Poor Girl Chudai Kahani
ये कहानी है एक 18 वर्षीय ददुआ की जिसने अपने झोपड़े में अपनी ही माँ की चूत की चुदाई कर डाली। अठारह साल का ददुआ अपने माँ-बाप और दो छोटे भाइयों के साथ दिल्ली के झोपड़पट्टी में रहता था। उसका बाप दिन भर कचरा चुनता था और सारी कमाई दारू पर उड़ा देता था। Poor Girl Chudai Kahani
उसकी माँ भी दिन भर दुसरे के घरों में बर्तन सफाई का काम करती थी और वो भी रात में दारु पी कर सो जाती थी। किसी तरह से घर चल रहा था। ददुआ भी कचरा चुन कर कुछ कमा लेता था। वो भी अपने माँ बाप की तरह अय्याश निकल गया था। जो कमाता था उसका वो सिगरेट और गुटका का सेवन करता था।
वो अक्सर अपने दोस्त के घर पर ब्लू फिल्मे भी देखने लगा था। घर पर तो कोई रोकने-टोकने वाला था नहीं। एक रात जब वो अपने दोस्तों के घर से ब्लू फिल्म देख कर अपने झोपडी में लौटा तो उसका ध्यान फिल्म के चुदाई वाले सीन पर ही था। वो अपने दोस्त के साथ उसके घर पर ही खाना खा कर आया था।
घर पर पहुँचने पर उसने देखा कि बापू का कोई अता – पता नहीं है। उसकी माँ ने सिर्फ लो कट की ब्लाउज और पेटीकोट पहन रखी थी और वो दारू पी रही थी। उसकी ब्लाउज सामने से लगभग खुली हुई थी सिर्फ एक बटन के सहारे किसी तरह उसके स्तन को छिपाने का काम कर रहे थे. और उसकी पेटीकोट उसके जाँघों के काफी ऊपर तक चढ़े हुए थे.
उसकी माँ का ये रूप ददुआ ने कोई पहली बार नहीं देखा था. कई बार तो उसने अपनी माँ को शराब के नशे में धुत हो कर अपने सभी वस्त्र खोलते हुए पूरी नंगी होते हुए देखा था. ददुआ के लिए अपनी माँ के खुले स्तन और चूत देखना कोई आश्चर्य की बात नहीं रह गयी थी. आज उसका फिर से अपनी माँ को नंगा देखने का मन करने लगा.
इसे भी पढ़े – शादी में लड़की को टेंट के पीछे चोदा
उसने अपनी माँ से पूछा – बापू कहाँ है?
उसकी माँ ने नशे में कहा – साला गया है अपने यारों के साथ मस्ती करने। कल आएगा।
ददुआ ने अपने सरे वस्त्र खोल दिए और सिर्फ अंडरवियर पहन कर अपनी माँ के पास लेट गया.
ददुआ की माँ ने ददुआ से पूछा – तू कहाँ गया था?
ददुआ – फिल्म देखने।
उसकी माँ ने नशे में कहा – कौन सी फिल्म देखने चला गया था? मुझे भी कहता मैं भी जाती तेरे साथ।
ददुआ – वो फिल्म तेरे देखने के लायक नहीं है.
उसकी माँ – क्यों? जब तू देख सकता है तो मैं क्यों नहीं?
ददुआ ने बेझिझक कहा – अब तुझे कैसे समझाऊं? उसमे नंगी औरतें और नंगे मर्द रहते हैं। औरतों के देखने लायक नहीं है। गंदे सीन होते हैं.
उसकी माँ – गंदे गंदे सीन का क्या मतलब?
ददुआ – मतलब नंगे लड़के और नंगी लड़की उसमे वही काम करते हैं जो तू और बापू रात में करते हैं।
उसकी माँ – ओ तो तू चोदा – चोदी वाली फिल्म देख कर आ रहा है..?
ददुआ – हाँ, चुदाई वाली फिल्म।
ददुआ जानता था कि उसकी माँ को ये बात पता है कि उसके आसपास के सभी बच्चे ब्लू फिल्म (चुदाई वाली फिल्म) देखते हैं।
माँ – अच्छा एक बात बता..क्या उसमे मर्द किसी औरत को चोदते हुए दिखता है क्या?
