Paki Incest Porn Kahani
मेरा नाम वसीम है, इस्लामाबाद, पाकिस्तान से। उम्र 24 साल। मेरे पास एक अच्छा 8 इंच का लंड है। मैं अपनी कहानी उर्दू में सुनाना चाहता हूँ ताकि ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को समझ आए। मेरी बहन का नाम सादिया है और उसकी उम्र 20 साल है। उसका फिगर बहुत खूबसूरत है। Paki Incest Porn Kahani
ये उन दिनों की बात है जब मैं मैट्रिक में था। मेरी उम्र 19 साल और सादिया की उम्र 18 साल थी। एक दिन हमारे चाचा का इंतकाल हो गया तो मेरे मम्मी-पापा हैदराबाद उनके घर चले गए। मेरे एग्ज़ाम की वजह से मुझे और सादिया को घर में अकेला छोड़ गए।
हमने स्कूल से आकर फ्रिज से खाना निकाला, गर्म करके खा लिया और अपने-अपने कमरे में सोने चले गए। मैं अपना पेपर की तैयारी कर रहा था और नाइट बल्ब जलाकर पढ़ रहा था। (मेरी आदत है कि रात को सिर्फ़ चड्ढी पहनकर सोता हूँ।) अचानक मेरे कमरे का दरवाज़ा ज़ोर से बजा। मैं घबरा गया और दरवाज़ा खोला तो सादिया झट से मेरे गले लगकर रोने लगी।
मैंने पूछा, “क्या हुआ?”
वो बोली, “मेरे कमरे में कोई है।”
इसे भी पढ़े – कुंवारी बंगाली नौकरानी की चूत फाड़ा
मैंने उसे समझाया कि मेरे और तेरे अलावा घर में कोई नहीं है, लेकिन वो बुरी तरह डर गई थी। मैंने उसके कमरे की तलाशी ली, वहाँ कोई नहीं था। मैंने उसे समझाया मगर वो नहीं मानी और ज़िद करने लगी कि वो मेरे साथ इसी कमरे में सोएगी।
मैंने कहा, “ठीक है, अगर तुम डर रही हो तो सो जाओ।”
मैं अपनी पेपर की तैयारी करने लगा और वो सो गई। लगभग दो घंटे बाद मुझे भी नींद आने लगी और मैं भी नाइट बल्ब जलाकर सोने लगा। अचानक मेरी नज़र उसकी मैक्सी पर पड़ी। (सादिया रात में फ्रॉक टाइप की मैक्सी पहनती है।) वो अपनी जगह से हट गई थी और उसकी चूत साफ़ नज़र आ रही थी।
उसने अंदर चड्ढी नहीं पहनी थी। मेरा तो ये देखते ही लंड पूरा खड़ा हो गया और चड्ढी फाड़ने लगा। मैंने अपनी चड्ढी उतार दी और धीरे से सादिया के बराबर में लेट गया। उसकी मैक्सी को धीरे-धीरे ऊपर खिसकाने लगा। मैंने नोट किया कि उसने अंदर कुछ भी नहीं पहना था, शायद गर्मी की वजह से वो रात में पूरी तरह रिलैक्स होकर सोती थी।
मेरा लंड उसके जिस्म को छूने लगा। उसका मुँह मेरी तरफ़ था। मैंने धीरे से उसकी चूत पर उंगली रखी तो वो बहुत गर्म और टाइट लग रही थी। मैंने अपना हाथ उसकी चूत पर फेरना शुरू कर दिया। अचानक उसने अपना दायाँ हाथ मेरे जिस्म पर रख दिया और धीरे-धीरे नीचे लंड तक पहुँच गया।
इसे भी पढ़े – माँ की चूत बेटे का लंड मांगने लगी
जैसे ही एक लड़की का हाथ पड़ा, मेरे लंड ने अपनी पूरी आब-ओ-ताब दिखा दी और और सख़्त हो गया। जिसकी वजह से सादिया की आँख खुल गई। वो ये सब देखकर हैरान रह गई। मैं परेशान हो गया कि अब ये मम्मी-पापा से मेरी शिकायत कर देगी। मगर उसने अपना हाथ से मेरा लंड पकड़कर पूछा, “भाई, ये क्या है और ये इतना बड़ा क्यों है?”
