Bistar Par Romance
मेरी एक नयी नवेली और खूबसूरत भाभी ने मुझे जन्नत का दर्शन कराया। मेरी भाभी जितनी देखने मे खूबसूरत है उतनी ही दिल से भी खूबसूरत हैं। ये मेरे जिंदगी की सबसे जबरदस्त सेक्स का अनुभव है आंड आज भी जब उस हसीन पल की याद आती है तो मेरा लंड खुद ब खुद खड़ा हो जाता है। Bistar Par Romance
मेरा एक फुफेरा भाई भूषण आर्मी मे जॉब करता था। उस की शादी कुच्छ दिन पहले हुई थी। मैं एक एग्ज़ॅम होने की वजह से उसकी शादी मे नही जा पाया था। भूषण शादी के बाद वापस जॉब पर चला गया था। वो हमेशा फोन करता रहता था की अब तो जाके अपने भाभी से मिल ले।
एक दिन मैने घर मे चर्चा सुनी की भूषण की वाइफ नैना बहुत सुंदर है। मैने सोचा की एक बार तब भूषण की वाइफ से मिल ही लेते हैं। भूषण के गाँव लखनऊ से लगभग 15 km की दूरी पर है। मैने अपना मोटर साइकिल उठाया और निकल पड़ा।
लगभग शाम के 3 बजे मैं भूषण के गाँव पहुँच गया। भूषण का घर बहुत बड़ा था जिसमे सिर्फ़ मेरी बुआ फूफा जी एक छोटी बहन और नैना भाभी थे। बुआ हमको देख कर बहुत खुश हुई और फिर नैना भाभी के कमरे मे ले गयी। मैने जैसे ही नैना भाभी को देखा तो अवाक रह गया।
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वो स्वर्ग की अप्सरा जैसी खूबसूरत थी। लंबाई लगभग 5′ 5″ रंग मिल्की वाइट। घने लंबे लंबे बाल। नैना भाभी पर्पल (नारंगी) कलर का सूट पहनी थी। उनका चूची बहुत ही अट्रॅक्टिव था। ब्रा का साइज़ लगभग 34 सपाट सुंदर पेट और लाजवाब कमर। नैना भाभी पूरा उपर से लेके नीचे तक कयामत थी।
मैं तो बहुत आवक रह गया और मन ही मन सोचने लगा वाह भूषण ने क्या भाग्य पाया है। फिर भाभी ने स्माइल दे कर स्वागत किया। ऐसा लगा जैसे लाखो फूल एक साथ खिल गये हो। फिर हमारे बीच कुच्छ फॉर्मल बात हुई। फिर भाभी ने कहा आप यहीं बैठो मैं चाय बनाकर लाती हूँ।
भाभी लगभग 10 मिनिट के बाद चाय बनाकर लाई। फिर बुआ बोली चलो तुमलोग देवर भाभी आपस मे बाते करो मैं थोड़ा बाहर देखती हूँ। फिर भाभी मेरे सामने ही पलंग पर बैठ गयी। अब मैने भाभी को ध्यान से देखा। दोस्तों क्या बताऊ अपने ज़िंदगी मे मैने इतनी अच्छी माल कभी नही देखी थी मेरे तो लंड खनक गया पूरा। “Bistar Par Romance”
ऐसा लग रहा था जैसे कटरीना सामने आकर बैठ गयी हो। भाभी मेरी नज़रो को भाँप गयी और तोड़ा झेंप गयी। फिर मुझसे रहा नही गया। मैने कहा भाभी आप बहुत सुंदर हो। आप स्वर्ग की अप्सरा जैसी हो। तो भाभी ने कहा थैंक यू देवर जी, वैसे आप भी कम नही हो।
मैने आपके बारे मे सुन रखा था लेकिन आज देख रही हूँ। आप अपने खानदान मे सबसे ज़्यादा स्मार्ट हैं। अब मैं अपने बारे मे बता दूं- मेरी आयु उस समय लगभग 19 साल थी। मेरा हाइट 5’11” कलर वाइट आंड शरीर भी पूरा स्लिम ट्रिम था। फिर हमलोग इधर उधर की बाते करने लगे।
1-2 घंटे मे हमारी अच्छी दोस्ती हो चुकी थी। फिर भूषण का भी फोन आया उसने अपनी वाइफ से कहा मेरा सबसे प्यारा भाई है उसको स्पेशल केयर देना। तो भाभी ने कहा आप टेन्षन ना लॉजी, मैं आपके भाई को पूरी खुशी दूँगी। फिर रात के 9 बज गये। “Bistar Par Romance”
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बुआ और फूफा जी खाना खाने के बाद सोने चले गये। बुआ जाते जाते भाभी को बोली- इसको तेल लगा देना, आने मे थक गया होगा मेरा भतीजा। तो भाभी ने हा मे सिर हिला दिया। मैने भी खाना खा लिया था। अब बहन और भाभी खाना खा रही थी।
मैं वहीं पर बैठ कर भाभी को निहार रहा था और मना रहा था काश भाभी को चोदने का मौका मिल जाता। फिर बहन बोली भैया आपका बेड भाभी के बगल बाले कमरे मे बिच्छा दिए हैं। मैने कहा ठीक है और मैं उस रूम मे जाकर सो गया। थके होने के कारण मुझे नींद भी आ गयी।
फिर लगभग 11:30 बजे रात मे मेरे कमरे मे किसी के आने की आहट हुई। मैं चौकना हो गया। फिर किसी ने टोर्च जलाया। मैं रज़ाई मे अपना निक्कर और गंजी पहन कर सोया था। अंदर मे मैने अंडरवेर नही पहना था आंड इसके कारण मेरा 8।5 इंच लंबा लंड जो की भाभी के नाम पर मूठ मरने के बाद ऐसे ही रह गया था। फिर लाइट जला।
