Desi Group Chudai Story
यह बात आज से एक हफ्ते पहले की है। मेरी स्टोरी पढ़के मेरे मेल एड्रेस पर एक मेल आया कि हम पुणे के रहने वाले हैं और मैं और मेरी वाइफ आपसे चुदाई करवाना चाहते हैं। मेरा नाम मनीष है और मेरी वाइफ का नाम अनिशा है। फिर हमने संडे के दिन प्रोग्राम बनाया। Desi Group Chudai Story
उसने कहा हम पुणे के पास लोनावला जाएँगे और वहाँ बीच पर होटल में रूम बुक करेंगे और वहीं पर चुदाई करेंगे। मैंने कहा ठीक है। संडे को सुबह ७ में पुणे के रेलवे स्टेशन पहुँच गया। तब ही उसका मोबाइल आया, “आप कहाँ हैं?” मैंने उसे इंक्वायरी की विंडो पर बुलाया। वहाँ पर पहली बार मैंने उसे पहली बार देखा।
उसकी वाइफ मोटी थी लेकिन बहुत ही व्हाइट और खूबसूरत थी। उसने जींस और स्किन टाइट टी-शर्ट पहना था और वाह क्या उसके बड़े बड़े बोब्स थे। मेरा लंड तो उसे देखकर ही टाइट हो गया। करीब दो घंटे बाद हम वहाँ पहुँचे। हमने होटल पर रूम बुक कराया और मैंने और मनीष ने बरमूडा पहन लिया और अनिशा ने ट्राउजर और टी-शर्ट पहन लिया और हम बीच पर चले गए।
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हम तीनों समंदर में एक साथ स्नान करने लगे। अनिशा का ट्राउजर उसकी स्किन से एकदम चिपक गया था जिससे उसके बोब्स और बड़ी गांड साफ दिखाई देती थी। मेरा लंड तो एकदम टाइट हो गया और बरमूडा में से साफ दिखाई देने लगा। तो मनीष ने अनिशा को दिखाया कि देखो उपेन्द्र का लंड कितना टाइट हो गया।
पूरा ८ इंच का लगता है और बहुत मोटा दिखाई देता है। तो अनिशा ने पानी में से मेरे लंड पर हाथ फेरना शुरू किया और कहा, “वाकई बहुत बड़ा है।” फिर मनीष ने भी मेरे लंड को बाहर से हाथ फेराया और बोला, “बहुत मज़ा आएगा।” और जैसे ही पानी की एक लहर आई और मेरा लंड अनिशा की गांड को छू गया तो वो मुस्कुराने लगी।
फिर तो मैं हर लहर पर उसकी गांड पर अपना लंड रगड़ देता था। अब तो मनीष का लंड भी खड़ा हो गया था। अब हम तीनों होटल पर गए और रूम में घुसते ही अनिशा ने मेरा बरमूडा उतार दिया और मेरी चड्डी भी उतार दी और मेरे लंड को हाथ में लेकर खेलने लगी।
और मनीष ने भी मेरे लंड को हाथ में लिया। अब मैंने भी मनीष के और अनिशा के कपड़े उतार दिए। अब हम तीनों पूरे नंगे थे। अब अनिशा ने हम दोनों के लंड अपने हाथ में लिए और खेलने लगी। फिर हम तीनों बाथरूम में गए और मनीष और अनिशा मेरे बदन पर साबुन लगाने लगे।
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दोनों ने मेरी चेस्ट पर फिर मेरे लंड पर साबुन लगाया। मेरे लंड को रगड़ रगड़ कर धोया। फिर मैंने और अनिशा ने मनीष के बदन पर साबुन लगाया। फिर मैंने मनीष के लंड पर साबुन लगाया। उसका लंड बहुत सॉफ्ट था। फिर मैंने और मनीष ने अनिशा को साबुन लगाया। मैं अनिशा को आगे से साबुन लगा रहा था और मनीष पीछे से।
