ही नहीं आता मुझे कब बड़ा समझोगे।

बड़ी बुआ- जब मेरे लल्ला की गर्लफ्रेंड से मिलेंगे या शादी होगी तब।

मैं- बुआ उसके हिसाब से तो मैं काफ़ी बड़ा हूँ.

माँ और बुआ दोनों जल्दबाजी में बोलीं बदमाश चल नाश्ता करले और हम सब ने नाश्ता किया तो.

छोटी बुआ – ये हर्षिता और श्रृष्टि कहाँ है तो ही रह रही है क्या.

मां- हां जीजी दोनों के कॉलेज के एग्जाम हो गए है तो फ्री है लेकिन अभी कुछ दिन बाकी हैं।

तभी बड़ी बुआ बोली जा उठ दे उन्हें वो भी आके नाश्ता करेंगी, मैं उन्हें बुलाने ऊपर गया तो हर्षिता दीदी तो रूम में नहीं थी फिर श्रृष्टि दीदी के कमरे में गया तब पता चला कि दोनो एक साथ केसे चिपका के सो रही हैं। मेने दोनो को आवाज दी तो दीदी उठी और बोली बाद में करेंगे हम सब कुछ सोने दे और फिर मैं नीचे आगया.

माँ- उठा दिया.

मैं- नहीं बोल रही है बाद में उठूंगी सोने दो.

बड़ी बुआ- हे भगवान क्या करेगी ये दोनो शादी के बाद.

छोटी बुआ – सोने दो जीजी मेरी भतीजी को जब तक साथ है खूब लाड से रहने दो।

सबने नाश्ता ख़त्म किया और फिर में नहाने चले गया मैंने सोचा क्या ना आज स्विमिंग पूल जाया जाए पर सोचते ही खिड़की से देखा तो बारिश शुरू होगी और बुआ ने कहा-

बड़ी बुआ- बेबी गेट और खिड़की लगा लो ठंडी हवा चल रही है फिर में सब डोर विंडो लगाके सोफे पर आ गया और बोला।

आज नहीं नहाऊंगा ठंडी हवा चल रही हूं तो बुआ बोली हम

छोटी बुआ – हम्म भाभी आप भी किचन से फ्री होके सो जाओ वेसे भी बारिश काफी तेज ऐसे मौसम का फोरकास्ट मुझे बताता है मॉनसून शुरू हो गया है और आज रविवार है तो आराम करो इतना बोलके.

बड़ी बुआ – अपने कमरे में चली गई.

और छोटी बुआ अपने कमरे में तभी माँ बोली-

माँ- सुन आज तू मेरे साथ कमरे में सोजा ऊपर खिड़की से पानी आता है तेज बारिश में तो ठंड लगेगी.

मैं- मां तो फिर दीदी.

माँ- बेटा उन्हें मिरर लगवा रखे है विंडो पर।

मैं- ठीक है मां.

फिर से माँ के कमरे में पहुंचा तो खुशबू आ रही थी उनके कमरे से गुलाबी रंग का बेड और माँ वॉशरूम में थी जैसे ही मानो कुछ बिजली गिरी हो वो एक प्यारी सी बाथरोब और मेरा मुँह उन्हें देखते ही खुला का खुला रह गया.

उनके बड़े बड़े चूतड और सिल्की बाथरोब में और भी कहर ढा रहे थे।

माँ- क्या हुआ ऐसे क्या देख रहा है.

मैं- आपकी खूबसूरती.

माँ-हट पागल कुछ भी बोलता है.

मैं- नहीं मां आप लग रही हो.

माँ- अच्छा.

मैं- आप हो ही ऑसम.

माँ- इतना बटरिंग मत कर कुछ चाहिए.

मैं- कुछ नहीं, आपको ठंड लग रही हैं इस में।

मां- अरे जीजी ने कहा है आज रविवार को कहीं जाना भी नहीं चाहिए आराम करना तो घर पर ही सोना होगा तो गर्म पानी से थोड़ा नहाया और पहन लिया कि आज दिन भर आराम करूंगी।

मैं- हां मां कोई दिक्कत नहीं.

माँ- चल आजा तू भी लेट जा।

मैं- हम मां को देखते ही मेरा लंड के शॉर्ट्स के अंदर क्या पता क्या हलचल करी जो उन्हें दिख गई और वो मुस्कुरा के बिस्तर पर लेट के फोन चला रही थी. थोड़ी देर बाद मैं और माँ कम्बल में लेट गए, मैंने फोन रखा और चैट की और देखने लगा, टीवी में नेटवर्क भी नहीं था और शॉर्ट्स चुभ था तो बार-बार एडजस्ट कर रहा था ऊपर सिर्फ सैंडो थी.

माँ- क्या हुआ खुजली कर रहा हूँ शॉर्ट्स तो उतार देना.

मैं- थंड कितनी है.

मां- अरे बाबा कंबल में हीटर ऑन है उतार दे।

मैं- मैंने उतार दिया और सिर्फ अंडरवियर और सैंडो में था.

माँ- आज इतने दिन बाद रिलैक्स फील हो रहा है.

मैं-हम्म तो आप आराम करो ना.

मां- टाइम ही कहां मिलता है बेबी.

मैं- कोई नहीं अब मैं आपकी मदद करूंगा.

माँ- ओउ.

और माँ ने मुझे माथे पर चूमा और पास बैठ गई तभी बिजली कड़कती है और मैं एक दम से उठ जाता हूं मां भी अंधेरे में मुझसे चिपक जाती है।

माँ- हे भगवान मौसम काफ़ी ख़राब लगता है।

मैं- हम्म आप डरो ना तभी माँ मेरा हाथ पकड़ती है और हम लेट जाते हैं।

ना जाने कब नींद लग गई हमे पता ही नही चला शाम के करीब 5 बजे किसी ने दरवाजे पर नोक किया बाहर और कोई नहीं बड़ी बुआ थी उन्होंने दरवाजा खटखटाया।

बड़ी बुआ – उठ जाओ भाभी शाम हो गई है खाना वगैरा तो खालो मेने खाना बना रखा हैं इतने मे अचानक मेरी नींद खुली में और मां दोनो चिपक के सो रहे थे सोते हुए मां काफी मासूम लग रही थीं।

मे उठ के गेट खोलने गया तो गेट खोलते ही हक्का बक्का रह गया सामने बुआ सिर्फ ब्रा पैंटी में थीं एक शाल ओढ़ कर.

बड़ी बुआ – तू यहां क्यों सो रहा है अपने रूम मे नही गया।

में= बुआ वोह मां ने कहा ऊपर k मेरे रूम मे पानी विंडो से आता है मिरर नही लगा ना तो यहीं सो गया।

पर आप ऐसे कैसे

बड़ी बुआ- अरे मे पूरे कपड़े पहन के नही सोती ना नाइटी क्योंकि मुझे स्किन पर रैश होजाते हैं।

में -हम्म्म बट कुछ भी कहो आप काफी ओसम लग रही हों

बड़ी बुआ- अच्छा जी माय बेबी क्या ओसम अब तो उम्र दिखने लगी है मेरे ऊपर।

में – अजी बुआ जी आप आजकल की लड़कियों को फेल करदो।

बड़ी बुआ-हट बदमाश कुछ भी चल आजा खाना खाले

में जैसे ही टेबल पर बैठा दोनो बहने वहां आ चुकी थीं

में – होग्यी दीदी आप दोनो की नींद पूरी या और सोना हैं।

बड़ी दीदी – कहां यार आज इतने दिनो बाद तो चैन की नींद लगी थीं में तो खाना खाकर वापस सोने जारही हूं।

श्रृष्टि- जी दीदी में भी आज ठंड मे जो नींद आई उसकी बात ही कुछ और हैं

इतने में छोटी बुआ भी आ गई.

छोटी बुआ – और क्या बातें हो रही हैं मुझे तो अभी भी नींद आ रही हैं।

बड़ी बुआ – बहुत हो गया सोना सबका पहले खाना खाले आप सब और ये भाभी कहां रह गई हृतिक तूने उठाया नही मम्मी को इतने में मां बाहर आई आंख मलते हुए कसम से उन्होंने भी बाथरोब उतारकर ब्रा पैंटी पहन ली थीं और मानो आज बिजली मेरे घर ही गिरना थी।

बड़ी दीदी – क्या बात हैं मां आज तो कहर ढा रही हो।

छोटी बुआ और श्रृष्टि तो कुछ बोल ही नही पाई इतने मे में बोल पड़ा.

में – वो मां क्या लग रही हो आप क्या आपको भी रैश होता है बड़ी बुआ जी जैसे।

मां- क्या तुम लोग सब मुझ जैसी बड़ी उम्र वाली को खूबसूरत और झूठी तारीफ कर रहे हो नही हृतिक रैश नही बाथरोंब उतारा तो ये जैकेट डाल लिया सोच रही हों थोड़ा बहुत ख़ाके वापस सो जाऊं।

श्रृष्टि- हां मां आज मौसम कुछ ऐसा ही हैं.

फिर ऐसे ही बातों मे सबने खाना खाया और अपने अपने रूम मे चले गए मेरे मन मे अबतक कोई गंदा ख्याल नही आया था और मे बेड पे आकर लेट गया तभी बिजली फिर जोर से लड़की की सब हाल में आ गए।

श्रृष्टि बड़ी दीदी – मां ये क्या हो रहा हैं आज।

मां- पता नही बेटा आज मौसम काफी खराब हैं.

बड़ी बुआ- मेने फोरकास्ट में देखा है आंधी तूफान के सात बारिश है अगले 1 महीने तक तभी छोटी बुआ को किसी का कॉल आता हैं तो वोह बात करने थोड़ा दूर जाती हैं ।

अब क्या था बुआ ने कहा कि सब आराम करो वैसे भी मौसम बिगड़ता जा रहा हैं इतने मे सब रूम में जाने लगे तभी.

बड़ी बुआ- हृतिक बेबी तू मेरे साथ सोजा आज तेरे कमरे मे भी पानी आ रहा और भाभी को भी आराम करने दे तो मे बुआ के साथ उनके रूम में चले गया रात के 10 बजने को हुए और मेरी नींद खुली क्योंकि आज दिन में इतना सो लिया था कि नींद ही नही आ रही थीं बुआ भी पास मे बैठ कर फोन चला रही थीं।

बड़ी बुआ – क्या हुआ बेबी उठ गया तु नींद नही आ रही क्या चल गेम खेलते है कुछ.

में – ठीक है बुआ.

बड़ी बुआ – ठीक है लूडो खेलते है.

और बुआ ने लूडो लगा लिया.

बड़ी बुआ – नही हृतिक मत मार मे हार जाऊंगी।

में – नही बुआ आपकी आज मरेगी।

गेम मे जीता तो बुआ नाराज दिखी तो मेने उनके पास गया और चेहरा उठा के उनका कहा सॉरी ना बुआ अपने बेबी को माफ करदो बट गेम में मुझे जीतना पसंद हैं।

बड़ी बुआ- ओह मेरा बेबी और मुझे किस करते हुए इतना ख्याल है बुआ का अपनी हां मेरे बच्चे तू हमेशा जीते मे चाहती हुं।

में – मे आपसे ही नही आप सभी से जान से ज्यादा प्यार करता हुं तभी बिजली कड़की और बुआ मुझसे चिपक गई और हम दोनो कंबल ओढ़ कर लेट गए।

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तभी अचानक बारह बजे मेरी नीद खुली मेने देखा बुआ बाहर भी नही थीं और बारिश है की रुकने का नाम ही नही लेरही थीं। तभी बाथरूम से बुआ बाहर निकली और बेड पे लेट गई मेने देखा उन्होंने ब्रा पैंटी उतारी हुई थीं और नंगी गीले बालों के साथ बिस्तर पर लेट के मुझे देख रही थी। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

में – बुआ ये क्या आपने कपड़े क्यों नही पहने उस दिन पहली बार मेरी नियत बुआ पे बिगड़ी क्या बदन था बड़ी बड़ी गोरे बूब्स गुलाबी छूट जिसपे लगे बाल और लुभा रहे थे तभी बुआ बोली-

बड़ी बुआ- कुछ नही बस जी खबरा रहा था तो शावर लिया ओर थकान लगी तो कपड़े नही पहेने तुझे कुछ प्रॉब्लम है क्या मेरे साथ ऐसे सोने मेने मन में सोचा मुझे क्या प्रॉब्लम इतनी गदरायी बदन की मेरी बुआ अपने साथ ही मुझे लेकर अपने बिस्तर पर नंगी हैं.

