Bahan Bhaiya Chudai Story
मैं रानी हूँ। मेरी उम्र 24 साल है। यह कहानी मेरी और मेरे भाई की है। हम दोनों भाई-बहन हैं, लेकिन जहाँ हम रहते हैं, वहाँ कोई नहीं जानता कि हम भाई-बहन हैं। हम वहाँ पति-पत्नी की तरह रहते हैं। मेरा फिगर 38C-28-36 है। मैं और मेरा भाई खूब मज़े करते हैं और वह रोज़ मेरे मज़े लूटता है। Bahan Bhaiya Chudai Story
मुझे उससे अपनी चुदाई करवाना बहुत पसंद है। दरअसल, हमारे माता-पिता नहीं हैं और सिर्फ़ हम दोनों ही हैं। वह एक प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करता है। यह बात उन दिनों की है जब मेरी उम्र 18 साल थी। हम अपना पुराना घर छोड़कर नए घर में शिफ्ट हो रहे थे।
एक दिन भैया मुझे नया घर दिखाने ले गए। अचानक रास्ते में बहुत ज़ोर से बारिश होने लगी और हम जाते-जाते पूरी तरह भीग गए। बारिश बहुत तेज़ थी, इसलिए उस दिन वहाँ से लौटने का कोई मौका नहीं था। इस वजह से हमने उस दिन वहीं रुकने का फ़ैसला किया। रात हुई तो कपड़े गीले होने की वजह से हमें ठंड लग रही थी।
भैया ने मुझसे कहा, “तू सो जा।”
वहाँ एक बेड था।
मैंने पूछा, “भैया, आप कहाँ सोएँगे?”
उन्होंने कहा कि वह ज़मीन पर सो जाएँगे और मुझे बेड पर सोने को कहा।
फिर मैंने कहा, “भैया, इन गीले कपड़ों में ठंड लग रही है, मैं कैसे सोऊँगी?”
भैया ने कहा, “कपड़े उतारकर बेड पर सो जा और बेडशीट के अंदर चली जा।”
इसे भी पढ़े – भाभी को नहाते हुए देखा दरवाजे के छेद से
मुझे शर्मिंदगी हो रही थी, लेकिन मजबूरी थी। मैंने अपने कपड़े उतारे और बेड में जाकर बेडशीट के अंदर पूरी तरह नंगी सो गई। भैया वहीं फर्श पर लेट गए। थोड़ी देर बाद मैंने देखा कि भैया ठंड से काँप रहे थे। मैंने कहा, “भैया, आप भी बेड पर आ जाओ, हम मैनेज कर लेंगे, नहीं तो आपकी तबीयत खराब हो जाएगी।”
लेकिन उन्होंने मना कर दिया। मैंने ज़िद की तो वे आ गए, लेकिन उनके कपड़े गीले थे। मैंने कहा, “आप भी कपड़े उतार लो और अंदर आ जाओ।” उन्होंने ऐसा ही किया और बेड पर आ गए। हम दोनों थोड़ा फासला बनाकर सो गए। बेडशीट बहुत पतली थी, इसलिए हमें ठंड लग रही थी।
पता नहीं कब धीरे-धीरे हमारे शरीर एक-दूसरे से छूने लगे। हमें कुछ गर्माहट महसूस हुई और हम एक-दूसरे से टच करने लगे। कब सो गए, हमें पता ही नहीं चला। अगले दिन सुबह जब मेरी नींद खुली तो मैंने खुद को भैया की बाहों में पाया। हम दोनों एक-दूसरे से पूरी तरह चिपके हुए थे, शायद रात की ठंड की वजह से।
मेरे स्तन भैया की छाती से चिपके थे और भैया का लंड मेरी चूत से लगा हुआ था। मैंने महसूस किया कि मेरी चूत भी गीली थी और कुछ तरल पदार्थ मेरी चूत पर लगा हुआ था। मैंने छूकर देखा तो ओह माय गॉड, यह तो भैया का वीर्य था। उनका सारा वीर्य मेरी चूत पर लगा हुआ था।
मेरी पूरी बॉडी एक बार तो काँप गई, लेकिन मुझे बहुत अच्छा लगा। मैंने फिर से आँखें बंद करके वैसे ही लेट गई। थोड़ी देर बाद भैया उठे और उन्होंने मुझे अपने से दूर किया और बेड से उतरकर कपड़ों के पास चले गए। मुझ पर से बेडशीट हट गई थी और मैं बिल्कुल नंगी बेड पर थी।
इसे भी पढ़े – बाहुबली विधायक की सेक्सी बेटी को चोद दिया
अचानक भैया की नज़र मुझ पर पड़ी। मैं चुपके से उन्हें देख रही थी। थोड़ी देर तक वे मुझे ऐसे ही घूरते रहे। फिर मेरे पास आए और मेरे होंठों पर चूमा और अपने लंड को मेरी चूत से छुआ। ओह, यह बहुत गर्म था। मुझे बहुत अच्छा लगा। फिर भैया ने अपने लंड को हाथ से पकड़कर हिलाना शुरू किया।
थोड़ी देर बाद उनके लंड से वीर्य निकलने लगा, जिसे उन्होंने मेरी चूत के ऊपर छोड़ दिया। तभी अचानक मैंने अपनी आँखें खोल दीं। वे हैरान हो गए और अपनी नज़रें झुका लीं। तब मैं उठी और उनके गले लगकर बोली, “कोई बात नहीं भैया, मुझे भी अच्छा लगा।”
