Businessman Sex Scandal
मैं एक बिजनेसमैन हूँ। उम्र ६५ साल, लंबा, गोरा और मजबूत शरीर। मैं ४० साल से बिजनेस कर रहा हूँ। ६५ साल की उम्र में भी दिमाग और बॉडी फिट हैं। ४० साल के बिजनेस में पैसा और पावर बहुत कमाया है। सारे शहर में मुझे लोग ‘साब’ कहकर बुलाते हैं। मेरा सबसे बड़ा शौक है औरत का, और मैं अपना शौक पूरा करता हूँ। जवानी से लेकर अब तक मैंने बहुत औरतों को चोदा है। Businessman Sex Scandal
मेरे लंड को हर रोज चूत चाहिए। बीवी को चोदने में मजा नहीं आता, वो अब बूढ़ी हो गई है, और वैसे भी जितना पराई औरत की मारने में मजा है वो अपनी बीवी को चोदने में नहीं। मैंने मेरे बच्चों की टीचर को चोदा है। घर में काम करने वाली हर नौकरानी और नौकर की बीवी को चोदा है। मैं ये सब बहुत छुपाकर करता हूँ। आजकल मेरा शौक है ऑफिस में काम करने वाली लड़कियों को चोदने का। मैं ऑफिस में लड़कियों को इसी शर्त पर नौकरी देता हूँ।
मेरे दोस्त ने एक लेडी भेजी, बोला ठीक लगे तो नौकरी देना। मंडे १०.३० एएम वो ऑफिस में आई। रिसेप्शनिस्ट, पलक ने बताया ‘इंटरव्यू के लिए निधि आई है’। मैं बोला ‘अंदर भेजो’। निधि २८-२९ साल की थी। शादी और बच्चा होने की वजह से उसका बदन भरा भरा था। उसने साड़ी पहनी थी, गले में मंगलसूत्र और चूड़ियां, बड़ी बिंदी पहनी थी।
मैंने उसे इंग्लिश में सवाल पूछे तो उसने हिंदी में जवाब दिया। तब मैंने जाना कि उसे इंग्लिश और कंप्यूटर नहीं आता। उसने कहा मैं सीख लूंगी। नौकरी मेरे लिए बहुत आवश्यक है। आप प्लीज मुझे नौकरी दो। मैंने मैनेजर को निधि का इंटरव्यू लेने कहा। आधे घंटे के बाद मैनेजर ने आकर कहा कि निधि ग्रेजुएट है लेकिन काम नहीं जानती। रिसेप्शन का एक्सपीरियंस है।
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रिसेप्शन में जगह खाली नहीं। ये सुनकर निधि रोने लगी और बोली मुझे एक मौका दो। मैंने उसे अंदर बुलाया। सामने बिठाया। वो रो रही थी। वो बोली शादीशुदा है, एक बेटा है। पति की अच्छी नौकरी है। घर में सास, ससुर और ननद नौकरी करके अच्छा कमाते हैं। वो कमाती नहीं इसलिए उसे नीचा समझते हैं।
मैंने उससे कहा ‘तुम तो बहुत खूबसूरत हो’ वो शर्माई और आंसू पोंछने लगी। उसने कहा उसके पहले ऑफिस के बॉस भी यही कहते थे। मैं बोला इधर वैकेंसी नहीं है लेकिन मैं कोशिश करूंगा। वो शर्माई और हंसकर बोली ‘आप जो भी काम कहेंगे मैं करने के लिए तैयार हूँ’। वो अपना फोन नंबर देकर बोली कि सुबह १०.०० से लेकर शाम ६.०० तक घर पर वो अकेली रहती है।
उसके हाथ की अंगूठियां देखकर मैं बोला ‘आपने इतनी सारी अंगूठियां क्यों पहनी हैं’ तो वो बोली ‘ये अच्छे भविष्य के लिए हैं’। वो अंगूठी दिखाने लगी। मैंने उसका हाथ पकड़ लिया और बोला ‘आपका हाथ बहुत कोमल है’। वो शर्माई, मैंने हाथ सहलाया और कहा आप भी बहुत कोमल हैं।
