Holi Me Suhagrat
दोस्तों मेरी पिछली कहानी भैया ने बड़े प्यार से बहन की सील तोड़ी 4 में आपने देखा कैसे मैं अपने भैया के साथ सेक्स को एंजॉय किया होली पर घर आने से पहले 3 दिन तक भैया ने इतना रगड़ा कि मेरी चूत छिल चुकी थी मेरी बहुत ही अच्छे तरीके से चुदाई की और मुझे बिस्तर से हिलने लायक नहीं छोड़ा मुझे इन तीन दिनों में बहुत ही ज्यादा मजा आया दर्द भी था मजा भी था और इसके आगे की कहानी सुनिए- Holi Me Suhagrat
होली से 2 दिन पहले मैं और भैया रात में सामान लेकर स्लीपर बस में घर के लिए निकाल दिए भैया ने डबल सीट का केबिन बुक किया था बस में सिर्फ डबल बेड की केबिन ही थे कोई खुली सीट नहीं थी जिसमें जगह कम थी हमने देखा कि हमारे साथ सफर करने वाले सब लोग हमारी ही एज के कपल थे जो मनाली से हनीमून बनाकर या घूमने आकर लौट रहे थे वह आपस में मस्ती कर रहे थे.
हम दोनों घर से खाना खा कर चले थे हम केबिन में चढ़ गए और उसके दरवाजे बंद कर लिए मैं तो जाते ही लेट गई पर भैया मैं फोन कर कर मां को बता दिया था के हम सुबह घर पहुंच जाएंगे इतने में बस चल पड़ी और थोड़ी देर बाद हम हाईवे पर आ गए.
मैं बोली भैया आप लेट जाइए न भैया बोले मुझे अभी नींद नहीं आ रही है मैं अभी मोबाइल देखूंगा तुम सो जाओ और उन्होंने कंबल निकाल कर मुझे उढा दिया मैं भैया को कमर से पड़कर भैया की गोद में सर रखकर लेट गई मेरा सर भैया के लंड के ऊपर था भैया ने मेरे सर पर हथ रखकर मेरे बालों को सहलाने लगे.
मुझे कुछ-कुछ होने लगा उधर भैया का लंड भी अंगड़ाई ले रहा था वह धीरे-धीरे खोलने लगा आप अपनी पुरी जवानी पर आ गया अब वह मुझे चुभने लगा मैंने भैया की जिप खोल कर उसे बाहर निकाल लिया और चूमने लगी भैया का हाथ मेरे सर पर घूम रहा था.
मैं भैया के सुपाड़े को अपने मुंह में भरकर चूसने लगी बीच-बीच में हल्के हल्के से दांतों से काट भी लेती थी जिससे भैय्या को मज़ा आ रहा था अब भैया ने भेजने में आकर मेरे सर को अपने लंड पैर दबाने लगे और पूरा लंड मेरे मुंह में गुस्सा कर मेरे मुंह को चोदने लगे.
मैंरी सांस रुकने लगी और मैं खांसने लगी मेरी आंखों से आंसू निकल पड़े भैया ने हाथ हटा लिया मैंने लंड को बाहर निकाल दिया और सांसों को काबू में करने लगी फिर भैया ने लंड को मेरे मुंह में डाल कर अंदर-बाहर करने लगे मैं आनंद से चूसने लगी फिर भैया ने मेरे सर को पकड़कर जोर से नीचे दबा दिया और लंड को मेरे हलक में ठूंस कर सारा वीर्य मेरे मुंह में उड़ेल दिया मैं पी गई।
हम थक गए थे भैया ने मेरा सर गॉड से हटाकर नीचे लेटा दिया और खुद भी लेट गए मैंने भैया के कान में कहा भैया कैसा लगा अपनी बहन का यह प्यार वो बोले आई लव यू जानू क्यों न इस यात्रा को यादगार बनाया जाए मैं बोली क्या करना है भैया बोले हम घर पहुंच कर शायद प्यार न कर पाए, मैं पूरी रात चलती हुई बस में प्यार करना चाहता हूं।
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मैंने कहा भैया भैया यह कैसे संभव है हम घर हम अपने कमरे में नहीं है बस के केबिन में है बाहर बहुत सारे लोग भैया बोले जानू तुमने ध्यान दिया की सारे यात्री यंग कपल और वह भी प्यार कर रहे होंगे वैसे भी केबिन बंद हो जाता है, बाहर बहुत शोर है आवाज बाहर नहीं जाएगी और तुम आवाज मत करना चलती हुई बस में बहुत मजा आएगा.
मैं शर्मा कर बोली भैया आप मुझे चलती बस में भी चोदेंगे मैं भैया से चिपक गई और भैया के होठों को चूसने लगी भैया ने मुझे अपने ऊपर खींच लिया मैं भैया बिना आवाज के चूमने लगी भैया ने मुझे अपने पेट पर बैठा लिया मेरे स्वेटर को ऊपर उठाकर मेरे मेरी चूचियों को पकड़कर धीरे-धीरे मसलने लगे मैं आनंद में सिसकारी भरने लगी.
भैया बोले जानू आवाज नहीं करो मैं झुक कर कान में बोली भैया बहुत मजा आ रहा है आप मेरे ऊपर आ जाओ तब करो मैं लेट गई भैया ने केबिन की चिटकनी लगा कर बंद कर दिया और अपने कपड़े उतार दिए फिर मैंने भी अपने कपड़े उतार दिए और कंबल ओढ़कर लेट गए.
भैया मेरे ऊपर आ गया मैंने पैरों को फैला कर भैया को बीच में ले लिया जिससे भैया का लंड मेरी चूत पर टिका था तुमको बहुत गर्म था उसमें से प्रीतम निकल रहा था मेरी चूत की आंसू बाहर हुई थी दोनों मिलने के लिए के लिए तड़प रहे थे मैं ने भैया की कान में कहा दूध पी लो.
वो बोले शोना दोनों बेबी बहुत भूखे हैं मैं बोली दूसरा बेबी कौन है जो तुम्हारी चूत पर आराम कर रहा है मैं बोली मेरा यह वाला बेबी तो दूध पिएगा वह क्या पिएगा भैया बोले उन दोनों की बात है आपस में एक दूसरे का दूध पियेंगे मैं शर्मा कर बोली धत्त आप कितने गंदे हो बोले सोना लंड चूत का दूध पीता है चूत लंड का दूध निचोड़ कर क जाती है.
मैं बोली चलो दोनों बेबी दूध पी लो इसी के साथ भैय्या ने एक चूची को मुंह में भर लिया और दूसरी चूची को पंजे में जकड़ कर दबाते हुए लंड को मेरी चूत में घुसा दिया एक ही धक्का देकर 4 इंच अंदर घुस चुका था मेरी आह निकल गई फिर भैया ने थोड़ा सा बाहर खींचा और फिर एक जोर का धक्का लगाया जिससे लंड 6 इंच मेरी घुस कर बच्चेदानी के मुंह पर ठोकर मारी.
मैं धीरे से आह आह उई मां करने लगी बस बस भैया और नहीं दर्द हो रहा है बस करो बाकी घर में करेंगे। भैया ने कान में कहा जाना बस थोड़ा-सा और भैया ने मेरी चूचियों को धीरे-धीरे दबाते हुए मेरे होंठो को अपने मुंह में भर लिया और चूसने लगे मुझे मजा आने लगा.
फिर भैया ने होठों को लाक कर एक जोरदार धक्का लगाया और पूरा लंड मेरी चूत में ठोक दिया मैं तड़प उठी मेरे मुंह लाक होने से चीख बाहर नहीं निकली भैया के नीचे दबी मचलती रही भैया मुझे धकाधक चोदने लगे मैंरी हालत खस्ता हो गई थोड़ी देर बाद मैंने खुद कमर उछालने लगी भैया मेरे होठों को छोड़ कर चूचियों को पीने लगे तो मजा दुगना हो गया.
फिर भैया कान में बोले कनू आई लव यू बेटू अब घोड़ी बन जाओ मैं तुम्हारे ऊपर चढ़ कर पेलूंगा मैं घोड़ी बन गई और भैया पीछे से मेरी पीठ पर चढ़ कर मेरी चूचियां को मसलने लगे और मैंने भैयाके लंड को पकड़ कर चूत के छेद पर टिका दिया भैया ने एक धक्का लगाया और पूरा लंड अंदर तक घुसेड़ दिया और आगे गिरने लगी.
तुंरत ही उसने मुझे कस कर अपनी ओर खींच लिया और चूचियों को मसलते हुए चोदने लगे बस अपनी पूरी रफ्तार से भागी जा रही थी चलती बस में चुदाई करने में बहुत मजा आ रहा था फिर भैया ने कहा नीचे लेट जाओ मैं लेट गई भैया ने मेरी टांगों को मेरे कंधे पर रख कर मुझे गुड़िया की तरह जकड़ लिया और फिर पूरा लंड एक बार में अंदर तक घुसेड़ दिया मैं ऊई मां कर
उठी है ने मुझे जकड़े हुए 40-50 ताबडतोड धक्के मारकर मेरे ऊपर लेट गये भैया का सारा वीर्य मेरी चूत ने नीचोड लिया हम दोनों एक साथ झड़े हम पसीने से लथपत होकर मेरी चूचियों पर सर रखकर सुस्ताने लगे भैया लंड चूत में डाले रहे बाहर नहीं निकाले.
मैं आनंद में भैया के बालों में उंगलियां फिराने लगी और चूमने लगी मैं कान में बोली भैया आज तो आपने बस में बहुत मजा दिया आई लव यू बाबू भैया भी आई लव यू कहने लगे फिर भैया बोले जानू बेबी को भूख लगी है मैं बोली कुछ भी खाने के लिए नहीं है क्या खिलाऊ मैं आपको भैया बोले जानू दूधु पिला दो.
मैं शर्मा कर मुस्कुराते हुए बोली मैं सब समझ गई आपका मन नहीं भरा भैया बोले नहीं शोना वाकई में भूख लगी है दूदू पिलाओ ना मैंने आपको कब रोका है पीलो बाबू और भैया एक चूची मुंह में भरकर पीने लगे दूसरे को हाथ में दबाने लगे थोड़ी देर में भैया का लंड मेरी चूत में फड़फड़ाने लगा पूरा 9 इंच लम्बा हो गया.
मेरी चूत से भी पानी निकल रहा था भैया चूचियों को बदल बदल कर पी रहे थे गमैं बोली भैया आपका लंड भी भूखा-प्यासा है मेरी चूगगत को भी भूख लग आई है प्यारे भैया दोनों को खिला पिला दो बोल कर कमर उचकाने लगी भैया बोले अभी लो मेरी रानी और लंड को चूत में अंदर बाहर करने लगे.
मैं आनंद से उड़ रही थी भैय्या की कमर पर टागो को चढ़ा कर जकड़ लिया और पीठ पर हाथ ले जाकर उनको कस कर पकड़ लिया वो कान में बोले शाबाश बेटू एैसे ही खुल कर मजे ले लो मैं भी कान में बोली हां बाबू चोदो और जोर से करो आह आज अपनी बहन को चोद चोद कर स्वर्ग में पहुंचा दो आह आह शाबाश बाबू और जोर से.