यह सुनते ही उन्होंने मुझे अपनी बाहों में ले लिया और पागलों की तरह मुझे चूमने लगे। उन्होंने मेरे पूरे शरीर पर चुम्बन किए और फिर मेरे स्तनों को चूसने लगे। लगभग 30 मिनट तक वे मेरे दोनों स्तनों को चूसते रहे। फिर वे बेड पर लेट गए और बोले, “मेरा लंड चूसो।”
मुझे थोड़ा अजीब लगा, लेकिन फिर भी मैंने उनके लंड को अपने मुँह में लिया और चूसने लगी। लगभग 10-15 मिनट बाद उन्होंने अपना वीर्य मेरे मुँह में छोड़ दिया। कुछ बूँदें मैंने निगल लीं। मुझे उसका स्वाद बहुत अच्छा लगा, इसलिए मैंने पूरा पी लिया। फिर उन्होंने मुझे बेड पर लेटने को कहा। ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
मैं उनकी बात मानकर बेड पर लेट गई। फिर उन्होंने मेरे पैर फैलाए और अपने होंठ मेरी चूत पर रख दिए। ओह माय गॉड, यह कितना गर्म था, मुझे बहुत अच्छा लगा। वे मेरी चूत को चूसने लगे और चूसते-चूसते अपनी जीभ मेरी चूत में डालने लगे। बहुत मज़ा आ रहा था। थोड़ी देर बाद मैंने भी अपना रस छोड़ दिया, जिसे उन्होंने पी लिया।
इसे भी पढ़े – चलो बेटी आज चुदाई वाला खेल खेलते है
फिर वे मुझसे बोले, “रानी, तुम मेरे बच्चे की माँ बनोगी?”
मैं थोड़ी देर के लिए चुप रही, फिर बोली, “ठीक है भैया, मैं आपके ही बच्चे को जन्म दूँगी।”
फिर वे बोले, “ठीक है, अब मैं तुम्हें चोदूँगा।”
मैं बोली, “ठीक है भैया, लेकिन मेरी एक बात मानोगे?”
उन्होंने पूछा, “क्या?” मैं बोली, “मैं आपसे ऐसे नहीं चुदूँगी। आपको मेरी जोरदार चुदाई करनी होगी।”
वे बोले, “ठीक है,” और उन्होंने ज़बरदस्ती मुझे बेड पर पटक दिया और अपने लंड को मेरी चूत पर रखा और ज़ोर का झटका दिया। मैं चिल्ला उठी। उनका एक-चौथाई लंड मेरी चूत में था। उन्होंने अपने होंठ मेरे होंठों पर रखे और फिर एक झटका दिया। इस बार उनका पूरा लंड मेरे अंदर था।
मुझे बहुत दर्द हो रहा था। मैं रोने लगी और भैया से बोली, “भैया, प्लीज़ निकालो, मुझे बहुत दर्द हो रहा है।” लेकिन वे बोले, “थोड़ा सब्र रखो, अभी मज़ा आएगा।” थोड़ी देर तक वे ऐसे ही लेटे रहे। जब मेरा दर्द कुछ कम हुआ, तो मैंने अपनी कमर हिलानी शुरू की। वे समझ गए और धक्के लगाने लगे।
मैं “आह्ह्ह… आह्ह्ह…” करने लगी। पूरा कमरा हमारी चुदाई की आवाज़ से गूँज गया। लगभग 20 मिनट बाद वे झड़ गए और अपना सारा वीर्य मेरी चूत में ही छोड़ दिया। ठीक उसी वक़्त मैं भी झड़ गई। लगभग आधे घंटे तक हम ऐसे ही लेटे रहे। फिर हम उठे और अपने आप को चाट-चाटकर साफ किया और फिर अपने कपड़े पहन लिए।
इसे भी पढ़े – भाभी ने देवर के लंड को जगाया
मुझसे चला नहीं जा रहा था, तो भैया ने मुझे अपनी गोद में उठाया और कार तक ले गए। उन्होंने मुझे कार में बैठाया। कार में बैठकर मैंने अपने सारे कपड़े खोल दिए और भैया को भी कपड़े खोलने को कहा। काली शीशों की वजह से बाहर किसी को पता नहीं चला कि अंदर क्या हो रहा था। अंदर ही मैंने भैया के लंड को चूस-चूसकर टाइट किया। फिर भैया ने कार स्टार्ट की और चल दिए। मैं भैया के ऊपर बैठ गई। वे कार चलाते रहे और सड़क की वजह से धक्के अपने आप मेरी चूत पर लगते रहे।
घर पहुँचते-पहुँचते हम दो बार झड़ गए। फिर इसी तरह दिन बीतते गए। एक दिन मैंने उन्हें खुशखबरी सुनाई कि मैं माँ बनने वाली हूँ। यह खबर सुनकर वे बहुत खुश हुए और उस दिन आखिरी बार उन्होंने मुझे लगातार 10 बार चोदा। मेरी तो हालत खराब हो गई। फिर गर्भावस्था के दौरान उन्होंने मेरी चुदाई नहीं की। फिर मैंने उनके बेटे को जन्म दिया, जो बिल्कुल हम दोनों की तरह था। अब भी हम लगातार चुदाई करते हैं और बाप-बेटे दोनों मिलकर मेरा दूध पीते हैं।
प्रातिक्रिया दे