Sexy Bhabhi Jabardast Chudai
प्यासी भाभी उभरी चूत दोस्तो मैं रमेश मैं अपने दोस्त के साथ उसके रिश्तेदार के यहां किसी काम से गया था. हैम दोनो दोस्तो ने बियर पी रखी थी पुराना मकान था दोस्त ऊपर मंजिल पर चला गया. मैं नीचे एक कमरे मे बैठा था तभी मुजे जोर से पिशाब आया मैं कमरे से निकल कर बॉलकनी से होता टॉयलेट की तरफ चला. Sexy Bhabhi Jabardast Chudai
तभी पास के कमरे मे बल्ब की पीली रोशनी मैं मुजे कोई नंगी औरत दिखी पुराने दरवाजे मैं बड़ी बड़ी गेप थी. मैं दबे पांव उसमे से झाँकने लगा ऊउफ क्या गदराई मांसल औरत थी वो पेटिकोट और ब्रा मैं ड्रेसिंग टेबल के सामने खड़ी थी.
उफ क्या चूतड थे उसके मेरा लौंडा फूल टाइट हो गया मैं ने दरवाजे को हल्का धक्का दिया वो खुला ही था लॉक नही किया था. अब उसने पेटिकोट उतार दिया पेन्टी मैं फूली हुई चुत का आकार साफ दिख रहा था.
तभी वो पलटी और मुझ पर नज़र पड़ी वो कुछ बोले इस से पहले मैंने उसको अपनी बाहों मैं दबोच लिया और उसके ब्रा मैं कैद चुचियो को मसल दिया. वो मुजे पहचान ती थी वो मुजे रोकने की कोशिश करने लगी लेकिन मैं नही रुका.
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और इस खींचतान मैं उसकी ब्रा फट गई उसने अंतिम धमकी दी मैं शोर मचा दूंगी मैं तब तक पेन्टी मैं उसकी गद्देदार मांसल चुत को मसलते जा रहा था. और फिर चुत मैं उंगली डाल कर तेजी से हिलाने लगा भाभी ….मत ……करो …..भैय्य्या मैं बदनाम हो जाउगी.
अब उसका विरोद कमजोर पड़ने लगा मैं लगातार फुसफुसा कर उसके बदन की तारीफ कर रहा था उसकी चुत मेरी उंगली से बहुत गीली हो चुकी थी. वो अब धमकी नही दे रही थी भाभी …भईया कोई ऊपर से आ जाये गा …लेकिन मैं नही माना.
मैं …भाभी (अपनी पेंट से लण्ड बाहर निकालते)अब नही रुक सकता कीमत कुछ भी हो मैं अब नही रुक सकता. भाभी ने जल्दी से लाइट बंद कर दी अब कमरे मे सिर्फ बाहर का हल्का सा ही प्रकाश रोशनदान से आ रहा था.
मैंने भाभी की एक टांग ड्रेसिंग टेबल के स्टूल पर रख दी और अपना लण्ड उसकी चुत पर सेट किया. लण्ड फक से भाभी की गीली चुत मैं समा गया. मैंने भाभी के चूतड को कस कर पकड़ा और और दे गप्पा गप्प लण्ड तेजी से चलाया. आप ये कहानी हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है. “Sexy Bhabhi Jabardast Chudai”
कुछ धक्के के बाद भाभी के मुह से आहे निकलने लगी भाभी का भोसड़ा जल्दी ही रस टपकाने लगा वो झर गयी. लेकिन मैं अपना चप्पू चलाता रहा और झर गया. मैं जल्दी से कपड़े पहन वहा से निकल ऊपर गया दोस्त वही था.
वो एक बूढ़ी औरत से बात कर रहा था थोड़ी देर बाद भाभी आयी वो मेरी तरफ देख ही नही रही थी. जब हम लोग वहां से आने लगे तब मैंने एक 100 के नोट पर सॉरी लिख कर भाभी की तरफ धीरे से फेक दिया.