भैया मेरी बेशर्मी की बात सुनकर और जोश में आ गए और हुमच हुमच कर चोदने लगे लगभग एक घंटा चोदने के बाद मेरे बाद भैया झड़ गये और उतर कर बगल में लेट गए। अपनी-अपनी सांसों को काबू में करने के बाद समय देखा तो 5 बजे गये थे हमने कपड़े पहने और एक घंटा सो लिए और उठकर तैयार हो गये हमारा गांव 6.30 बजे आने वाला था।
गांव के बस स्टैंड पर पापा हमें लेने आए थे हमने पापा के पैर छूकर आशीर्वाद लिया और उनके साथ कार में सवार होकर घर आये मां हमें देखकर खुश हो गई और बोली अच्छा लग रहा है कि तीन महीने तक तुमने एक दूसरे का ख्याल रखा और दोनों की सेहत अच्छी हो गई इसी तरह प्यार से एक दूसरे का ख्याल रखना.
मैं मां के गले लग कर हंसते हुए बोली मां आपको नहीं पता भैया मुझे कितना परेशान करता है जबरदस्ती पता नहीं क्या-क्या चीजें अरे मुंह में ठूंस ठूंसकर खिलाता पिलाता है और ऑफिस से पाकर मुझे पकड़ कर पढ़ाने बैठ जाता है.
अब भैया शर्माते हुए मुस्कुराने लगे और बोले मां यह झूठ बोल रही है जिम से परेशान करती है मैं अक्सर भूखा रहे जाता हूं मुझे दूध भी नहीं पिलाती और इसे पता है कि मुझे गर्म सूप पीना और बादाम खाना अच्छा लगता है ई मुझे नहीं देती अब मैं बोली नहीं यह झूठ बोल रहा है ये जब कहता है इसे दूध भी देती हूं और सूप भी पिलाती हूं कहकर मुस्कुराने लगी.
हम एक-दूसरे की छुपी ढंकी बातों में मज़ा ले रहे थे मां पापा हमें देख कर बहुत खुश हो रहे थे मां बोली हम लोग यहां इतना लड़ते हो अकेले में वहां कितना लड़ते होगे मैं बोली मां तुम सही कह रही हो भैया मुझे इसी तरह परेशान करता है हम लोग बातें कर रहे थे.
तभी पापा बोले मैं खेल पर जाकर काम देखता हूं तुम लोग नहा धोकर आराम कर लो सफ़र में थक गए होगे और खेत पर चले गए मां भी दरवाजे बंद कर नहाने चली गई मां को नहाने और पूजा पाठ करने में दो घंटे लगते हैं। भैया ने तुरंत मुझे पकड़ कर अपनी गोद में बैठा लिया और चूचियों को मसलने लगे.
मैं आह आह उई मां करते हुए बोली भैया आप यहां भी शुरू हो गए मां आ जाएगी और आप मां से क्या शिकायत कर रहे थे कि मैं आपको दूध नहीं पिलाती सूप नहीं पिलाती भैया बोले मैं सही तो कह रहा था मुझे दूध पीना है और तुम पीने नहीं दे रही. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
मैं बोली भैया भैया वह तो आप दिन-रात पीते रहते हो कम से कम यहां तो छोड़ दो किसी को पता लग जाएगा तो क्या होगा इतनी बदनामी होगी भैया बोले जानू कैसे पता चलेगा तुम किसी को बताओगी या मैं बताऊंगा मैं बोली मां आ जाएगी भैया बोले दो घंटे से फ्री नहीं होंगी तब तक मैं दूध और सूप दोनों पी लूंगा.
मैं शर्मा कर मुस्कुराते हुए बोली आप कितने भुक्कड़ हो बस में भी आपको दोनों पिलाया था सारी रात मुझे खाते पीते आए हो कह कर चूमने लगी भैया टी-शर्ट में हाथ डाल कर निप्पल को सहलाने लगी वो कड़े हो गए उन्होंने भी मेरी कुर्ती में हाथ घुसा कर धीरे धीरे चूचियों को सहलाने लगे.
हम दोनों का मूड बन रहा था तभी भैया रिक्वेस्ट करने लगे सोना प्लीज़ एक जल्दी वाला राऊंड करते हैं मैं भैया को छेड़ने लगी नहीं नहीं भैया मां को पता चल जाएगा और उन्हें धक्का देकर ऊपर छत पर भागी मेरा मन भी करने लगा था भैया भी मेरे पीछे पकड़ने के लिए भागे मैं छत पर कमरे में घुस गई और दरवाजा बंद करने लगीं.
मैंने देखा कि मां ने भैया का कमरा साफ़ सफाई कर के रखा था सजा हुआ बिस्तर देखकर मन तो मेरा भी कर रहा था लेकिन भैया तड़पाने में मजा रहा था तभी भैया दरवाजा धक्का देकर खोल कर अंदर घुस आए और दरवाजा बंद कर लिया मै हंसते हुए इधर उधर भागी कर उनके हाथ नहीं आ रही थी.
वो सोना एक बार मान जाओ ना प्लीज मैं नहीं नहीं करती हुई भागकर बिस्तर पर चढ़ गई भैया भी बिस्तर पर चढ़ कर मुझे गिरा कर मेरे ऊपर चढ़ गए और मेरी चूचियों को दबोचकर बोले शोना अब कहां बच कर जाएगी अब तो चूत दे दे और मुझे चूमने लगे मैं नखरे कर रही थी.
वो मुझे मना रहे थे जैसे कोई प्रेमी चुदाई करने के लिए अपनी प्रेमिका को या पति अपनी पत्नी को मनाता है मुझे देखकर बहुत मज़ा आ रहा था मेरा बड़ा भाई अपनी बहन को चोदने के लिए मिन्नतें कर रहा है मैंने भी प्रेमिका की तरह मनुहार करवा रही थी मैं बोली भैया एक शर्त पर चूत दूंगी भैया पागल प्रेमी की तरह बोले जानू तेरी हर शर्त मंज़ूर है.
तो मैं मुस्कुराते हुए बोली भैया प्लीज़ आप पहले शर्त तो सुन लो भैया बोले नहीं तू बस चूत दे मैं तेरी हर बात मानूंगा मैं इठलाती हुई बोली नहीं पहले आप शर्तों को स्वीकार कर लो फिर दूंगी भैया थक कर बोले बोल मेरी जान तुझे क्या चाहिए मैं उनके गले लग कर सीने पर हाथ फिराते हुए बोली बाबू मेरे इम्तिहान होने है आप यहां रह कर मेरी तैयारी करवाएंगे.
भैया बोले जानू तेरे लिए कुछ भी करूंगा मैं बोली इम्तिहान के बाद मुझको अपने साथ लेकर जाएंगे और वही मेरा एडमिशन करा देंगे। फिर मैं बोली आज होली की रात को मेरे साथ इस बिस्तर पर सुहागरात मनाएंगे और फिर मुझे हनीमून पर भी लेकर गोआ जाएंगे भैया बोले हां जानू मुझे तेरी हर शर्त मंज़ूर है आई लव यू जानू.
मैं बोली आई लव यू भैया, वो बोले मेरी प्यारी बहन मेरी जान तू अपने बड़े भाई को इतना प्यार करती है कि उसके मन की हर बात महसूस कर लेती है चल जल्दी से चूत मारने दे तभी नीचे से मां की आवाज आई कहां हो तुम लोग, कनु मैं मंदिर जा रही हूं दरवाजा बंद कर लो।
मैं बोली आई मां, भैया को ढकेल कर उनके नीचे से निकल कर जीभ चिढ़ाते हुए नीचे भागी भैया भी मेरे पीछे पीछे नीचे आ गये, मां बोली मुझे आने में देर हो जाएगी तू नाश्ता बना कर भैया को खिला दें और तेरी सहेली पूजा से मिल लेना वो कई बार आकर पूछा रही थी मैं बोली ओके मां.
मां के जाते ही बड़े भाई ने मुझे झपट कर फिर दबोच लिया और गोद में उठा कर मेरे बेडरूम में ले आए और बिस्तर पर बैठा दिया मेरी कुर्ती खींच कर उतार दी और समीज के ऊपर से चूचियों मसलते हुए किस करने लगे मैं आनंद से सिसियाते हुए मचलने लगी फिर भैया ने मेरी समीज भी ऊपर खींच कर उतार दी और निप्पल को मुंह में भर कर पीने लगे.
मैं आनंद से सिसकियां निकलने लगी। भैया ने मेरी सलवार खोल कर नीचे खींच कर उतार दी मैं पूरी नंगी भैया के नीचे दबी हुई थी मैं बोली भैया प्लीज़ आप मुझे मत चोदो भैया बोले जानू मैंने तेरी हर शर्त मंज़ूर की है अब चूत मारने दे मैं बोली घर में कोई नहीं है जी भर कर सूप पी लो पहले आप भी अपने कपड़े उतार दो.
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वो बोले शोना तू खुद उतार दे मैं उठ कर भैया की टीशर्ट बनियान उतार दी और भैया की छाती को मुठ्ठी में भर मसलने लगी निप्पल को मुंह में भरकर चूसने और काटने लगी भैया उई कह कर उत्तेजित होने लगे फिर मैंने उनका लोअर और जॉकी भी खींच कर उतार दी।
मुझे पीछे ढकेल कर भैया ने नीचे बैठकर मेरी चूत को अपने मुंह में भरकर पीने लगे मैं आनंद से सिसियाते हुए बोली भैया जल्दी कर वो वरना मां आ जाएगी भैया ने मेरे ऊपर चढ़ गए और मैंने लंड को पकड़ कर अपनी चूत पर टिका दिया भैया ने मेरे कंधे को पकड़ कर ज़ोर से धक्का लगाया और लंड मेरे अंदर बच्चेदानी में घुस गया.
मैं इतने भीषण धक्के के लिए तैयार नहीं थी मैं चीख पड़ी उई मां मर गई बाबू मेरी जान आराम से करो आपने मेरी जान निकाल दी भैया बोले जानू बस हो गया तुम मजे लो और मेरे मुंह को बंद करके पूरा-पूरा लंड मेरी चूत में घुसा कर चोदने लगे वो बच्चेदानी की दीवार को फैलाता हुआ अन्दर छाती तक पहुंच कर दर्द और मज़े दे रहा था.
8-10 धक्के के बाद मेरी टांगों को अपने कंधों पर रख कर मुझे नीचे झुक कर अपनी बाहों में समेट कर पकड़ लिया और ताबडतोड चूत को मारने लगे अंदर से पच पच फच की आवाज और गांड पर पट पट फट की आवाज निकल रही थीमैं नीचे दबी उ आ आ आऊच उई मां बाबू धीरे करो आ आ आह मर गई भैया उई मां आ भैया आराम से.