मैंने अनिशा के बोब्स पर साबुन लगाया। वाह क्या बोब्स थे। मैंने अपने दोनों हाथों में उसके बोब्स लेकर साबुन से रगड़ रहा था और मनीष उसकी गांड पर साबुन लगा रहा था। फिर मैंने उसकी नेवल पर साबुन लगाया। फिर उसकी पुस्सी पर जब मैं पुस्सी पर साबुन लगा रहा था तो कभी कभी मेरी उंगली उसकी पुस्सी में चली जाती थी। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
अब अनिशा पूरी तरह से कामुक हो रही थी और उसके मुँह से आवाज़ निकल रही थी आह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह्ह्ह और रगड़ो मुझे मेरे पूरे बदन को रगड़ो। और मैं और मनीष जोश में आ गए और उसके पूरे बदन पर हाथ फेरने लगे और रगड़ने। अब तो मेरा लंड भी पूरी तरह से टाइट हो गया था और अनिशा भी उसे हाथ में लेकर हिला रही थी।
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फिर मैंने अनिशा को आगे से अपनी बाहों में लिया और मनीष ने पीछे से और हम दोनों अनिशा को अपना बदन रगड़ने लगे और अनिशा आवाज़ निकल रही थी आह्ह्ह्ह्ह्ह और रगड़ो मेरी जान मुझे बहुत मज़ा आ रहा है। हम तीनों साबुन के झाग से भर गए थे।
अब हमने शावर चालू किया और अपने बदन से साबुन को निकाला। बाद में बदन पोंछ कर बेडरूम में गए। फिर मैंने अनिशा की पुस्सी को चाटना शुरू किया। क्या सॉफ्ट पुस्सी थी। तब ही मेरा लंड मनीष ने अपने मुँह में ले लिया। वाह क्या मज़ा आ रहा था।
अब हम ट्रायंगल में हो गए और अनिशा मनीष का लंड चूसने लगी। फिर हमने पोजीशन बदल दी। अब मैं मनीष का लंड अपने मुँह में लेकर चूस रहा था और मनीष अनिशा की पुस्सी और अनिशा मेरा लंड चूसने लगी। फिर मनीष ने मेरे लंड पर ऑयल लगाया और मसाज करने लगा।
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उसने मेरा पूरा लंड ऑयल ऑयल कर दिया। फिर उसने अपनी एनल पर ऑयल लगाया। फिर मनीष ने अनिशा को बेड पर सुला दिया और खड़े खड़े अपना लंड अनिशा की पुस्सी में डाल दिया और मैंने अपना लंड मनीष की गांड में डाला। लेकिन पहले सिर्फ सुपारा ही गया। तब ही मनीष ने कहा, “पूरा लंड डाल दो मेरी गांड में फाड़ दो मेरी गांड और जम के चुदाई करो।” अब मैं जोश में आ गया और जोर से धक्का दिया और पूरा ८ इंच का लंड उसकी गांड में घुसा दिया। तब ही मनीष का लंड अनिशा की पुस्सी में घुस गया।
अब तो मैं जोर जोर से मनीष की गांड मारने लगा। अब अनिशा भी कह रही थी, “उपेन्द्र और धक्का लगाओ।” और मैं जोर जोर से धक्के लगाने लगा। तब ही मनीष अनिशा के मुँह में झड़ गया। अब मैंने अनिशा को डॉगी स्टाइल में बिठाया और पीछे से उसकी पुस्सी में पूरा लंड डाल दिया। अब तो अनिशा पूरे जोश में आ गई थी और बोल रही थी, “मेरी डार्लिंग पूरा डाल दो मेरी पुस्सी को फाड़ दो आह्ह्ह्ह्ह्ह उह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह और चुदाई करो।” अब वो मेरे ऊपर चढ़ गई और ऊपर नीचे होने लगी। फिर शायद आधे घंटे बाद वो झड़ गई और उसके बाद मैंने भी अपना वीर्य उसके मुँह पर छोड़ दिया।
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