वो शर्माई, मैंने उसके दोनों हाथ पकड़कर सहलाए। मैंने सोचा इसे नौकरी पर रख सकते हैं। मैंने उससे कहा ‘मैं तुम्हें कल फोन करता हूँ, तुम्हारी नौकरी डिस्कस करेंगे’। वो बहुत खुश हुई। दूसरे दिन मैंने उसे १०.३० पर फोन किया। उसने मेरी आवाज पहचानी। मैंने उससे कहा ‘नौकरी के लिए ११.०० बजे मुझे होटल ब्लू स्टार में मिलो’।
मैं होटल पहुंचा ११.०० बजे वो रिक्शा में आई। मैं उसे लेकर रेस्तरां में गया, वो टेबल पर हाथ रखकर बैठी थी। मैं उसके हाथ पकड़कर बोला ‘तुम्हारे हाथ बहुत नरम हैं, क्या तुम पूरी ऐसी नरम हो?’ वो शर्माई और कुछ नहीं बोली। मैंने उससे पूछा ‘कॉफी इधर ही पीयोगी या फिर हमारे कंपनी के लिए एक रूम बुक है, चाहो तो कमरे के अंदर आराम से पी सकते हैं। कोई देखेगा भी नहीं’।
वो बोली ‘ठीक है’। मैंने बोला रूम नं. २०३ में चली जाओ। वो लिफ्ट लेकर रूम में गई। मैं भी लिफ्ट से रूम में गया। उसने दरवाजा खोला। निधि पलंग पर बैठी। निधि को पता था नौकरी के लिए उसे मेरे नीचे सोना होगा। मैं उसके पास बैठा। उसे गले लगा लिया और उसे स्मूच करने लगा। मैंने हाथ उसके मम्मों पर रखे।
उसके बड़े बड़े मम्मों को दबाने लगा। उसने ब्लाउज के बटन खोल दिए, मैंने उसका ब्लाउज उतारा और ब्रा निकाल दी, उसकी साड़ी उतार दी और उसकी निकर भी निकाल दी। वो मेरे सामने नंगी हो गई। मैं उसे चूमने लगा। एक हाथ से मम्मे दबाए और दूसरा हाथ उसकी चूत पर उगे झांटों पर फेरने लगा।
मैंने उंगली उसकी चूत में डाली। वो गरमा गई। चूत गीली थी। मैंने जिप खोलकर अपना लंड अंडरवियर से बाहर निकाला। मेरा लंड है तो ५ इंच का लेकिन कारनामे बहुत किए हैं। उससे कहा ‘चूसो’। वो लंड चूसने लगी। उसके मुंह में अपना लंड डालकर मैं उसके नंगे बदन से खेल रहा था।
उसकी जीभ मेरे लंड पर थी। वो मेरे झांटे चाट रही थी, मेरे बॉल्स चूस रही थी। मेरे लौड़े को चूस के गीला किया। मेरा लंड उसके मुंह में अंदर जा रहा था। मैं अपनी बेटी की उम्र की औरत से अपना लंड चुसवा के मजा ले रहा था। निधि ने खूब मेरा लंड चूसा और मेरे बॉल्स को भी चूसा।
मेरे लंड से प्रीकम निकल रहा था, निधि चाट रही थी। मैं उसकी चूत में उंगली कर रहा था। उसके मम्मे दबा रहा था। मेरा लंड खड़ा हो गया था। निधि शादीशुदा होने से चुदी हुई थी। मैंने लंड उसकी चूत में पेल दिया। जोर जोर से उसकी चूत मारने लगा। उसके मम्मे दबाए और उसे चूमा।
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उसकी गांड बड़ी थी, वो हिला हिला कर चुदवाने लगी। मैं उसे पेलता रहा। मेरा लंड उसके चूत में अंदर बाहर हो रहा था। वो चुदवा रही थी, मैं अपनी बेटी के उम्र की औरत की जवानी लूट रहा था। नौकरी के लिए वो मेरे नीचे सोकर चुदवा रही थी। मैंने जोश में आकर खूब उसकी चूत मारी। लंड की प्यास बुझाई।