भैया मेरी एक नहीं सुनी रहे थे मेरी सिसकारियां उन्हें और उत्तेजित कर रही थी अब मुझे भी मज़ा आने लगा मैं भी नीचे से कमर उछालने लगी भैया और जोर से करो और अंदर तक घुसेड़ कर चोदो भैया ने एक मोटी तकिया मेरी गांड के नीचे लगा दी जिससे मेरी चूत ऊपर उठ गई.
और फिर एक बार में पूरा लंड अंदर तक घुसेड़ दिया तकिया लगाने के बाद लंड और अंदर तक महसूस हो रहा था मैं दर्द और मज़े एक साथ ले रही थी भैया ताबडतोड चुदाई करते जा रहे थे अंदर से पच पच फच की आवाज और गांड पर पट पट फट की आवाज निकल रही थी.
50-60 धक्के के बाद मेरी चूत ने पानी छोड़ दिया मैंने अपनी टांगों को भैया की कमर पर जकड़ लिया फिर 20-25 धक्को के बाद भैया भी झड़ गये और मेरे ऊपर निढाल होकर लेट गए। मैं बोली बाबू उठने दो आपको भूख लगी होगी मैं नाश्ता बना कर लाती हूं आप आराम करो।
हम दोनों उठे और कपड़े पहन कर बाहर निकले मैं किचन में जाकर नाश्ता बनाने लगी तभी कोई आया मैंने दरवाजा खोला तो मेरी सहेली पूजा थी वो खुशी से उछल कर मेरे गले लग गई और मेरे साथ किचन में आकर बातें करने लगी बोली हमारे एग्जाम होली के 3 दिन बाद हैं और पूरा कोर्स और शेड्यूल डिस्कस किया.
फिर बोले ये बताओ कनक रानी इधर तुम बहुत सुन्दर हो गई हो चूंचियां भी बढ़ गई क्या राज़ है अब सही sweet sixteen लग रही हो मैं बोली कोई राज़ नही है भैया ने मेरे खाने पीने का खूब ख्याल रखा और कुछ नहीं, वो छेड़छाड़ करती बोली हमें भी बता दो क्या खाया क्या पिया.
मैं शर्मा कर मुस्कुराते हुए बोली ज्यादा दिमाग मत लगा तू बहुत शरारती हो गई है जैसा तू सोच रही है वैसा कुछ भी नहीं है वो बोली कुछ तो है फिर उसने मेरी चूचियों को दबा दिया और बोली वाह ये बड़ी हो गई फिर चूत पर हाथ फेरने लगी और बोली तेरी जलेबी शीरा पी कर फूल गई है.
मैंने धत् गन्दी मैं मारुंगी वो बोली कैसे मारेगी लंड उगा कर लाई है क्या हम हसी ठिठोली करते हुए काम कर रहे थे तभी भैया पानी लेने आए और पूजा उन्हें देखकर मुस्कुराने लगी और बोली भैया आप भी बड़े हैंडसम हो गये हो क्या बात है भैया बोले वो तो मैं हमेशा से ही था मेरी बहना वो तुनक कर बोली रहने दो मेरे भाई घर पर हैं हम हंसी मजाक कर रहे थे कनु नाश्ता लेने चली गई.
तभी वो बोली भैया देखो कनक मेरी बात नहीं मान रही वो बोले क्या नहीं मान रही पूजा बोली मैं कह रही हूं मेरी ननद बन जा ये मान नहीं रही भैया बोले क्या मैं समझा नहीं वो बोली कि मैं कह रही हूं कि मुझे अपनी भाभी बना लें वो मान नहीं रही आप ही कुछ करो भैया बोला मैं क्या करूं.
वो बोली आप मेरे साथ शादी कर लो वो चौंक गये और बोले अपनी उम्र देखो कितनी छोटी हो मुझसे कनु की सहेली हो मैं तुम्हें अपनी बहन मानता हूं वो बोली आप तो मज़ाक भी नहीं समझते और हंसने लगी फिर बोली अपनी छाती उचकाती हुए बोली कच्ची कैरी खाओगे बहुत रसीली है और आपको मैं अपनी गुझिया भी खिला सकती हूं.
उसकी डबल मीनिंग वाली बात को सुनकर कर भैया भी मज़े लेने लगे मैं नाश्ता लेकर आई हम साथ साथ नाश्ता करने लगे भैया बोले कनु तुम्हारी सहेली ने कच्ची कैरी का आचार डाला है और घर पर गुझिया भी बनाईं है खिलाने की ज़िद कर रही है मैं बोली आपको खाना है तो खा लो लेकिन ये झूठा खिलाती है.
पूजा ने कहा धत् मैं जूठा नहीं खिलाती भैया के लिए ताजी गुझिया बनाई है पूजा ने भैया को आंख मारी और बोली अब तो परमीशन भी मिल गई। कल होली खेलने आप दोनों जरूर आना अब चलती हूं तभी मम्मी भी आ गई और भैया बाहर दोस्तों से मिलने चले गए।
मैं रात भर की चुदाई की वजह से बहुत थक गई थी नाश्ता लेने के बाद मैं मां को बोल कर ऊपर कमरे में सोने चली गई मैं सोच रही थी कि आज भैया मेरी शर्त कैसे पूरी करेंगे मेरे साथ सुहागरात कैसे मनाएंगे ये सोचते हुए मैं सो गई। दोपहर में मां ने आवाज लगाई.
वो बोली कि भैया और पापा को फोन कर खाने के लिए बुलाले और तू भी नीचे आकर खाना खा ले। मैंने भैया और पापा को फोन करके खाने के लिए बुलाया भैया थोड़ी देर में उसके हाथ में ढेर सारे बैग थे मैंने बैग लेकर देखा तो गुलाब के फूलों की माला थी और एक खूबसूरत कुर्ता पजामा पापा के लिए, एक खूबसूरत साड़ी मां के लिए और मेरे लिए लाल रंग की सुहाग के जोड़े जैसे खूबसूरत महंगी साड़ी पेटिकोट और ब्लाउज के साथ में लाया था।
उसने गिफ्ट सभी को दिए सब उसकी कसम को देखकर खुश हो गए मां बोली बेटा अभी यह साड़ी का क्या करेगी भैया बोले मां इस साड़ी पहनना सिखाओ जल्दी भी उसकी शादी करनी पड़ेगी तो काम आएगा मैं भैया को होली और कहां मुझे शादी नहीं करनी अभी पढ़ाई पूरी करनी है अपने हाथ-पैर पर खड़े होने के बाद सोचूंगी।
हम बात करते हुए खाना खा रहे थे मैं आज रात की प्लानिंग कर रही थी, मैं मां से बोली कि पूजा ने कहा कि एग्जाम होली से 3 दिन बाद हैं भैया को कहो कि वो मेरी तैयारी करवा दें मां बोली तू खुद अपने भैया से क्यों नहीं कहती मैंने तुरंत भैया से कहा कि आपको अपनी बहन के एग्जाम के लिए छुट्टी लेकर तैयारियां करवानी है.
भैया ने मुझे आंख मारी और मां से बोले मां ये बात नहीं मानती मन से कोई काम नहीं करती मां बोली अगर तुमको छुट्टी मिल जाए तो इसकी पढ़ाई करवा दो भैया बोला ठीक है लेकिन फिर मेरी भी एक शर्त है मैं इसे देर रात तक पढ़ाऊंगा और ये सोने नहीं मांगेगी और दिन के लिए होमवर्क दूंगा।
मां बोली सुन ले एक काम कर अपना बिस्तर ऊपर भैया के कमरे में ही लगा ले एक महीने के लिए मैं मन में मुस्कुरा दी और नखरे करने लगी कि नहीं भैया को कहो की नीचे मुझे मेरे कमरे में पढ़ायें। सुन कर भैया बोले मां ऊपर मैं अपना काम भी करता रहूंगा।
पिता जी फाइनल डिसीजन दिया कि अगर भैया से पढ़ना है तो ऊपर उसके कमरे में रह कर पढ़ाई करनी होगी और तुम्हारी मां ऊपर तुम्हारी सेवा नहीं करेंगी वो घुटनों के दर्द से ऊपर नहीं चढ़ पाती तुमको ऊपर नीचे करना पड़ेगा। मैंने भैया को आंख मारी और भैया मुस्कुराने लगे.
मैं बोली पापा देखो भैया मुझे चिढ़ा रहा है पापा-मम्मी दोनों हंसते हुए बोले तुम ना अभी तक छोटे बच्चों की तरह बिहेव करते हो बड़े कब होंगे? पापा वापस बाहर चले गए मैं भैया को मारने के लिए दौड़ी भैया ऊपर कमरे में भागे मैं भी उनके पीछे पीछे ऊपर दौड़ी.
और कमरे में घुसते ही भैया ने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया और बोले कनु तू तो बड़ी चालाक निकली पापा-मम्मी दोनों से मेरे कमरे में सोने की परमीशन खुद उनके मुंह से वो भी बे मन से दिखाते हुए वो हंसते हुए बोली आपकी सगी बहन हूं और आपके प्यार को पाने के लिए कुछ भी कर सकती हूं आपकी शर्त पूरी करने में मदद भी करनी थी।
आज सुहागरात का क्या प्लान है भैया बोले जानू आज ही शर्त पूरी होगी मैं भैया के गले लग गई और चूमने लगी बोली आप मेरे लिए साड़ी पेटिकोट भी ले आए मै बाजार से मेकअप का सामान लेकर आती हूं कुछ पैसे दो भैया, उन्होंने मुझे 1000रू दिए मैं बाज़ार गई और मेकअप का सामान ले आई। भैया मां को लेकर बाजार में गए और उनको भी खरीदारी कराई।
शाम को होलिका दहन था पापा अपने दोस्तों के साथ रात भर पार्टी करने चले गए बोले सुबह जल्दी आऊंगा मां ने कहा जा कर होलिका की पूजा कर आओ लौटा तो मां और बहन खाना बना रहे थे मैंने कनु से पानी मांगा और ऊपर चला गया वो पानी लेकर आई तो मैं बोला शोना सुहागरात मनाने के लिए तैयार हो जाओ आज हम होली पर बहुत मजे करेंगे मैं शर्मा गई उन्होंने आधी सैक्स की दवा मुझे दी और दूसरी आधी गोली खुद खाई।
भैया ने मुझे अपनी बाहों में उठा लिया और चूमने लगे मैं बोली अभी नहीं भैया खाना खाकर मां को सो जाने दो और नीचे चली आई, 8 बज रहे थे हम खाना खा कर बातें करने लगे मां बोली मैं आज बहुत थकी हू्ं दवा खाकर सोने जा रही हूं तुम लोग मेरे सो जाना और हां ऊपर का दरवाजा ताला बंद कर लेना।
गांव में सब जल्दी सो जाते हैं 8 बजे तक, मां नींद की दवा खाकर सो गई मैंने कनु को गोद में बैठा लिया और प्यार करने लगा वो मचलने लगी और बोली भैया प्लीज़ आप ऊपर जाकर तैयार हो जाओ मैं आधे घंटे में तैयार हो कर आती हूं। मैं उठ कर ऊपर जाकर बाथरूम में नहा कर तैयार होने लगा नीचे कनक भी नहाकर तैयार होने लगी।
एक बात बताना भूल गया गांव में सिर्फ हमारा ही घर दो मंजिला बना था छत की चारदिवारी 5 फीट ऊंची बनी है हमारी छत पर क्या हो रहा है कोई दूर से भी नहीं देख सकता, दूसरे घर हमारे घर से 50 मी की दूरी पर है 9:00 बजे सन्नाटा और अंधेरा हो गया था सब लोग अपने घरों में दुबके सो रहे थे ।
मैं कमरे को गुलाब की माला से सजाया बिस्तर पर सफेद चादर बिछाकर उस पर गुलाब के फूलों से दिल बना कर सजा दिया लाईट बंद कर मोमबत्तीयां जला दी थोड़ा सा डियो छिड़क दिया। कमरा बंद करके बाहर आकर देखना तो चारों तरफ अंधेरा था और कमरा बंद होने पर कोई रोशनी इजाजत नहीं आ रही थी यह देखकर मैं खुश हो गया.