ओर मे भी बिना किसी बात के लेट गया कि तभी बुआ ने करवट लिया ओर उनकी गांड़ मेरे शॉर्ट्स पर लगी जिसके टच होते ही मेरा लन्ड पूरा 8 इंच 3इंच मोटा खड़ा होगया था और मेने भी बिना कुछ शिकायत के सो गया और मेने भी बनियान उतारी और लेट गया. सुबह 9 बजे तक हम दोनो सोते रहे तभी बुआ कि नींद खुली तो उन्होंने देखा कि वोह बिलकुल नंगी सो रही है.

और मे पीछे से उनके बूब्स पकड़ के गहरी नींद में हुं बुआ मेरी ओर पलटी और मुझे किस करते हुए उठी और बाथरूम में चली गई इतने मे मां रूम मे आई ओर बोली उठ जाओ नाश्ता करले। में उठा तो फिर बुआ को बाथरूम मे पाया ओर आज बुआ को देख के मुझे रात वाला उनका सीन याद आया.

तभी बुआ तैयार होकर निकली ओर बोली चल बेबी नाश्ता करले मे शोक था की हाउ इट्स पॉसिबल की बुआ नॉर्मल है इतना होने पर भी की उनके भतीजे ने उन्हें नंगा देख लिया में भी उठा ओर अपने रूम से फ्रेश होके नाश्ता करने बैठ गया टेबल पर आज सब तैयार हुई थी दोनो दीदी ने ड्रेस पहनी थीं मां ने शॉर्ट्स और शर्ट बड़ी बुआ तो ब्रा पैंटी में ही थी और छोटी बुआ व्हाइट ड्रेस में थी।

मां – क्या हुआ आज इतना चुप क्यों हैं तू.

में – कुछ नही मां बस सुस्ती है थोड़ी।

बड़ी बुआ – अरे बाबा कोई बात नही थोड़ा सुस्ता रहा होगा शरीर अब बाहर तो जाना नही होगा वरना लॉन्ग ड्राइव पे चलते सब बारिश ही ऐसी है पूरे शहर में यही हाल है।

फिर सबने नाश्ता किया तो दोनो दीदी टीवी देखने लग गए मां किचन में काम कर रही थीं बुआ लैपटॉप पर कुछ काम कर रही थीं बड़ी बुआ टेरेस पर गई तो बोली चल थोड़ी देर छत पर चलते झूले पर में चला गया बुआ और में झूला झूल रहे थे तभी.

बड़ी बुआ-किया हुआ तू बड़ा चुप चुप सा क्यों हैं कल से.

में -ऐसा कुछ नही बुआ.

बड़ी बुआ- कुछ तो बात है या कल रात को मेरे कारण कुछ बुआ इतना बोलती की छोटी बुआ भी आ गई और बोली-

छोटी बुआ-क्या बात हो रही हैं मुझसे भी बात कर लिया कर बेबी सिर्फ दीदी ही नही में भी बुआ हुं।

बड़ी बुआ – अरे इसका मूड तो सही हों कल से चुप सा हैं बता भी नही रहा लगता हैं कल वाली बात से नाराज़ हैं तभी छोटी बुआ को बुआ ने सब बता दिया.

छोटी बुआ- अरे बेबी लेट गो कर ऐसी बातों को ये सब नॉर्मल तेरी गर्लफ्रेंड वगैरा के साथ भी हुआ होगा कभी ऐसा क्यों दीदी.

बड़ी बुआ- और क्या मेरा बेबी है ही इतना कुल कोई भी इस्पे फिदा हो जाए।

में – क्या बुआ आप दोनो भी.

छोटी बुआ- नही नही ऐसा ही हैं जीजी को भी देख लिया तो क्या हमने तो तुझे भी बिना कपड़ो के देखा हैं.

दोनों मजाक करते हुऐ मुझपर हस रही थी में वहां से निकल आया और सीधा रूम में आगया दोनों ने बहुत आवाज दी पर मे नही रुका सीधा रूम मे आगया और बुआ के बदन की खुशबू और कल वाली हरकत अभी भी मुझे परेशान कर रही थीं।

यहीं सोचते हुए मे सो गया जब उठा शाम के 6 बज रहे थे नीचे आया तो कोई दिखा नही मेने किचन में देखा कोई नही सबके रूम में देखा कोई नही फिर कुछ आवाज़ें आई तो देखा बुआ और छोटी बुआ मां और दोनो दीदी के साथ गार्डन में नहा रही थीं कसम से पांचों लेडी मेरे घर की बला की खूब सूरत लग रही थीं में बैठा बैठा सब देख रहा था। फिर जब सब अंदर आई मे हाल में था तो मां बोली-

मां – उठ गया मेरे बच्चे आजा खाना खाले इतना बोलते ही उन्हें झींक आ गई और एक को नही सबको और सब चेंज करके अपने अपने रूम मे गई आधे घंटे बाद सब टेबल पर आए तो सबको सर्दी जुकाम होगया था।

में – बिन मौसम की बारिश में नहाने से यही होता हैं देखा सबकी तबियत बिगड़ रही है ना।

श्रृष्टि – हां भाई ऐसा ही लग रहा हैं.

मां – हां बाबू सही कह रहा हैं।

बड़ी बुआ तो सर्दी के मारे कुछ नही बोल रही थीं और छोटी बुआ सूप बना के सूप पी रही थीं। बड़ी दीदी भी सूप पी रही थीं। फिर सबको मेने अपने अपने कमरे में भेजा सबको टैबलेट्स दी गरम दूध दिया और अपने कमरे में आगया पर बारिश से विंडो से हवा और पानी मेरे बेड पर आ रहा था। तो नीद भी नही आई और तो और दो दिन से सो ही रहा हुं तो मे उठा और हाल में आके टीवी देखने लग गया तभी बड़ी बुआ हाल में आई और बोली-

बड़ी बुआ- क्या हुआ बेबी नींद नही आ रही मुझे भी नही आ रही इसलिए सोचा बाहर आ जाऊं तो मेने कहा आप आराम करो बुआ जी रूम में बुआ बोली ठीक हैं।

पर जैसी ही उठी सोफे से उनका पैर भी मूड़ गया तो मेने उन्हे बैठाया और गोद मे उठा के रूम मे लेजाके लेटाया और ब्लैंकेट ओढ़ा कर जा ही रहा था की बुआ बोली

बड़ी बुआ-बेबी यहीं सोजा मेरे पास तेरे रूम में पानी विंडो से आ रहा होगा आजा मेने कहा नही आप आराम करो तो बुआ बोली आजा मेरे लिए प्लीज।

में – ठीक हैं बुआ.

और फिर हम लेट गए बुआ भी एक व्हाइट वार्डरोब में थीं और मे बनियान शॉर्ट्स में तभी बुआ उठी और पूरा वार्डरोब उतारा और साइड में लैंप के पास रख के फिर पूरी नंगी लेट गई मुझसे बोली।

बड़ी बुआ- बेबी तुझे कोई प्रॉब्लम तो नही हैना मुझे रैश होता है और बिना कपड़ो के सोने की आदत है।

में – नही बुआ मुझे कोई प्रॉब्लम इनफैक्ट में भी बिना कपड़ो के ही सोता हुं।

बड़ी बुआ- तो तू क्यों शर्मा रहा उतार दे और सोजा।

में – नही आपके सामने नही आप सो जाइए।

बड़ी बुआ- नही बाबा तू उतार की मे उतारू मे किसी से नही कहूंगी बस।

इतना सुनके मेने भी हिम्मत करके बनियान निकाली और सिर्फ शॉर्ट में आगया।

बड़ी बुआ-वाह क्या एब्स है तेरे बेबी लव यू बेबी.

फिर जैसे ही मैंने शॉर्ट्स और अंडरवियर निकाला तो मेरा शेर बाहर आया जो बुआ को देख के जाग चुका था।

तभी बुआ बोली ये क्या है बेबी।

में – सॉरी बुआ गलत हरकत करदी मेने सॉरी।

बड़ी बुआ- अरे नही मेरा मतलब तेरा ये कितना बडा और मोटा हैं इतना बडा डिक भी होता हैं नोट बेड बेबी।

और में ब्लैंकेट में आगया अब बुआ और में दोनो नंगे ही ब्लैंकेट में थे दोनो को ही एक दूसरे के बदन को देख के नींद नही आ रही थीं।

तभी दोनो एक दूसरे को देख कर बोले कि तुम ठीक तो होना मेने कहा हां बुआ ने कहा हां मैं भी तभी बुआ बोली-

बड़ी बुआ- क्या वाकई तेरी कोई जीएफ नही हैं या फिर तू मुझसे झूठ बोल रहा है।

में – नही बुआ ऐसी कोई पसंद ही नहीं आई जिसको देख कर लगे की यही हैं.

बड़ी बुआ- अच्छा जी तो कैसी पसंद है तेरी बता दें।

मैं – ऐसी हो की केयरिंग हो दिल से अच्छी हो और अट्रैक्टिव हो आपके जैसी।

बड़ी बुआ – मेरे जैसी हो कुछ भी।

मैं – हां आपके जैसी खुबसूरती में भी और दिल की अच्छी

बड़ी बुआ- अच्छा ऐसा क्या पसंद आया तुझे मुझमें।

में – आपमें वोह सब कुछ हैं जो एक मर्द को खुश कर दे।

बड़ी बुआ- कुछ भी सो जा मुझे शर्म आ रही हैं।

बुआ मेरी तरफ पीठ करके लेट गई मे भी उनकी पीठ की तरफ मूंह करके लेट गया तभी अचानक लाइट चली गई जिससे बुआ हिली तो उनकी गांड़ मेरे लन्ड से टकरा गई और मे भी हिल गया।

बड़ी बुआ- जैसे ही उठने को हुई लाइट आगयी और फिर लेट गई तो इसबार मेरा लन्ड उनके चूतड में घुसा जिससे उनके मू्ह से आह निकल गई।

अब जैसे ही बुआ को महसूस हुआ वोह हिली ही नही तो मेने हल्के से जैसे ही पीछे किया अपने लन्ड को बुआ भी खिसकी जिससे उनके चूतड ने मेरे लन्ड को जकड़ लिया और में सहम गया। मेने धीरे से अपने लन्ड को निकाल कर पीछे हुआ और बुआ की तरफ पीठ करके सोगाया और बुआ भी सोगयी.

सुबह हम दोनो फिर ना जाने कैसे एक दूसरे की बाहों मे थे और हम दोनो उठे तो बुआ मेरी बाहों मे थीं और मुझे गाल पे किस की और बोली गुड मॉर्निंग बेबी तो मेने भी उन्हे किस किया और गुड मॉर्निंग बोलके एक टाइट हग करके हम उठे तो बुआ नंगी बाथरूम की तरफ चलकर गई. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

कसम से कयामत लग रही थी. और बुआ नहाने गई और इधर मां बुलाने आई तो में भी फ्रेश होने बेडरूम मे गया. बेडरूम से निकल के आज मुझे कुछ टेक्निकल काम था तो ऑफिस गया नाश्ता भी नही किया। ब्रेकफास्ट टेबल पर जब में नही दिखा तो.