ददुआ – हाँ।
माँ- और क्या दिखाता है?
ददुआ का लंड खडा हो रहा था. उसने अपने अंडरवियर के ऊपर से ही आने लंड को दबाते हुए कहा – उसमे मर्द औरत की चूची को खूब चूसता है. लड़की की सिसकारी निकल जाती है.
माँ – हिरोइन की चूची भी देखते होगे।
ददुआ – हाँ, हिरोइन पूरी तरह से बिना कपडे के रहती है. सब कुछ दिखता है।
माँ- बड़े बेशर्म लोग होते हैं ना सिनेमा वाली लड़की-लड़का.
ददुआ – अरे नहीं माँ. इसमें बेशर्मी कैसी? यही तो मजा है. वैसे एक बात पूंछू तेरे से?
माँ – हाँ पूछ ना.
ददुआ – लड़की की चूची चूसते समय लड़की और लड़का सिसकारी क्यों भरती है?
माँ – लड़का लड़की के चूची के निपल को जब चूसता है तो लड़की की काफी मजा आता है इसलिए वो मजे से सिसकारी भरने लगती है इसलिए लड़का भी सिसकारी भरने लगता है.
ददुआ – लेकिन जब बच्चा अपनी माँ का दूध पीता है तो उस समय वो माँ सिसकारी क्यों नहीं भरती?
माँ – अरे बच्चे के द्वारा निपल चुसना और बड़े के द्वारा निपल चूसने में काफी फर्क है.
ददुआ – फर्क कैसा?
माँ – देख जब तू बच्चा था और जब मेरा दूध पीता था तो मुझे कुछ नहीं होता था लेकिन अब तू मेरी निपल चुसेगा तो तो मेरे अन्दर से भी सिसकारी निकलने लगेगी. और तू भी सिसकारी भरने लगेगा.
ददुआ – मुझे यकीन नहीं होता.
ददुआ की माँ ने एक झटके में अपना ब्लाउज खोल दिया। अन्दर ब्रा पहनी नहीं थी इसीलिए एक झटके में उसकी दोनों चूचियां ददुआ के सामने आ गयी। ददुआ ने इस से पहले भी कई बार नशे में धुत माँ के चूची और चूत को देख चूका था। बल्कि कई बार तो नशे में धुत उसके माँ – बाप रात में चुदाई करते थे तो ददुआ की आँख खुल जाती थी और वो अपने सामने ही माँ की चुदाई देखता था।
माँ – आ चूस मेरी निपल, देख तुझे सिसकारी होती है कि नहीं ?
ददुआ अपनी माँ की चूची पकड़ के दबाने लगा। उसकी माँ को काफी मज़ा आ रहा था।
माँ – आ चूस मेरी निपल, देख तुझे सिसकारी होती है कि नहीं ?
ददुआ अपनी माँ की चूची पकड़ के दबाने लगा। उसकी माँ को काफी मज़ा आ रहा था।
ददुआ – तेरी चूची भी बड़ी है। तेरी चूची भी हिरोइन की चूची की तरह एकदम कड़क है.
माँ – अब चूस ना.
इसे भी पढ़े – जीजा जी का लंड ज्यादा मोटा था
ददुआ अपनी माँ की चूची को अपने मुंह में दबाया और मजे ले ले चूसने लगा. उसकी माँ तो मस्ती में पागल हुयी जा रही थी. उसकी चूत भी गीली होने लगी. उधर ददुआ को भी काफी मजे आ रहे थे. उसने अपनी माँ की दोनों चूची को चूस चूस कर पूरी तरह गीला कर दिया.
वो अपनी माँ की चूची का निपल को अपनी जीभ से इस तरह चाट रहा था मानो आइसक्रीम हो. वो अपनी माँ के गले से ले कर दोनों चूची के हर कोने कोने को चूसने में लीन हो गया. और सिसकारी भी भरने लगा.
माँ – चुदाई वाली फिल्म देखता है तो तेरा मिजाज़ तो गर्म हो जाता होगा रे। तू फिर क्या करता है? कहीं रंडी के पास तो नहीं चले जाता है तू?
ददुआ – नहीं माँ, गर्म होता हूँ तो अपने लंड का पानी निकाल देता हूँ।
माँ – कैसे ?
