Cheater Wife Fuck
मेरा नाम जोरावर है। कुछ सालों पहले मेरे एक दोस्त ने मुझे हमारी वासना वेबसाइट के बारे में बताया था, तब से मैं रोज यहाँ की मस्त मस्त कहानियां पढता हूँ और मजे लेता हूँ। मैं अपने दूसरे दोस्तों को भी इसे पढने को कहता हूँ। आज मैं स्टोरी पढ़ने नही, स्टोरी सुनाने हाजिर हुआ हूँ। आशा करता हूँ की यह कहानी सभी पाठकों को जरुर पसंद आएगी। ये मेरी सच्ची कहानी है। Cheater Wife Fuck
मेरी नई नई शादी हुई थी। मेरी बीबी का नाम सुधा था। वो बहुत ही खूबसूरत औरत थी। अपनी सुहागरात पर मैंने सुधा को पूरी तरह नंगा कर किया और उसके कसे हुए ३६” के दूध पीने लगा और फिर उसकी चूत मैंने एक घंटे तक चाटी और पी। उसके बाद मैंने उसको सारी रात चोदा। मुझे खूब मजा आया दोस्तों।
पर धीरे धीरे मुझे अपनी बीबी के चाल चलन पर शक होने लगा। क्यूंकि वो हमेशा फोन पर चिपकी रहती और बाथरूम में भी वो फोन लेकर जाती थी। मैंने उसे कुछ नही कहा। पर मेरे सीधेपन का मेरी औरत से फायदा उठाया। पिछले महीने मैं ३ दिन के लिए मुंबई अपनी कम्पनी के काम से गया था। मेरी बीबी ने मेरे दोस्त मनीष को बुला लिया।
असल में मेरी खूबसूरत औरत सुधा मेरे दोस्त मनीष से सेट हो गयी थी और उससे चुदवाने का मौक़ा ढूढ़ रही थी। मेरे मुंबई जाते ही उसका रास्ता साफ़ हो गया और उसने घर का जाला साफ़ करने के बहाने मेरे दोस्त मनीष को बुला लिया। मेरी चुदक्कड़ औरत सुधा घर पर हमेशा एक हल्की ही स्लीवलेस टी शर्ट और लोंग स्कर्ट पहन कर रहती थी। मनीष सुधा को देखकर ही मस्त हो गया था।
“कहो भाभी ..कैसे इस नाचीज को याद किया???” मनीष ने मेरी बीबी से पूछा.
वो अच्छे से जानता था की मेरी औरत सुधा आज उससे कसकर चुदवाना चाहती है।
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“देखो ना मनीष भैया!! मैं बेडरूम का जाला साफ़ कर रही हूँ। मकड़ियों ने कितना जाला लगा दिया है। आप प्लीस मुझे अपनी गोद में उठा लो तो मैंने आराम से छत के कोने तक पहुच जाउंगी और बेडरूम का जाला साफ़ हो जाएगा!!” मेरी चुदक्कड़ बीबी सुधा बोली। मेरा दोस्त मनीष हसने लगा। उसके तो दिल में जैसे लड्डू ही फूट रहे थे।
मेरी बीबी सुधा ने एक बड़ी हस्की सी बनियान की तरह दिखने वाली टी शर्ट पहन रखी थी और नीचे लाल रंग का लोंग स्कर्ट पहन रखा था। मेरी बीबी सुधा बहुत मॉडर्न जमाने की थी। शादी से पहले ही उसने मुझे बता दिया था की वो कभी साड़ी नही पहनेगी और हमेशा टी शर्ट जींस पहनकर रहेगी।