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श्रृष्टि और बड़ी दीदी- कहां हैं भाई सुबह सुबह दिखा नहीं.

मां – आज कुछ डील के डॉक्यूमेंट भेजने है वोही कर रहा है। कुछ भी बोलो मेरे बच्चे ने पूरा काम संभाल लिया कल हम सबको टैबलेट्स दी सबको सुलाके खुद सोया।

छोटी बुआ- अरे मेरा बेबी लाखों मे एक है बहुत ही होनहार है और कितना प्यार करता हैं हमसे.

श्रृष्टि और बड़ी दीदी- हां हमारा भाई वाकई में बहुत अच्छा केयरिंग और दिल का साफ हैं।

बड़ी बुआ – तभी बड़ी बुआ आके बोली सब मेरे बेबी को मक्खन मत लगाओ वोह सिर्फ मेरा बेबी है मेरा बेबी।

और सब इस बात पर हस पड़ी और अपना अपना काम करने लग गई आज बारिश थोड़ी रुकी थीं तो छोटी बुआ और मां को बाजार से कुछ कपड़े और खाने पीने की चीज लानी थीं तो बुआ ने कार निकाली और घर से जा रही थीं तो श्रृष्टि और हर्षिता दीदी बोल पड़ी-

श्रृष्टि और हर्षिता दीदी- मां बुआ हम भी चले क्या बहुत मन है घर पर भी बोर हो रहे हैं।

मां – नही नही बीमार हो पहले ही और बच्चा आएगा तो उसे नाश्ता देना।

श्रृष्टि और हर्षिता दीदी- मां बड़ी बुआ हैं ना और वैसे भी उनका बेबी है तो ख्याल तो रख लेंगी तो छोटी बुआ बोली

छोटी बुआ-ले चलो भाभी मेरी भतीजिया भी मुझे उतनी ही प्यारी है जितना बेबी।

दोनो खुश होकर तैयार होकर आई.

बड़ी बुआ- वाह क्या बात हैं सब एक साथ जाओ मेने सब सुना मैं और मेरा बेबी घर पर ही एंजॉय करेंगे।

बुआ ऑफिस की तरफ चल पड़ी इन लोगों के जाने के बाद जिसमे हाथ में प्लेट में दूध केले और ड्राई फ्रूट्स थे और एक ऑमलेट बुआ ने ऑफिस में अंदर आकर कहा।

बड़ी बुआ- क्या हुआ बेबी काम हो गया हो तो नाश्ता कर लिया जाए।

मैं – बस बुआ दस मिनिट इंपोर्टेंट हैं हां हो गया लाओ.

बड़ी बुआ- क्या लाओ।

मैं – नाश्ता बुआ और क्या।

बड़ी बुआ – अच्छा सुन ना बेबी क्या में रियली तुझे अच्छी लगती हुं और जो तूने रात मे कहा वोह ट्रुथ था?

में – बुआ आपसे झूठ बोलकर क्या मिलेगा 110% ट्रुथ हैं आप मुझे पसंद हों।

बड़ी बुआ- अच्छा जी मेरा बेबी चल नाश्ता खत्म कर और चल घर में कुछ बात करनी है तुझसे।

हम दोनो ऑफिस लॉक करके घर आए और बुआ के रूम मे पहुंचे तो बुआ ने मुझे बिस्तर पर लिटा दिया। और बाथरूम गई और जैसे ही आई क्या बताऊं दोस्तों बिलकुल न्यूड सेक्सी बाल गीले उफ्फ क्या लग रही हैं आज। और आकर मुझसे बोली-

बड़ी बुआ- अब बता तुझे क्या क्या पसंद है मुझमें देख सच बोलना।

में – अरे बुआ आप दो दिन से मार रही हो आज जान ही ले लोगी।

बड़ी बुआ- जभी मे समझ गई थीं तू मुझे उस रूप मे देख के सोच में पड़ गया।

में – हम्म बुआ आपका हर अंग अपने आप मे कमाल हैं ये बूब्स फेस और किलर न्यूड स्माइल।

बड़ी बुआ – ऐसे नही टच करके बता.

मैं – जी बुआ ये बूब्स और मेने बूब्स को प्रेस किया और ये फेस जिसपे किस किया और ये बॉडी हग करा टाइट तभी अचानक से बुआ ने मेरे शॉर्ट्स को पकड़ा जिसमे लन्ड बिलकुल हार्ड था और बोली-

बड़ी बुआ-मुझे ये पसंद हैं वाह क्या डिक है तेरा बेबी मुझे दिखाएगा नहीं।

मैं – इसमें क्या है बुआ देख लो और मेने पूरे कपड़े उतार दिए और बेड पर आकर नंगा हो गया बुआ भी आकर बेड पर बैठ गई और मेरा डिक हाथ में लिया.

कसम से बुआ के हाथो के टच से लन्ड हार्ड हो गया और मेरे मूंह से बुआ का नाम निकल गया आह अनुराधा और बुआ ने नाम सुनते ही लन्ड को हिलाया और मूंह में ले लिया. मूंह मे लेते ही मैं तो मानो जन्नत मे था एक गदराती बदन वाली मजबूत औरत के गुलाबी मूंह में लन्ड देना आह क्या अहसास हैं।

बड़ी बुआ – हां बेबी क्या लन्ड है तेरा उम्म्म बहुत ही हार्ड है तेरे फूफाजी से शादी हुई तब उनका ही देखा था इसका आधा था और ये हाए बेबी आज तो खा जाऊंगी इसे बहुत सालों से प्यासी हूं।

में – बुआ आपका ही है बस अब रुको मत अब इससे ज्यादा में अपने आप को रोक नही पाऊंगा और बुआ लन्ड चूसने लगी और अपने बूब्स में दबाके और हार्ड कर रही थीं।

बुआ बिलकुल एक्सपर्ट की तरह चूस रही थीं आह अनुराधा अनुराधा क्या चूसती हो तुम पहले क्यों नही चूसा.

बड़ी बुआ- क्योंकि मे चाहती थीं तुम मैच्योर हो तब शुरू करूं आह क्या औजार पाया हैं बेबी।

लन्ड चूसने के बाद मेने बुआ को लेटाया और उनकी चुचियों को चूसने लगा इतना मीठा टेस्ट बिलकुल शहद आह बुआ।

बड़ी बुआ- पीले मेरे हृतिक बेबी सालों से तेरे लिए ये अमृत बचा रखा हैं पीले।

मैं चूसता रहा फिर मेने उन्हे लिटाकर उनके बदन से खेलते हुए उनकी उस खजाने की पेटी की तरफ बड़ा आह क्या गुलाबी चूत थीं क्या लग रहा था वोह सीन हाए कोई भी अपनी दौलत लूटा दे इसमें की थी वोह चूत. और मेने धीरे से उनकी चूत पर मूंह रख दिया और मानो बुआ तो तड़प उठी अह्ह्ह्ह.

बड़ी बुआ- हृतिक बेबी आज मत रुक बेबी चूस चाट इसका रस निकाल दे तेरी बुआ तेरी जान कबसे तेरे लिए रुकी हैं आज सब कसर पूरी करदे।

मैं – हां मेरी जान अनुराधा आज इसका ऐसा रस निकाल के दूंगा तुम भी याद रखोगी और चूसता चाटा चूत को और बुआ ने दो बार मूंह पर पानी छोड़ा और मे पी गया अब बारी थीं हमारे मिलन की.

बड़ी बुआ- बेबी अब बस बहुत हुआ अब आजा मेरे अंदर मेरे लाल मेरी जान।

बुआ जितना तड़प रही थीं ऐसा लग रहा था बहुत समय से कभी हवस नही जागी। और मेने भी बिना देरी करते हुऐ बुआ की चूत पर लन्ड रखा और धक्का दिया तो आधे से ज्यादा लन्ड बुआ की गुलाबी गली में घुस गया. और बुआ चिल्ला उठी-

बड़ी बुआ- आ साले मादरचोद एक बार में ही जान निकाल दी तेरी मां की चूत नही हैं आह साले और ऊपर से धक्के दे रहा है आराम से कर.

उम्म क्या गरम और मस्त चूत है तुम्हारी बुआ क्या मजा आ रहा है किसी जवान चूत मे ना आए इतना मजा कसम से बहुत ही मजेदार और गरम हो तुम.

बड़ी बुआ-आह्ह्ह्ह हम्मम चोद अपनी बुआ को नही अपनी अनुराधा को नाम ले मेरा मेरे असली मर्द मेरे बॉयफ्रेंड अह्ह्ह्ह्ह क्या चोद रहा है.

और मेने बुआ को डॉगी स्टाइल में करके एक बार में पूरा लन्ड अन्दर डाल दिया और पूरी ताकत से चोद रहा था बहुत दिनो बाद दो चूदाई का मजा मिला है आज तो मजा आगया।

बड़ी बुआ – ऐसे ही और तेज आज अपनी बुआ को तृप्त करदे मेरे लाल मेरी जान ओह तू सच में मर्द हैं वरना बड़ी जवानी को झेलना हर किसी के बस की बात नही तेरे हर एक धक्के से मेरा जिस्म मचल रहा है क्या बात हैं ऐसे ही।

और चोद चोद के बुआ को मुझे ना जाने क्यों मां वाली बात याद आई जिसे सुनकर मैं फुल स्पीड से बुआ को चोदने लगा और उनके बालो को पकड़ कर तेज धक्के देना चालू करे. और बुआ को हर तरह से चोद रहा था क्या बदन था ऐसे बदन नसीब वालो को मिलते हे और ऐसे बदन को खुश करना भी हर किसी के बस में नहीं मेरी अनुराधा ओल्ड वाइन है क्या गोरा बदन और चबी बॉडी की मालकिन अह्ह्ह क्या सोच के बदन मिला अब तो बाहर की सुखी जवानी भी फेल थीं इसके आगे.

बड़ी बुआ- बेबी चोद फाड़ दे इस चूत को और जोर जोर से बजा अपनी बुआ की इस चूत को और दिखा दे बेबी की तू सिर्फ मेरा हैं हां बेबी। मैं नही मेरी अनुराधा तेरी चूत फाड़ने की चीज नही अच्छे से चोदने की है और तू मेरी है समझी मेरे अलावा तेरी कोई अब ले नही सकता समझी और तुझे अब्से ऐसे चोदूंगा की तू भी मुझे कहेगी रुको बहुत हुआ।

बड़ी बुआ बड़बड़ाई और क्या पता क्या क्या बोल रही थीं और एसी चालू होने के बावजूद पसीना पसीना हो रही थी और में भी उनकी चूत को डॉगी स्टाइल में चोद के उनकी गांड़ पर हाथ से तबला बजा रहा था। बुआ अब करीब 40 मिनिट से चूद रही थीं और इस दौरान कितनी बार झड़ी उनको भी नही पता और बिलकुल मदहोश होकर चूद रही थी।

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बड़ी बुआ- आह हृतिक बेबी बस करो तीन बार झड़ चुकी हुं चौथी बार आ रही हुं आज सही मायने में मेरी सुहागरात मनी हैं हाए चोद यार और जोर से चोद.

और मे भी उन्हे चोद चोद कर थक गया था और ये पहली बार था मे इतना लेट तक नही झड़ा क्योंकि बुआ जैसी जवानी को चोदना शुरू किया जाए तो इंसान का जिस्म भर जाए मन नही आह्ह्ह्ह अनुराधा क्या जिस्म है तेरा.

बड़ी बुआ- में आ रही हुं बेबी और बुआ मेरे लन्ड पर झड़ की लेट गई और कांप रही थीं उनकी बॉडी में भी अब बर्दाश्त नही कर पाया तेज धक्के के साथ में भी झड़ने के करीब था तो मेने पूछा कहां आऊं जान.