तभी मुझे सीढ़ी से पायल की आवाज ऊपर आती सुनाई दी मैंने देखा कभी धीरे-धीरे चलते हुए दुल्हन की तरह एक गिलास दूध और मिठाई लेकर ऊपर आ रही थी और वह सीधे कमरे में चली गई मैंने छत के दरवाजे पर ताला लगा दिया और उसके पीछे आया.
वह खुशी से चहकती हुई बोली वाह भैया आपने अपना वादा पूरा कर दिया लो मेरी मांग में सिंदूर भर कर मुझे अपनी पत्नी बना लो मैंने एक चूटकी सिंदूर लेकर उसकी मांग में सिंदूर भर दी वो बोली आपने मेरी सुहागरात बना दी मैं बोला अभी नहीं जानू पहले तुम बिस्तर पर बैठो मैं उसे पड़कर बिस्तर पर गया है दुल्हन की तरह शर्माते हुए घूंघट निकालकर बैठ गई.
मैं बाथरूम से उसके पास आया बिस्तर पर चढ़ कर बैठ गया और उसका घुंघट उठा कर माथे पर चूम लिया और बोला तुम बहुत सुंदर हो तुम्हारी जैसी पत्नी को पाकर मैं धन्य हो गया उसने शरमाते हुए आंखों को बंद कर लिया और उसके होंठ कांप रहे थे मैंने उसके होंठों को चूम लिया और चूसने लगा.
वो बोली जानू मैं तुम्हारी पत्नी हूं तुम्हें बहुत खुश रखूंगी वो नीचे उतर कर मेरे पैर छुए फिर केसर बादाम के दूध का गिलास ले आई और मेरे मुंह में लगाकर पिलाने लगी मैंने एक घूंट पीकर बाकी उसे पिलाने लगा वो बोली ये आपके लिए है आपको पूरा पीना है मैं उसकी चूचियों को धीरे-धीरे सहलाते हुए बोला शोना मैं ये वाला दूधु पिऊंगा गिलास वाले दूध को तुम पी लो.
वो बुरी तरह शर्मा कर मेरे सीने से लग कर बोली आइये हम दोनों पियेंगे फिर उसने गिलास ले कर दूध मुंह में भर लिया और मेरे मुंह में डाल दिया मैं बोला ये तो बहुत टेस्टी हो गया फिर थोड़ा सा बचा हुआ दूध बिस्तर के पास की टेबल पर रख दिया हमने एक-दूसरे को अपने बांहों में भर लिया और चूमने लगे.
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फिर मैंने उसकी साड़ी खोल दी और अपनी गोद में बैठा लिया और उसके ब्लाउज में हाथ घुसा कर चूचियों को धीरे-धीरे मसलने लगा वो सिसकारियां भरने लगी फिर मैंने ब्लाउज उतार दिया लाल रंग की ब्रा बहुत सुंदर लग रही थी मैंने उसे भी उतार दिया उसकी नंगी चूचियां देख कर मैने एक को मुंह में भर कर चूसने लगा और दूसरे निप्पल को चुटकी में भर कर मसलने लगा.
मेरी कमसिन पत्नी सिसकारी भरने लगी सी सी उई मां बस करो गुदगुदी हो रही है अब मैं दूसरी चूची को मुंह में भरकर चूसने लगा और हाथ को पेटीकोट में कच्छी के अंदर घुसा कर चूत को सहलाने लगा और फिर पेटीकोट का नाड़ा खींच कर उतार दिया और कच्छी भी उतार दी. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
मोमबत्ती की रोशनी में कनु का नंगा बदन सोने जैसा चमक रहा था अब कनु ने मेरा कुर्ता और बनियान उतार दी और छाती सहलाने लगी एक हाथ मेरे पजामे में अंडरवियर में डाल कर लंड को सहलाने लगी फिर दोनों को उतार दिया अब हम दोनों नंगे थे मैं उसके पीछे आया और उसकी बाहों के नीचे आकर उसकी चूचियों को धीरे-धीरे मसलने लगा.
वो सिसकारियां भरने लगी आह उई मां बाबू बहुत मजा आ रहा है फिर उसे घुमा कर उसे अपने गोद में ऊपर उठा लिया और चूचियों को पीने लगा वो मचलने लगी भैया कि लंड पूरी तरह तैयार हो चुका था पूरा 10 इंच लम्बा हो गया था मैं बोली भैया प्लीज़ मुझे बिस्तर पर ले चलो मैंने उसे बिस्तर पर लिटा दिया और उसके ऊपर लेट गया.
उसने दूध के गिलास से थोड़ा सा दूध अपनी चूचियों पर लगाकर कहा लो बाबू दूध पियो मैं उसे चूसकर पीने लगा ऐसा लग रहा था जैसे उसकी चूचियों का ही दूध हो थोड़ी देर बाद वो बोली बाबू आज दूधु कैसा है मैं बोला शोना मूझे हमेशा ऐसे ही पीना है फिर मैं उसे अपने से चिपकाए हुए पलट गया.
अब वो मेरे ऊपर लेट गयी और मेरे निप्पल चूसने लगी बीच-बीच में उस पर दूध डालकर फिर चूसती हम दोनों को बहुत मजा आ रहा था वो बोली अपनी सगी 9 साल छोटी बहन के साथ होली की पूनम की रात में सुहागरात मनाने में आपको कैसा लग रहा है.
भैया बोला मैंने इस तरह से मज़े लेने की नहीं सोची थी शोना आज से हम गर्लफ्रेंड बायफ्रेंड नहीं हैं हम पति-पत्नी की तरह बिहेव करेंगे मैं बोली भैया आज से आप मेरे सैंया हो आओ हम सुहागरात मनाने की बची हुई रस्म पूरी करें.
फिर मैंने भैया के कान में कहा सैंया जी अपनी दुल्हन को ऐसे चोदो जैसे पहली बार चोद रहे हो मां दवा खाकर सो गई है हम ऊपर है दूर-दूर तक सन्नाटा है वैसे भी दरवाजे बंद होने पर आवाज बाहर नहीं जाएगी आप आज मेरी सुहागरात यादगार बना दो चुदाई करते हुए वो दर्द और मज़े लो जो मैं जीवन भर न भूलूं।
भैया बोले जाना तुम मेरा प्यार हो मैं तुम्हें दर्द नहीं होने दूंगा जोरदार प्यार करूंगा फिर भैया पलट कर मेरे ऊपर लेट गये मेरी गद्देदार कच्चौडी जैसी चूत गीली हो गई थी मैंने अपने पैरों को खोल दिया और भैया को बीच में ले लिया उनका हाथ मेरी भीगी चूत को सहला रहा था.
उन्होंने एक उंगली अंदर डाल दी और अंदर-बाहर करने लगे फिर नीचे जाकर चूत को फैला कर चाटने लगे और जीभ से चोदने लगे मैं 69 हो कर उनके खड़े लंड को चूसने लगी मेरी छोटी सी बिना बालों वाली चूत ने पिचकारी छोड़ दी और भैया पूरा सुड़क कर पी गये मैं भी उनके लंड को मुंह में भरकर अंदर बाहर करने लगी.
अब भैया की बारी थी वो मेरे मुंह में धक्के लगाने लगे और अंदर गले में उतार दिया तभी भैया ने भी पिचकारी छोड़ दी और सुस्त हो कर बराबर में लेट गए हम एक-दूसरे को देख कर मुस्कुरा रहे थे थोड़ी देर प्यार भरी बातें करते करते फिर गर्म हो चुकी थी मैंने भैया को अपने ऊपर खींच लिया और अपने पैरों को फैला कर भैया को बीच में ले लिया.
अब भैया का खड़ा लंड मेरी चूत पर टच कर रहा था भैया मेरी चूत के नकुए पर सुपाड़ा घिसने लगे मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रहा था मैं नीचे हाथ बढ़ाकर चूत के छेद पर लगा दिया और नीचे से चूतड़ उछलकर अंदर लेने की कोशिश की पर वह फिसल गया मैंने फिर से लंड पड़कर अपने चूत के छेद पर रखा और भैया को कान में कहा भैया अपनी बहन को चोद कर स्वर्ग में ले चलो.
भैया ने धीरे से धक्का लगाया और सुपाड़ा चूत के अंदर घुसा दिया और थोड़ा सा बाहर निकाल कर पूरी ताकत झोंक कर 6 इंच लम्बा एक ही बार में अंदर तक ठोक दिया मैं इस प्रचंड धक्के के लिए तैयार नहीं थी और जोर से चीख पड़ी उई मां आऊच भैया आराम से करो.
भैया ने मेरी टांगों को अपने कंधों पर रख कर मुझे गुड़िया की तरह कंधों को पकड़ कर दबोच लिया और लंड को बाहर खींचा और एक जोड़कर धक का मार कर पूरा 9 इंच मेरी चूत में पेल दया मैं ऊपर उछल गई और चीख पड़ी आऊच भैया आज अपनी बीवी पर रहम मत करो मेरी जान ले लो आज मुझे बहुत दर्दनाक मजेदार तरीके से चोदो.
भैया ने मुस्कुराते हुए फिर थोड़ा सा लंड बाहर निकाल कर एक और जोर का धक्का मारा मैं एकदम तड़प गई और बोली आह भैया ऐसे ही धक्के मारो हां आह बहुत मजा आ रहा है मैं मजे से मर जाऊंगी दर्द से तड़पते हुए मेरी आंखों से आंसुओं की धारा बहने लगी.
भैया वहीं रुक गए और मेरे माथे और आंखों पर किस करने लगे बोले जानू आई लव यू अपनी सुहागरात इंजॉय करो मैं बोली आई लव यू टू जानू आ आह भैया आ आह उन्होंने मुझे अभी तक अपने नीचे दबोच रखा था वो मेरी चूचियों को पीने लगे.
