Next Door Bhabhi Chudai
मैं 24 साल का लड़का हूँ और कानपुर से हूँ। मैं एक सच्ची कहानी साझा करना चाहता हूँ जो करीब तीन महीने पहले मेरे साथ हुई। यह मेरी और मेरे पड़ोस में रहने वाली भाभी की सच्ची कहानी है। लगभग पांच महीने पहले हमारे पड़ोस में एक दंपति रहने आया। Next Door Bhabhi Chudai
पति का नाम धीरेन्द्र था, जो 35 साल का था, और उनकी पत्नी का नाम समीरा था, जो 31 साल की थी। उनका एक बेटा भी था। समीरा का फिगर बहुत ही कमाल का था, 36-30-38। जब वे हमारे पड़ोस में रहने आए, तो समीरा को देखते ही मेरा मन उत्तेजित हो गया और मुझे बाथरूम जाकर अपनी उत्तेजना शांत करनी पड़ी।
उस दिन मैंने ठान लिया कि एक बार इस भाभी के साथ जरूर संबंध बनाऊँगा। धीरेन्द्र सुबह 7 बजे काम पर चला जाता था और उनका बेटा दोपहर 12 बजे स्कूल जाता था। लेकिन समीरा सुबह से शाम तक घर में अकेली रहती थी। वह रोज सुबह 7 बजे अपने बेडरूम की सफाई करने आती थी।
उनके बेडरूम की खिड़की से मेरा कमरा साफ दिखता था। अब मेरे लिए समस्या यह थी कि मैं समीरा को शारीरिक संबंध के लिए कैसे मनाऊँ। वैसे तो वह मुझसे बातें करती थी, लेकिन सेक्स की बातें नहीं होती थीं। मैंने सोचा कि क्यों न उसे उत्तेजक चीजें दिखाकर लुभाया जाए।
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फिर रोज जब वह अपने बेडरूम की सफाई करने आती थी. मैं जानबूझकर अपने कंप्यूटर में ब्लू फिल्म लगा देता था और आवाज को थोड़ा तेज कर देता था ताकि वह उनके कमरे तक जाए। पहले तो उसने इस पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन एक हफ्ते बाद, जब वह अपने कमरे की सफाई करने आई, मैंने अपने कपड़े उतार दिए और ब्लू फिल्म लगा दी।
मेरे कमरे में लगे आईने से उनके बेडरूम की खिड़की दिखती थी। जब वह खिड़की से कचरा फेंकने आई, तो उसने देखा कि मैं सिर्फ अंडरवियर में हूँ और ब्लू फिल्म देख रहा हूँ। वह तुरंत चली गई। मैंने सोचा कि यह तरकीब काम नहीं करेगी। अगले दिन, जब मैंने कुछ नहीं किया, तो वह बार-बार मेरे कमरे की ओर देख रही थी।
मैंने देखा कि वह मेरे कमरे की तरफ झाँक रही है, तो मैंने कंप्यूटर चालू किया और धीरे-धीरे अपने कपड़े उतार दिए। मैं सिर्फ अंडरवियर में बैठ गया और अपने लंड को सहलाने लगा। आईने में मैंने देखा कि वह चुपके-चुपके मुझे और ब्लू फिल्म देख रही थी।
आवाज इतनी थी कि उनके कानों तक पहुँच रही थी। उसने सिर्फ नाइटी पहनी थी और उसके स्तन उछल रहे थे। वह चुपके से देख रही थी और मैं उसे देख रहा था, जैसे मुझे कुछ पता ही न हो। करीब 7-8 दिन तक यही चलता रहा। मैं रोज नई-नई सीडी लगाता था और सेक्सी अंडरवियर पहनता था।
फिर एक दिन, जब वह सब कुछ देख रही थी, मैंने अचानक पलटकर उसे देख लिया और उसने मुझे देख लिया। हमारी नजरें मिल गईं और वह मुझे देखकर हँस पड़ी। मैं समझ गया कि मेरा रास्ता साफ हो गया है। फिर मैंने उससे बात करने की कोशिश की।
