Kunwari Gand Fuck
नमस्कार दोस्तों, मैं मुकेश आप सब का फिर से स्वागत करता हूँ. आप लोगो ने मेरी कहानी का पहला भाग साहब की प्यासी बीवी और बेटी की वासना 1 पढ़ा होगा, जिसमे मैंने आपको बताया था की कैसे मेरी कामुक मेम साहब मुझसे होटल में चुदी. अब मुझसे साहब की दोनों बेटियों को चोदना था. वो मैंने कैसे किया सुनिए- Kunwari Gand Fuck
मेम साहब की बड़ी लड़की का नाम दामिनी था और उसकी उमर लगभग 18 साल की थी. अब मेरी निगाहें उस पर थी. वो भी अपनी मा से ज़्यादा सेक्सी थी. उसकी कमर इतनी पतली थी की मुझे लगता था अगर पूरा लंड उसकी चूत में डाल दिया जाए तो वो उसकी गांड के रास्ते बाहर निकाल आएगा. मैं उसे भी चोदने का कोई मौका खोज रहा था.
एक दिन मेम साहब को साहब के पास जाना था. वो दामिनी की छोटी बहन दिशा को साथ लेकर साहब के पास चली गयी. जाते समय वो मुझसे बोली, “मुकेश, घर का ख़याल रखना और मेरे वापस आने तक रात को यहीं सोना.” मैने कहा, “ठीक है, मेम साहब.” रात को खाने के बाद मैं बाहर सोने जाने लगा.
तो दामिनी ने कहा, “मुकेश, तुम यहीं सो जाओ. मुझे अकेले में डर लगता है.” मुझे तो मन माँगी मुराद मिल रही थी भला मैं क्यों इनकार करने लगा. मैने कहा, “ठीक है, बेबी.” रात के 12 बजे दामिनी ने आकर मुझे जगाया. मैं उठा तो वो बोली, “मुकेश, उस दिन तुम तो मेरी मम्मी के साथ गये थे और होटेल में रुके थे.
उस दिन आँधी भी आई थी और बिजली भी ज़ोर ज़ोर से कड़क रही थी. मम्मी को आँधी और बिजली कडकने की आवाज़ से बहुत डर लगता है और वो अकेले नहीं सो सकती. मुझे एक दम सच सच बताना की उस दिन तुम मम्मी के साथ उनके बेड पर सोए थे या नहीं.”
मैं चौक गया और बोला, “तुम्हारी मम्मी बहुत ज़िद करने लगी तो मैं उनके रूम में सोफे पर सो गया था.” दामिनी बोली, “तुम अभी भी झूठ बोल रहे हो. मम्मी बिजली कडकने पर बिना किसी से चिपके नहीं सो सकती. मम्मी ज़रूर तुम्हारे साथ चिपक कर सोई होगी. तुम सच सच बताओ.”
मैने कहा. “हां, सोया था,” दामिनी फिर बोली, “उस रात और क्या हुआ था.” मैने कहा, “कुछ भी तो नहीं.” दामिनी फिर बोली, “उस रात मेरी मम्मी ने ज़रूर तुमसे चुदवाया होगा. तुमको आज मुझे भी चोदना पड़ेगा. नहीं तो मैं पापा से बोल दूँगी की तुम मुझसे रात में गंदी गंदी बातें कर रहे थे और मुझे छेड़ रहे थे.”
मैं सकपका गया और चुप हो गया. वो बोली, “तुमने सुना नहीं, आज तुमको मुझे चोदना पड़ेगा.” मैने कहा, “तुम्हारी मम्मी शादी शुदा है और वो चुदवाने की आदि है. मेरा लंड बहुत लंबा और मोटा है. तुम अभी बच्ची हो और कुँवारी हो. तुम्हारी चूत एक दम छोटी है. तुम मेरे लंड को अपनी चूत के अंदर नहीं ले पावगी. तुम्हारी चूत फॅट जाएगी.”
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दामिनी बोली, “तुम अभी मुझे बच्ची समझ रहे हो. मैने तुमसे ऐसे ही थोड़े ना चुदवाने के लिए कहा है. मैं अपने काई बॉय फ्रेंड से चुदवाया है. मैं 7″ लंबा लंड भी अपने चूत के अंदर ले चुकी हूँ.” मैने कहा, “ठीक है, तुमने अपने काई बॉय फ्रेंड से चुदवाया होगा और 7″ लंबा लंड भी अंदर ले चुकी हो लेकिन तुमने मेरे लंड को देखा नहीं है. अगर देख लोगी तो अपना इरादा बदल दोगी.”