मुझे ये सुनकर कुछ तसल्ली हुई। फिर मैंने उसे घेरना शुरू किया। धीरे-धीरे उसे समझाने-समझाने के बहाने पूरा नंगा कर दिया और उसके छोटे-छोटे संतरे जैसे मम्मों को दबाना शुरू कर दिया। जब वो पूरी तरह गर्म हो गई तो अपना लंड उसके मुँह में दे दिया और कहा, “इसे चूसो।”
उस वक़्त मेरा लंड पूरे 5 इंच का था। उसने उसे चूसना शुरू कर दिया। मैं 69 की पोज़ीशन में आकर उसकी चूत चाटने लगा। थोड़ी देर बाद वो झड़ गई और उसकी चूत ने नमकीन पानी छोड़ दिया। मैंने वो सारा पी लिया। कुछ ही देर में मैं भी उसके मुँह में झड़ गया और उसने मेरा सारा माल चूस लिया। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
फिर मुझसे बोली, “भाई, ये तो बहुत मज़ेदार है। ये सब करके मुझे बहुत मज़ा आया। दोबारा करें?”
मैंने कहा, “अब हम कुछ और करेंगे जिससे तुम्हें और ज़्यादा मज़ा आएगा।”
इसे भी पढ़े – छात्रा को अकेले में घर बुला कर चोदा शिक्षक ने
मैंने ड्रेसिंग टेबल से वैसलीन की बोतल उठाई और अपने लंड और उसकी चूत पर बहुत सारी वैसलीन लगा दी। फिर अपनी एक उंगली उसकी चूत में डाली। उसकी चूत बहुत टाइट थी। उंगली अंदर थोड़ी सी ही गई थी कि वो चीखने लगी कि दर्द हो रहा है।
मैंने कहा, “थोड़ी देर बर्दाश्त करो, फिर बहुत मज़ा आएगा।”
धीरे-धीरे उसकी चूत में अपनी दोनों उंगलियाँ डालकर वैसलीन से अच्छी तरह चिकना कर दिया। फिर अपना खड़ा लंड धीरे से उसकी चूत में डाला। अभी मेरे लंड का सुपारा ही अंदर गया था कि वो ज़ोर-ज़ोर से चीखने लगी, “भाई निकालो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है।”
मैंने उसकी चीखों की परवाह किए बिना लंड अंदर सरकाना शुरू कर दिया। करीब 2 इंच अंदर जाने के बाद मैं रुक गया और उसके होंठों पर ज़ोरदार किस करने लगा, उसके बूब्स दबाने लगा। कुछ देर बाद उसे राहत मिली। अब मैंने पोज़ीशन ली, पहले उसके मुँह को अपने मुँह से अच्छी तरह ढक लिया ताकि उसकी चीख न निकल सके और फिर एक ज़ोरदार झटका मारा।
इसे भी पढ़े – पाकिस्तानी बॉटम गे चुदाई की कहानी
उसकी चीख मेरे मुँह में ही दब गई और मेरा पूरा लंड उसकी चूत में चला गया। वो तड़पने लगी और बेहोश हो गई। मगर मुझे कहाँ होश था? मैंने चुदाई जारी रखी। उसकी चूत से खून निकल रहा था। मैंने उसे कपड़े से साफ किया और थोड़ी देर बाद अपना लंड भी निकालकर साफ किया। उसके मुँह पर पानी मारकर उसे होश में लाया। वो रोने लगी, उसे बहुत दर्द हो रहा था। मैंने उसकी चूचियों को खूब अच्छी तरह मँजा। कुछ देर में उसे सुकून मिला तो मैंने एक बार फिर तैयारी की.
और अपने लंड पर फिर वैसलीन लगाकर उसकी चूत में डाल दिया। अब मैंने धीरे-धीरे अपना लंड उसकी चूत में डाला। वो थोड़ा चीखी तो मैं रुक गया। कुछ देर बाद उसे दर्द की जगह राहत मिलने लगी और वो अपनी कमर हिलाने लगी। अब मैंने भी अपनी रफ़्तार तेज़ कर दी और हम दोनों चुदाई में मग्न हो गए। लगभग 15 मिनट बाद वो फिर झड़ गई मगर मैंने अपना काम जारी रखा और उसे चोदता रहा। करीब आधे घंटे बाद मैं भी झड़ गया। फिर हम सो गए। और ये सिलसिला काफी अरसे तक जारी रहा।
प्रातिक्रिया दे