मुझे उनके इस तरह दबोच कर चोदते समय चूचियों को पिलाने में बड़ा मजा आ रहा था मैं उई मां आह राजा भैया आह बाबू कर रही थी भैया ने धीरे से लंड बाहर निकाल कर फिर ताकत से पूरा 10 इंच मेरी चूत में पेल दिया लंड मेरी बच्चेदानी से होता हुआ सीने में घुस गया था.
मैं दर्द से तड़पते हुए मैं जोर जोर से चिल्लाए जा रही थी उई मां मर गई भैया और जोर से करो भैया आह मर जाऊंगी भैया प्लीज़ और जोर से चोदो, दवा के असर से उनका लंड बहुत मोटा और बड़ा हो गया था वो पूरा मेरी चूत में ठोक कर मेरे ऊपर आए.
और कान में धीरे से बोले जानू आई लव यू तुम दुनिया में सबसे अच्छी बीवी हो तुमने अपने सैंया का पूरा लंड अपनी चूत में घुसा लिया है वाउ कनु मेरी जान तेरी चूत कितनी चिकनी कसी और गर्म है मन कर रहा है कि लंड को इसी में डाले रखूं आह कितना मज़ा आ रहा है जानू फिर चूचियों को धीरे-धीरे मुंह में चुभलाने लगे.
मैं उनके नीचे दबी मासूम हिरनी सी लग रही थी जैसे बब्बर शेर ने छोटी-सी मासूम हिरनी की दबोच लिया हो। दवाई का जोश दोनों में था फिर भैया बोले अब तुम मजे लेने के लिए तैयार हो मैं भी बेशर्मी से बोली हां बाबू अब मुझे और दर्तदनाक तरह से चोदो और अपनी पूरी ताकत लगा दो आह भैया आ ह सी सी ऊ मां आ आ आह.
भैया ने मुझे दबोचे हुए भंयकर तरह से वंदे भारत ट्रेन की स्पीड से चोदने लगे मैं उनके नीचे दबी चीख चीखकर आह भैया आ ह सी सी ऊ मां आ आ आह आ ह सी सी भैया बडा मजा आ रहा है भैया भी हू्ं हू्ं ह ह हूं हहह करते हुए पूरी ताकत झोंक कर चोद रहे थे दवाई के असर से दोनों ही नही झड़ रहे थे.
भैया लगभग 150 धक्के मार चुके थे हम दोनों थक गए भैया मेरी चूचियों पर सर रखकर लेट सांसे समेटने लगे फिर 5 मिनट बाद भैया बिस्तर से नीचे खड़े हो गए और मुझे किनारे खींच लिया उनका लंड अभी भी लोहे की राड की तरह टाईट हो कर खड़ा था.
उन्होंने कपड़े को मेरी चूत में घुसा कर गीला पन सुखाकर मेरे पैरों को फैला कर उनके खड़े लंड को चूत के छेद पर टिका कर चोर का धक्का लगाया लंड मेरी चूत की नर्म दीवार को फैलाता हुआ अन्दर जाने लगा मैंने भैया के पेट पर हाथ रख लिया जैसे ही 5 इंच अंदर घुस गया.
तो मेरी बच्चेदानी पर जाकर ठहर भैया ने मेरी टांगों को आगे खींच लिया और कंधे पर रखकर नीचे खड़े खड़े मेरे ऊपर लेट कर मेरी चूचियां पीने लगे और लंड को बाहर निकाल कर एक जोरदार धक्का लगा कर मैं संभल नहीं पाई और पूरा 10 इंच लम्बा लंड मेरी बच्चेदानी में घुसकर छाती तक पहुंच गया.
मैं दर्द से तड़पते हुए चीख कर उठने लगी आह भैया आ ह सी सी ऊ मां आ आ आह मर गई भैया तभी भैया ने मुझे खींच कर अपने सीने पर लिटा कर अपनी बाहों में जकड़ लिया और चूमने लगे और नीचे से धीरे-धीरे धक्के लगाने लगे मैं भी उनके निप्पल को मुंह में भर कर चूसने लगी बीच-बीच में हल्के से काटने लगी.
भैया भी मज़े से आ ह सी सी करने लगे फिर उन्होंने मुझे उसी तरह जकड़े हुए खड़े हो गए और मुझे भैया के लंड पर उछाल उछाल कर अंदर बाहर करने लगे उनका लंड छाती में घुस कर चोद रहा था करीब 25 धक्के लगाने के बाद मैं बोली भैया प्लीज़ अब बस मैं बहुत थक गई.
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और ये सूनते ही भैया ने मुझे नीचे लिटा दिया और मेरे ऊपर चढ़ गए मेरी टांगों को मेरे कंधे पर रख कर मुझे गुड़िया सा दबोच लिया और जबरदस्त तरीके से राजधानी एक्सप्रेस की रफ्तार से चोदने लगे मैं आनंद में सिसकारी भरने लगी आह भैया आ ह सी सी ऊ मां आ आ आह भैया आह भैया आ ह सी सी ऊ मां आ आ आह भैया और जोर से करो और जोर से.
तभी मेरी चूत से पानी निकलने लगा मैं झड़ रही थी मैंने भैया को भी अपनी बाहों में जकड़ा लिया अब भैया धक्के नहीं लगा पा रहे थे मैं आह भैया आ ह सी सी ऊ मां बस बस्स करो आ आ आह भैया आनंद से सिसियाते हुए झड़ने लगी।
भैया का लंड अभी भी अकड़ा हुआ था वो नहीं झड़े थे वो बोले शोना मेरा अभी तक नहीं हुआ है मैं बोली भैया चूत में कांटे से लग रहे हैं बहुत जलन हो रही है आप अब न करो लगता है अंदर छिल गया है भैया ने अपना लन्ड बाहर निकाल कर फिर जोर से पेल दिया मैं जोर जोर से रोने लगी आ आह भैया बस करो अब नहीं मैं मर जाऊंगी प्लीज़ बाहर निकालो.
भईया ने मेरी एक नहीं सुनी और मुझे फिर से समेट कर जकड़ लिया और पेलते हुए बोले शोना आज की चुदाई तू जीवन में कभी नहीं भूलेगी मैं रोते चीखते चुदवा रही थी तभी भैया ने मेरी बच्चेदानी में ढेर सारा वीर्य भर दिया ऐसा लग रहा था जैसे तपते हुए रेगिस्तान में बारिश हो रही है और हम दोनों बुरी तरह पसीने से लथपथ निढाल हो कर पड़ गये और अपनी सांसों को काबू में करने लगे।
मैंने घड़ी देखी तो केवल 11 ही बजे थे भैया को नींद आ रही थी दोनों एक दूसरे की बाहों में उसी तरह बिना कपड़ों के लेटे लेटे बात करने लगे मैं भैया के बालों में उंगलियां फिराने लगी और चूमते हुए बोली भैया अपनी बहन से सुहागरात कैसी लगी भैया बोले कनु बहुत मजा आया तू बहुत ही अच्छी बीवी बनेगी जिस से तेरी शादी होगी वो बहुत लकी होगा.
मैं बोली भैया आप ही मेरे सैंया हो मुझे कब किसी और से शादी नहीं करनी मुझे जीवन भर आपके ही लंड से चुदाना है भैया बोले तुम्हें पत्नी की तरह पाकर मेरे भाग्य खुल जायेंगे शोना आईं लव यू मेरा बच्चा तुझे कैसा लगा अपने भैया के लंड से सुहागरात मनाने में.
मैं बोली भैया आज तो आपने मेरे मन की इच्छा पूरी कर दी मुझे दर्द से तड़पते हुए मज़ा बहुत आ रहा था ऐसा पहले कभी नहीं हुआ लगता है कि ये दवा का असर है आपने भी तो मेरी जान निकाल दी और फिर भी नहीं छोड़ा हम दोनों धीरे-धीरे प्यार की बातें करने लगे.
मैं बोली कि आपने मेरी इतनी तैयारी करवा दी है कि मैं बिना पढ़े ही पास हो जाऊंगी, पर अब आपके बिना एक दिन नहीं रह सकती इसलिए मां से कहा तैयारी के लिए आपको अपनी पत्नी को एक महीना समय देना पड़ेगा भैया ने फिर से मेरी चूचियों को पीना शुरू कर दिया था.
वो बोले शोना मुझे भी तुम्हारे बिना अच्छा नहीं लगेगा मैं बोली भैया एक महीने की छुट्टी कैसे लोगे वो बोले कि थोड़ा सा मुश्किल है पर मैं अपनी दुल्हन के लिए कुछ भी करूंगा मेरे हाथ भी भैया के सीने पर चल रहे थे मैंने हाथ नीचे करके भैया का लंड सहलाने लगी भैया उत्तेजित होने लगे मेरी चूचियों को काट काट कर लाल कर दिया.
मैं ऊई मां आ कर बचने की कोशिश कर रही थी भैया ने एक बड़ी बाईट मुंह में भरकर दांत से दबा कर चूसने लगे मैं बोली भैया उई बस करो क्या कर रहे हो भैया बोले शोना सुहागरात को अपनी पत्नी को लव बाइट दे रहा हूं अभी निशान पड़ जाएगा जब मैं साथ नहीं हूंगा तब ये निशान देखकर तुझे हमारे प्यार की याद आएगी भैया बोले शोना 18 साल की खूबसूरत राजकुमारी जैसी कच्ची कली को अपनी पत्नी के रूप में पाना बहुत भाग्यशाली है.
मैं बोली आप मुझे इतना प्यार करते हो आई लव यू बाबू बातें करते करते मेरी चूत फिर से रोने लगी और अपने पति के लंड को पुकारने लगी उधर भैया का लंड भी अपनी पत्नी को ढूंढने लगा भैया बोले जानू 12 बज गए हैप्पी होली मैं बोली भैया आपको भी हैप्पी होली.
भैया बोले जानू लंड महाराज अपनी पत्नी के लिए तड़प रहा है उसकी भी होली हैप्पी करा दो मैं शर्मा कर मुस्कुराते हुए बोली आपने अपनी पत्नी की होली हैप्पी करा दी उसे कहो कि वो खुद अपनी पत्नी से होली खेले। ये सुनकर भैया मेरे ऊपर चढ़ गए मैंने अपनी दोनों टांगों को फैला कर भैया को बीच में ले लिया लंड महाराज अपनी पत्नी यानि मेरी चूत को चूम रहे थे.
मैं बोली भैया हुई इसकी होली हैप्पी करा दो भैया ने चूत में सुपाड़ा फंसा कर एक धक्का लगाया वो 3 इंच अंदर घुस गया भैया बोले हैप्पी होली मैं भी कमर उछाल कर बोली हैप्पी होली मैं शर्मा कर भैया के कान में बोली अब ये दोनों मेरे अंदर मिलकर होली खेलेंगे और कीचड़ भी अंदर करेंगे.