बुआ बोली मेरे मूंह मे आ बेबी इस गरम लावा को लेके और मेने उनके मूंह में अपना मॉल झाड़ा.

और आज मेने इतना मॉल छोड़ा था की किसी भी औरत को प्रेगनेंट करदून बुआ सारा रस पी गई और हम दोनो थक कर बेड पर नंगे ही लेट गए। बुआ और मैं ऐसे ही थक के दोनो एक दूसरे को लिपट के सोगए। शाम को जब दीदी बुआ मम्मी घर आई तो दीदी ने कहा।

हर्षिता दीदी- ये दोनो कहां गए।

मां- हां जीजी भी नही दिख रही हैं।

छोटी बुआ और श्रृष्टि सोफे पर जाके बैठे थे।

छोटी बुआ- अरे यहीं होंगे कहां जा सकते है इतनी बारिश में।

तभी हर्षिता दीदी बुआ के कमरे के तरफ जाती हैं और प्रोब्लम ये थी कि जल्दबाजी में बुआ के रूम का दरवाजा हम बंद करना ही भूल गए थे और बुआ के साथ में दोनो नंगे ही कंबल में किसी नए शादी शुदा जोड़े जैसे सो रहे थे बुआ मेरी बाहों मे लिपट के सो रही थी जब दीदी रूम मे आई तो हम दोनो को देख के बोली। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

हर्षिता दीदी – देखो हम इन्हे ढूंढ रहे है और ये दोनो कितने प्यार से सो रहे है चलो सोने दो इन्हे भाई भी थक गया हो प्रेजेंटेशन के चक्कर में।

दीदी रूम से निकल के हाल मे आई।

मां – क्या हुआ काजू कहा है दोनो.

हर्षिता दीदी- अरे मां दोनो बुआ भतीजे प्यार से चिपक के सो रहे है।

मां – अच्छा हैं सोने दो जीजी को भी तो कभी कबर टाईम मिलता हैं और लल्ला भी थक गया होगा काम करके डिनर के वक्त उठा देंगे।

छोटी बुआ – मेने कहा था ना भाभी दोनों कहां जायेंगे और वोह देखो टेबल पर प्लेट्स रखी शायद खाना वागेरा खाके सो गए हैं सोने दो।

मां- हां सही हैं सोने दो तुम लोग भी फ्रेश हो जाओ मैं डिनर की तैयारी करती हूं।

श्रृष्टि दीदी- मां मे भी आती हूं आज कुछ अच्छा सा बनाते हैं।

मां – हां हां क्यों नहीं एक काम करती हूं मटर पुलाव पनीर मसाला और रोटी बना लेती हुं ठीक हैं।

हर्षिता दीदी- ठीक हैं मां जबरदस्त हैं

इतना कहके दीदी और बुआ अपने रूम मे चली गई। इधर बाकी सब लोगो से बेखबर हम दोनो बुआ भतीजे आराम से सो रहे थे की अचानक बिजली से बुआ की नींद खुल गई तो उन्होंने देखा 8 बज रहे है और रूम भी खुला हैं बुआ खबरा गई कहीं किसी ने हमे ऐसे देख तो नही लिया। बुआ उठी मुझे उठाया.

बड़ी बुआ – उठ जा हृतिक बेबी एक प्रोब्लम हो गई हैं।

में – सोने दो ना बुआ।

बड़ी बुआ – अरे बाबू लगता है कोई रूम मे आया था और शायद हमे देख ना लिया हों।

मैं- बुआ अब क्या होगा।

बड़ी बुआ- पहले तो तू उठ और कपड़े पहन में भी रेडी होती हूं।

जैसे ही हम दोनो रेडी होके हाल में आए श्रृष्टि और हर्षिता दीदी टीवी देख रही थी सोफे पर। और बुआ मां खाना लगा रही थीं।

मां – अरे वाह उठ गए आप दोनो भी आओ खाना रेडी हैं।

हर्षिता दीदी- उठ गया हंसो का जोड़ा आओ आओ खाना खाते हैं।

बड़ी बुआ और मेरी जान में जान आई दोनो एक दूसरे की आंख में देख कर राहत की सांस ली और टेबल पर आगये। सबने खाना खाया तो बड़ी बुआ ने पूछा-

बड़ी बुआ- करली शॉपिंग सबने क्या क्या लाई हो।

छोटी बुआ- कुछ नही जीजी अंडर गारमेंट्स हैं और दोनो गुड़िया ने ड्रेस ली है भाभी के लिए सारी।

में – मेरे लिए कुछ नही लाए आप लोग।

दोनो हर्षिता और श्रृष्टि दीदी बोल पड़ी जी नही और हसने लगी मां बोल पड़ी क्यों चिढ़ा रही हो उसे. सबने खाना खाया और फिर मां ने कहा।

मां – जीजी वोह में सोच रही थी क्यों ना घर का रेनोवेशन करवा लेते हैं हृतिक के रूम में भी हल्का पानी आता हैं और टैरेस भी काफी बेकार हो रहा हैं तो इस वजह से सही भी होजाएगा।

बड़ी बुआ- ठीक हैं भाभी जैसा ठीक लगे मुझे भी रूम का क्लर चेंज करवाना था वो भी होजाएगा।

हर्षिता दीदी – बुआ मेरे रूम का भी करवाना है मुझे और शेल्फ बनवानी है एक बुक्स की और।

श्रृष्टि दीदी – मेरे रूम में सिर्फ कलर और लाइट्स का प्रोब्लम हैं।

मैं बोल पड़ा की छोटी बुआ आपका भी रूम देखलो कुछ करवाना हो तो।

छोटी बुआ- नही हृतिक ज्यादा कुछ तो नही हां सोच रही थी एक बाथटब लगवा लूं बड़ा मन करता है गर्म पानी में लेते रहने का रिलीफ भी मिलता हैं और सुकून में भी।

मैं – तो ठीक हैं जिसकी रूम की जो रिक्वायरमेंट हैं मुझे व्हाट्सएप करदो आप सब में एक प्रेजेंटेशन बना के किसी इंटीरियर वाले को बोल देता हूं।

मां – अरे वाह मेरे बाबू कितना ध्यान है तुझे हमारी जरूरतों का।

बड़ी बुआ- हम बेबी वाकई में जान छिड़कता हैं हम पर लव यू बेबी।

मैं – इतना प्यार मत दीजिए छोटा सा तो काम है।

इतना कहके में रूम चले जाता हूं और बाकी सब भी।

फिर करीब रात के 11 बजे मेरे फोन पर अनुराधा का फोन आया।

(यहां में बड़ी बुआ की जगह अनुराधा लिखूंगा अब.)

अनुराधा – बेबी कहां हैं आजा जल्दी।

आया बस 5 मिनट में। ये बोलके में धीरे से उनके कमरे की तरफ बढ़ा इधर उधर देखा सब सो रहे हैं जल्दी से गेट खोलके अंदर चला गया जैसे ही अंदर जाके मेने देखा मूंह खुला का खुला रह गया। बुआ बेड पर किसी सेक्सी पोर्नस्टार की तरह मेरा वेट कर रही थी। मेरे अंदर जाते ही उन्होंने उनका नाइट गाउन उतार और मेरे पास आई और आके किस करते हुए बोली।

अनुराधा – बेबी कहां रह गया था कबसे वेट कर रही थी।

में – अरे थोड़ा काम का प्रेशर था फाइल्स भिजवानी थी न्यू प्रोजेक्ट्स की तो उसमे टाइम होगया में तो भूल ही गया था वोह तो आपका कॉल आया तो याद आया वरण में तो सो जाता।

अनुराधा – बेबी इतना स्ट्रेस अच्छा नही इस उम्र में काम होजाएगा अब थोड़ा हमारा भी ख्याल रख लो।

इतना बोलके बुआ ने मेरे लोअर को उतारा और सैंडो मेने ही उतार दी और दोनो बेड पे जाके लेट गए।

अनुराधा – बेबी तुझे कितनी बार कहा में हूं हम सब है टेंशन मत ले।

मैं – जी बुआजी वैसे आप आज बहुत ही खूबसूरत लग रही है।

अनुराधा- अच्छा तो रोज नंगी रहूं तेरे लिए तभी अच्छी दिखूंगी क्या वोह सब छोड़ और आजा अब बुआ को थोड़ा रिलीफ दे।

बस इतना कहना था मे भी पूरा नंगा होगया और बुआ भी धीरे मेरे लन्ड की ओर कातिल भरी नजरों से देख रही थी जैसे खा जायेगी आज। धीरे उन्होंने लन्ड को मसलना शुरू किया और मानो में किसी आकाश मे था हाय क्या अहसास हैं।

अनुराधा – बेबी तुझे अच्छा तो लगता है ना ये सब,

हां बुआ क्यों नहीं आपके जैसा जिस्म जिसे मिल जाए उसे और क्या चाहिए।

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बुआ मेरे लन्ड को किसी लॉलीपॉप जैसे चूस रही थी वाकई बुआ का जवाब नहीं था ऐसा बदन और इस उम्र में भी वोह किसी नई लड़की को भी मात दे दे इसमें का था। फिर चूसते चूसते बुआ कभी मेरी आंखों में देख के कातिल स्माइल देती तो कभी लस्टी सी और करीब 10 मिनट तक उन्होंने मेरा लन्ड चूसा पर मेरा मॉल इतनी जल्दी नहीं निकलना था तो मैने बुआ से कहां।

मैं- बुआ अब आप का वो रस में चूसता हूं ताकि आपको भी सेटिस्फेक्शन मिले।

अनुराधा- बेबी तेरे इसी नेचर की वजह से ही तो तुझपे सब फिदा होते हैं आजा और चूस ले मेरा रस मेरे लाल मेरी जान।

और मैने बुआ की चूत को चाटना चालू किया क्या नमकीन जैसा स्वाद था बुआ का क्योंकि बुआ को देख के लग रहा था कि वो अपने हर अंग की सफाई रखती हैं इसलिए सब दूर से खुशबू ही थी। जब चूत में चाट रहा था बुआ काफी सिसकारियां भर भर के मेरा मुंह चूत पे दबाकर बोल रही थीं।

अनुराधा – आह मेरे लाल क्या जादू कर रहा हैं अंदर अजीब से खुजली लगी और चूस जान कितने दिनों कितने सालों से सबसे बचाकर मेरे लाल मेरे बेबी के लिए रखी थी आज मत रुक खा जा चूस ले और आह आह आह आह आह मेरी जान ही लेगा क्या बेबी थोड़ा धीरे काटे मत तेरी मां की काटना काटना हो तो।

मे भी मां का नाम सुनके क्या पता होश खो बैठा और चूस के काट के बुआ की चूत लाल करदी इस बीच बुआ भी झड़ चुकी थीं।

अनुराधा – ओह बेबी आह मेरी बाहों मे आजा जान आज वाकई में तूने मुझे तृप्त कर दिया जान ओह आज से पहले ये अहसास नहीं था पर मेरी जान को सब पता हैं I love you बेबी.

मैं – I love you too मेरी अनुराधा।

मैंने कहा बुआ आज में थोड़ा थक गया हूं तो आपको खुश कल करूं चलेगा। तभी अचानक बुआ ने मुझे हल्के हाथों से थप्पड़ मारा और बोली अब तू मुझसे परमिशन लेगा बेबी तुझे जो ठीक लगे कर मेरी जान में सिर्फ अपने फायदे और जिस्म की पूर्ति के लिए नहीं चाहती हूं तुझे तू वाकई मेरी जान हैं।

मे- थैंक्स बुआ I love you.