आज तक मेरा लंड बहुत औरतों के बुर में गया था। एक और नाम लिस्ट में आया। उसकी गरम बुर में मजा आ रहा था। मैंने और तेजी से चोदा। जब मेरा पानी छूटने वाला था मैंने उससे कहा ‘निधि, मेरी जान, मेरा निकलने वाला है’। वो बोली ‘मैं गोलियां लेती हूँ, आप बेझिझक निकालो’। मैंने और जोर से पेलना शुरू किया। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
निधि पैर फैलाए नंगी मेरे नीचे पड़ी चुदवाती रही। मम्मे दबवाती रही। मेरा पानी निकला तो मैं शांत हुआ। उसके ऊपर से हटा तो वो बोली ‘साब आप तो कमाल का चोदते हैं, ऐसा तो मैंने पहली बार चुदवाया है’। मैं बोला ‘मेरी रानी, यही तेरा काम है मेरा लंड लगवाना, तेरी नौकरी पक्की’।
वो खुश हुई, बोली ‘साब, अब और क्या करूं’। मैं बोला ‘एक बार और लंड चूस कर खड़ा कर दे, एक बार फिर पेलता हूँ तुझे’। वो उठकर जमीन पर बैठ गई। लंड चूसने लगी, मैं उसके मम्मे दबा रहा था। मेरा लंड फिर खड़ा हो गया। मैंने उसके चूत में उंगली डाली तो वो मेरे और उसके पानी से बहुत गीली थी।
मैं बोला अब अपने घुटनों पर आकर कुतिया की तरह चुदवा। वो कुतिया बन गई, मैं उसपर चढ़ गया। पीछे से उसे चोदने लगा, उसकी गांड मेरे सामने थी। निधि कुतिया बनी चुदवा रही थी। मैंने उसके मम्मे पकड़े और जल्दी जल्दी उसे पेलने लगा। गांड मारने का आनंद मिल रहा था।
६५ बरस की उम्र में २ घंटे में दूसरी बार चोद रहा था और वो भी अपनी बेटी के उम्र की औरत को। मैंने खूब उसे पीछे से चोदा और मम्मे दबा दबाकर लाल कर दिया। फिर मैंने उससे कहा ‘मेरी रानी, अब तू मेरे लंड पर बैठ’। वो मेरे ऊपर आई, हाथ से लंड को अपनी चूत में डाला और चोदने लगी।
मैं उसके मम्मे चूस रहा था। उसके निप्पल्स मेरे मुंह में थे। वो नौकरी के लिए मुझे दूध पिला रही थी और मेरे लंड की प्यास बुझा रही थी। मैंने बेझिझक लंड का पानी उसके चूत में निकाला। उसके मम्मे मसलके लाल कर दिए थे और उसकी चूत मार मार कर पानी निकाल दिया था।
वो कपड़े पहनकर बोली ‘काम पर कबसे आना है’। मैं बोला ‘निधि रानी तेरी नौकरी शुरू हो गई, कल से ऑफिस आजा। तुझे ऑफिस में कुछ और काम भी करना पड़ेगा, और जब मैं कहूं, मुझसे पेलवाना होगा’। वो बोली मैं इस काम के लिए हर वक्त तैयार हूँ’। हम होटल से बाहर आ गए।
दूसरे दिन मैं ऑफिस पहुंचा तो निधि पहले आकर बैठी थी। उसने जॉइनिंग की फॉर्मेलिटी पूरी की और ऑफिस में बताया कि वो अकाउंट्स में काम करेगी। मैं काम से ४ दिन के लिए बाहर गया। जब मैं ऑफिस आया तो निधि ऑफिस में घुल मिल गई थी। थोड़ा काम खत्म करके ६.०० बजे निधि को बुलाया।