मेरे दोस्त मनीष ने मेरी बीबी सुधा को कमर पर दोनों हाथ लगाकर पकड़ा और गोद में उठा लिया और सुधा डंडे से जाला साफ़ करने लगी। सुधा जैसी गदराई जवानी वाली मस्त लौंडिया को गोद में उठाकर तो आज मेरे दोस्त मनीष की किस्मत ही चमक गयी थी। सुधा ने परफ्यूम लगा रखा था, मनीष को मेरी खूबसूरत बीबी के जिस्म की महकती खुशबू मिल रही थी।
मनीष मेरी बीबी को कमर पर हाथ लगाकर उपर उठाये हुए था और जब जाला साफ़ हो गया और जब मनीष मेरी खूबसूरत औरत को नीचे उतारने लगा तो अचानक उसने सुधा को पकड़ लिया और बाहों में कसकर भर लिया। सुधा भी चुदना चाहती थी इसलिए वो भी मेरे दोस्त मनीष को किस करने लगी।
उसके बाद तो दोनों एक दूसरे को बेतहाशा किस करने लगे और मजा मारने लगे। मनीष मेरी बेवफा, अल्टर और चुदक्कड़ बीबी को चोदना चाहता था। सुधा भी आज मनीष का मोटा लंड खाना चाहती थी। इस वक़्त मैं वहां नही था इसलिए दोनों खुलकर चुदाई का मजा उठा सकते थे।
धीरे धीरे मनीष ने सुधा को बेड पर लिटा दिया और उसके उपर लेट गया और उसके सुर्ख गुलाबी होठो को किस करने लगा। सुधा भी मनीष के होठो को मुंह लगाकर पीने लगी और कुछ ही देर में दोनों गर्म हो गये और चुदाई की तरह बढ़ने लगे।
““….हाईईईईई, उउउहह, आआअहह..मनीष मेरी जान….आज घर पर तुम्हारे दोस्त और मेरे पति नही है। आज हम लोगो को मौके का फायदा उठा लेना चाहिए और जी भरकर चुदाई कर लेनी चाहिए!!” मेरी छिनाल बीबी सुधा बोली.
“हाँ भाभी ….मैं भी यही सोच रहा हूँ!!” मनीष बोला और उसने सुधा की बहुत ही हल्की बनियान पर उसके ३६” के दूध पर अपना हाथ रख दिया और दबाने लगा। सुधा मस्त हो गयी। मेरा दोस्त मनीष आज मेरी गैर हाजिरी में मेरी बीबी को रगड़कर चोदने जा रहा था। वो तेज तेज सुधा के मम्मे दबाने लगा।
सुधा के दूध बहुत ही खूबसूरत थे। बड़े बड़े, गोल गोल और कसे हुए दूध थे उसके। मनीष की उँगलियाँ तेज तेज उसकी चुचियों को दबा रही थी और सुधा के गुलाबी होठो को चूस रही थी। आज तो मनीष की चांदी हो गयी थी। आज वो मेरी बीबी की रसीली चूत को मजे लेकर पीने, चाटने और चोदने वाला था।
सुधा“….आआअह्हह्हह….ईईईईईईई…ओह्ह्ह्हह्ह…अई..अई..अई….अई..मम्मी…” करके चिल्ला रही थी।
“मनीष भैया आज मुझे आप कसकर चोद खा लो। मेरे पति ३ दिन के लिए मुंबई गये है। आप मुझे कसकर चोद खा लो!!” सुधा बोली.
