Teen Girl Sex Play
मैं आप को अपनी फॅमिली के बारे में बताता हूँ. हमारी फॅमिली में केवल 5 मेंबर हैं. पिताजी, माँ, मैं, सिस्टर और एक ब्रदर. मेरी उम्र 27 साल की हैं और बहन 25 की मेरा नाम गुड्डू हैं और मेरी बहन का नाम कंचन हैं. मेरा भाई सबसे छोटा हैं और उसकी उम्र 21 साल हैं. हमारे घर में 5 कमरे हैं. 1 किचन, 1 हॉल, 3 बेडरूम हैं. Teen Girl Sex Play
जब हम अपने घर में शिफ्ट हुए थे वहाँ पर केवल 3 कमरे थे एक हॉल, एक किचन और एक बेडरूम. हॉल में हम सभी भाई बहन सोते थे और बेडरूम में पापा और मम्मी सोते थे. लेकिन कभी मेहमानो के आ जाने के कारण हमें पापा मम्मी के साथ शिफ्ट होना पड़ता था. मेरे माता पिता दोनों ही सर्विस क्लास थे और दोनों ही काम पर जाते थे.
हमारा स्कूल सवेरे का होता था और दोपहर में हम घर पर ही रहा करते थे. हमारे मकान की छत पर कमरे नहीं बने थे छत पर केवल 4 फिट की मुंडेर बनी हुई थी. अब मैं आप को अपनी स्टोरी सुनाता हूँ ये मेरी फर्स्ट स्टोरी हैं इसलिए अगर कोई गलती हो जाए तो मुझे कमेंट कर के जरूर बतलाना.
अब मैं आप को जो स्टोरी सुनाने जा रहा हूँ वह मेरी बहन और मेरे पड़ोस के लड़के की सेक्स की कहानी हैं जो की मेरी बहन ने मुझे बतलायी थी. ये घटना आज से करीब 7 साल पहले की हैं जब मेरी सीस की उम्र 18 साल की थी उस समय उसे सेक्स की बारे में कुछ मालूम नहीं था.
हमारे पड़ोस में रहने वाली फॅमिली में एक लड़का था उस की उम्र उस समय करीब 18 साल की थी उस का नाम बंटी था. वह काफी गोरे रंग का बलिष्ठ था उस का लंड भी करीब 7 इंच का था. कंचन भी 18 साल की उम्र में जवानी की दहलीज़ पर कदम रख चुकी थी. उसके बूब्स थोड़े बड़े करीब निम्बू के आकर के हो गए थे और उस की चूत पर भी हलके हलके बाल आ चुके थे.
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बंटी की पर्सनालिटी में थोड़ी फीमेल वाली लचक थी वह अपने घर में औरतो वाले काम जैसे खाना पकाना बर्तन वगैरह किया करता था. किन्तु उसे मुठ मारने की भी लत थी. वह दिन में 1 या 2 बार मुठ जरूर मारा करता था. जैसा की मैंने आप को बताया की हम दोपहर में घर पर अकेले रहा करते थे.
इसलिए कंचन या तो सो जाया करती थी या फिर बंटी के साथ लड़कियों वाले खेल जैसे खिलौनो के साथ खाना पकाना या अप्पा टप्पा खेला करती थी. उस समय गर्मियों का मौसम था और हम सभी फॅमिली मेंबर छत पर ही सोया करते थे और हमारे बिस्तर भी छत पर ही बिछे रहते थे.
एक दिन दोपहर के वक़्त बंटी ने कंचन से कहा की कंचन चलो हम छुपा छुपी खेलते हैं. आज बंटी को सेक्स चढ़ा हुआ था छुपा छुपी का खेल तो सिर्फ बहाना था. वह कंचन के साथ सेक्स का खेल खेलना चाहता था. इसलिए उसने कंचन से कहा की वह जा कर छिप जाये. वह दूर जा कर 10 की गिनती गिनने लगा और कंचन छत पर जा कर छुप गई.