ददुआ – हाथ से मुठ मार कर।
माँ – तू कब से मुठ मारने लगा है?
ददुआ – लगभग 2 साल से मुठ मार रहा हूँ.
माँ- खोल के दिखा तो अपना लंड. ज़रा मैं देखूं कि कितना बड़ा है?
ददुआ ने एक झटके में अपना अंडरवियर खोल दिया और माँ के सामने नंगा हो कर अपने हाथ में अपना 9 इंच का लंड पकड़ कर दिखाने लगा और बोला – देख, है कि नहीं बड़ा.
माँ – हाँ रे, तेरा लंड तो सच में बड़ा हो गया है और उस पर बाल भी मस्त हैं.
ददुआ – तेरी चूत पर भी तो बड़े बड़े बाल हैं.
माँ- हाय राम, तूने मेरी चूत कब देख ली रे?
ददुआ – जब तू दारु पी के बिना कपड़ों के सो जाती है तो मैंने तो कई बार तेरी चूत देखी है। यही नहीं जब बापू तेरी चुदाई करता है तो मैंने भी कई बार देख लिया है।
माँ – हाय राम, तू तो बड़ा हरामी हो गया है रे। जब तू मेरी चुदाई देखता है तो तू क्या करता है रे?
ददुआ – मेरा लंड भी खड़ा हो जाता है और मैं भी उसी समय अपना लंड का मुठ मार कर माल निकाल लेता हूँ।
माँ – आज तो तूने फिर से चुदाई वाली फिल्म देखा है और मेरी चूची भी देख लिया है तो तेरा मिजाज़ तो और भी गर्म हो गया होगा? तो क्या अब मुठ मारेगा?
ददुआ – हाँ, मारना तो पड़ेगा ही. नहीं तो लंड फट जायेगा. जब तू गरम होती है तो तू भी तो यही करती होगी ना?
माँ – हाँ.
ददुआ – माँ, फिल्म में तो लड़का अपने मुंह से लड़की की चूत भी चूसता है और उसके चूत का माल भी पी लेता है.
माँ- हाय, तब तो लड़की को कैसा लगता होगा रे?
ददुआ – बापू जब तेरी चूत चाटता है तो तुझे कैसा लगता है?
इसे भी पढ़े – पापा दारू पी कर सो गए अंकल माँ को चोदने लगे
माँ – हाय, उसने तो कभी मेरी चूत चुसी ही नहीं, हमेशा मुझसे ही अपना लंड चुसवाता है.
ददुआ – तब तू अपने चूत के माल का क्या करती है?
माँ – क्या करुँगी? पोंछ देती हूँ. या बह जाने देती हूँ.
ददुआ – क्या आज तक बापू ने कभी भी तेरी चूत का रस नहीं पिया है?
माँ – नहीं रे. मेरा ये सपना सपना ही रह गया कि कभी तेरा बापू मेरी भी चूत चुसे.
ददुआ – माँ, आज मैं तेरा ये सपना पूरा करूँगा. तब तुझे अहसास होगा कि जब एक मर्द एक औरत का चूत चूसता है तो औरत को कितना मजा आता है.
माँ – तू मेरी चूत का रस पिएगा?
ददुआ – हाँ माँ.
ददुआ की माँ ने एक झटके में अपना पेटीकोट खोल कर बिलकुल नंगी हो गयी। ददुआ ने अपनी माँ की चूत को अपने मुंह में भर लिया और जीभ को अन्दर डाल दिया. उसकी माँ की तो साँसे फूलने लगी. इतना मजा तो उसे आज तक कभी नहीं आया था.
पांच मिनट तक ददुआ ने अपनी माँ की चूत चुसी. उसके बाद उसकी माँ का बदन अकड़ने लगा और उसके चूत ने रस छोड़ने का सिग्नल दे दिया. उसकी माँ की आँखें कास के बंद हो गयी और दबी दभी आवाज में बोली – ददुआ बेटा, मेरा चूत का रस निकलने वाला है.
ददुआ ने कहा – निकलने दे माँ , आज मैं तेरे रस को पिऊंगा.