मनीष इतना ठरकी हो गया की उसने मेरी बीबी सुधा की वो हल्की ही स्लीवलेस बनियन उतार दी। फिर उसकी काली ब्रा भी निकाल दी। सुधा की जवानी जैसी उसके सामने खुलकर आ गयी। सुधा के गदराये अमरुद जैसे दिखने वाले २ बहुत ही खूबसूरत मम्मे मेरे दोस्त मनीष के सामने थे।
उसने सुधा की चूचियों पर हाथ रख दिया और तेज तेज दबाने लगा और मम्मो का नाप पता करने लगा। सुधा मस्त हो गयी। और सीधा बेड पर चुदवाने के लिए लेट गयी। मेरा दोस्त मनीष मेरी जवान और चुदासी बीबी के दूध को हाथ से जोर जोर से दबाने लगा और मजे लेने लगा, फिर मुंह में लेकर पीने लगा।
सुधा जैसी खूबसूरत लड़की कहाँ जल्दी मनीष को चोदने को मिलती थी। उसे तो काली कलूटी लड़कियाँ ही चोदने को मिलती थी, पर आज तो मनीष की किस्मत चमक गयी थी। वो एक हाथ से सुधा के दूध को दबा रहा तो तो मुंह से दुसरे दूध को पी रहा था।
सुधा तो उससे फंसी हुई पहले से थी इसलिए वो भी मनीष को खुलकर प्यार कर रही थी और उसके बालों में अपनी पतली पतली उँगलियाँ सहला रही थी। मनीष की आँखों में वासना और काम के शोले धधक रहे थे। आज वो मेरी बीबी को कसकर चोदना चाहता था की दुबारा सुधा उससे चुदवाने से पहले १० बार सोचे।
मेरी बीबी की नर्म चूत में मेरा दोस्त मनीष आज अपना १२ इंच का मोटा लंड डालने वाला था। सुधाके दूध मनीष के मुंह में थे, वो अपनी नर्म छातियों को मजे लेकर चुसवा रही थी और “……मम्मी…मम्मी….सी सी सी सी.. हा हा हा …..ऊऊऊ ….ऊँ..ऊँ…ऊँ…उनहूँ उनहूँ..” की आवाज बार बार निकाल रही थी।
इस बात में कोई शक नही था की सुधा को भी खूब मजा मिल रहा था। मनीष किसी वासना के पुजारी की तरह मेरी जवान और खूबसूरत बीबी के दूध चूस रहा था और हाथ से निपल्स को मसल मसल कर भरपूर मजा ले रहा था। कम से कम ५० मिनट तक उसने मेरी बीबी सुधा के होठ और रसीले दूध जी भरकर चूस लिए।
फिर उसके सुधा की लोंग स्कर्ट को दोनों हाथ से पकड़कर नीचे खींच कर निकाल दिया। फिर सुधा की काली पेंटी भी निकाल दी। अब मेरी चुदक्कड़ बीबी एक गैर मर्द के सामने पूरी तरह से नंगी हो गयी थी। मनीष सुधा के चिकने और उजले रंग के पेट को चूमने और चाटने लगा। सुधा को भरपूर मजा मिल रहा था।
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मैं घर के बाहर पैसा कमाने के लिए गली लगी भटक रहा था, धूप में धक्के खा रहा था और मेरी बीबी ac की ठंडी ठंडी हवा में मेरे दोस्त का मोटा लंड खाने वाली थी। मनीष बड़ी देर तक सुधा के सेक्सी पेट को चूमता और चाटता रहा और उसकी सेक्सी नाभि में जीभ डालता रहा।
फिर वो सुधा की चूत पर पहुच गया। सुधा की चूत बड़ी ही सुंदर और साफ़ दिख रही थी। आज चुदवाने के लिए उसने सुबह की अपनी चूत को क्लीन शेव कर लिया था। मनीष ने जब मेरी औरत सुधा की चूत के दर्शन किये तो वो मस्त हो गया। उसपर एक नशा सा चढ़ गया था।
“सुधा भाभी……आपनी चूत तो बहुत गुलाबी और खूबसूरत है। मेरी बीबी की चूत भी आपके जितनी सुंदर नही है!!” मनीष बोला.
“मनीष भैया….आप आज मेरी चूत को जीभरकर पी लो और मजे मार लो!!” सुधा बोली.