दामिनी और ज़्यादा जोश में आ गयी और बोली, “तुम अपना पॅंट खोलो, मैं अभी तुम्हारा लंड देखना चाहती हूँ जिस पर तुमको इतना नाज़ है.” मैं तो दामिनी को चोदना चाहता ही था इसलिए मैने तुरंत अपना पॅंट और नेकर दोनो उतार दिया.
दामिनी मेरे लंड को देख कर बोली, “वा क्या तगड़ा लंड पाया है तुमने, मैं तो इसको ज़रूर अपनी चूत के अंदर लूँगी. मुझे तुम्हारे लंड से चुदवाने में बहुत मज़ा आएगा. तुम अब मेरे भी कपड़े उतार दो.” मैने दामिनी के कपड़े उतरने शुरू कर दिए. मैने पहले उसका ब्लाउस उतरा और फिर ब्रा को खोल दिया.
ब्रा के खुलते ही उसकी चुचियाँ बाहर आई तो मैं देखता ही रह गया. उसकी चुचियाँ एक दम गोरी और छोटी छोटी थी. उसके निपल भूरे थे और बहुत छ्होटे थे. मैने उसके निपल को अपनी उंगलियों से मसलना शुरू कर दिया तो वो सिसकारियाँ भरने लगी. दामिनी ने मेरे लंड को सहलाना शुरू कर दिया.
मैने अपने होठ उसके होठों पर रख दिए. थोड़ी देर बाद मैने दामिनी की स्कर्ट भी उतार दी. उसकी चिकनी जांघे देख कर मुझे और जोश आ गया. मैं उसकी जांघों को सहलाने लगा. कुच्छ देर बाद मैने उसकी पेंटी भी उतार दी. जैसे ही मैने उसकी पनटी उतरी तो मैं आँखें फाडे हुए उसकी चूत को देखता रह गया.
उसकी चिकनी और गोरी चूत देखकर मेरा लंड और तन गया. उसकी चूत को देख कर नहीं लग रहा था की वो चुदवा चुकी है. उसकी चूत पर अभी ठीक से बाल भी नहीं उगे थे. मैने उसकी चूत को सहलाना शुरू किया तो वो और जोश में आने लगी.
और कुछ देर बाद बोली, “ओह मुकेश, तुम कितने अच्च्चे हो. मुझे अब बर्दस्त नहीं होता. जल्दी चोदो मुझे. मैं तुम्हारा पूरा लंड अपनी चूत की गहराई तक लेना चाहती हूँ. डालो इसे मेरी चूत में और फाड़ दो मेरी चूत को.” वो इतनी जोश में आ गयी थी की तुरंत ही ज़मीन पर डॉगी स्टाइल में हो गयी.
और बोली, “मुकेश, अब जल्दी से मेरी चुदाई करो. एक झटके से ही डाल दो अपना पूरा लंड मेरी चूत में. मेरे चिल्लाने की तुम कोई परवाह मत करना. मुझे तकलीफ़ देने वाली चुदाई बहुत पसंद है. यहाँ मेरे और तुम्हारे अलावा कोई नहीं है.” मैं उसके पीच्चे आ गया और बिना देर किए अपने लंड का सूपड़ा उसकी चूत के बीच फसा दिया.
वो बोली, “देखते क्या हो, एक ही धक्के में घुसा दो अपना पूरा लंड मेरी चूत के अंदर.” मैने अपने लंड को उसकी चूत में घुसना शुरू किया. मेरा लंड अभी तक उसकी चूत में केवल 2″ ही घुसा था की वो चिल्लाने लगी. मैने कहा, “तुमने तो 7″ लंबा लंड अंदर लिया है. तुमने काई लड़कों से चुदवाया भी है तो फिर इतना चिल्ला क्यों रही हो. मेरा लंड तो अभी तुम्हारी चूत में केवल 2″ ही घुसा है.”
वो बोली, “तुम्हारा लंड मोटा बहुत है, इसलिए दर्द हो रहा है. उन सब का लंड इतना मोटा नहीं था.” मैने अपना लंड उसकी चूत से बाहर निकाल लिया तो वो बोली, “मैने तुमसे कहा था ना रुकना मत, तुम रुक क्यों गये, डालो अपना पूरा लंड मेरी चूत में.
चोदो तेज़ी के साथ मुझको.” मैं और जोश में आ गया और अपने लंड को उसकी चूत में घुसने लगा. वो चिल्ला रही थी और मैने उसकी कोई परवाह ना करते हुए बड़ी बेरहमी के साथ एक जोरदार धक्का मारा. वो और ज़ोर से चिल्लाई. अभी तक मेरा लंड उसकी चूत में केवल 5″ तक ही घुस पाया था.