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उसने घर फोन किया कि ऑफिस में काम होने से वो लेट आएगी। लगभग सारा स्टाफ जा चुका था। निधि अंदर आई, मेरे इशारे पर दरवाजा बंद किया। मैंने जिप खोल दी। मेरा लंड झूल रहा था, वो सामने बैठी लंड चूसने लगी तो लंड खड़ा हुआ। मैंने उसकी पैंटी उतारनी चाही तो देखा कि साड़ी के अंदर उसने ब्रा पैंटी दोनों नहीं पहनी।
मैं खुश हुआ, मैंने ब्लाउज खोल दिया और साड़ी ऊपर कर दी। उसे मैंने ऑफिस के अंदर के सोफे पर लिटाया और उसके ऊपर चढ़ गया। निधि कपड़े उतारे बिना भी मेरे सामने पूरी नंगी थी। निधि ने लंड पकड़कर चूत पर रखा, मैंने जोर से धक्का लगाया। एक हाथ से मम्मे दबाए और दूसरे हाथ से रिसेप्शनिस्ट को फोन किया ‘पलक, मुझे कोई डिस्टर्ब न करे, आई एम बिजी’।
पलक समझ गई कि मैं अंदर निधि की जवानी लूट रहा हूँ। वो भी तो बहुत बार सोफे पर सोकर मुझसे चुदवा चुकी है। पलक को तो एक बार दिन रह गए थे। मैंने गिरवा दिया। उसकी शादी नहीं हुई है और सिर्फ २३ साल की है। पिछले ५ साल से मैं उसकी चूत मार रहा हूँ।
निधि को ये सब नहीं पता था, वो अपनी नौकरी की खातिर मुझसे चूत मरवा रही थी। मैं उसकी मजबूरी का फायदा लेकर उसे चोद रहा था। मेरा शातिर लंड बहुत युवतियों की मजबूरी का फायदा उठाकर उनकी बुर में जा चुका है। मैं बोला ‘निधि, मेरी रानी, तू मेरी रांड है, मेरी रंडी में तेरी चूत मारूंगा’।
वो बोली ‘साब, जब पहली बार आपका लंड लगाया तब ही मैं आपकी रंड बन गई, मैं आपकी रंडी हूँ, मेरी बुर आपके लिए’। मेरा लंड निधि की चूत में अंदर बाहर हो रहा था। मैं उसकी जवानी लूट रहा था, उसके जवान जिस्म का मजा ले रहा था। मेरा लंड जवान औरतों को चोदने के लिए हमेशा बेचैन रहता है। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
मैं अपने पैसे, पावर से उनकी जवानी खरीद लेता हूँ। तभी फोन रिंग हुआ, मैंने जोर से निधि को पेलते हुए फोन उठाया और पलक को डिस्टर्ब करने की वजह से डांटने लगा। पलक ने कहा ‘साब, आपके दोस्त धर्मेन्द्र का फोन है’। मैंने फोन लिया। धर्मेन्द्र मेरा दोस्त है, उम्र ५५ बरस, बहुत पैसा और पावर है और हम दोनों का शौक एक ही है।
धर्मेन्द्र ने पूछा ‘क्या चल रहा है’, मैंने कहा पेल रहा हूँ, सुनकर मेरे नीचे नंगी चुदवा रही निधि हैरान हो गई। मैंने उसे छूते हुए इशारा किया कि अपना दोस्त है। धर्मेन्द्र बोला ‘कोई नई चीज है?’ मैं बोला ‘हां आज दूसरी बार है, बहुत मस्त और गरम है’। धर्मेन्द्र बोला ‘मुझे कब पेलने दोगे’। मैं बोला जल्दी ही बताता हूँ, अब चोदने दे। फोन रख दिया।
निधि को पता नहीं था धर्मेन्द्र ने क्या कहा। वो मुझसे चुदवा रही थी। अपनी नौकरी के लिए अपने पिता से भी बड़े आदमी का लंड चूत में डलवाने राजी हो गई थी। निधि अपने बाप से बड़े आदमी की रंडी बन गई थी। मैंने निधि से कहा ‘मेरी रंड, गोली चालू रख, हर बार मेरा पानी तेरी चूत में निकलेगा’। अब ले मैं छुट रहा हूँ’।
