Family Bathroom Fuck Story
मैं आपको एक सच्ची कहानी बताने जा रहा हूँ। मैं गाँव में गया। मेरे घर के पास ही मेरे चाचा का घर है। कोई सगे चाचा नहीं हैं, मतलब मेरे परदादा के दादा और मेरे चाचा के परदादा के पापा, ये दोनों भाई थे। ऐसा रिलेटिव से वो मेरे चाचा थे। तो बाजू में थे तो सगे से कम नहीं थे। जिनकी अभी 3 साल पहले शादी हुई है। उनके पत्नी का नाम मीनाक्षी है। Family Bathroom Fuck Story
जिससे हम प्यार से शॉर्ट मीना चाची कहते हैं। चाचा शहर में एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। मैं एक दिन बाहर जा रहा था तो चाची ने मुझे आवाज दी और मैं चाची के घर गया। चाची ने कहा तुम मेरा एक काम करोगे। मैंने हाँ कहा। चाची बोली कि तुम मुझे बाहर से थोड़ा सा सामान ला के दे दो, जरा अर्जेंट चाहिए। और चाची ने मेरे हाथों में कुछ पैसे और एक लिस्ट थमा दी।
मैं किराना दुकान में जा पहुँचा और दुकानदार के हाथ में वो लिस्ट दे दी। 5 मिनट के बाद दुकानदार ने सामान पैक करके कहा भाईसाब 5 नंबर का आइटम हमारे पास नहीं मिलेगा। मैंने देखा कि उसका नाम निक्कर था। मैं थोड़ा शर्मा गया और बिल देकर रिटर्न गया और चाची के घर पहुँचकर चाची को कहा चाची आपकी आइटम नंबर 5 को छोड़के सब सामान लाया हूँ।
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चाची तब नहा रही थी। चाची ने कहा ठीक है और मुझे सॉरी बोलने के लिए वो बाथरूम से बाहर आई। मैंने उस टाइम चाची को देखा तो मेरी धड़कन रुक सी गई। चाची सिर्फ निक्कर और ब्रा में थी। उसका बदन तो खुद भगवान ने बनाया होगा। टेनिस बॉल जैसे उसके बॉल, कमर पतली, उसके बाद उसकी थाइज जैसे बनाना की ट्री, गांड जैसे कि कद्दू का पिछला हिस्सा!
मैं उस दिन चला गया लेकिन मुझे रात को नींद नहीं आई। बार-बार चाची का बदन सामने आता था। चाची की उम्र 24 साल की थी। चाची चेस्ट बहुत तगड़ी, उनके दो 1/2 किग्रा दो आम मेरे नजरों से नहीं हट रही थी। उनकी थाइज मेरे होश उड़ा रही थी। मैं उस रात चाची की याद में ही सो गया और सुबह देखा तो मेरी अंडरवियर गीली थी। मैं समझ गया।
दूसरे ही दिन मैं चाची के घर गया। मुझे लाइट का टेस्टर चाहिए था। मैं घर जाने के बाद चाची को पूछा कि मुझे टेस्टर चाहिए तो चाची बोली जरा दो मिनट देना मुझे ढूँढना पड़ेगा। मैं उस टाइम टी.वी. की सीरियल देखते बिस्तर पे बैठा था। चाची ने आकर कहा ये लो टेस्टर (लाइट चेक करने का) और चाची ने टेस्टर मेरे हाथ में दिया।
तब चाची के छूने से मेरे बदन से एक करंट सा दौड़ गया। मैंने चाची की आँखों में एक तड़प देखी। तब मैं समझ गया कि चाची अतृप्त (प्यासी) हैं। मैं उस दिन से बार-बार चाची के घर जाने लगा और चाची से सेक्सी बातें करने लगा। एक दिन चाचा काम पे गए थे और मैं उस टाइम उनके घर गया।
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तब चाची नहा रही थी। मैंने चाची को आवाज दी और चाची ने मेरी आवाज सुनकर बाथरूम का दरवाजा खुला किया। मैंने चाची को आवाज दी मगर चाची ने कोई आवाज नहीं आई। मैं चाची को ढूँढते-ढूँढते बाथरूम तक पहुँचा। तब मैंने देखा कि चाची साड़ी पहन के ही नहा रही हैं।
मैं वहाँ से घूमने लगा तो चाची बोली जय मेरी पीठ जरा घीस दोगे। मैं चौंक गया और बोला मैं तो। चाची बोली हाँ तुम। मैं कहा कोई देखेगा तो चाची बोली नहीं कोई नहीं देखेगा। और मैं अंदर गया। चाची ने बाथरूम का दरवाजा अंदर से बंद किया और मेरे हाथ में साबुन थमा दिया और साड़ी उतारने लगी। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
मेरे होंठ सूख गए। चाची ने फिर ब्लाउज और उसके बाद ब्रा निकाला। मुझे उनके आम देखकर चक्कर सी आने लगी। मैंने पीठ पे साबुन लगाया। तब चाची की पीठ का स्पर्श मुझे गरम कर रहा था और एक अनोखी मजा दे रहा था। तब मैंने देखा कि मेरा प्यारा सा लंड हलचल करके टाइट हो गया है।
मैंने चाची के बूब्स को जानबूझकर हाथ लगाना शुरू किया। चाची बोली मैंने तुम्हें पीछे साबुन लगाने को कहा था, आगे क्या कर रहे हो। मैंने चाची की बातों की तरफ ध्यान नहीं दिया। मैंने कहा आपके आम देखने में कितने अच्छे हैं और मैंने चाची के आम दबाने शुरू किया।