मैंने हिम्मत करके उसके पास गया और पूछा, “फिल्म कैसी लगी?” वह कुछ नहीं बोली और हँसकर चली गई। अगले दिन, जब वह अपने कमरे की सफाई करने आई, तो उसने खुद कहा, “सुनील, कोई अच्छी सी फिल्म दिखाओ ना।” मैंने कहा, “दिखा तो सकता हूँ, लेकिन तुम्हें मेरे कमरे में आना होगा।”
वह बोली, “मेरा बेटा स्कूल चला जाए, उसके बाद मैं तुम्हारे कमरे में आऊँगी।”
मैंने कहा, “ठीक है।”
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जब उसका बेटा दोपहर 12 बजे स्कूल गया, तो मैंने उसे इशारा किया। पहले तो वह मना करने लगी कि मैं नहीं आऊँगी। लेकिन एक घंटे बाद मेरे मोबाइल पर फोन आया। वह बोली, “मैं समीरा बोल रही हूँ, मुझे ब्लू फिल्म देखनी है।” मैंने कहा, “ठीक है, तुम मेरे कमरे में आ जाओ।”
फिर वह मेरे कमरे में आई। उसने हल्के नीले रंग की साड़ी पहनी थी और बहुत सेक्सी लग रही थी। मैंने उसे चाय दी और पूछा, “कौन सी सेक्सी फिल्म देखोगी?” वह बोली, “कोई भी दिखा दो।” मैंने एक ऐसी फिल्म लगा दी जिसमें दो पुरुष और एक महिला थी। फिर मैंने अपने कमरे की लाइट बंद कर दी। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
जब फिल्म शुरू हुई, मैंने पूछा, “तुम्हारा पति तुम्हें रोज सेक्स करता है?”
वह बोली, “ऐसी बातें मत करो, मुझे बस फिल्म देखने दो।”
मैंने सोचा कि वह बुरा मान जाएगी, इसलिए मैंने और नहीं पूछा। 15 मिनट बाद उसने कहा, “तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड है?”
मैंने कहा, “मेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है, लेकिन मैंने पैसे देकर सेक्स किया है।”
वह बोली, “मैंने देखा है, तुम्हारा लंड 8 इंच का है, ना?”
मैंने कहा, “हाँ, मेरा 8 इंच का है।”
मैंने उससे पूछा, “तुम्हारे पति का लंड कितने साइज का है?”
वह बोली, “सिर्फ 4 इंच का है। मुझे तो बड़े लंड वाले पसंद हैं, जैसे तुम्हारा है।”
फिर उसने कहा, “क्या तुम मेरे साथ सेक्स करना पसंद करोगे?”
मैंने कहा, “ठीक है, कैसे करोगे?”
वह बोली, “विदेशी स्टाइल में।”
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फिर मैं उसके पास गया और उसके बाल पकड़कर उसे चूमने लगा। वह बोली, “तुम किसी को बताओगे तो नहीं?” मैंने कहा, “नहीं, मैं किसी को नहीं बताऊँगा।” फिर मैंने उसे 7 मिनट तक चूमा और मेरे हाथ उसके स्तनों पर थे। मैं उसके स्तन दबा रहा था।
फिर मैंने अपनी शर्ट उतार दी और वह मेरे निपल्स पर हाथ फेरने लगी। मुझे बहुत जोर का करंट लगा। मैंने उसकी साड़ी उतार दी। वह सिर्फ ब्लाउज और पेटीकोट में थी। उसे देखकर मैं दंग रह गया। उसका बदन इतना गर्म था कि उसकी साँसें मेरी साँसों को गर्म कर रही थीं। मैंने उसके ब्लाउज के ऊपर से उसके स्तनों को चूसना शुरू किया। वह अब पूरी तरह मूड में आ गई थी।
वह बोली, “अरे, चूतिए, मेरे स्तनों को चूस और अपना हाथ मेरे पेटीकोट में डाल, हरामी। मेरे स्तनों को चूस।”
मैं डर गया कि वह ऐसी भाषा कैसे बोलने लगी।
वह बोली, “चूस, लुक्के, चूस। जब से हम यहाँ रहने आए हैं, तब से मेरी नजर तुम पर थी कि कब मैं तुमसे चुदवाऊँ। तेरा लंड बहुत बड़ा है। मुझे मुँह में लेने दे।”