निधि और गांड हिला हिला कर साथ देने लगी, मैं लंड अंदर बाहर कर रहा था, नौकरी देने की कीमत वसूल कर रहा था। मैंने जोर जोर से चोदा। लंड अंदर बाहर कर कर के निधि की चूत का मजा लिया। उसके निप्पल्स चूसे, निधि गांड हिला हिला कर साथ दे रही। उसे मजा आया के नहीं पता नहीं लेकिन अपनी नौकरी के लिए वो मुझसे चुदवा रही थी।
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मेरा पानी जैसे ही निकलने वाला था मैंने उसके मम्मे जोर से दबाए और उसे किस किया और जोर से लंड चूत में घुसा दिया। पूरा पानी निकलने तक मैं उसके ऊपर पड़ा रहा। जब मेरे लंड ने पूरा पानी निधि के चूत में उगल दिया तो मैं उसके ऊपर से हट गया। निधि उठी और अपने कपड़े और बाल ठीक किए।
मैंने निधि से कहा ‘अब से घर जाने से पहले चुदवा लेना और मेरे लौड़े का रस अपनी चूत में लेकर घर जाना’। वो शर्माई। हम दोनों ऑफिस के बाहर आए। निधि ने कहा ‘साब, आज का काम हो गया है, अब मैं घर जाती हूँ, गुड नाइट’। निधि चली गई।
मेरी नजर रिसेप्शन में बैठी पलक के सुंदर टाइट फ्रॉक पर थी। मैंने हाथ पलक के फ्रॉक में डालके उसकी चूत पकड़ी। मैं बोला ‘पलक, चलो तुम्हें घर छोड़ देता हूँ’। पलक को पता है मना करेगी तो नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा, वो कार में बैठ गई। मैंने कार शुरू की और एक अनजान सड़क पर ले गया। मेरा हाथ पलक की फ्रॉक के अंदर चूत पर था।
पलक ने कार में बैठते ही पैंटी निकाल दी थी। कार पार्क करके हम झाड़ियों में गए। मैं बोला ‘पलक डार्लिंग चूसो’। पलक मेरा लंड चूसने लगी। मैं बोला ‘पलक डार्लिंग निधि ने चोद चोद कर सारा रस निकाल लिया है। अब तुम दिखाओ कि तुम उससे अच्छा काम करती हो, तुम उससे ज्यादा जवान और गरम हो’।
मैं उसकी गांड से खेल रहा था और चूत में उंगली कर रहा था। फिर हम दोनों ६९ में आ गए। पलक के साथ मैं ६९ करता हूँ, पलक को मैं तब से चोद रहा हूँ जब वो १८ की थी। पलक ने चूस के मेरा लंड खड़ा किया, मैं पेड़ से लगकर बैठ गया। पलक मेरा लंड चूत में डाल कर बैठी और झटके दे दे कर रंडियों की तरह चोदने लगी। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
५ साल में मैंने और मेरे दोस्तों ने चोदके पलक को एक्सपर्ट रंडी बना दिया है। पलक ऐसे चोदती है जैसे कोई रेड लाइट एरिया की अनुभवी छिनाल चोदती है। पलक को मैंने उसकी जवानी के बदले सबकुछ दिया। मुझे लड़कियों को रंडी बनाने में मजा आता है। पलक ने खूब चोदा और फिर दोनों का पानी छूट गया।
पलक को मैंने पहली बार ऐसे ही एक शाम घर छोड़ने के बहाने लेकर आया और चोदा था। जब पलक १८ साल की थी इंटरव्यू के लिए आई। मैंने नौकरी दे दी। एक शाम उसको बोला ‘पलक, मैं तुम्हें घर छोड़ देता हूँ’। पलक को लेकर मैं कार खाली एरिया में ले गया। कार सेंट्रली लॉक की और उसको बोला ‘पलक, नौकरी में रहना चाहती हो तो जो मैं कहूं वो करो’।