उसने सोचा की बंटी उसे नहीं देख पाएगा लेकिन उस क्या मालूम था की बंटी ने कंचन को छत पर जाते हुवे देख लिया था. कंचन छत पर जा कर बिस्तर पे रजाई ऊपर डाल कर छुप गई. थोड़ी देर के बाद बंटी कंचन को ढूंढते हुवे आया और रजाई में कंचन को छुपा देख कर वह भी रजाई में घुस गया.
जैसा की आप को मालूम हैं की कंचन की उम्र उस समय केवल 18 साल की थी और उसे सेक्स के बारे में कुछ मालूम भी नहीं था. इसलिए वह बंटी के इरादे को समझ नहीं पाई. बंटी ने उसे अपनी बाँहों में जकड़ लिया और उस के गालो पर किस करने लगा.
कंचन ने थोड़ा विरोध किया तो बंटी ने कंचन को समझाया कि ये एक नया खेल हैं. इस खेल का नाम पापा मम्मी हैं और ये खेल बड़े लोग खेलते हैं जैसे तुम्हारे पापा मम्मी भी रोज़ रात को ये खेल खेलते हैं और मेरे पापा मम्मी भी. कंचन ने कहा कि मैंने तो कभी भी पापा मम्मी को खेल खेलते हुए देखा ही नहीं.
तो बंटी ने कहा की जब तुम सभी भाई बहिन सो जाने के बाद तुम्हारे मम्मी पापा ये खेल खेला करते हैं. अगर तुम्हे यकीन ना हो तो तुम आज रात को सोना मत केवल सोने का नाटक करना और देखना की तुम्हारे मम्मी पापा रात में क्या करते हैं. बंटी ने कंचन से कहा की अगर तुम ये खेल सीखना चाहती हो तो मैं तुम्हे ये खेल सीखा सकता हूँ.
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तो कंचन राज़ी हो गयी. बंटी बोला कंचन मैं तुम्हे जैसा जैसा कहूँ तुम वैसा वैसा करना और अगर तुम्हे कोई परेशानी हो तो मुझे बतला देना. बंटी ने कंचन से कहा की तुम मुझे चूमो और मैं तुम्हे चूमता हूँ. फिर दोनों एक दूसरे को चुमने लगे. बंटी और कंचन एक दूसरे से लिपटे हुवे थे और एक दूसरे को चुम रहे थे.
काफी देर तक एक दूसरे को चुमने के बाद बंटी ने कंचन की कमीज ऊपर की अब कंचन के निम्बू जैसे बूब्स साफ़ दिखाई देने लगे. बंटी ने अपने हाथ से उन्हें सहलाने लगा और अपनी ऊँगली और अंगूठे से निप्पल को दबाता जा रहा था. इससे कंचन गरम होने लगी फिर बंटी ने कंचन के होंठो पर अपने होंठ रख कर किस करना शुरू किया.
फिर बंटी ने किस करना बंद कर के अपने होंठ कंचन के बूब्स पर रख दिए और उन्हें चूसने लगा. कंचन के बूब्स इतने छोटे थे की एक पूरा बूब्स उसके मुहं में आ चुका था. बंटी आपने मुँह से कंचन के बूब्स को दबाने लगा और अपने होंठों से उसके निप्पल को सक करने लगा. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
इसके बाद उसने कंचन के पेट को चाटना शुरु किया उसने कंचन के पुरे बदन को थूक से गिला कर दिया. अब कंचन पुरे जोश में थी. बंटी का लंड भी पूरी तरह तन कर 7 इंच का हो गया था और पुरे जोश के साथ पेण्ट से बाहर आने के लिए बेताब था. बंटी कंचन को चाटते चूमते हुए नीचे की ओर बढ़ने लगा.
और उसने अपने होंठो से कंचन की सलवार का नाड़ा खोल दिया और सलवार निचे कर दी. उस समय कंचन ने सलवार के अंदर कुछ नहीं पहना था. कंचन की गुलाबी चूत साफ नज़र आ रही थी क्युकी उस समय कंचन की चूत पर हल्के हल्के बाल थे. बंटी कंचन की चूत को भूखी नज़रो से देखने लगा.