मैने उसके चिल्लाने की कोई परवाह नहीं की और बेदर्दी के साथ उसकी चूत मैं अपने लंड को घुसने की कोशिश करता रहा. वो और तेज़ चिल्लाने लगी और अपना सिर इधर उधर मरने लगी. मैने उसकी कोई परवाह नहीं की और उसकी चूत में लंड को घुसना जारी रखा. कुच्छ ही देर में मेरा पूरा लंड उसकी चूत में घुस गया और उसकी चूत से तोड़ा खून भी निकाल आया.
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पूरा लंड उसकी चूत में घुसने के बाद भी मैं रुका नहीं और तेज़ी से उसकी चुदाई शुरूर कर दी. वो और तेज़ चिल्लाने लगी लेकिन मैं उसकी कोई परवाह नहीं की. थोड़ी देर बाद जब उसका दर्द कुछ कम हुआ तो वो शांत हो गयी. अब उसको भी मज़ा आने लगा था. वो और तेज़ और तेज़ चिल्लाने लगी तो मैने अपनी स्पीड बढ़ा दी.
लगभग 20 मिनिट तक चोदने के बाद मेरे लंड ने पानी उगला और उसकी चूत एक दम भर गयी. इस बीच वो भी 3 बार झाड़ चुकी थी. मैने अपना लंड बाहर निकाला तो वो उसे चाट चाट कर साफ करने लगी. उसके बाद हम दोनो लेट कर आराम करने लगे. इस बीच वो मेरा होठ चूमती रही.
थोड़ी देर बाद वो बोली, “मुकेश, आज मैं बहुत खुश हूँ क्यों की मुझे एक अच्च्चे लंड से चुदवाने का मौका मिला. तुमने भी मेरी चुदाई अच्च्ची तरह से की है. मैं इसे ज़िंदगी भर नहीं भूलूंगी.” मैने कहा, “मैने जब तुम्हारी मम्मी को पहली बार चोडा था तो उनकी चूत 35 साल की उमर में भी गोरी और चिकनी थी.
तब मैं यही सोच रहा था की जब उनकी चूत ऐसी है तो तुम्हारी और दिशा की तो और ही अच्च्ची होगी. मैं तब से ही तुम दोनो को चोदने की सोच रहा था. तुमको चोदने की तमन्ना तो अब पूरी हो गयी. अब दिशा को भी चोदना है. वो तो तुम्हारी बहन है. उसे चोदने में तुमको मेरी मदद करनी पड़ेगी.”
वो नाराज़ हो गयी और बोली, “क्यों तुम्हारा मन मुझे और मम्मी को चोद कर नहीं भरा जो तुम दिशा को चोदना चाहते हो.” मैने कहा, “क्यों दिशा को मोटे और लंबे लंड से चुदवाने का हक़ नहीं है.” वो बोली, “ठीक है, इस पर बाद में सोचूँगी.”
10 मिनिट तक आराम करने के बाद वो अपने कपड़े पहनने लगी तो मैने कहा, “दामिनी प्ल्ज़ एक बार और.” वो बोली, “अच्च्छा ठीक है. लेकिन जल्दी करना. बहुत दर्द होता है.” मैं तो अब उसकी गांड मारना चाहता था. मैने उस से कहा, “दामिनी, मुझे हाथ पैर बाँध कर चोदने में बहुत मज़ा आता है.
अगर तुम कहो तो मैं तुम्हारा हाथ पैर बाँध कर एक बार चोद लूं.” वो बोली, “मुकेश, तुम्हारे लंड से चुदवाने में मुझे बहुत मज़ा आया है इस लिए मैं इनकार नहीं कर सकती. तुम जैसे चाहो अपनी इच्च्छा पूरी कर लो.” मैने उसे ज़मीन पर पीठ के बाल लिटा दिया और उसके हाथ पैर बाँध दिए.
फिर मैने उसकी चूत को चाटना शुरू कर दिया. वो जोश में आने लगी और बोली, “अब देर मत करो. जल्दी चोदो मुझे.” मैने अपने लंड का सूपड़ा जैसे ही उसकी गांड के च्छेद पर रखा तो वो बोली, “मुकेश, तुम ये क्या कर रहे हो. मत मरो मेरी गांड. बहुत दर्द होगा. छ्चोड़ दो मुझको. मेरी गांड फॅट जाएगी. मैं 1-2 दिन तक ठीक से चलने के काबिल नहीं रहूंगी. मार जाऊंगी मैं.”