मैंने उसका स्कर्ट ऊपर किया, पैंटी में हाथ डाला, वो रोने लगी, मुझे और भी मजा आया। मैंने उसके मम्मे चूसे, कार के बैक सीट में उसकी चूत चाटी और उससे लंड चुसवाया। दूसरे दिन उसको मैं होटल के कमरे में ले गया। पलक को नंगी करके उसके जिस्म को खूब चूसा और काटा, उसके छोटे छोटे मम्मे चूस चूस के लाल किए। काट कर निशान बनाया।
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उसकी चूत चाटी और लंड उसके मुंह में डाला। फिर उसके चूत पर लंड रखा। वो अच्छी गरम हो गई थी। १८ साल की लड़की ६० साल के अपने बॉस से चुदवाने राजी हो गई थी। मैंने लंड का टोपा उसकी चूत पर रखा और दबाया, मुझे मजा आ रहा था। फिर और दबाया, उसको दर्द होने लगा, उसके चूत की झिल्ली अब तक टूटी नहीं थी।
मैंने जोर का झटका लगाया और उसकी झिल्ली तोड़ कर चूत में लंड घुसा दिया। वो दर्द से कराहने लगी। अब मैं उसे दर्द में तड़पती देख और चोदने लगा। मैं उसपर चढ़ कर चोदता रहा। मेरा लौड़ा जो बहुत लड़कियों की जवानी लूट चुका था आज एक और १८ साल की कुवारी को चोद रहा था।
मैंने बेरहमी से पलक की जवानी लूटी। उसने जो अपने पति के लिए संभाल कर रखा था वो मैंने लूट लिया। पलक की चूत में मेरा लंड अंदर बाहर हो रहा था। पलक को दर्द हो रहा था। पलक को पता था नौकरी बचानी है तो ये सब करना पड़ेगा। वो चुदवाती रही। आधा घंटा चोदने के बाद मेरे लौड़े ने अपना जिम निकाला।
पलक को दर्द हो रहा था। हम बेड पर पड़े रहे, १ घंटे के बाद मैं बोला ‘पलक डार्लिंग एक बार फिरसे चोदते हैं’, पलक बोली ‘दर्द हो रहा है, कल कर लेना’। हमने कपड़े ठीक किए और मैंने पलक को घर छोड़ दिया। तबसे पलक को मैं जब चाहूं पेल देता हूँ। एक दिन पलक ने आकर मुझसे कहा वो प्रेग्नेंट हो गई है और उसको दूसरा महीना चल रहा है।
सुनकर मैंने पलक को बाहों में ले लिया, मैं बोला ‘पलक मेरी डार्लिंग मां बनने वाली है’। मैं उसको चूमने लगा और उसको मेरे ऑफिस के टेबल पर आधी लिटा दिया, फिर उसकी पैंटी नीचे की और जिप खोलके उसके बुर में लौड़ा घुसा दिया। पलक को आधी लेटी हालत में चोदा।
जब मेरे लौड़ा शांत हुआ मैंने पलक को ५००० रुपये और ५ दिन छुट्टी एबॉर्शन करने के लिए दी। पलक ५ दिन बाद आई तो बोली ‘हम कुछ दिन चोद नहीं सकते’। मैं बोला ‘पलक मेरी डार्लिंग चूत में नहीं ले सकती तो क्या मुंह में ले’। पलक हर रोज ऑफिस में आकर मेरे लंड को चूस चूस कर शांत करती थी।
कल जब मैं ऑफिस पहुंचा तो धर्मेन्द्र मेरा इंतजार कर रहा था। धर्मेन्द्र को नई गरम मस्त चीज को चखना था। धर्मेन्द्र बोला ‘साब जल्दी बुलाओ मस्त माल को, मेरा लंड बहुत देर से उछल रहा है’। मैंने पलक को फोन किया ‘पलक, जल्दी से निधि को अंदर भेज दो, और हम जरूरी काम में हैं हमें डिस्टर्ब नहीं करना’।