अनुराधा – लव यू टू बेबी चल अब आजा मेरी जान मेरी बाहों में हम दोनों अपने ख्वाबों की दुनिया में चलते हैं और सो जाते हैं।

और बुआ और में दोनो लिपट कर सो गए। हम दोनो बहुत ही रिलैक्स फील कर रहे थे एक दूसरे की बाहों में। सुबह के 10 बजे मां की आवाज आई थी तब बुआ की नींद खुली मुझे सोता देख वो खुद उठी और मुझे सर पर चूम के दरवाजा खोलने गई बाथरॉब पहन के।

मां – गुड मॉर्निंग जीजी।

अनुराधा – गुड मॉर्निंग भाभी कैसी हो।

मां – बस बढ़िया आप दोनो आज भी लेट तक सो रहे हो।

अनुराधा – हां भाभी बेबी के साथ सोने में वक्त का पता ही नहीं चलता कब नींद खुले वैसे भी काफी थक गया था।

मां – अच्छा मेरे लाल को इतनी आदत नहीं हैं जिम्मेदारी की इसलिए थक गया होगा उसे सोने दो आओ हम चाय नाश्ता करते है।

अनुराधा- हां आप चलिए में फ्रेश होके आती हूं।

बुआ फ्रेश होके नहाकर निकली और मुझे किस करके बोली अनुराधा बेबी उठ जाओ 10 बज रहे हैं।

मैं – हम उठ रहा हूं आप चलो।

बुआ ब्रेकफास्ट के लिए गई तो छोटी बुआ हर्षिता दीदी और मम्मी सब बैठे थे नाश्ते के लिए।

हर्षिता दीदी – अरे वाह मेरी बुआ आजकल काफी लेट उठती हैं क्या बात हैं सब ठीक तो हैं।

(दोस्तों सबको बार बार दीदी बोलने बुआ बोलने की जगह नाम लिखूंगा ठीक हैं और मां को भी नाम से.)

अनुराधा – हां वोह क्या हैं ना हृतिक बेबी साथ सोता है तो लगता है अपने बच्चे के साथ सो रही हूं टाइम का ध्यान ही नहीं रहता हैं।

हर्षिता – हमे तो कभी नहीं सुलाया अपने पास आपने।

अनुराधा – तो आज सो जाना मेरी बिल्ली कितना जलन करती है।

मां – अरे जीजी हर्षिता तुम दोनो शुरू होगए ये बताओ कि घर का रेनोवेशन का क्या करना हैं क्योंकि रेनोवेशन में टाइम तो लगेगा और रूम भी खाली करने होंगे क्या करें।

रागिनी – अरे भाभी एक काम करते हैं जब तक रेनोवेशन चल रहा हम सब दूसरी जगह शिफ्ट हो जाते हैं।

अनुराधा – तू भी छोटी बिल्कुल पागल हैं एकदम से कहीं और कैसे सेटल होंगे माना हम इंडिपेंडेंट हैं बट सब लेडिस हैं और मेरा बेबी वोह भी तो छोटा है जमाना खराब हैं कल से अकेले में कोई ताक में रहके कुछ भी हरकत कर सकता हैं।

मैं आराम से सोके उठा तो बाहर से आवाज आई तो में फ्रेश हुआ और टेबल पे जाके बैठ गया पर शायद मेरा सिर दर्द काफी बढ़ गया था कल रात जागने से और लैपटॉप पे काम करने से की अभी तक पेन था मुझे सबने बोला उठ गया गुड मॉर्निंग पर पता नहीं मेने ध्यान नहीं दिया और बिना जवाब दिए सोफे पे लेट गया। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

हर्षिता- ये इसे क्या हुआ अभी सोकर उठा फिर सोफे पर लेट गया।

रागिनी- मुझे लगता है बेबी को फीवर है शायद इसलिए थका हुआ लग रहा हैं।

मां घबरा के मेरे पास आई बोली।

मां – क्या हुआ मेरे बच्चे सब ठीक हैं ना मेने धीरे से मां को देख आंखे खोली तो मां सोफे पर बैठी और मैने अपना सिर उनकी गोद में रखा और कहा।

मैं – मां सर काफी दर्द कर रहा हैं.

पर मां ने मेरे सिर और चेस्ट पे हाथ रखा था तो उन्हें पता चल गया ये बारिश का वायरल फीवर हैं।

मां – जीजी इसे तो बुखार हैं शायद जभी इसे दर्द भी हो रहा हैं।

अनुराधा – बेबी क्या हुआ बच्चे और बुआ मेरे पैर की तरफ बैठ गई मेरे पैर गोद में रखे और तलवे को घिसने लगी बोली

अनुराधा – भाभी इसके पैर भी ठंडे हैं डॉक्टर को बुलाना पड़ेगा

हर्षिता गुड़िया डॉक्टर को कॉल कर अर्जेंट आएं। इतने मे श्रृष्टि नीचे आई तो बोली क्या हुआ इसे.

रागिनी- बच्चे इसे फीवर और हेडच हो रहा हैं सब लोग काफी चिंतित थे और हर्षिता दीदी ने डॉक्टर को बुलाया बट बारिश थी तो उन्होंने शाम को आने का कहा।

हर्षिता – अब क्या करें डॉक्टर मौसम के कारण शाम को आयेंगे।

मैं – आप लोग टेंशन ना लो में ठीक हूं थोड़ा आराम करूंगा तो ठीक होजाएगा।

मां तो रोने ही लगी अब क्या करें किसे बुलाए मौसम भी खराब हैं जीजी कुछ तो करो अब एक मां की ममता तो होती ही है ऐसी।

अनुराधा – भाभी आप क्यों रो रही हों कुछ नहीं होगा मेरे कमरे में मेडिकिट है डॉक्टर को कॉल करके पहले बेबी का टेम्प्रेचर नाप के बताती हूं डॉक्टर को फिर अपने पास जो मेडिसिन है उसमें से कौनसी देना हैं पूछती हूं।

फिर अनुराधा ने डॉक्टर से बात करी मेडिसिन दी डॉक्टर ने जब कहा कि घबराए नहीं नॉर्मल हैं सब तब जाके सब को तसल्ली हुई।

मां – मना करती हूं इतना स्ट्रेस मत ले सब काम होजाएगा पर नहीं अबसे तूने मेरी बात नहीं मानी तो बात करना मत मुझसे।

मैं – जी मां ठीक हैं।

रागिनी- हां बेबी आराम कर तू सब है ना यहां क्यों हर्षिता श्रृष्टि।

दोनो बोली हां सब है तू टेंशन मत ले और सब फिर मुझसे गले मिले और सोफे पे आके बैठ गए में मां की गोद में ही लेटा रहा।

रागिनी – अच्छा जीजी आप ही बताओ फिर रेनोवेशन में क्या कर सकते हैं।

में – क्या हुआ ऐनी प्रोबलेम बुआ।

रागिनी – नहीं बस काम स्टार्ट करना है तो शिफ्ट करे हम सब कहीं या नहीं वोही जीजी से पूछ रही थीं।

अनुराधा – देखो शिफ्टिंग नहीं करसकते कुछ और ऑप्शन निकालो।

हर्षिता – बुआ क्यों ना हम पीछे ऑफिस में शिफ्ट होजाएं।

मां – बच्चे वोह सिर्फ दो रूम का हैं ऑफिस और वॉशरूम भी attached हैं कुछ और सोचो।

अनुराधा बुआ शायद मन ही मन कुछ सोच रही थीं और बोली देखो शिफ्ट नहीं करेंगे ना पीछे ऑफिस में रहेंगे।

हर्षिता – तो क्या करें बुआ आप बताओ।

रागिनी-हां जीजी अब आप ही बोलो।

मैं – वेल में क्या कहता हूं इस रेनोवेशन में एक महीना तो लगेगा ही और बारिश का मौसम भी हैं तो क्यो ना हम किसी बीच या आयलैंड पर चलें ताकि एनवायरनमेंट भी चेंज होगा और सब आराम भी करेंगे मस्ती भी और यहां सीसीटीवी तो है ही और रेनोवेशन वैसे भी हमारे ऑफिस की पुरागिनी कंपनी करेगी तो टेंशन भी नहीं रहेगी कैसा है idea।

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सब लोग चुप थे और फिर एक साथ बोले। वाह क्या सॉल्यूशन है भाई हां बेबी सुपर्ब हां भाई बढ़िया हैं मेरा बेबी बट मां ने कुछ नहीं कहा था।

हर्षिता- मां तुम्हे idea पसंद नहीं आया क्या।

मां – ऐसी बात नहीं है इसकी तबियत ठीक नहीं है kaam है यहां कैसे जायेंगे और कैसे एंजॉय करेंगे।

अनुराधा – डोंट वरी भाभी सब होजाएगा।

मां – ठीक हैं फिर जिसमें सब खुश में भी खुश इतना कहके मां ने मुझे किस किया और फिर।

श्रृष्टि – तो जायेंगे कहां।

रागिनी – गोवा चलें क्या मजा आएगा।

हर्षिता- हां बुआ गोवा चलते हैं।

अनुराधा – देखो जहां भी जायेंगे ऐसी जगह हो जहां फालतू चीप मेंटालिटी के लोग ना हो ओके सैफ लगे और सही हो फ्रीडम हो।

मां – हां जीजी सही हैं हृतिक की तबियत भी ठीक नहीं है ऊपर से हम सब लेडी।

मैं बोल पड़ा मां आप लोगों को कोई कुछ बोले तो में छोडूंगा नहीं किसी को।

हर्षिता – शांत मेरे हीरो अनुराधा बुआ आप बताओ जब आपने ये पॉइंट उठाया है तो।

अनुराधा – अच्छा सुनो एक तरीका हैं एक चीज हो सकती हैं।

मां – क्या जीजी।

रागिनी-हां दीदी जल्दी बताइए।

अनुराधा – मेने सुना हैं कि स्वीडन अमेरिका और दुबई कुछ प्राइवेट आयलैंड हैं जहां लोग वीकेंड या अपनी बाकी की जिंदगी मजे से जीते हैं उन्हें लेकर रेंट पे या खरीद कर एक बार वहां बात कर सकते हैं।

मैं – पर बुआ यहां की अपडेट्स कैसे लेंगे वहां काम कैसा चल रहा है या ऑफिस से कुछ इंपोर्टेंट निकला तो।

अनुराधा- अरे बेबी परेशान मत हो पहली बात काम की अपडेट्स के लिए हम जिस कंपनी को कॉन्ट्रैक्ट देंगे उन्हें घर की जिम्मेदारी की डीड साइन करवा के देंगे कि सब प्रोपर मिले नहीं तो हम केस या क्लेम कर सकते हैं हमारी चीजों के लिए और दूसरी बात ऑफिस की तो अभी जो तेरे प्रेजेंटेशन हैं वो दो महीने में ऑफिस से कंप्लीट होगा तो तू तेरा टेक्निकल काम 1-2 दिन में खत्म करले बाकी सब भी अपना काम जमा के निकलेंगे मेरा तो ये मानना हैं आगे सबकी हां हो तो डिसाइड करते हैं फाइनल।

हर्षिता – ओके बुआ में भी हॉस्पिटल में बात करती हूं।

श्रृष्टि – में भी कॉलेज में देखती हूं एग्जाम्स कब हैं।

रागिनी- मेरे स्कूल में तो समर वेकेशन हैं बट फिर भी अर्ली कुछ काम प्रिपेयर करना हो तो बात करलेती हूं।

मां – हम्ममम देखलो आप सब अगर सबका जमेगा तो ठीक हैं नहीं तो कुछ और देखेंगे।

अनुराधा- जी भाभी सही कहा आपने।

मैं – ओके मां भूख लगी हैं क्या बनाया हैं आपने।

मां – देखा बातों में नाश्ता ठंडा होगया रुको में गर्म करके लाती हूं।

अनुराधा – कोई बात नहीं भाभी पराठे ठंडे भी अच्छे लगते हैं सब खा लेंगे।

हर्षिता – हां मां आप टेंशन मत लो।

सब लोग नाश्ता करके अपने अपने काम को हैंडओवर करने में लग गए बुआ के अकॉर्डिंग में भी बैठ के ऑफिस से हेड ऑफिस में बात करने लग गया। आज फिर एक बात मेने नोटिस की रागिनी बुआ जब भी कॉल आता था दूर जाके बात करती थीं समझ नहीं आ रहा था तो मैने सोचा आज जाके उनसे बात करूं। पर थोड़ी दूर जाकर उनके रूम की विंडो से मुझे सुनाई दिया कि बुआ किसी से फोन पे बात कर रही थीं।