तभी उसकी माँ के चूत से सफ़ेद सफ़ेद माल निकलने लगा . ददुआ ने बड़े ही प्रेम से उस रस को अपने मुंह में ले लिया. वो अपनी माँ की चूत को अच्छी तरह से चाट चाट के साफ़ कर दिया. उसकी माँ को काफी मजा आया. इसके बाद ददुआ अपने माँ के नंगे बदन पर पूरी तरह चढ़ गया और अपना मुंह अपनी माँ के होठो पर लगाया और और अपना लंड माँ के चूत पर घस रहा था.
ददुआ – माँ , अब तू मेरा लंड पकड़ कर देख ना मस्त है कि नहीं?
माँ ने उसके लंड को पकड़ कर दबाने लगी और कही – हाँ रे, तेरा लंड तो एकदम कड़क जवान हो गया है.
उसके बाद ददुआ ने अपनी माँ की चूत को फिर से सहलाया और उसके चूत के छेद में ऊँगली डाल कर पूछा – माँ , इसी छेद में बापू तुझे चोदता है?
माँ – हाँ रे, इसी छेद में लंड डाला जाता है.
ददुआ – आज मैं तेरी छेद में लंड डालूं?
माँ – नहीं रे, पागल हो गया है क्या? माँ को चोदेगा?
ददुआ ने अपनी माँ की चूत में ऊँगली अन्दर बाहर करते हुए कहा – माँ, जब इतना हो ही गया है है तो थोडा और सही.
माँ – नहीं रे, अपनी माँ को चोदना अच्छी बात नहीं.
लेकिन ददुआ अब मानने वाला नहीं था. उसने अपने लंड को अपनी माँ के चूत में कस कर सटाते हुए कहा – जब तेरे बुर में मैंने अपना जीभ घुसा ही दिया है तो लंड में क्या रखा है?
माँ ने कहा – तेरे बापू क्या कहेंगे?
ददुआ – अच्छा ठीक है…ज्यादा नहीं घुसाऊंगा. बस लंड की टोपी को अन्दर जाने दे.
माँ- ओह ,अब तू इतनी जिद कर रहा है तो ठीक है..थोडा ही अन्दर घुसाना ….पूरा लंड अन्दर मत घुसाना.
ददुआ ने बिना एक पल की देर किये अपनी माँ के टांगों को फैला दिया। और अपनी माँ की चूत के मुंह पर अपना लंड को रखा और हल्का सा दवाब डाला. ददुआ को बड़ा ही मज़ा आया.
माँ- हाँ अब देख, इस से ज्यादा अन्दर मत घुसाना.
लेकिन ददुआ का पौरुषत्व जाग गया था. और उसकी माँ की चूत काफी चिकनी हो चुकी थी. उसने हल्का सा दम लगा कर अपना लंड को पूरी तरह अपनी माँ के चूत के अन्दर डाल दिया और उसे पेलने लगा। उसकी माँ की हालत खराब हो गयी।
इसे भी पढ़े – बेटे के खड़े लंड को शांत किया माँ ने
उसका सारा नशा गायब हो गया। अब उसे अहसास हो रहा था कि उसका खुद का बेटा उसे चोद रहा है। हालांकि जब तक वो समझती और प्रतिरोध करती तब तक काफी देर हो चुकी थी। उसका बेटा उसके चूत में धक्के मार रहा था। थोड़ी देर शर्माने के बाद उसकी माँ की भी झिझक खतम हो गयी। उसने सोचा – अब जब लंड डाल ही दिया है तो जम के चुदाई का मज़ा ले लेना चाहिए। अब वो भी अपने बेटे का साथ दे रही थी।
थोड़ी ही देर में ददुआ ने अपनी ही माँ के चूत में माल उगल दिया। उसकी माँ भी दोबारा झड चुकी थी। वो भी काफी आनादित थी. काफी दिनों के बाद उसने काफी मन से अपनी चुदाई करवाई थी. अब वो नहीं चाहती थी कि इस काण्ड पर उसका बेटा शर्मिंदा होए, इसलिए उसके बाद भी उसकी माँ ने ददुआ के साथ 3 बार सेक्स किया ताकि ददुआ को लगे कि इस में माँ की भी मर्जी थी। उस रात के बाद ददुआ जब भी ब्लू फिल्म देख कर आता अपनी माँ को जरुर चोदता था।