भाभी ने जल्दी से उस नोट पर अपना पैर रख दिया और चुप चाप उठा लिया वो नीचे तक छोड़ने आयी. दोस्त तेजी से नीचे उतर रहा था मैं धीमे. मेरे पीछे वो थी मैंने एक और नोट पर अपना मोबाइल नंबर लिख कर रखा था जैसे ही मौका मिला भाभी को पकड़ा दिया.
दोस्तो प्रज्ञा भाभी से मेरी ये तीसरी मुलाकात थी पहली मैं ही मैंउसकी अदाओं से समझ गया था कि ये अपनी चुत मुजे देगी. दूसरी मैं मैंने मौका मिला तो प्रज्ञा को पकड़ कर चूचियो को मसल छोड़ दिया था.
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उस दिन वो सिर्फ 5 मिनिट बाद ही नार्मल होकर चाय लेकर आई थी और खूब हंस हंस कर बाते करि सब के सामने उसने कोई नाटक नही किया था. दोस्तो मेरा दोस्त लखन इस पर फ़िदा था वो इसको चोदना चाहता था लेकिन डरता था.
उसने इस मिशन पर मुजे लगाया और भाभी चुद गयी वो जनता था कि ये चुदाई के लिए तड़प रही है. पति से सन्तुष्ट नही है इसको मजबूत लण्ड चाहिए था लेकिन बदनामी के डर से मनमसोस कर रह रही थी.
दोस्त ने उसदिन चुदाई के बाद उस से बात भी करि पर उसने दोस्त को नही बताया कि रमेश मुजे चोद गया. दो दिन बाद प्रज्ञा का फोन मेरे नबर पर आया और वो बहुत खुश थी उसको उसदिन की चुदाई बहुत रोमांचकारी लगी थी.
ऊपर सासु नीचे बहु चुद गयी और फिर खड़े खड़े चुदाई का प्रज्ञा भाभी का पहला अनुभव था बस वो चाहती थी दोस्त को पता नही लगे. फिर एक दिन हम दोनों गए दोस्त ऊपर चला गया प्रज्ञा को मैंने फोन लगा कर नीचे बुलाया और वो बहाने से आई.
प्रज्ञा… अभी नही भैया …(मैं उसकी चुचियो से खेल रहा था )लाखन भैया निचे आ गए. तो मैंने उसको समझा कर चुदाई के लिए तैयार किया. वो अपनी साड़ी ऊंची कर के घोड़ी बन गयी उसने पेन्टी नही पहनी थी. “Sexy Bhabhi Jabardast Chudai”
मैं अपना लण्ड निकाल कर उसकी चुत मैं घुसेड़ा और धीरे से मोबाइल से दोस्त को मिस कॉल कर दिया. प्रज्ञा अपनी कमर ऊँचाल कर मेरा लण्ड लेने लगी तभी अचानक लाखन ने दरवाजा खोल दिया.
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प्रज्ञा भाभी हड़बड़ा गयी और मेरा लण्ड अपनि चूत मैं से निकाल कर साडी सही करने लगी. उसका ब्लाउस भी खुला था वो जल्दी से ब्लाउस के हूक लगाने लगी वो बहुत घबरा गई थी. लाखन को प्रज्ञा सफाई देने लगी कि पति उसको कर नही पाता है जल्दी ढुल जाता है. तभी लाखन ने उसकी चुचिया पकड़ ली वो आश्चर्य से लाखन को देखने लगी लाखन उसके ब्लाउस के हूक खोलने लगा. वो मुस्कुराते लाखन को देखने लगी.
चंद पलों मैं ही प्रज्ञा पूरी नंगी थी और लाखन उसकी चुत की गर्मी ठंडी करने मे लगा था. प्रज्ञा भी उसको किस कर के उकसा रही थी लाखन और मैं दोनो उसकी गदरायी जवानी की तारीफ कर प्रज्ञा के मजे ले रहे थे लखन प्रज्ञा भाभी को चोदने के बाद ऊपर चला गया अब प्रज्ञा मेरे लण्ड पर हिचकोले खा रही थी 30 मिनिट बाद प्रज्ञा भाभी अपनी सासु के सामने हम दोनों के लिए चाय लेकर आई.