पलक समझ गई आज धर्मेन्द्र निधि की जवानी लूटेगा। निधि अंदर आई तो मैंने उसका परिचय धर्मेन्द्र से कराया। हम तीनों जाकर सोफे पर बैठे। मैंने निधि को पास बिठाया और धर्मेन्द्र के सामने निधि के मम्मे दबाए। निधि ने रोका, मैंने कहा ‘धर्मेन्द्र से कुछ छुपाओ मत, मेरी तरह धर्मेन्द्र को खुश रखो, मैं तुम्हारी सैलरी डबल कर दूंगा’।
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निधि ने सोचा ५००० रुपये के लिए साब से चुदवाना है ही क्यों न धर्मेन्द्र को खुश करके १०,००० रुपये ले लो और घर में भी अपना स्टेटस बनाके रखो। मैंने निधि को धर्मेन्द्र के पास धकेल दिया। धर्मेन्द्र निधि को पकड़के चूमने लगा, उसके बड़े बड़े मम्मे दबाने लगा। मैं बोला ‘धर्मेन्द्र मम्मे देख बड़े हैं और उसकी चूत गरम है’। निधि नंगी हो जा।
निधि ने कपड़े उतारे और हम दोनों के सामने नंगी खड़ी रही। धर्मेन्द्र बोला ‘माल मस्त है’। निधि घूमकर गांड दिखाओ, मैंने उसके गांड में उंगली डाली। धर्मेन्द्र बोला ‘निधि क्या तूने गांड मरवाई है’। निधि बोली ‘नहीं’। अब धर्मेन्द्र उतावला हो गया, निधि को सोफे पर लिटा कर अपना लंड उसके बुर में पेल दिया, उसके मम्मे दबाने लगा।
ये देखकर मुझे मजा आ रहा था। मैं धर्मेन्द्र की लड़कियों को इसी तरह चोदता हूँ। निधि जो खुद २८-२९ साल की है आज ६५ और ५५ साल के मर्दों से चुदवा रही है। धर्मेन्द्र के लौड़े की स्किन निकली हुई है। ऐसा लंड निधि पहली बार देख रही थी। मैं बैठा निधि को धर्मेन्द्र से चुदते देख रहा था।
धर्मेन्द्र बोला ‘निधि रानी, २-२ लंडों का मजा लेती है’। निधि मेरी जान बस हमारे लंड को खुश रख, मेरी रंड, रानी बनकर रहेगी’। मैंने निधि के मुंह में अपना लंड घुसा दिया और बोला ‘निधि मेरी रंड मेरे लंड को भी चूस’। निधि अब डबल चुद रही थी। नीचे से और ऊपर से। नीचे धर्मेन्द्र उसकी चूत मार रहा था और मुंह में मेरा लंड।
हम दोनों उसके मम्मे चूस रहे थे और मसल रहे थे। निधि को पता नहीं था कि और क्या क्या होने वाला है। धर्मेन्द्र को गांड मारने का बहुत शौक है। वो बोला ‘निधि मेरी जान तेरी गांड दे दे, मैं तुझे डायमंड पेंडेंट दूंगा’। निधि सोच में पड़ गई। मैंने मेरे लंड का वीर्य उसके मुंह में निकाला। निधि उठ गई। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
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उसने टर्न किया और अपनी गांड ऊपर करके सो गई। धर्मेन्द्र बहुत खुश हुआ। धर्मेन्द्र को चोदते हुए गाली देने की आदत है। उसने निधि की बड़ी गांड पर हाथ फेरा और बोला ‘साब, देखो तुम्हारी रंडी मुझसे गांड मरवा रही है’। धर्मेन्द्र ने निधि की गांड पर २-३ थप्पड़ मारे, उसकी गांड लाल हो गई। निधि को दर्द हो रहा था।