फिर बंटी ने कंचन के सारे कपड़े उतार दिए और फिर उसने अपने भी सारे कपड़े उतार कर 69 की पोजीशन में लेट गया और कंचन से कहा की वह उसका लंड सक करने को कहा. लेकिन कंचन ने मना किया तो उसने कहा कि वह केवल अपना थूक लंड पर लगा कर उसकी मालिश करे.
कंचन ने अपने हाथ में थूक लेकर लंड पर लगाया और बंटी के लंड की मालिश करने लगी. बंटी ने अपना मुँह कंचन की चूत पर लगे और उसकी चूत को चाटने लगा. पहली बार सेक्स करने के कारण कंचन गरम हो चुकी थी और चूत को चाटने से कंचन झड़ गयी बंटी कंचन का सारा कम पी गया.
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अब बंटी ने कहा की कंचन मैंने तुम्हारी चूत को चाटा अब तुम मेरे लंड को भी अपने मुंह में लेकर चुसो. कंचन के मना करने पर बंटी ने समझाया की ऐसा करने पर बहुत मज़ा आता हैं. कंचन ने डरते डरते हुए अपने होंठ बंटी के लंड पर लगाए और उसे चूमने लगी. बंटी का लंड फुल फ़ोर्स में था जिस के कारण उस के लंड से थोड़ा थोड़ा पानी निकल रहा था.
कंचन ने अपनी ज़बान से उस पानी को चाटा तो उसे उस का स्वाद काफी अच्छा लगा. अब कंचन पूरी मस्ती में आ चुकी थी और बंटी के लंड को अच्छी तरह थूक लगा कर चूस और चाट रही थी. बंटी को भी काफी मज़ा आ रहा था. वह भी कंचन के सर को अपने हाथों से पकड़ कर कंचन की माउथ फकिंग करने लगा.
इस के बाद बंटी ने अपनी पेंट के जेब से एक बोतल निकली. कंचन ने कहा की इस बोतल में क्या हैं तो बंटी ने कहा की इसमें एक खास प्रकार का क्रीम हैं जो की मैंने खुद बनाया हैं. तो कंचन ने कहा की आपने इस क्रीम को किस प्रकार से बनाया हैं. तो बंटी ने बतलाया की वह जब भी मुठ मारता हैं तो अपने कम को एक बोतल में एकत्रित कर के रख लेता हैं.
फिर उस कम में बोरोप्लस की क्रीम लिपस्टिक और पाउडर डाल कर अच्छी तरह से मिलाता है. इस क्रीम में वह परफ्यूम भी मिलाता हैं जिसे वह क्रीम खुशबूदार हो जाता हैं. इसके बाद बंटी ने कंचन के हाथ में खूब सारा क्रीम देकर कहा कि वह उस क्रीम को लंड पर लगाया और अच्छी तरह से मालिश करे.
और बंटी ने भी कंचन की चूत पर क्रीम लगाया. क्रीम में लाल रंग की लिपस्टिक डाली हुई थी जिसके कारण बंटी का लंड पूरी तरह से लाल हो चुका था और कंचन की चूत भी लाल रंग से नहा चुकी थी. बंटी का लंड फुल तना हुआ था इसके बाद बंटी ने कंचन को लिटा कर उसकी टांगे फैला दी और उसकी टांगो के बीच में आ कर बैठ गया.
बंटी ने कंचन से कहा की वह अपने लंड को उसकी चूत में डाल रहा हैं उसे थोड़ा दर्द होगा किन्तु उसके बाद वह भी काफी एन्जॉय करेगी. कंचन ने कहा ठीक हैं बंटी आज आप मुझे चोद दो और मेरी प्यास बुझा दो. बंटी ने फिर से क्रीम की बोत्तल उठाई और अपने लंड पर अच्छी तरह से लगाई.
फिर कंचन की चूत पर भी खूब सारी क्रीम डाली. फिर अपना लंड कंचन की चूत के मुँह पर लगा कर हल्का सा धक्का लगाया तो लंड का सिरा (टोपी) चूत में चला गया. दर्द के मारे कंचन के मुँह से चीख निकल गई तभी बंटी ने अपने होंठ कंचन के होंठ पर रख कर किस करने लगा.