रागिनी- तुम क्यों मुझे परेशान कर रहे मुझे अकेला छोड़ क्यों नहीं देते देखो में थक गई हूं और तुम्हारे ताने भी बर्दाश्त नहीं होते इतना कहके बुआ ने कॉल डिस्कनेक्ट किया और बेड पे लेट के रोने लग गई।

में अंदर गया और रूम बंद करके बुआ के पास गया उन्हें उठाया तो वो उठते ही मेरे गले लग गई और रोने लगीं। और कहने लगी-

रागिनी- बेबी मुझे इस इंसान ने परेशान कर रखा हैं मेरी लाइफ स्पाइल करदी और अब टांट मारता है कि तुम्हे अंडरस्टैंडिंग नहीं आई वरना आज हम साथ होते वापस आजाओ कबतक रखेंगे तुम्हारे घरवाले।

मैं – बुआ आपका फोन कहां हैं मुझे दीजिए।

रागिनी- तू क्या करेगा बेबी।

मैं – आप देखते जाइए मेने फोन कनेक्ट किया हेलो।

अननोन- कौन।

मैं – हृतिक बोल रहा हूं आप जो ये ओछी हरकते कर रहे हैं मेरी बुआ को तंग कर रहे हैं बंद कर दीजिए वरना कल ही कमिश्नर अंकल को बोलके आपका इलाज करदूंगा आइंदा से मेरी बुआ को कॉल मैसेज या परेशान किया तो अच्छा नहीं होगा में मेरी बुआ को जीवन भर प्यार से अपनी पलकों पे बैठा के रखूंगा समझे आप गेट लास्ट।

अननोन- सारी हृतिक आइंदा से कभी कॉल या मैसेज नहीं आएगा।

मैं – बढ़िया अब अगर ऐसा हुआ तो नोटिस आएगा आपके पास या आपसे मुलाकात पुलिस स्टेशन में होगी।

मेरे पिताजी के देहांत के पहले जब बिजनेस सेट था तब पिताजी के व्यवहार पुलिस पॉलिटिक और बड़े लोगों से अच्छे थे शायद यही वजह थी कि अब वोह पहचान हमे मदद कर रही थीं। बुआ ने ये सब मेरे मुंह से सुनके मुझे गले लगाकर कहा बेबी थैंक यू I love you बेबी तू इतना चाहता है मुझे।

मैं – बुआ मेरे लिए आप पांचों मेरी फैमिली से ऊपर कोई नहीं।

बुआ की आंखों में प्यार के आंसू थे और शायद एक अजीब सी चाहत थी जो मेरे लिए उनके दिल में उठी थी उन्होंने मुझे एकदम से किस किया जिसके जवाब में मेने भी हल्का हल्का सा किस स्टार्ट किया. और एक अच्छा सा स्मूच हमने 10 मिनट तक करके एक दूसरे के गले लग गए टाइट हग था वोह एक पैशनेट किस और हग था मेने भी जल्दी बाजी में उन्हें गोद में लेके बूब्स प्रेस करदिए उनके ड्रेस को नीचे से उठाए.

और फिर हम अलग हुए अनुराधा की आवाज से तो मैने बुआ को बाय बोलके बाहर आकर टेबल पर बैठ गया। दिन में सबने अपने अपने काम के लिए बात की हैंडओवर कैसे करे मैनेज कैसे करे और इस तरह शाम हो गई शाम को सब हाल में आए क्योंकि में टीवी पर मूवी देख रहा था।

अनुराधा – क्या हुआ तुम लोगों का डिसाइड हुआ कुछ।

हर्षिता- हां बुआ मेरा तो हॉस्पिटल से होगया बीकॉज कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा है हॉस्पिटल का थोड़ा तो जो पेशेंट थे उन्हें इस वीक हेल्दी होने के बाद लीव दिया हैं और न्यू पेशेंट कोई एडमिट नहीं कर रहे हैं इस काम के चक्कर में सो डॉक्टर का कहना हैं कि मैनेजमेंट और स्टाफ डॉक्टर भी तब तक लीव पर रहे जब तक काम चल रहा हैं सैलरी सबको बराबर मिल जाएगी।

मां – बढ़िया हैं मेरी गुड़िया नुकसान भी नहीं हुआ काम का और तेरी सैलरी का।

श्रृष्टि – मां मेरे भी एग्जाम्स दो मंथ के बाद हैं सो मुझे भी कोई इश्यू नहीं हैं।

इतने मे रागिनी बुआ नहाकर एक ब्यूटीफुल सारी पहन के आई जिसमें वोह तो सुंदर लग ही रही थीं उनके चेहरे पर भी खुशी थी शायद आज उस इंसीडेंट के बाद उनका स्ट्रेस कम हुआ होगा बुआ सारी में एक दम नई नवेली वेडिंग दुल्हन जैसी लग रही थीं। और आकर सोफे पर बैठ गई। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

अनुराधा – अरे छोटी तू तो आज काफी प्यारी लग रही हैं क्या बात हैं न्यू कोई बॉयफ्रेंड मिल गया क्या।

हर्षिता- हां बुआ बताओ भी आज इतने सुंदर होने का कारण क्या हैं।

रागिनी- अरे बाबा क्या ऐसी ही तैयार नहीं हो सकती मेरा मन था आज ट्रेडिशनल पहनूं इसलिए पहना और वैसे भी अब रिलेशनशिप से भरोसा उठ गया है मेरा इसलिए मेरी इच्छा नहीं है अब मेरी में मेरे बच्चों और भाभी के साथ ठीक हूं।

मां – क्यों परेशान कर रहे हो अच्छी तो लग रही हैं मेरी छोटी नजर ना लगे किसी कि।

श्रृष्टि – लगता है भाई को अच्छी नहीं लग रही आप इसलिए कुछ बोल नहीं रहा हैं।

रागिनी -क्या हुआ बेबी तुझे अच्छी नहीं लगी में उनकी आंखों में सवाल था क्या सच में बेबी?

मैं- अरे नहीं आप वाकई आज कमाल लग रही हो।

अनुराधा – मुझसे भी अच्छी बेबी।

मैं – नहीं आप भी अच्छी हैं।

रागिनी – मतलब में भी ऐसा बेबी?

हर्षिता- अच्छा फंस गया आज भाई।

मां – क्या जीजी फसा दिया आपने लल्ला को।

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और सब हंस रहे थे जोर जोर से में उठ के टैरेस पे चले गया सबने कहा अरे रुक कहां जा रहा हैं में ऊपर चले गया और सोचने लगा कि मुझे समझ नहीं आ रहा हैं पहले मुझे अनुराधा अच्छी लगी और कल के बाद जो हुआ और आज जो मेने रागिनी को देखा तो देख के मुझमें इतनी बेचैनी क्यों हो गई समझ नहीं आरहा मेने सोचा एक लॉन्ग ड्राइव पे चलते हैं और मैने थार की चाभी ली और निकल गया।

सबने पूछा कहां जा रहा है मेने कहा आता हूं एक राइड लेके और फिर राइड लेके में एक पहाड़ी रोड साइड पहुंच गया. और एक चाय की शॉप जो पहाड़ों पे थी रुका और चाय लेकर सोचने लगा कि क्या जो मेरे और बुआ के बीच हुआ सब नॉर्मल था कहीं कुछ भूल तो नहीं होगई क्योंकि मुझे अब रागिनी को देख के भी वोही सब लग रहा है जो अनुराधा के लिए फील होता हैं क्या करूं कुछ समझ नहीं आरहा है.

और थोड़ी देर में पहाड़ी पर कार लगाके सोचता रहा, और कब आंख लग गई कार में पता ही नहीं चला। जब नींद खुली तो में उठा देखा तो 6 बज रहे थे शाम हो चुकी थी फोन पे बुआ दीदी मां के मिस कॉल थे फोन साइलेंट था मेने गाड़ी स्टार्ट की और करीब आधे घंटे में घर पहुंचा तो अनुराधा मुझसे लिपट गई और बोली।

अनुराधा – बेबी तुझे अगर बुरा लगता है तो मजाक नहीं करेंगे तू ऐसे मत जाया कर कॉल भी नहीं उठा रहा हम डर गए थे।

रागिनी – सौरी बेबी तुझे अब नहीं चिढ़ाया करेंगे।

मां – बेटा तू गुस्सा होके कहां गया था।

हर्षिता श्रृष्टि – हां बोल भाई।

सब का इतना बोलना हुआ कि में बोल पड़ा।

मैं – यार आप लोग कुछ भी मत सोचा करो थोड़ी देर फ्रेश होने गया था कार एक पहाड़ पे लगाके शांति से बैठा था नींद लग गई फोन साइलेंट था और आप लोग अपना परसेप्शन मत बनाया करो नाराज है ये है वोह हैं मेरी क्या इच्छा मुझे पता है आप सब से गुस्सा होके जाऊंगा कहांl

अनुराधा – ओह्ह्ह्ह बच्चे सारी यार I love you।

मां – जीजी मेरा लल्ला बड़ा होगया हैं सब समझता हैं क्यों बाबू।

और फिर सब हसने लगे और डिनर के लिए बैठ गए आज मां ने पुलाव और पूरी सब्जी बनाई थी खाते हुए फिर रागिनी ने बात छेड़ी।

रागिनी- जीजी मेरा तो सब काम सेटल कर दिया कोई दिक्कत नहीं जब तक रेनोवेशन चले।

हर्षिता- मेरा भी होगया।

श्रृष्टि – मेरा भी बुआ।

मैं – मेने भी सब सिस्टेमेटिक कर दिया हैं बस लैपटॉप लेके चलूंगा तो बताओ अब चलना कब हैं और कहां चलना है तो पैकिंग भी करनी होगी उस हिसाब से।

अनुराधा- हम्ममम तो हम दुबई जा रहे है वहां से हम अपने प्राइवेट बीच जायेंगे जिसका नाम हैं vacate बीच।

हर्षिता – wow बुआ मजा आने वाला हैं।

श्रृष्टि- हां बहुत।

मां – चलो अच्छा हैं सबका काम भी होगया अब चल सकते हैं वैसे भाभी कैसी जगह कैसी पैकिंग करें कपड़े कैसे रखें मौसम गर्म हैं या ठंडा।

अनुराधा- भाभी और मेरी भतीजियों मौसम गर्म है क्योंकि बीच हैं प्राइवेट अपना और एक विला है जिसके सामने समुन्दर हैं तो कैजुअल और स्विम वेयर ही रखेंगे और थोड़ी ड्रेस या टॉप वैसे तो वहां सब बिकनी ब्रा पैंटी या स्विम सूट में ही टाइम निकालते हैं ।

हर्षिता – हां बुआ सच्ची पर हृतिक के सामने ये सब।

मैं – कोई बात नहीं दीदी सब नॉर्मल है आजकल आप लोग कोई अनजान थोड़ी हो।

मां – फिर भी तुम लोग और जीजी पहन सकते हो में नहीं।

रागिनी – क्यों नहीं हम सब पहनेंगे तो आप क्यों नहीं।

अनुराधा – हां भाभी सब अपने ही है और सुनो में तो कल मॉल जाऊंगी बिकनी ब्रा पैंटी के लिए 1 महीना जो रहना हैं जिसे चलना हो चल देना।

हर्षिता श्रृष्टि – हां हां हम दोनो चलेंगी l

मां – आप लोग जाओ में नहीं जाऊंगी।

रागिनी – भाभी टेंशन क्यों लेती हो में भी जाऊंगी हम पांचों चलेंगे।

मे – और में मुझे भी बीच के लिए शूट्स शॉर्ट्स सनस्क्रीम लेना हैं और शर्ट्स।

अनुराधा – तो ठीक है कल सब मॉर्निंग में चलते है और परसो की टिकटों का अरेंजमेंट करलेंगे वैसे भी कल सुबह इंजीनियर आयेगा उसे चाभी हैंड ओवर करदेगे और पेपर साइन करवा लेंगे।

सबने हामी भरी और खाना खाकर सब सोने चले गए और आज सब जल्दी सो गए थे। और फिर अगली सुबह सब उठे और नाश्ता वगैरा करके इंजीनियर को चाबी डॉक्यूमेंट्स देके सब मॉल के लिए फार्च्यूनर में निकल गए मॉल पहुंचते है बुआ मां दीदी सब अपने सामान के लिए गए में अपने मेने तो अपने लिए शॉर्ट्स क्रीम ली पर उन लोगों ने काफी टाइम लगाया सब बिकनी ब्रा पैंटी लेने में लग गई।

सेल्सगरल- यस में बोलिए क्या बताऊं।

अनुराधा – हम पांचों को ब्रा पैंटी और बिकनी दिखाओ 10-12 पीस हर एक को चाहिए हम वेकेशन पे बीच जा रहे है एक महीने के लिए।

सेल्सगरल- ओके आप सब आजाएं सलेक्ट कर ले।

सब ने अपनी पसंद की ट्राई की पहनी देखी.