धर्मेन्द्र बोला ‘मेरी रंडी, पहले थोड़ा दर्द होता है फिर मजा आता है, अब मैं तेरी गांड मारूंगा और फिर साब तेरी गांड मारेगा’। धर्मेन्द्र ने निधि की गांड खोली, उसके गांड के खड्डे में उंगली डाली और हिलाने लगा, बोला ‘रंडी साली छिनाल, तेरी गांड तो कसी है, अब मैं इसको ढीली करता हूँ’।
धर्मेन्द्र ने गांड में थूक लगाया और उसका लौड़ा जो मेरे लौड़े जितना ही है, पहले से ही गीला था, निधि के गांड के खड्डे पर रख दिया। धर्मेन्द्र बोला ‘साली छिनाल, गांड मरवा रही है, मेरा लौड़ा तेरे हर छेद में डालूंगा, तू हमारी रखैल है, रंडी तेरे गांड के खड्डे में लंड डालूंगा’।
मैंने निधि के हाथ पकड़ लिए, धर्मेन्द्र ने धक्का लगाया, निधि दर्द से चिल्लाने लगी और धर्मेन्द्र एक के बाद एक धक्का लगाते रहा। निधि रोई तड़पी, धर्मेन्द्र ने जोर का धक्का लगाया और धर्मेन्द्र का लंड निधि के गांड के छेद में घुस गया। मैं देख रहा था, अब मैंने निधि के मुंह में अपना लंड घुसा दिया।
निधि के दोनों खड्डों में हमारे लंड थे। निधि अब हमारी रांड, हमारी छिनाल बन गई थी। धर्मेन्द्र बोला ‘साब, अब इसको हम नाम देते हैं, इसे हम छिनाल बुलाएंगे, मुझे अच्छा लगा’। हम पलक को भी चोदते वक्त छिनाल बुलाते हैं। हम दोनों छिनाल के मुंह और गांड चोद रहे थे, धर्मेन्द्र छिनाल की चूत में उंगली डाल रहा था।
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धर्मेन्द्र बोला ‘छिनाल का एक खड्डा खाली रह गया, मेरी उंगली की जगह कल मेरे बेटे का लंड लगाएंगे, छिनाल कोई भी खड्डा खाली नहीं रखती’। निधि सुन रही थी, समझ गई कल ३ मर्द चोदेंगे। धर्मेन्द्र निधि को छिनाल बनाकर उसकी गांड मार रहा था, निधि भी धंधेवाली की तरह गांड मरवा रही थी। धर्मेन्द्र बोला ‘साब खूब गांड मारी है, मेरा पानी निकल रहा है’। मेरा भी पानी निकाला। निधि ने दोनों छेदों से हमारा पानी पिया। निधि के गांड का छेद सूज गया था। मैं बोला ‘अपने हसबैंड से वैसलीन लगवाना, ठीक हो जाएगा’।
कल गांड में मारूंगा। हमने कपड़े पहने। धर्मेन्द्र ने निधि को पेंडेंट दिया, वो चली गई। हम दोनों बाहर आए तो पलक जा रही थी। धर्मेन्द्र ने उसको खींच कर गोद में बिठाया और बोला ‘पलक डार्लिंग, बहुत दिनों से तूने मेरा लंड नहीं चूसा’। पलक धर्मेन्द्र के सामने बैठ गई। उसने लंड निकाला जो निधि के गांड मार चुका था, अब पलक के मुंह में था। धर्मेन्द्र बोला ‘साब, आपकी रंडियां बहुत अच्छा काम करती हैं’। पलक ने चूस चूस कर धर्मेन्द्र का फिर से एक बार पानी निकाला। धर्मेन्द्र ने जेब से ५०० रुपये निकाले और पलक को दे दिए। पलक घर चली गई।
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