तब चाची मुझसे छिपकली की तरह चिपक गई। मैंने चाची के आम जोर लगाके दबाने लगा। चाची सिसकारियाँ भरने लगी… फिर चाची बाहर गाउन पहनकर जाने लगी। मैंने देखा कि चाची गरम हो गई है तो मैंने बाथरूम का दरवाजा खोलकर चाची को बाहों में उठा लिया, बिस्तर पे ले गया। तब चाची सिर्फ गाउन में थी।
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मैंने चाची को कहा चाची तुम म्म्म। तब चाची ने कहा तुम मुझे चाची नहीं अब मीना कहो और वो मुझे फिर से चिपक गई। मैंने मीना के बॉल दबाते हुए उन्हें चाटने लगा और मीना सिसकारियां भरने लगी। तब मैंने मीना के चिक्स पे किस करने लगा और उसे चाटने लगा।
मैं धीरे-धीरे उसके बदन को चाटते हुए कमर तक गया। मैं उसका गाउन की डोरी खोल दी। अब वो मेरे सामने निक्कर में थी। मैंने धीरे-धीरे उसके थाइज चाटता रहा और 3 मिनट के बाद उसकी निक्कर खोली। तब वो अपने पैरों से अपनी चूत को छिपाने लगी। मैंने कहा मीना मुझे उसका स्वाद लेने दो।
तब उसने पाँव फैला दिए और उसकी वो सुंदर और थोड़े से बाल आए हुई चूत को मैं चाटने लगा। तब उसने मेरे कपड़े उतार दिए और मेरी अंडरवियर के ऊपर से हाथ फेरने लगी। तभी मैंने अंडरवियर निकालकर मेरे 6.5” लंबे और 2” चौड़े लंड का उसे दर्शन करवा दिया। वो लंड को हाथ में लेकर उसको आँख फाड़-फाड़ के देख रही थी।
तभी मैंने अपना लंड उसकी मुँह में घुसेड़ दिया। तब ऐसा मजा आ रहा था कि स्वर्ग सुख मिल रहा था। तभी मैंने 69 की पोजीशन ली और चूत चखाने लगा। फिर थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि उसकी चूत से कामरस बाहर आने लगा है तो मैंने अपनी 11 और 66 की पोजीशन ली।
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अब मैं अपना लंड उसकी चूत के ऊपर रखके उसे रगड़ने लगा। मीना कहने लगी डालो अंदर डालो, फाड़ दो मेरी चूत को। तब मैंने उसकी सर के नीचे से तकिया निकालकर उसकी गांड के नीचे डालकर अपनी मिसाइल की पोजीशन लेकर अपने दोनों हाथों से उसकी गांड पकड़कर अपने होंठ उसके होठ पे रखकर जोर का झटका दिया।
तब मीना मछली की तरह तड़पने लगी। तभी मेरा आधा लंड अंदर गया था। मैंने दूसरा जोर का झटका दिया तो उसने मुझे दूर फेंकने की कोशिश की मगर मैंने उसे बहुत पक्का पकड़ा था। मगर मेरा मुँह उसकी मुँह से हट गया। तभी उसके मुँह से चीख बाहर पड़ी प्प्प्ल्ज्ज्ज्ज। उसे बाहर निकालो। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
मैंने देखा कि अपनी गोटियाँ उसके चूत के ऊपर खेल रही हैं। मैं थोड़ी देर के लिए वैसा ही पड़ा रहा और उसके बूब्स दबाने लगा। उसके बूब्स कड़क हो गए थे। तब मैंने उन्हें पकड़कर अपना लंड बाहर निकाला और फिर से झटका दिया। तब मीना चीखी द्ध्ह्हीरे धीरे दा…लो ना प्लीज दर्द होता है।
तब मैं धीरे-धीरे अपना लंड बाहर निकालके उसे ठोंकने लगा। थोड़ी देर के बाद मीना अपनी गांड उठाके मुझे साथ देने लगी और बोलने लगी आआआह्ह्ह्ह तुम्म्म ब्ब्बाह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्होत आआआआच्िीीी तररहस्से च्चोदते हो और अंदर द्द्द्दााालो। तभी मैंने जोर से झटके मारने लगा।
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मैंने उसका कमर पकड़ के शॉट मारने लगा। करीब 10 मिनट तक मैं उसे चोदता रहा। उसके बाद मेरा स्पीड बढ़ाने लगा। मीना तभी बोल रही थी बस और मैं ठोंक रहा था। उसने हाथों में हाथ देकर साथ देने लगी और बोलने लगी चोदो आआआआउर ज्ज्ज्ज्जोर स्से। मैं अपने अंतिम समय आने की सूचना उसे दी और कहा कहाँ लेना पसंद करोगी। उसने कहा चूत में ही भर दो। मैंने अपना पूरा माल चूत में छोड़ दिया और एक दूसरे से चिपक गए। उसके बाद उसने कहा कि तुम्हारे चाचा का हथियार तुमसे छोटा हो गया।
वो मुझे सुख नहीं दे पाते हैं क्योंकि वो मोटे हैं, उनका पेट करीब 40 इंच का होगा और लंड नीचे छोटा सा है तो वो मुझे पूरा सुख नहीं दे पाते हैं। थैंक्स बोलके वो उठने लगी तो मैंने उसके बाल खींच के फिर से सुला दिया और मेरा लोड़ा फिर तनना हुआ था। सो मैंने उसकी फिर से 5 मिनट तक चुदाई की और उसके बाद मैंने अपना सारा माल उसके मुँह में ही डाल दिया। मीना बोली क्या रस है। तेरे चाचा का तो निकलता भी नहीं है। अब मैं अपने शहर आ गया हूँ सो चांस नहीं मिलता है।
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