भैया बोले हां जानू आओ इनके साथ हम भी होली खेलें बोल कर फिर हल्के से लंड अंदर घुसा दिया और वो बच्चेदानी तक पहुंच गया मैं बोली बाबू पिचकारी अन्दर डालो भैया ने मेरी कमर पकड़ कर एक और धक्का लगाया तो वो बच्चेदानी की दीवार को फैलाता हुआ अन्दर घुस गया मैं बोली आह आ आ सी उई जानू होली हैप्पी करा दी.
भैया ने लंड बाहर निकाला और फिर अंदर घुसा दिया तो वो छाती में घुस गया भैया मेरे ऊपर लेट गये और होठों को अपने मुंह में भरकर चूसने लगे साथ ही लंड को 3 इंच बाहर निकाल कर अंदर बाहर करते हुए धीरे धीरे चोदने लगे मैं बोली भैया इस तरह ज्यादा मजा आ रहा है ना.
भैया बोले हां शोना फिर चोदते हुए मेरी चूचियों को पीने लगे मैं सी सु आ आह करते हुए होली पर सुहागरात का आनंद ले रही थी तभी मैं झड़ गई मैंने अपनी दोनों टांगों को अपने भैया की कमर पर कस दिया मैं बोली भैया अब जल्दी करो अपनी पिचकारी जोर से चलाओ और रंग दो मेरी चूत को.
भैया ने मुझे अपनी बाहों में जकड़ कर राजधानी एक्सप्रेस की रफ्तार से पेलना शुरू किया अंदर से पच पच की आवाज निकल रही थी मैं बोली भैया दोनो ने मेरे अंदर कीचड़ कर दिया और कीचड़ में होली खेल रहे हैं हम पति-पत्नी भी मजेदार होली खेल रहे हैं और लगभग 120 धक्के लगाने के बाद मेरी बच्चेदानी में ढेर सारा गाढ़ा गर्म वीर्य भर दिया.
वीर्य की गर्माहट और सुखद अहसास दे रही थी हम दोनों पसीने से भीग गए थे भैया ने मेरी चूचियों पर सर रखकर सुस्ताने लगे। भैया का लंड अभी भी खड़ा था उन्होंने बाहर नहीं निकाला इस वक्त 1 बज रहे थे भैया मेरे ही सो गए मैंने भी अपने पति को नहीं उतारा मैं भी उन्हें पकड़कर सो गई.
थोड़ी देर बाद भैया मेरे ऊपर से उतर कर बराबर में लेटकर सोने लगे। मैंने उठकर देखा तो पूरी सफेद चादर पर वीर्य रज और हल्के खून के धब्बे थे मैं ऐसी भीषण चुदाई याद करके शर्मा गई और मैंने आश्चर्य में पड़ गयी कि इतना बड़ा लंड मेरे अंदर चूचियों तक कैसे घुस गया जबकि अभी भी चूत में एक उंगली फस कर अंदर जाती है.
मैंने सोचा भैया को डिस्टर्ब न करूं आराम करने दूं सुबह-सुबह चादर बदल दूंगी फिर मैं भी भैया से चिपक कर सो गई। रात लगभग 3.30 बजे भैया पेशाब करने उठे और वापस आए तो मुझे सोता देख कर मेरे बालों को सहलाने लगे और किस करने लगे मैं कुनमुना कर उठ बैठी भैया बोले जानू कैसा लग रहा है.
मैं शर्मा कर बोली भैया मैं आजीवन ये सुहागरात नहीं भूलूंगी आपने इतना प्यार किया मेरी इच्छा इतनी दर्दनाक चुदाई करके पूरी की आई लव यू भैया आई लव यू टू जानू भैया बोले अभी सुहागरात की रात खत्म नहीं हुई है क्या कहती हो जानूं मैंने शर्मा कर मुंह हथेली में छुपा लिया.
उन्होंने हथेली को पकड़ कर दूर किया और बोले जानू करें मैंने अपनी आंखें बंद कर ली फिर बोली जैसी आपकी इच्छा बाबू मैं आपको कभी मना नहीं करूंगी भैया ने मुझे खींच कर अपने ऊपर बैठा लिया और मेरे सिर को पकड़ कर झुका दिया और होठों को चूसने लगे.
फिर मेरी चूचियों को धीरे-धीरे सहलाते हुए पीने लगे थोड़ी देर बाद भैया बोले जानू आओ तुम्हें अपनी पलकों पर बैठ लूं मुझे कुछ समझ नहीं आया मैंने पूछा पलकों पर कैसे बैठाओगे वो बोले शोना मेरे मुंह पर पैर की तरफ मुंह करके बैठ जाओ मैंने वैसा ही किया.
तो मैंने देखा कि मैं भैया की आंखों पर बैठीं थीं मेरी गांड में भैया की नाक घुसी थी और भैया के होठों पर मेरी गीली चूत के होंठ थे भैया मेरी चूचियों को पकड़कर धीरे-धीरे मसलने लगे और चूत चूसने लगे फिर जीभ घुसेड़ कर चोदने लगे मैं आनंद से सिसियाते हुए उछलने लगी और आगे झुक कर अपने सैंया जी का लंड चूसने लगी।
थोड़ी देर बाद भैया बोले जानू अब घोड़ी बन जाओ मैं तुम्हारे ऊपर चढ़ कर चूचियों को मसलते हुए चोदूंगा मैं बोली जैसी आपकी इच्छा बाबू मैं घोड़ी बन गई और भैया मेरी पीठ पर चढ़ कर मेरी चूचियां को पकड़ लिया और फिर मेरे कान में बोले कनू अपने सैंया का लंड अपनी चूत में लगाओ.
मैंने लंड को पकड़ कर चूत के छेद पर टिका दिया भैया ने जोरदार धक्का लगा कर मेरी चूत में एक ही बार में अंदर तक घुसेड़ दिया वो बच्चेदानी को चीरते हुए अन्दर घुस गया मैं आगे गिरने लगी भैया ने मुझे चूचियों से पकड़ लिया मैं दर्द से तड़पते हुए सिसकारी भरने लगी फिर भैया ने तेजी से चूत मारनी शुरू कर दी.
अंदर से पच पच फच की आवाज निकल रही थी और गांड पर पट पट फट की आवाज निकल रही थी अब भी मजा आने लगा मैं भी पीछे धक्का लगा कर लंड को और अंदर तक लेने की कोशिश करने लगी फिर भैया ने मुझे लिटा दिया और मेरी पीठ पर लेट गए और नीचे हाथ डालकर चूचियो को धीरे-धीरे मसलते हुए चोदने लगे.
मैं आनंद से सिसियाते हुए चुदवा रही थी भैया पीठ पर से उतर गए और मुझे सीधा किया और बिस्तर से नीचे उतर कर मुझे किनारे पर खींच लिया फिर मेरी टांगों को उठाकर अपने कंधों पर रख कर लंड को चूत पर टिका कर एक जोरदार धक्का लगा कर अंदर डाल दिया.
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मैं ऊई मां भैया आराम से करो 10-12 धक्के लगाने के बाद मेरी टांगों को अपने कंधों से उतार कर मेरे कंधों पर रख मुझे अपनी बाहों में दबोच लिया और फिर ताबडतोड धक्के मारकर चोदने लगे मैं आह आ आ आऊच उई मां सी सी मर गई भैया आह बाबू बहुत मजा आ रहा है और जोर से करो.
अंदर से पच पच फच की आवाज और गांड पर पट पट फट की आवाज निकल रही थी जोकि मेरी सिसकारियों से मिल कर मधुर संगीत बना रही थी मैं अब झड़ने वाली थी मैं बोली भैया प्लीज़ थोड़ा और अंदर तक घुसेड़ कर चोदो मैं आ रही हूं भैया ने मुझे अपनी बाहों में समेट कर फिर से जकड़ कर तेजी से पेलने लगे.
करीब 40-50 और धक्कों के बाद हम दोनों एक साथ झड़े बहुत मजा आया। हम दोनों पसीने से भीग गए थे थोड़ी देर आराम करने के बाद हम दोनों साथ साथ पेशाब करने के लिए उठे मुझसे इतनी बेदर्दी तरीके से चुदाई करने के बाद चला भी नहीं जा रहा था.
भैया ने मुझे अपनी गोद में उठा कर बाथरूम में ले गए हमने साथ में पेशाब किया और हाथ मुंह धोकर वापस बिस्तर पर लेट गए और एक दूसरे को चूमते हुए बातें करने लगे अब भोर होने लगी और हमनें नीचे खट-पट सुनी मां उठ कर काम करने लगी थी.
मैंने भैया को उठाकर चादर बदल दी भैया बोले जानू इसे ऐसे ही उठा कर रख लो हम हनीमून पर भी ये चादर यूज़ करेंगे मैंने उसे तरह लगाकर भैया के सामान में छुपा दिया। फिर भैया को गुलाल लगा कर हैप्पी होली बोला भैया ने भी मुझे गुलाल लगा कर हैप्पी होली बोला मै बोली भैया ये होली हमेशा याद रहेगी भैया ने मेरे सर पर गुलाल डाल कर सिंदूर छिपा दिया.
और फिर मैं नीचे मां के पास चली गई और काम में उनका हाथ बंटाने लगी मां बोली भैया से सुबह सुबह ही होली खेल ली मैं बोली भैया ने मुझे पकड़ कर रंग दिया। वो बोली चल कोई बात नहीं भैया है उसके लिए नाश्ता बना लें।
पापा रंगे पुते घर में घुसे और मां को बुलाया मां जैसें ही कमरे में गई उन्होंने दरवाजा बंद कर लिया और मां को पकड़ कर रंग लगाने लगे मैं दूसरे कमरे में अंधेरा में छिपा कर देख रही थी पापा ने रंग लेकर मां के ब्लाउज़ में हाथ घुसा कर रंग लगाने लगे और फिर नीचे हाथ डालकर चूत को मुठ्ठी में भर लिया.
मां भी गर्म हो गई और पापा के कान में कुछ कहा पापा मुस्कुराते हुए नीचे बैठकर साड़ी के अंदर घुस गये और मां के चूतड़ दबाने लगे वो मां की चूत पीने लगे मां के चेहरे पर उत्तेजना दिख रही थी उन्होंने पाया का सिर अपनी चूत पर दबा दिया फिर थोड़ी देर बाद ढीली हो गई.
अब पापा ने मां को बिस्तर पर लिटा दिया और साड़ी पेटीकोट ऊपर उठा कर चूत नंगी कर दी और अपने लंड को मां की चूत में घुसा कर चोदने लगे मैं गर्म होने लगी और अपनी चूत को सहलाने लगी मेरी छोटी सी चूत में दर्द हो रहा था। थोड़ी देर बाद मां पापा दोनों झड़ गए और गले मिल कर एक दूसरे को चूमते हुए हैप्पी होली बोला फिर पापा अपने दोस्तों को मिलने चले गए.