और पैक करते गई सबने बहुत सारी बिकनी पैंटी क्रीम सब लिया और बुआ ने मेरे लिए अलग से लिंगरी ली जो वोह सेक्सी दिखने के लिए ले रही थी और मन ही मन हस रही थीं लगभग 2 घंटे तक में कार में बैठा रहा सब 3,4 बैग लेलेके आई और बैठी और मैने गाड़ी स्टार्ट करी और घर आकर सब सोफे पर बैठी और हर्षिता बोली।

हर्षिता – बुआ मेने तो 7 बिकनी और 8,10 ब्रा पैंटी ली।

श्रृष्टि – मेने तो 15 जोड़ी सिर्फ बिकनी ही ली।

अनुराधा- मेने भी गुड़िया 8,10 ब्रा पैंटी लिंगरी और बिकनी ली।

रागिनी – में तो सिर्फ ब्रा पैंटी ही पहनूंगी इसलिए 21 पीस लिए हैं।

में – बाप रे इतनी सारी ली।

मां – मेने भी 5 ब्रा पैंटी और कुछ बिकनी ली और में सारी भी पहनूंगी।

अनुराधा – अच्छा सब पैकिंग स्टार्ट करले कल दोपहर 12 बजे फ्लाइट हैं और कल सुबह चाभी देके निकलना हैं सब अपने अपने कमरे में जाके पैकिंग करने लगे और बैग्स जमा कर लिए कार्ड्स और जो जरूरी चीजें थी लेली।

अगली सुबह हम सब तैयार होकर निकले तो मानो बिजली गिरी मेरी पांचों अमानत किसी भी हीरोइन से अच्छी लग रही थीं और फिर हम फ्लाइट लेके बीच के लिए निकले और फिर शाम होते होते बीच पे हमारे विला पे पहुंचे। हम लोग जब विला पहुंचे तो विला बहुत ही शानदार फॉर्म हाउस जैसा था, जिसके सामने ओसन था.

और विला के बारे में अगर आपको बताऊं तो जो विला था वो दुबई से 100 किलोमीटर दूर था और जो बोट हमे   पे छोड़ने आई थी वह वापस चली गई थी इस विला के आसपास सिर्फ बीच ही था और विला में जो स्टाफ था वोह सिर्फ लेडीज लोगों का था जिसमें 1 कुक थी 1 हाउसकीपिंग और 1 सर्वेंट थी.

बीच में हमारे लिए एक बोट सर्फिंग बोर्ड और वाईफाई था नेटवर्क इश्यू था इसलिए सिर्फ इंटरनेट वाईफाई था और सबके रूम्स भी फुल लार्ज थे जिसमें हर रूम में attached बाथरूम थे जिनमें एक बाथटब जरूर था और पूरा विला हमारे लिए ही था।

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मैं – बुआ वो इतनी सारी फैसिलिटी वोह भी सिर्फ लेडी स्टाफ और इतनी चीजें काफी कॉस्ट आया क्या इसका।

मां – हां जीजी कितना लगा बताओ।

अनुराधा – बेबी भाभी हम एंजॉय के लिए आए है और आप लोग हिसाब पूछ रहे हो 5 लाख का खर्चा हुआ हैं में इतना भी नहीं कर सकती क्या आप लोगों के लिए।

मैं – थैंक्स अनुराधा डार्लिंग I love u।

इतना सुनके सब हसने लगे और फिर।

हर्षिता – भाई में तो जा रही हूं रूम में एक शावर लूंगी और गर्म बाथटब में आराम से सोऊंगी बाय बोलके दीदी सीधा रूम में चली गई।

श्रृष्टि- में भी बाय बाय।

मां – अच्छा जीजी में भी चलती थोड़ा फ्रेश होके लेटूंगी।

रागिनी और अनुराधा भी अपने रूम्स में चली गई।

मेंने देखा कि इस विला में टोटल 6 कमरे थे 5 नॉर्मल एक फैमिली रूम था बट उसका यूस सिर्फ मूवी नाइट के लिए या लार्ज फैमिली करती थीं अब में भी रूम में गया और लेट गया और विंडो से बाहर देखा क्या सीन था शाम का समय सनसेट समुन्द्र में वाह क्या सीन था.

और फ्रेश होने चला गया नहाकर सिर्फ शॉर्ट्स में बाहर आगया जहां देख के में दंग रह गया मेरी पांचों अमानत सिर्फ ब्रा पैंटी और बिकनी में हॉल में बैठी थी और जो सर्वेंट थी वह भी बिकनी में थी और कुक हाउसकीपिंग भी बिकनी में थीं। में देखते रह गया कि मेरी बहने मां बुआ क्या लग रही थीं।

और फिर जैसे ही में इंटर हुआ तो सबने कहा हृतिक बुआ ने कहा बेबी मां ने कहा लल्ला क्योंकि मेरी बॉडी सिर्फ बुआ ने देखी थी बट इतना फ्लेक्स करते हुए नहीं देखा था क्योंकि आज मेने पुशअप और एक्सरसाइज की थी नहाकर आने के बाद बीकॉज जब कभी मुझे लो फील होता है मैं एक्सरसाइज करता और फिर में इंटर हुआ तो सर्वेंट स्टाफ हाउसकीपिंग वाली भी शोक रह गई।

अनुराधा – क्या बात है बेबी मेरे हीरो क्या लग रहा हैं।

हर्षिता- हां भाई क्या बॉडी लग रही हैं।

श्रृष्टि- भाई तूने कब बना ली बॉडी भाई।

रागिनी – काफी कूल लग रहा है बेबी l

मां – मेरा बच्चा आजा और मां ने मुझे हग किया जिसमें मुझे पहली बार उनके बूब्स टच हुए थे क्या सॉफ्ट थे आखिर और फिर जाकर में काउच पर बैठा।

सर्वेंट स्टाफ मुझे ही देखती हुई अनुराधा से पूछती मेंम आपको सिर्फ लेडी स्टाफ चाहिए था तो फिर ये कौन हैं।

अनुराधा – ये हमारी जान है मेरा nephew.

सर्वेंट – अच्छा ओके मेंम वैसे आज तो आप लोग डिनर करेंगे तो कल का क्या प्लान है ब्रेकफास्ट का बता दीजिए।

मां – कल आप मिल्क ड्राई फ्रूट्स और ऑमलेट्स बनानाl

में – that’s my mom।

सब की नजर मुझसे हट नहीं रही थीं फिर सब खाने के लिए बैठी और मुझे ही घूरे जा रही थीं फिर डिनर के बाद हर्षिता बोली-

हर्षिता- बुआ आज आपके साथ सो सकती हूं।

अनुराधा – हां मेरी गुड़िया आज.

और दोनो मटक मटक के रूम में चली गई तो श्रृष्टि बोली-

श्रृष्टि- मां मुझे आपके पास सोना हैं।

मां – आजा बेटी आज मेरे साथ सो जा।

रागिनी – तब तो हम दोनो रह गए आजा आज मेरे पास सोजा बेबी।

मेरे पास भी कोई ऑप्शन नहीं था तो मैने हां कहा और हम रूम में इंटर हुए। रूम में इंटर हुए तो बुआ बोली काफी अच्छी जगह आए है हम लोग बेबी क्यों।

में – हां बुआ काफी बढ़िया और रिलैक्स है अच्छा टाइम स्पेंड होगा यहां।

रागिनी- चल आजा सोजा लैंप ऑफ करके।

और मैने लैंप ऑफ किया और शॉर्ट्स में ही सो गया तो मुझे याद आया तो मैने लाइट्स ऑन करली बुआ बोली क्या हुआ मेने कहा कि नाइट सूट पहनता हूं बुआ बोली क्यों मेने कहा ऐसे सिर्फ शॉर्ट्स में आपके साथ अच्छा नहीं लग रहा हैं। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.

रागिनी – में कोई और हूं क्या तेरी बुआ हूं और तू मेरा बेबी आजा ऐसे ही और में बेड पे गया तो बुआ उठी और बोली में भी ये बाथरॉब उतार दूं क्योंकि मुझे बिना कपड़ों के सोने की आदत हैं।

मैं – आपको भी बुआ।

रागिनी – हां जीजी और में दोनो ऐसे ही सोते हैं तुझे कोई प्रोब्लम तो नहीं।

मैं – मुझे क्या दिक्कत कोई बात नहीं और बुआ ने अपना बाथरॉब उतारा।

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कसम से उस लैंप लाइट में उनका बदन सोने के जैसा चमक रहा था वो बूब्स और भरा हुआ शरीर उफ्फ बुआ आज मार ही डालेगी लगता हैं। और बुआ आकर ब्लैंकेट में आ गई बीकॉज यहां गर्मी काफी थीं तो हमने ac फुल कर रखा था कूलिंग पर।

रागिनी – बेबी तुझे भी चुभ रहा हो तो उतार दे स्ट्रेच मार्क्स और रैशेस नहीं होंगे.

मेंने भी उतार दिया अपना अंडरवियर और अपना लन्ड बाहर निकाला तो बुआ देखती रह गई पर कुछ बोली नहीं अब हम दोनो ब्लैंकेट में आचुके थे। अब नींद कहां आने वाली थी तो बुआ बोली मेरी तरफ करवट लेके बेबी अच्छा एक बात बता तेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या जो तू इतना शर्माता रहता है हर वक्त।

मे – बुआ मुझे करियर और आप लोगों पर ध्यान देना हैं इसलिए नहीं करता कुछ।

रागिनी ने मुझे किस किया और हग किया हम दोनो नंगे थे और चिपक के ऐसा हग मुझे उम्मीद नहीं थी और बुआ बोली I love u मेरा बच्चा।

मेंने भी उन्हें हग किया और उनके बूब्स टच हो रहे थे तो उन्होंने मेरी तरफ पीठ करली और मैने उन्हें पीछे से हग किया तो उनके बूब्स हाथ में आए तो धीरे धीरे दबाना स्टार्ट किया. और बुआ भी शायद जग रही थी तो ओह्ह्ह्ह हां ऐसी मादक आवाज आहें भर रही थीं और मैने उन्हें पीछे से गर्दन पे किस किया तो पता नहीं मुझे क्या हुआ में उठ के खड़ा होगया और बोला नहीं ये ग़लत है इतने मे बुआ उठी और मुझे थप्पड़ मार दिया और बोली-

रागिनी – गलत क्या है गलत ये है कि पहले किसी इंसान की मदद करो उसे अपनापन दिखाओ फिर भूल जाओ कि नहीं गलत है कल क्यों मेरे लिए तूने उसे डांटा और मुझे हमदर्दी दी अब में कुछ खुशी पाना चाहती हूं मेरी जान से तो तुझे गलत लग रहा हैं.