मैं अचंभित रह गया। भाभी एक रेड कलर का साल ओढ़े हुए मेरे कमरे मे आई थी। उसने देख लिया की मैं जगा हूँ। उसने कहा देवर जी तेल लगाने आई हूँ। मांजी ने कहा था नही लगाने पर कल डाटेंगी। मैने कहा अब जाके सो जाइए मैं बुआ को बोल दूँगा आपने तेल लगाया था। “Bistar Par Romance”
फिर वो पलंग पर बैठ गयीं और उन्होने रज़ाई हटाया तो मेरा निक्कर के अंदर का शेर उनको दिख गया। वो धीरे धीरे मेरे पैर के निचले पोर्षन मे तेल लगाने लगी। वो बीच बीच मे मेरे लंड को भी देख लेती थी। फिर 10 मिनिट तक तेल लगाने के बाद भाभी उठी और रूम का दरवाजा बंद कर दी।
फिर वो वापस आ कर बोली बहुत ठंडी हवा आ रही थी। मैं तो बस भाभी के फेस को ही देख रहा था। मेरे मन मे लगा आज शायद एक अप्सरा जैसी लड़की को चोदने का सपना पूरा होगा। भाभी फिर घुटने के उपर तेल लगाने लगी। उसी मे वो आगे बढ़ी तो उनके हाथ मे लंड टकरा गया।
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उसने मेरे लंड को पकड़ कर कहा इसमे भी तेल लगा दूं क्या? अब तो मुझसे रहा नही गया मैने कहा तेल लगाने से क्या होगा जानेमन? तो भाभी बोली मज़ा आएगा। आपके भैया तो रोज लगवाते थे। मैने कहा भैया उसके बाद भी तो कुच्छ करते होंगे। तो वो शर्मा गयी। मैने भाभी का हाथ पकड़ कर अपने पेंट के अंदर डाल दिया। “Bistar Par Romance”
फिर वो बोली रुकिये मालिश कर देते हैं। फिर उसने एक झटके मे मेरा पेंट खिच दिया। अब मैं नीचे बिल्कुल नंगा था। मेरा लंड तंबू की तरह खड़ा था। भाभी उसमे सरसो का तेल लगाने लगी। मुझसे बर्दस्त नही हो रहा था, मैने भाभी को बेड पर पटक दिया और उसके उपर चढ़ गया।
भाभी ने मुझे कस कर पकड़ लिया और बोली देवर जी मेरी प्यास बुझा दो। मैने भाभी का निघट्य पैर तरफ से पकड़ कर उपर तक उठा दिया। वो नीचे पूरी नंगी थी। मैने भाभी के गुलाबी बर के पास हाथ फेरा तो वहाँ सूखा लग रहा था।
बस मैने झट से अपना जीभ भाभी के बुर मे डाल कर लिक्केरिंग करने लगा। भाभी ने अपने दोनो जाँघो के बीच मेरा सर दबा लिया और बेड पर कूदने लगी। फिर भाभी ने मेरा बाल पकड़ लिया और बोली अब बर्दस्त नही होता, फाड़ डालो मेरा बूर अब तक भाभी का बूर पूरा गीला हो चुका था।
तभी भाभी उल्टा सो गयी और बोली देवर जी मेरे बूर मे पिछे से लंड डालो, हमको बहुत मज़ा आता है। फिर मैं भाभी को घोड़ा बनके उसके बूर मे पिच्चे से लंड डाला। उपर मैने भाभी के चुचियों को कस कर पकड़ रखा था और भाभी अपना बर खुद आगे पीछे कर रही थी। “Bistar Par Romance”
ऐसा करने मे बहुत मज़ा आ रहा था, एक तो भाभी की सुंदर चुचिया पूरी पूरी हाथ मे थी उपर से लंड भी अच्छा ख़ासा अंदर जा रहा था। ऐसे चुदाई करते करते हमलोग लगभग 35 मिनिट मे झाड गये। मेरा 8.5 इंच लंबा उत्तेजित लंड अब छ्होटा हो गया था।
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लेकिन भाभी अभी संतुष्ट नही थी। उसने अब हुमको बेड पर पटक दिया और मेरे लंड को मुँह मे लेकर चूसने लगी। चूसने से लंड 3-4 मिनिट मे ही फिर से 8।5 इंच का हो गया। फिर भाभी बोली अब मुझे सामने से चोदो जान। फिर मैने सामने से लंड डाला, भाभी बेड पे जंप कर रही थी और मेरा पूरा लंड गदप कर रही थी। इस बार हुमलोग लगभग 70 मिनिट के बाद झड़े । हमलोग पूरी तरह से पस्त हो गये थे मैं भाभी के उपर बर मे ही लंड डाले हुए ही सो गया था। लगभग एक घंटे के बाद भाभी की नींद टूटी तो उसने अपने उपर से हमको हटाया।
घड़ी मे सुबह के 5 बज रहे थे। वो जल्दी से अपना कपड़ा पहन कर धीरे से दरवाजा खोल कर जल्दी से अपने कमरे मे चली गयी। मैं लगभग 5 दिन तक बुआ के यहाँ रहा और हुमलोग बस चुदाई के मौके की तलाश मे रहते थे। बाद मे बुआ ने भाभी को उसके घर छोड़ने के लिए भी बोला तो मैने लखनऊ मे अपने घर मे भी भाभी को छोड़ा। बाद मे भाभी ने मेरी एक बेटी को भी पैदा किया। अभी भाभी भूषण के साथ ही रहने लगी है लेकिन साल मे 2 बार छुटियों मे वो मेरे पास ज़रूर आती है अपनी प्यास मिटाने के लिए।