मां कपड़े ठीक कर कमरे से निकल कर बाहर आई तो मैं ब्रश कर रही थी ब्रश करने के बाद में गुलाल लेकर मां को हैप्पी होली बोला और गुलाल लगा दिया और बोली मां आप तो पाया से पहले ही होली खेल चुकी हो कैसा लग रहा है पापा के साथ होली खेल कर मां नजरें बचातीं हुए बोली तेरे पापा से हमेशा सबसे पहले होली खेलती हूं.
मैंने मां को पीछे से पकड़ लिया और पूछा मां सिर्फ़ होली ही खेली थी या………. मां बोली हट् कुतिया वो मेरे पति हैं उनके साथ होली खेल कर मज़ेहीं लूंगी तो किसके साथ मज़ा लूंगी। मां बोली तेरा शरीर क्यों जल रहा है बुखार है क्या मैं हंसते हुए भागी मां बोली जा भैया को चाय दे आ फिर खाना बना कर होली खेलने चलेंगे.
मैं चाय लेकर ऊपर आई तो देखा भैया सो रहे थे मैंने उन्हें जगाया तो भैया का भी बदन थोड़ा गर्म था मैंने पूछा भैया बदन क्यों गर्म है भैया बोले जानू पिछले 5-6 रातो से हम ठीक से सोये नहीं है इसलिए थोड़ा नींद पूरी नहीं हुई है भैया को चाय दे कर मैं बोली भैया आज हम दोनों बाहर होली खेलने नहीं जायेंगे आराम करेंगे.
भैया ने मुझे पीछे से पकड़ कर मेरी चूचियां मसलने लगे और कान में बोले जानू तेरे जैसी खूबसूरत और प्यार करने वाली बहन पा कर मौका होने पर कौन भाई सो सकता है मैं बोली भैया आप जैसे प्यार करने वाला भाई भी भाग्यशाली बहन को मिलता है भैया ने मुझे अपनी ओर घुमा कर बाहों में भर लिया और चूमने लगे.
मैं भी भैया को चूमने लगी उन्होंने धीरे से कहा जानू आज मैं सिर्फ अपनी बहन से होली खेलूंगा मैं इठलाती हुई बोली ये क्या भैया कभी बहन कभी गर्लफ्रेंड कभी पत्नी कितने तरह से मुझे प्यार करोगे भैया बोले जानू अकेले घर में, रात को अपने कमरे में तुम्हें मैं पत्नी और गर्लफ्रेंड की तरह और दिन में घर पर बहन की तरह प्यार करूंगा.
मैं बोली आई लव यू भैया मैं भी आपको अकेले घर में, रात को अपने कमरे में आपको मैं पति और बायफ्रेंड की तरह और दिन में घर पर भैया की तरह प्यार करूंगी । भैया ने दोनों हाथों से चूचियां पकड़ ली और हल्के-हल्के मसलक रहे थे मैं बोली वाह भैया क्या बात है आपकी तो चांदी है दोनों हाथों में लड्डू हैं.
भैया ने जोर से चुचियों को दबाकर बोले हां जानू सही कह रही हो और मेरा मुंह कड़ाही में मै शर्मा कर बोली धत्त अभी वो छोटी सी कटोरी है हम दोनों हंसने लगे तभी मां की आवाज आई वो मुझे बुला रही थी नीचे मैंने मां को कहा कि भैया को थोड़ा सा बुखार है.
मां बोली सुन तेरा बदन भी गर्म है तुम लोग दवा खाकर आराम करो होली मत खेलना खाना बना दिया है जब मन हो तब खा लेना मैं बाहर से ताला लगा कर पड़ोसन के घर होली खेल कर आती हूं मैं बोली ठीक है मां, फिर वो चली गई। मैं अंदर से भी दरवाजे बंद कर भैया को नीचे बुलाया और नाश्ता करा कर दवा खिला दी और बोली भैया अब आप आराम करो.
वो बोले कनू होली का माहौल इतनी प्यारी बहन घर में अकेले हम मैं तो आराम नहीं कर सकता मैं बोली फिर क्या करोगे भैया ने मुझे अपनी गोद में बैठा लिया और चूमते हुए कान में बोले अपनी बहन को प्यार करूंगा चोदूंगा मैं बोली धत्त भैया 6 दिन से आपने कितना प्यार किया और कल सारी रात सुहागरात मनाने के बाद भी आपका मन नहीं भरा.
भैया बोले इतनी प्यारी बहन और इतनी सैक्सी पत्नी से मेरा मन कभी नहीं भरेगा। बाहर से कुछ शोर आया मेरी सहेलियां आईं थीं और भैया के दोस्त वो ताला बंद देखकर वापस चले गए। भैया ने मुझे अपनी गोद में उठा लिया और बोले कनू घर में कोई नहीं है और मैं अपनी दुल्हन से होली खेलूंगा.
मैं बोली नहीं भैया घर गन्दा हो जाएगा भैया मुझे गोद में उठाए हुए बाथरूम में ले आए और बोले जानू हम यहां पर होली खेलेंगे हमारे घर में बाथरूम भी काफी बड़े हैं. भैया ने मेरे सर पर पानी की बाल्टी डाल कर बोले होली है भई होली है मैंने नल में पाईप लगा कर भैया को भी भिगा दिया.
भैया ने मेरी कुर्ती फाड़ दी और ब्रा के ऊपर से चूचियों को मींजने लगे मैं चीख पड़ी उई मां आराम से फिर भैया ने मेरी ब्रा का हुक तोड़ दिया और चूचियों को पीने लगे और दांतों से काटने लगे मैं आनंद से सिसियाते हुए मजे ले रही थी। मेरी चूचियों पर एक बड़ा काला निशान देखकर मैं बोली भैया ये काला निशान पड़ गया.
वो बोले जानू ये लव बाइट है मैंने अपनी पत्नी को सुहागरात की निशानी दी थी मैं बोली हाथ लगने पर दर्द हो रहा है वो बोले शोना ये मीठा मीठा दर्द तुम्हें सुहागरात की याद ताजा रखेगा मैंने भी भैया की बनियान फाड़ दी और भैया के निप्पल को मुंह में भरकर चूसने लगी बीच-बीच में दांतों से काट भी लेती थी.
मैं बोली भैया मैं भी मेरे पति को लव बाइट दूंगी और निप्पल के पास छाती को मुंह में भरकर चूसने लगी और दांतों में दबा कर काटने और चूसने लगी भैया आ इ उई करते हुए मेरी सलवार में हाथ डाल कर चूत में उंगली डाल कर खेल रहे थे मैंने भी भैया के पजामें में हाथ घुसा कर लंड पकड़ कर सहलाना शुरू कर दिया.
वो काला नाग फुफकारने लगा मेरी चूत भी भैया के लंड के रोने लगी मैं बोली भैया प्लीज़ अब कुछ करो भैया बोले जानू क्या करूं मैं बोली मेरी चूत रो रही है लंड के लिए उसे चुप करा दो भैया बोले हां शोना मेरा लंड भी उसका रोना देख कर मचल रहा है और फिर भैया ने मेरी सलवार खोल दी और अपने पजामे को उतार दिया मुझे नीचे लिटा दिया और मेरे मुंह में लंड को डाल कर मेरी चूत पर मुंह लगा कर पीने लगे.
मैं आनंद से सिसियाते हुए लंड को चूस रही थी फिर मैंने कहा भैया बस करो अब इनको मिला कर होली खेलने दो आप मुझसे होली खेल लो भैया उठकर मेरे ऊपर लेट गये मैने जल्दी से पैरों को फैला कर भैया को बीच में ले कर उनके खड़े लंड को चूत के होंठ में फंसा कर बोली हैप्पी होली मेरे प्यारे लंड घुसा जाओ मेरी चूत में और अपनी प्रेमिका से होली खेलो.
भैया ये बात सून कर मुस्कुराने लगे और बोले ये तो गया होली खेलने और फिर एक जोरदार धक्का लगा कर अंदर घुसा दिया और ताबडतोड धक्के मारने लगे मैं आनंद से सिसिया रही थी आ आ आऊच उई मां सी सी सी भैय्या मुझे बहुत मजा आ रहा है पर बेचारी चूत लंड के प्रहारों से चिंगुर गई.
थोड़ी देर बाद मेरी चूत ने भैया के लंड को दबोचकर अपने पानी से नहला दिया लंड और भी मस्ती में आकर होली खेलने लगा अंदर से पच पच फच की आवाज और गांड पर पट पट फट की आवाज निकल रही थी जोकि मेरी सिसकारियों से मिल कर मधुर संगीत बना रही थी.
मैं सिसियाते हुए बोली भैया ये दोनों मेरे अंदर मिलकर कीचड़ से होली खेल रहे हैं इनके खेल से मज़ा आ रहा है कितनी प्यारी आवाज चप चप पच पच फट फट धप धप पट पट निकाल कर मजे ले रहे हैं भैया बोले जानू मेरा प्यारा लंड तेरी चूत में होली खेल कर मस्त हो गया और तेरी चूत की बहन यानि अपनी साली गांड से भी होली खेलने की जिद कर रहा है.
मैं बोली जीजू साली को होली खेलने से मैं कैसे रोकूंगी पर वो दर्द नहीं सहा पाती भैया ने मुझे पलट कर मेरे चूतड़ों को फैला कर शैम्पू की बोतल खोल कर शैम्पू अंदर डाल दिया और लंड को भी शैम्पू से अच्छी तरह तर कर दिया और गांड के छेद पर लंड का सुपाड़ा रगड़ने लगे. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
फिर मेरी चूचियों को पकड़कर मेरी पीठ पर लेट गए मुझसे कान में बोले जानू साली साहिबा को अपने हाथों से पकड़ कर फैलाओ तो मैं शर्मा कर नखरे करती बोली भैया आपकी कोई साली नहीं है लंड की साली है और जीजा साली के बीच में मेरा क्या काम मैंने भैया का लंड पकड़ कर छेद पर टिका दिया.
वो बोले जानू लंड अपनी छोटी साली से होली खेलने जा रहा है और फिर एक धक्का लगाया सुपाड़ा अन्दर घुस गया मैं ऊई मां आह और गांड के छेद को कस कर अंदर घुसने से रोकने की कोशिश करने लगी भैया आराम से करो भैया बोले जानू साली साहिबा को ढीला छोड़ दो जीजू साली को प्यार से रंग लगायेंगे.
मैंने छेद को ढीला छोड़ दिया भैया ने मेरी चूचियों को पकड़कर कर एक और धक्का लगाया तो 3 इंच अंदर घुस गया मैं आह आह करने लगी भैया ने लंड को बाहर खींच कर तीसरा धक्का लगाया तो 6 इंच मेरी गांड में घुस गया शैम्पू की चिकनाई से बहुत ज्यादा दर्द नहीं हो रहा था पर मैं दर्द से उई मां सी सी भैय्या आह आह उई आराम से प्यार करो साली को मैं उसे कहीं भागने नहीं दूंगी.