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जिससे उस की आवाज उसके मुँह में ही दब कर रह गई. अब बंटी लंड की टोपी को कंचन की चूत पर घिसने लगा. लंड के घर्षण से चूत गीली हो चुकी थी और उसमें जगह भी बन गई थी. कंचन मज़े में पागल हो रही थी उसने बंटी को अपनी बाँहों में जकड़ लिया और उसके होंठो को चूसने लगी.
बंटी ने फिर ज़ोर का झटका मारा तो आधा लंड अंदर चला गया. कंचन को दर्द तो हुआ लेकिन वह दर्द को सहन कर गई. फिर कंचन बोली बंटी अपना पूरा लंड मेरी चूत में डाल दो. ये बात सुन कर बंटी ने फिर से जोर का झटका मारा और पूरा लंड कंचन की चूत में डाल दिया. दर्द के मारे कंचन की आखो से आँसू निकल पड़े. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
बंटी ने पूरा लंड अंदर डालने के बाद लंड को हिलाना बन्द कर दिया और कंचन के बूब्स को दबाने और कसने लगा. कंचन की चूत से खून निकलने लगा लेकिन क्रीम के वजह से दिखाई नहीं दिया. कंचन की चूत फट चुकी थी. अब बंटी ने धीरे धीरे अपने लंड अंदर बाहर करने लगा.
तो कंचन बोली बंटी मुझे अभी भी दर्द हो रहा हैं. तो बंटी बोला कि अभी थोड़ा दर्द होगा फिर तुम्हे काफी मज़ा आएगा. पहली बार सेक्स करने से ऐसा ही दर्द होता हैं लेकिन बाद में बहुत मज़ा आता हैं. जब कंचन का दर्द कम हुआ तो उसने बंटी से कहा की वह अपनी स्पीड बढ़ाई उसे मज़ा आने लगा हैं.
बंटी ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा. कंचन भी खूब उचक उचक कर चुदवाने लगी. कंचन के मुँह से ऊऊऊऊऊह्ह्ह्ह बंटीउऊउउउउउ ईईईईईईईई लव ओओउउउउउउउउ की आवाज आने लगी. बंटी की स्पीड के साथ ही कंचन के मुँह से आवाज आ रही थी चोदोओओओओओओ ऊऊऊऊऊ फाड़ डालोओओओओओओ आआह्ह्हह्ह्ह्ह ऊऊऊऊऊऊऊ आआआआ मममममम अह्ह्ह.
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बंटी का लंड तेजी से कंचन की चूत में अंदर बाहर हो रहा था. बंटी ने कहा की कंचन मैं झड़ने वाला हूँ तुम मेरा कम कहाँ लेना पसंद करोगी. तो कंचन ने कहा की मेरी चूत अभी तक कुवारी हैं तुमने आज इस का उद्धार किया हैं तो आज तुम अपना कम मेरी चूत में ही गिरा दो. प्लीज़्ज़ अपना सारा माल मेरी कुवारी चूत में डाल दो प्लीजज्ज्ज्जज. और कुछ ही सेकंड में बंटी ने अपना सारा माल कंचन की चूत में खाली कर दिया और कंचन भी साथ साथ झड़ गई.
बंटी झड़ने के बाद काफी देर तक कंचन के ऊपर ही लेटा रहा. यहाँ तक के बंटी का लंड भी कंचन की चूत में सुस्त हो गया. इस के बाद बंटी कंचन की चूत से अपना लंड बाहर निकाला. और अपने बदन को साफ कर कपड़े पहन लिए इसके बाद दोनो अपने घर चले गए. बंटी और कंचन के सेक्स का खेल करीब दो साल तक चलता रहा. इसके बाद बंटी और उस की फॅमिली घर खाली कर के चले गए और कंचन अकेली रह गई. अब कंचन को सेक्स की गर्मी सताने लगी तो उस ने दूसरा रास्ता चुना.
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