मनीष तो ये बात सुनकर बहुत खुश हो गया और मुंह लगाकर मेरी मस्त बीबी का भोसडा पीने लगा। सुधा तड़पने लगी। मनीष ने सुधा की चूत की फांकों को खोल दिया। उसने अपने ओंठ चूत पर रख दिए और लपर लपर करके पीने लगा।
क्या मस्त लाल लाल गुझिया जैसी चूत थी सुधा की। मनीष सुधा के चूत के दाने को अपने अंगूठे से घिसने लगा। इससे सुधा को बड़ी जोर की चुदास चढ़ने लगी। उसके पुरे बदन में मीठी मीठी तरंगे दौड़ने लगी। वो जोर जोर से सुधा के चूत के दाने को घिसने लगा।
“आह आह राजा……आआआआअह्हह्हह… अई…अई…….मेरी चूत को आज अच्छे से पी लो…. लो लो मनीष!!” सुधा बोली। उसकी बात सुनकर मेरा ठरकी दोस्त मनीष और जादा आनंदित हो गया था। मनीष ने सुधा की जांघो को और कायदे से खोल दिया और उसका भोसड़ा दिल लगाकर पीने लगा। फटी हुई चूत की फांको को देखकर उसे एक ख़ुशी हो रही थी।
वो मेरी बीबी की चूत के होठो को मजे लेकर पी रहा था और किसी कुत्ते की तरह चाट रहा था। सुधा को बड़ा अच्छा लग रहा था, वो सिसकारी ले रही थी। मनीष की खुदरी जीभ सुधा की मुलायम और संवेदनशील बुर को तड़पा रही थी और उसमे धमाल मचा रही थी।
मेरे ऐसी काम क्रीडाये करने से मेरी बीबी को अजीब सा जुनून और नशा चढ़ रहा था। मेरा बेवफा दोस्त मेरी बेवफा बीबी के साथ जबरदस्त मुख मैथुन का आनंद उठा रहा था। वो सुधा की रसीली योनी को आज खा जाने वाला था। मनीष की नुकीली जीभ उसकी चूत में अंदर तक घुस रही थी। ऐसा करने से मेरी बीबी सुधा कापने लगी और उसने मनीष को दोनों से कसकर पकड़ लिया।
“….आआआआअह्हह्हह… अई…अई…….ईईईईईईई मर गयी….मर गयी…. मर गयी……मैं तो आजजजजज!!” सुधा किसी रंडी की तरह चिल्लाई और सेक्स और वासना के नशे में अपनी आँखे बंद करके ही बोली। मनीष की नजर सुधा के नंगे जिस्म पर पड़ी। १ जोड़ी सुंदर पाँव और उनकी गोल मटोल फूली फूली १० उँगलियाँ, मनीष का तो माथा ही घूम गया।
मनीष ने सब कुछ छोड़ के उसके खूबसूरत पावों को चूम लिया। सुधा की टाँगे बड़ी की चिकनी, चमकदार और गोरी थी। मनीष ने उसकी दोनों टांगों को बारी बारी कई बार चूमा। सुधा उसे रोकने लगी, पर मनीष चूत का भूखा कहाँ रुकने वाला था। वो मेरी दोनों बिस्तर पर गुत्थम गुत्था होने लगे।
मनीष अब मेरी खूबसूरत बीबी की चूत कई बार पी चुका था। अब उसने अपनी २ बीच वाली लम्बी उँगलियाँ सुधा के भोसड़े में डाल थी और चूत में ऊँगली करने लगा। मेरी चुदक्कड़ बीबी सुधा मचल गयी और“….उ उ उ उ ऊऊऊ ….ऊँ..ऊँ…ऊँ अहह्ह्ह्हह सी सी सी सी.. हा हा हा.. ओ हो हो….मम्मी…मम्मी!!” बोलकर चिल्लाने लगी।
मनीष को सुधा की गर्म गर्म आवाजे बहुत अच्छी लग रही थी। सुधा ने अपने दोनों हाथो से बेड की चादर को पकड़कर भींच लिया था और कसकर मरोड़ रही थी। मनीष पर पूरी तरह से कामदेव सवार हो चुके थे। आज मेरी गैर हाजिरी में वो मेरी बीबी के भोसड़े को फाड़कर रख देना चाहता था।
मनीष के बीच की २ लम्बी और मोटी उँगलियाँ सुधा के रसीले गुलाबी भोसड़े में फंसी हुई थी और जल्दी जल्दी चूत को चोद रही थी। सुधा तो जैसे पागल हुई जा रही थी। उसका चेहरा बता रहा था की उसे खूब मजा मिल रहा है। जैसे वो आम का खट्टा आचार खा रही हो।“……उई..उई..उई…. माँ….माँ….ओह्ह्ह्ह माँ…. .अहह्ह्ह्हह..” सुधा चीख रही थी।