भैया बोले जानू वो होली खेलने से बचेगी नहीं मैंने उसे नीचे दबा लिया है और मुझे बातों में लगाकर एक और जोर से धक्का लगाया और पूरा लंड अंदर तक घुसेड़ दिया मैं तड़प उठी उई मां सी सी भैय्या आह आह उई हाय दैय्या प्लीज़ थोड़ा रूक जाओ आराम से करो साली को दर्द हो रहा है ये कैसा जीजा है जो अपनी साली को दर्द दे रहा है.
भैया बोले बस बस जानू हो गया फिर भैया ने लंड बाहर निकाल कर फिर से शैम्पू गांड में डाल दिया और लंड पर भी लगाया और मेरी गांड को फैला कर सुपाड़ा अन्दर घुसा कर मेरी चूचियां को पकड़ कर दो धक्के लगा कर पूरा 9 इंच लम्बा लंड मेरी छाती में घुसा दिया मैं ऊई मां लग रहा है भैया.
वो बोले शोना बह अब मजा आने लगेगा और धीरे-धीरे अंदर बाहर करने लगे शैम्पू की चिकनाई से लंड गांड में फिसल रहा था भैया बोले जानू लंड जीजू अपनी साली से होली खेल रहे हैं जीजा साली की होली में बहुत मजा आ रहा है मैं बोली भैया जीजा साली की होली मेरे लिए सज़ा हो रही है आह पर मुझे मेरे पति को खुश रखना है अब दर्द खत्म हो गया था.
भैया ने लंड बाहर खींच कर पूरा घुसा दिया और बोले हैप्पी होली साली साहिबा मैं भी गांड़ उचका कर बोली हैप्पी होली जीजू आई लव यू जीजू यू आर बैस्ट जीजू , थोड़ी देर बाद मैंने कहा भैया जीजा साली होली खेल चुके अब पत्नी को नहला दो भैया ने लंड बाहर निकाल कर साफ़ किया और मुझे पलट कर मेरी चूत में तीन धक्के मारकर सारा घुसा दिया.
मैंने भैया की कमर पर पैर रखकर कस लिया और बाहों में कस कर जकड़ लिया मेरी चूचियां भैया के सीने में दब गई अब भैया मेरे को रगड़ रगड़ कर चोद रहे थे मैं आनंद से सिसियाते हुए कमर उछालने लगी और जोर से करो भैया शाबाश बाबू ये होली हमेशा याद रहेगी आह बाबू सी हाए भैया बडा मजा आ रहा है.
भैया बोले जानू ऐसी होली कभी नहीं भूलेगी आह शोना लंड आज बहुत खुश हैं बीबी और साली से होली खेल कर। बातें करते करते भैया ने मुझे अपनी बाहों कस कर 70-80 धक्के मारकर मेरी चूत के अंदर सारा गरम गरम वीर्य भर दिया। हम दोनों थोड़ी देर सुस्ता कर साथ साथ नहा कर बाहर आ गए कपड़े पहन कर तैयार हो गये।
मैंने और भैया ने नाश्ता किया अभी 10 बजे थे मां पापा दोनों होली खेल कर वापस नहीं आए थे वो 1 बजे तक आने वाले थे मैं और भैया बिस्तर पर लेट कर आराम करने लगे भैया बोले जानू कैसी थी हमारी सुहागरात और पहली होली मैं शर्मा कर मुस्कुराने लगी भैया बोले बताओ ना मैं उनके सीने में छुपा गई और बोली भैया आप ने मेरी इच्छा पूरी कर दी मैं आपके साथ सुहागरात मनाना चाहती थी.
भैया बोले शोना ये बात तुमने पहले क्यों नहीं बताई हम मनाली में और अच्छी तरह से करते मैं बोली भैया मुझे बहुत शर्म आती थी कि अपनी सुहागरात इंजॉय अपने बड़े भैया से। भैया बोले जानू फिर कल कैसे तो मैं बोली कि ऐसे ही आपको चुदाई करने के लिए प्यार से मनाते देख कर मुझे मजा आ रहा था मैं भी नहीं जानती थी कि आप अपनी शर्त पूरी कर देंगे हां मनाली में कोई परेशानी नहीं होती.
भैया बोले जानू मैं तुम्हें बहुत प्यार करता हूं तुम मेरी हीरोइन हो मैं बोली भैया आपको मुझमें क्या अच्छा लगता है भैया बोले जानू तुम बहुत सुन्दर हो मैं बोली भैया खुल के बताईए ना मैं कहां से कैसे कितनी सुंदर हूं भैया बोले शोना बेटू तेरे लम्बे सिल्की चमकदार बाल पूनम के चांद की तरह गोरा चेहरा तीखे नैन-नक्श गुलाबी होंठ सुराहीदार गर्दन.
मैं खुश होते हुए धीरे से बोली बस और कुछ नहीं, बाबू और खुलकर बताओ ना भैया बोले और खुलकर बताऊं तो बुरा तो नहीं मानोगी या ग़लत तो नहीं समझोगी मैं बोली कैसी बातें करते हो जानूं आप मेरे भैया प्रेमी पति सब कुछ हो और मै बुरा कैसे मान सकती हूं आई लव यू भैया, बाबू, एजी और मुस्कुराई.
भैया बोले जानू तेरी 18 साल की नई नई जवानी चांदी जैसी गोरा तेरा बदन और उससे एक मादक खुशबू आती है तेरी कड़ी कड़ी अमरूद जैसी चूचियां चने जैसे छोटे छोटे निपल्स काश उसमें दूध होता तो मैं सारा पी जाता मैं बोली धत्त भैया आप भी ना बड़े वो हो अपनी बहन के कमसिन बदन में ये ऐसे पसंद करते हो और मुस्कुराती हुई बोली अच्छा बताओ तो और क्या पसंद है.
भैया बोले जानू तेरी कमर पतली सी है अंदर धंसा हुआ पेट, नाभी का छोटा सा छेद तेरी फूली हुई दो सटे खरबूजे जैसे गांड़ और तेरी छोटी सी चिपकी हुई चिकनी बिना बालों वाली चूत मेरी फेवरेट है जब उसमें उंगली डालता हूं तो अंदर फंस कर जाती हैं जब लंड अंदर जाता है तो बहुत ही मखमली चिकना एहसास होता है तेरी बहुत ही गरम है.
कनक: तुम बहुत गंदे हो मेरी चूत को मलाई की तरह से चाट चाट कर खा जाते हो पर मेरे प्यारे भैया आई लव यू।
रजत : शोना मैंने तो बता दिया तुम बताओ तुम्हें मेरे में क्या अच्छा लगता है मेरे प्यार करने से तुम खुश तो हो।
कनक : आप बहुत डैशिंग हो आपकी हाइट चौड़े कंधे छाती बहुत अच्छे लगते हैं कोई भी लड़की आपको पाने का सपना देखती है
रजत : बस शोना मैं तों सोच रहा था कि तुम्हें लंड पसंद होगा।
कनक : भैया आप ना बड़े वो हो आप मुझ को भी बेशर्म बना कर मानेंगे हम्म जब आप मेरी चूचियों को पकड़कर धीरे-धीरे मसलते हो और पीते हो तो मुझे बहुत मजा आता है
रजत : और बताओ ना जब चूत में जीभ घुसेड़ कर चूत पीता हूं और चूत को मुंह में भरकर होठों को चूसता हूं तो कैसे लगता है
कनक : छी कैसी-कैसी गंदी बातें करते हो भैया।
रजत : बता न जानू कैसा लगता है
कनक : आप नहीं मानोगे तो सुनो मैं भैया से चिपक कर कान में धीरे से बोली जानू वो मज़ा मैं बता नहीं सकती हूं जब चूत पीते हो तो बहुत गुदगुदी होती है मन करता है आपकी जीभ और अंदर तक घुस कर मजा दे जब आप मेरी चूत में जीभ घुसेड़ कर चोदते हो तो मैं आसमान में उड़ने लगती हूं और फिर खूब सारा पानी छोड़ती हूं बहुत मजा आता है जब आप सारा पानी चूस चूस कर पी जाते हो बहुत ही ज्यादा मजा आता है।
रजत : अच्छा तो खुलकर बताया कर, मेरा लन्ड पसंद है। आ मेरी गोद में मेरे मुंह की तरफ पैर कमर के पीछे कर के बैठ जा।
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मैं बैठने लगी तो भैया ने अपना खड़ा लन्ड बाहर निकाल लिया और मेरी स्कर्ट उठा कर कच्छी को किनारे सरका कर कर बोले जानू आ इस को अंदर घुसा कर बैठ तब बात करने में और मजा आएगा। मैं लंड पर बैठ कर नीचे होने लगी और वो महाराज मेरी चूत में घुसने लगे मेरे मुंह से आह आह उई निकल गई 3-4बार में ऊपर नीचे करने पर पूरा अंदर तक घुस गया अब हम स्मूच करने लगे भैया बोले जानू अब बताओ कैसा लग रहा है.
कनक : भैया सच में मुझे आपका लंड बहुत अच्छा लग रहा है ये बदमाश मेरी चूत की कसी दीवार को फैलाता हुआ अन्दर बच्चेदानी में अंदर तक घुस लगता है मन कर रहा है कि ये मुझे कसकर चोदे आह भैया मुझे फिर से चोदो आपसे इस तरह बात कर के मन मचल उठा आह भैया सी सी भैय्या अब आप पीछे लेट जाओ मैं घुड़सवारी करूंगी ।
भैया लेट गए और मैं ऊपर उछल उछल कर भैया को चोदने लगी 20-25 धक्के लगाने के बाद मैं थक कर चूर हो गई और भैया के सीने पर सर रखकर लेट गई भैया ने मुझे पलट कर नीचे कर लिया और मेरे ऊपर चढ़ गए मेरी टांगों को अपने कंधों पर रख कर मुझे गुड़िया सा जकड़ कर राजधानी एक्सप्रेस की रफ्तार से चोदने लगे मैं नीचे दबी आ आ आह उई करती हुई चुदवा रही थी कमरे में पच पच फच फच फट फट पट पट की आवाज हो रही थी भैया मुझे चूमते हुए चूचियों को पीते हुए हुमच हुमच कर चोदने लगे।
कनक : कान में बोली भैया जब आप मेरी टांगों को मेरे कंधे पर रख कर मुझे गुड़िया सा दबोचकर चोदते हो तो मुझे बहुत मजा आता है बच्चेदानी में गुदगुदी होती है मन करता है कि और अंदर तक घुसेड़ कर चोदो।
भैया ने तुरंत मेरी टांगों को मेरे कंधे पर रखकर दबोचकर एक ही बार में पूरा लंड अन्दर घुसा दिया मैं ऊई मां आह आह करने लगी ।
रजत : अब बताओ शोना मजा आया तुम बस मुझे बताती रहो मैं तुम्हें मजा देता रहूंगा।
मैं भैया के नीचे दबी जकड़ी आ आ करती झड़ गई और भैया भी हू्ं हू्ं करते हुए मेरी बच्चेदानी को अपने वीर्य से भर कर झड़ गये। इस तरह से हमारी सुहागरात और होली मनी।
रोहित says
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