बेबी तुझे अब भी समझ नहीं आया मेने सारी क्यों पहनी क्यों इतना अट्रैक्ट हुई तेरी तरफ बीकॉज I love you हां में बहुत प्यार करती हूं एक बुआ का नहीं लवर का पार्टनर समझ के अब तुझे गलत लगता है तो नहीं करती कुछ क्योंकि शायद तुझे अब सब बेकार लगने लगा है।

मे- बुआ ऐसा नहीं है पर घर के घर में ऐसा हो ये तो गलत होगा ना में अनुराधा बुआ के साथ भी सो चुका हूं।

मेरा इतना कहना था कि-

रागिनी- वाह भाई उनके साथ कोई प्रोब्लम नहीं हुई मेरे साथ ग़लत है और मुझे सब पता है मेने विंडो से सब देख लिया था पर कुछ इसलिए नहीं बोली न मुझे गलत लगा क्योंकि हम दोनो की शादी नहीं टिकी और फिर प्यार तो छोड़ो कोई केयर करने वाला नहीं.

फिर जब तुम दोनो को देखा तो लगा क्या गलत है इसमें हृतिक हमारा अपना है हमारा ख्याल रखता है और हम अपनी मर्जी से कुछ भी कर सकते क्योंकि हमारा प्यार शरीर का नहीं दिल का है पर तू अपनी सोच को देख कोई बात नहीं और बुआ जाने को हुई तो में एकदम से बोल पड़ा।

में – I love you too मेरी जान पर में डर रहा था कि आप कैसे रिएक्ट करेंगे जिसदिन आपको किस हग किया और आप सारी पहन के आई तो मुझे बेहद बेचैनी हुई आप ही का सोचके घर लेट आया था और फिर इसलिए गलत लगा कहीं आपको ऐसा ना लगे कि में सिर्फ घर में अपनी दोनो बुआ का जिस्म पाना चाहता हूं।

बुआ भी मेरी बात समझी और मुझे गले लगा लिया।

रागिनी – मुझे माफ करदे तू मेरी इतनी कदर करता है और में थी कि क्या सोचे जारही थी बेबी तुझे जो ठीक लगे कर तू हमारी जान है हमें भरोसा है तू कभी दिल नहीं तोड़ेगा हमारा क्या किसी का आज से में सिर्फ तेरी हूं तेरी अपनी बेबी।

और हम दोनो ने इमोशनल हग किया और फिर बुआ बेड पे आई तो मैने उन्हें किस करके उनकी चूत में उंगली डाली बुआ तड़प उठी।

रागिनी- आह मेरी जान अब तड़पाना मत बहुत साल होगया अब सिर्फ तेरे अलावा कोई इस जिस्म का मालिक नहीं है मेरी जान आज मुझे खुश करदे बेबी।

मैं – रागिनी तुम भी सिर्फ मेरी हो जान तुम्हे हमेशा खुश रखूंगा अपने पास I love u।

और फिर किस के बाद में बेड पे लेट गया तो बुआ ने मेरा लन्ड पकड़ा और बोली।

रागिनी – अरे बाप रे क्या साइज है और कितना स्ट्रांग है कसम से ऐसा भी लन्ड होता है मुझे नहीं पता था आज जो चूत शादी पे खुली नहीं थी तू उसे खोलेगा और मुझे अपना बनाएगा।

में – आपने सेक्स नहीं किया था बुआ शादी के बाद।

रागिनी- नहीं बेबी क्योंकि जिनसे शादी हुई थी वह किसी और के साथ फिजिकल थे हम दोनो में सिर्फ अंडरस्टैंडिंग थी वोह भी नहीं रही इसलिए हां फिंगरिंग और डिल्डो से खुद को रिलैक्स किया बट लन्ड से जो खुलती है वोह नहीं आज तू अपनी सुहागरात मेरे साथ मनायेगा और हम दोनो आज का दिन याद रखेंगे ये वादा हैं।

फिर बुआ ने लन्ड चूसना स्टार्ट किया। आह बुआ आह रागिनी क्या जादू है तुम्हारे हाथ मुंह में में जन्नत में हूं क्या चूस रही हों आह मेरी जान आह मेरी रागिनी चुस्ती रहो तुम सच में बहुत अलग हो मेरी जान my love क्या लग रहा हैं तुम्हारे साथ आह आह आह बुआ रागिनी आह।

चूसते चूसते बुआ लन्ड सहला के गोटियां भी मसल रही थीं क्या अहसास हो रहा था के भरी औरत जो कभी नहीं चोदी हो किसी ने आज वोह एक एमेच्योर लड़के को मिलेगी वाह क्या किस्मत हैं ऐसी ही चूसते हुए बुआ ने लन्ड निकाला मुंह से।

में – रागिनी आओ अब में तुम्हे जादू दिखाऊं अपना और बुआ लेट गई खुशी उनकी आंखों में साफ दिख रही थी।

मेंने उनकी चूत देखी तो पूरी गुलाब जैसी चूत थी उनकी और टेस्ट क्या टेस्ट था जेली जैसा।

रागिनी – बेबी बेबी बेबी बेबी आह क्या करदिए ऐसा आजतक सिर्फ देखा था आज अहसास भी होगया क्या होता हैं चूस ले बेटा तेरी ही हैं ये सब अब आह बेबी में आने वाली हूं और मेरे मुंह में ही झड़ गई तो मैने भी वोह रस पिया क्या स्वाद था आह रागिनी निढाल होकर लेट गई थी फिर में उठा और हम dono ने हग किया.

और अब टाइम था इस सील को तोड़ने का।

फिर बुआ उठी और मेरे लन्ड को चूसना चालु किया. में भी आराम से लेट के किसी अप्सरा का आनंद ले रहा था यकीन मानिए अगर ये फिलिंग को किसी फिलिंग से कंपेयर करें तो ये फिलिंग ही बेस्ट होगी अद्भुत आह क्या लन्ड चूस रही थी ओह्ह्ह्ह रागिनी ऐसे ही चुस्ती रहो.

क्या बात हैं दोनो बहनों को काफी अच्छा चूसना आता हैं आह रागिनी और चूसते चूसते कभी मेरी आंखों में देख के हस रही थी कभी कभी हवस भरी नजर से खाने वाली नजर थी। अब चूस चूस के बुआ ने मेरा लन्ड बिल्कुल सख्त रोड की तरह कर दिया था।

रागिनी – आह इतना बड़ा लन्ड बेबी पहली बार देख रही हूं उम्मम क्या लंबा मोटा लन्ड है तेरा और सिर्फ 17 साल में ऐसा लन्ड कुछ तो बात हैं तुझमें की लन्ड की ऐसी साइज और मोटाई तुझे मिली है आह इससे तू किसी भी औरत को खुश कर सकता हैं और किसी कि भी गोद भर सकता हैं। चल अब आजा अब और मत तड़पा बेबी मेरी चूत कबसे तरस रही है इस लन्ड के लिए आह आह आह इस चूत की गर्मी लेले बेबी चोद आज अपनी रागिनी को बना ले अपना।

और मैने फिर बुआ को मिशनरी पोजीशन में लिया और एक टांग उठा कर लन्ड को उस गुलाब की पंखुड़ी जैसी चूत के मुंह पर रखा और एक धक्का दिया तो लन्ड आराम से फिसल के अंदर चला गया. क्या अहसास था बुआ की चूत बहुत ही मस्त थीं जैसे ही मेरे लन्ड ने बुआ की चूत में प्रवेश किया बुआ ने सिसकारियां भरी और मुझे चीख चीख के बोली जा रही थीं।

रागिनी – आह हृतिक बेबी आह मां क्या लन्ड है ऐसे हल्के से धक्के में तूने आज सिर्फ एंट्री ली हैं आह बेबी आज मत रोकना अपने आप को चोद और आराम से चोद मुझे इस लन्ड का और आनंद चाहिए जीवन भर तेरी बनके रहना चाहती हूं आह बेबी फंक फ़क मी हार्ड आह बेबी और जोर से।

मैं – हां रागिनी आज मुझे भी ऐसी चूत मिली हैं जो नसीब वालों को मिलती है आह क्या चूत हैं और इतना आराम मिल रहा है आपके साथ आह

फिर मेने धक्कों की रफ्तार तेज करी और जोर जोर से चोदने लगा आह क्या फ़च फ़च की आवाज हमारे रूम में गूंज रही थी क्या मजा आ रहा था हम दोनो को।

रागिनी – आह बेबी इतनी जोर से मत चोद आराम से भाभी की चूत नहीं है जहां से तू आया है उनकी चोदना आराम से जोर से आह बेबी फंक मि में आने वाली हूं आह आह आह बेबी बेबी।

और बुआ झड़ते हुए मुझे कसके पकड़ के लेट गई और में उठा तो बोला बुआ अब डॉगी पोजिशन में आजाएं में भी आपके साथ आना चाहता हूं बुआ ने बिना देरी किए पोजीशन ली मेने एक baar में झटका देके पूरा 8 इंच का लन्ड बुआ की चूत में पेल दिया. और जोर जोर से चोद रहा था बुआ भी हर झटके के बाद खूब चिल्ला रही थी चोदने का मजा आज डबल था आह रागिनी बेबी तेरा आज तुझे खूब चोदेगा आह.

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रागिनी- आह बेबी जोर जोर से चोद अब मत कर रेहम आह आह बेबी आह यस यस फंक मि आह क्या लन्ड है आह मुझे 15 मिनिट की चूदाई में तीन बार झड़ चुकी हूं आह बेबी क्या चोद रहा है आज पूरा जन्नत का फील दे रहा है तू।

मैं – बुआ आह आपके जैसे जिस्म को ऐसे ही आराम मिलता हैं आह रागिनी रागिनी क्या मस्त मोटी गांड़ चूत है आपकी आह क्या मजा आ रहा है बुआ रागिनी आह मस्त।

और फिर तेज झटकों के साथ में भी बुआ के अंदर झड़ने वाला था तो पूछा कहां निकाल दूं बोली आज मुझे यह चखना हैं बेबी मेरे मुंह में डाल दे आह आह बेबी और में तेज झटकों के साथ झड़ते हुए. आह रागिनी पूरा मॉल बुआ के मुंह में दिया आखिरी बूंद तक बुआ मजे से पी रही थीं आह.

हम दोनो ही आज काफी मजे ले चुके थे और जमकर सेक्स के बाद दोनो एक दूसरे की आंखों में देखे बिना बोले गले लग के सो गए। शायद ये मेरी लाइफ का बेस्ट सेक्स था या आगे और भी बेस्ट होना था नहीं पता पर हम दोनो के सच्चे प्यार के कारण आज अलग अहसास मिला था शायद और दोनो प्यारे पंछी की तरह लिपट कर सो गए. रूम सारे साउंड प्रूफ तो नहीं थे पर हां हर रूम का गेट कांच का था इसलिए शायद आवाज रूम में दबी रह गई आह वाह ये था शायद मेरा आज का अच्छा दिन जो बुआ की चूत में खत्म हुआ और दोनो आराम से सो गए।

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  1. Rana ji says

    अप्रैल 3, 2025 at 9:53 अपराह्न

    Bhai story age bhi hai ya yahi khatam kr di bhai stroy to bhaut achi hai maja aa gya bhai

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