उसने मेरी जिप खोल दी और मेरे लंड को अंडरवियर के ऊपर से चूसने लगी। मुझे बहुत मजा आने लगा। फिर उसने मेरा लंड बाहर निकाला और मुँह में लेने लगी, जैसे कोई मशीन हो। वह मेरे लंड को अंदर-बाहर कर रही थी। 10 मिनट बाद उसने मुँह से निकाला और बोली, “चल, मेरे कपड़े फाड़कर मेरे पूरे बदन को अपनी जीभ से चाट।”
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मैंने उसका ब्लाउज उतारा। वह बोली, “ब्रा कौन उतारेगा, तेरा बाप? चल, इसे भी जल्दी उतार।” जैसे ही मैंने ब्रा उतारी, मैंने देखा कि इतने सुंदर स्तन तो मैंने कभी किसी रंडी के नहीं देखे। वह अपने स्तनों को मेरे लंड के पास लाई और बोली, “दोनों स्तनों के बीच में अपना लंड रख।” मैंने थोड़ी देर रगड़ा। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
वह बोली, “मजा नहीं आ रहा है।”
फिर मैंने उसका पेटीकोट और पैंटी उतार दी।
वह बोली, “चल, हरामी, कितने दिन से मुझ पर नजर रखे है तूने। मुझे सब पता है। जब मैं कमरा साफ करने आती हूँ, तो जानबूझकर ब्लू फिल्म लगा देता था। किसके लिए? इस चूत के लिए। चल, इस चूत को चाट अब।”
मैंने उसकी बुर चाटना शुरू किया और एक उंगली उसकी बुर में डाल दी।
थोड़ी देर बाद वह बोली, “बस, अब मत चाट।” मैंने कहा, “कुतिया, अब देख तू। मैं तुझे कैसे सबक सिखाता हूँ।”
मैंने फिर से उसकी बुर चाटना शुरू किया। उसके मुँह से आवाजें आने लगीं, “आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह, ऊह्ह्ह्ह्ह्ह, मत चाट, मत चाट, उम्म्म, चूतिए।”
मैंने कहा, “अब देख तू।”
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मैंने उसकी बुर को 20 मिनट तक चाटा। फिर मैंने कहा, “रंडी, अब मैं तुझे चोदूँगा।” वह मना करने लगी, “मुझे मत चोद। वैसे ही तूने चाट-चाटकर इसे ढीला कर दिया है।” लेकिन मैंने अपना लंड उसकी बुर में डाल दिया। मेरा लंड आसानी से उसकी बुर में चला गया। मैंने पहले धीरे-धीरे धक्के मारना शुरू किया, फिर जोर-जोर से धक्के मारने लगा। वह बोली, “हरामी, अपनी बीवी को ऐसे ही चोदेगा क्या? चूतिए, बस कर। कितना चोदेगा? मेरी चूत तो तूने फाड़ दी।” मैंने कहा, “चल, बस, तू कहती है तो छोड़ देता हूँ।” मैंने अपना लंड निकाला और बोला, “ला, अब मैं तेरी गांड मारूँगा।”
वह बोली, “नहीं, आज तक किसी ने मेरी गांड नहीं मारी। तू भी मत मार।” लेकिन मैंने उसके दोनों पैर अपने कंधों पर रखे और अपना लंड उसकी गांड में डाल दिया। वह चिल्लाई, “उउउउउह्ह्ह्ह्ह्ह, आआआआ, मर गई, जल्दी मार, मेरी गांड मार दी, उउउउउम्म्म्म्म्स्स्स।” थोड़ी देर गांड मारने के बाद मैं झड़ गया। मैंने अपना वीर्य उसकी गांड में निकाल दिया। वह थोड़ी देर तक मेरे बिस्तर पर पड़ी रही और फिर ऐसे चली गई जैसे कुछ हुआ ही नहीं। अब मैंने उसे कई बार चोदा है। वह कभी-कभी रात को मुझसे चुदवाने आती है।
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