मनीष तेज तेज उसकी रसीली चूत में ऊँगली अंदर और बाहर करता रहा और किनारे से जीभ लगाकर चूत पीने लगा। मेरी छिनाल बीबी अपनी गांड और चुतड उठाने लगी। ये देखकर मनीष को मजा आ गया। “ले रंडी…..आज मेरी ऊँगली से ही पहले चुदवा ले। बाद में मेरा लंड खा लेना!!” मनीष बोला और उसने यौन तेज्जना में सुधा के गाल पर २ ४ चांटे कस कसे मार दिए।
सुधा को आज मार खा खाकर चुदने में खूब मजा आ रहा था। मनीष तेज तेज ऊँगली सुधा की चूत में करने लगा और किनारे जीभ लगाकर चूत से निकलता माल चाटने लगा। कम से कम १ घंटे तक तो यही खेल चला। मनीष ने अपने लंड से चोदने से पहली मेरी बीबी को अपनी २ लम्बी उँगलियों से ही चोद लिया।
चुदते वक़्त सुधा के दूध बिलकुल तन गये और नारियल जैसे नुकीले नुकीले हो गये। मनीष उसे घप घप पेलने लगा। सुधा की एक एक पसली उसे साफ साफ दिख रही थी। मनीष उसको दोनों पलती पलती सफ़ेद चिकनी जांघ को पकड़ कर उसे चोद रहा था। सुधा की पसलियाँ और कमर उपर नीचे जा रही थी।
उसकी कमर की एक एक हड्डी मनीष को साफ़ साफ दिख रही थी। सुधा को डर लगा रहा था की कही उसका १२ इंच का लंड उसके पेट के अंदर ना घुस जाए। जैसे जैसे मनीष उसे चोद रहा था, उसकी पलती सधी हुई कमर नाचने लगी। मनीष उसे घप घप पेलता चला गया। फिर उसने अपने सर को नीचे किया और सीधा सुधा की बुर में थूक दिया।
इससे उसकी चूत और चिकनी हो गयी और मनीष का लौड़ा सट सट मेरी बीबी सुधा की बुर में फिसलने लगा। मनीष जोर जोर से चूत में तेज धक्के मार रहा था। सुधा के ४० साइज़ के चुतड उसके धक्के से थर थरा रहे थे। मनीष ने मेरी बीबी को लेट कर जी भरकर चोदा और मजा मारा।
उसका लंड सुधा की चूत में ऐसा लगा था जैसे बिजली वाले सॉकेट में कोई प्लग लगा होता है। मनीष शानदार तरह से सुधा की ठुकाई कर पा रहा था। दोस्तों सुधा को बिस्तर से बाहर नीचे की तरफ झुलाते हुए मनीष ने काफी देर उसे चोदा। खूब मजा आया चुदाई में। कई बार उसका लौड़ा सुधा की चूत से किसी मछली की तरह फिसल पर बाहर निकल जाता था।
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तो हाथ से मनीष लौड़े को अंदर डाल देता था। सुधा के नर्म व लचीले बदन की एक एक हरकत, उसकी एक एक हड्डी और पसली मनीष देख सकता था। बड़ी मस्त माल थी वो। चुदास की आग में झुलसते झुलसते सुधा का पूरा बदन कांपने लगा। उसने एक तकिया उठाकर नीचे फेक दी। मनीष उसे फिर बिस्तर पर उपर खीच लिया और सिरहाने ले गया। सुधा के सर के नीचे मनीष ने २ मोती तकिया रख दिये। उसके हाथ पैर खोल कर मनीष उसे पेलने लगा।
मनीष की कमर नाच नाचकर मेरी बीबी सुधा की चूत को मजे से और कायदे से चोद रही थी। उसकी फुद्दी बड़ी शानदार थी। मनीष उसको इतना जादा पेलना चाहता था की वो सारी जिन्दगी इस ठुकाई को ना भूल पाए। उसके बाद मनीष मेरी बीबी सुधा की चूत में झड़ गया। मैं ३ दिन तक घर में नही था और हर दोपहर मनीष मेरे घर में आकर मेरी जवान और चुदक्कड़ बीबी सुधा की चूत मारता था। आज भी दोनों छुप छुप कर मिलते है और मजे लेते है।