मैने कहा, “जब तुम मेरा पूरा लंड अपनी चूत में ले सकती हो तो गांड में क्यों नहीं. हन थोड़ी तकलीफ़ ज़रूर होगी. तुमको तो तकलीफ़ वाली चुदाई ही पसंद है ना.” वो बोली, “ऐसा मैने अपनी चूत के बारे में कहा था. तुम मम्मी के आने तक जितनी बार चाहो मेरी चूत की चुदाई कर लो पर मेरी गांड मत मरो.”
मैने कहा, “एक बार तुम्हारी गांड मार लून उसके बाद तो मुझे तुम्हारी मम्मी के आने तक तुम्हारे चूत की चुदाई तो करनी ही है. मैं तुम्हारी चूत को एक ही बार चोद कर नहीं छोडूंगा. इसे मैं कम से कम 10 बार और चोदुंगा और चोद चोद कर एक दम चौड़ा कर दूँगा. फिर तुम चाहे कितने भी लड़कों से चुदवा लो तुम्हें कोई तकलीफ़ नहीं होगी.”
मैने उसकी गांड में अपने लंड को घुसना शुरू कर दिया. अभी तक केवल मेरे लंड का टोपा ही घुसा था की वो चिल्लाने लगी. मैने उसकी चुचियों को मसलना शुरू कर दिया तो वो तोड़ा शांत हो गयी. मैने फिर एक धक्का लगा दिया और मेरा लंड उसकी गांड में 2″ तक घुस गया. उसकी गांड से तोड़ा खून निकाल आया लेकिन मैने कोई परवाह नहीं की.
उसकी गांड बहुत ही टाइट थी. काई बार की कोशिश के बाद मैने आख़िर उसकी गांड में अपना पूरा लंड घुसा ही दिया. इस दौरान बहुत चिल्लाई और अपना सर इधर उधर मार रही थी. पूरा लंड उसकी गांड में डाले हुए मैं रुक गया और उसकी चुचियों को मसलने लगा.
कुच्छ देर बाद जैसे ही वो शांत हुई तो मैने धीरे धीरे धक्का लगाना शुरू कर दिया. वो फिर चिल्लाने लगी लेकिन मैने धक्का लगाना बंद नहीं किया. लगभग 5 मिनिट तक गांड मरने के बाद उसका दर्द कम हो गया और वो शांत हो गयी. उसे अब मज़ा आने लगा था. मैने लगभग 20 मिनिट तक उसकी गांड मारी और उसकी गांड में ही झाड़ हया.
पूरा पानी उसकी गांड में निकालने के बाद मैने अपना लंड उसकी गांड से बाहर निकाला और हट गया. उसकी गांड किसी चूहे के बिल की तरह हो गयी थी. मैने उसके हाथ पैर खोल दिए. वो दर्द की वजह उठ नहीं पा रही थी. मैने उसे उठा कर बिठा दिया और कहा, “मेरा लंड को मूह में ले कर चूसो. अभी मैं तुम्हारा दर्द ख़तम कर देता हूँ.”
वो समझ गयी की मैं उसे फिर से चोदना चाहता हूँ इस लिए उसने इनकार कर दिया. मैने कहा, “अभी जब तुम्हारी चूत की चुदाई एक बार और कर दूँगा तो तुम्हारा सारा दर्द एक दम ख़तम हो जाएगा.” उसने मेरे लंड को चूसना शुरू कर दिया.
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कुच्छ देर बाद जब मेरा लंड फिर से तन गया तो मैने उसे लिटा दिया और उसे चोदने लगा. इस बार उसे बहुत मज़ा आया. वो अपने गांड के दर्द को भूल गयी. इस बार मैने उसे लगभग 40 मिनिट तक चोदा और उसके बाद मैं उसकी चूत में ही झाड़ गया. इस दौरान वो भी 3 बार झाड़ चुकी थी. मेम साहब 3 दिन बाद वापस आई. मेम साहब के आने तक मैने उसे 10 बार चोदा और 2 बार उसकी गांड भी मारी.
अब वो मेरा लंड अपनी चूत में आराम से लेने लगी थी लेकिन गांड के अंदर लेने में उसे अभी भी कुछ तकलीफ़ होती थी. मैने उस से कहा की दिशा को चोदने वाली बात भूलना मत. मैं उसको भी चोदना चाहता हूँ. इसमें तुमको मेरी मदद करनी पड़ेगी. उसने इनकार कर दिया. मैने कहा, “मैं मेम साहब को तुम्हारी चुदाई के बारे में बता दूँगा.” वो बोली, “नहीं प्ल्ज़, ऐसा मत करना. मैं कोशिश करूँगी.” बस अभी के लिए इतना ही आगे मैंने छोटी वाली को कैसे चोदा बताऊंगा, तब तक इन्तेजार करे…