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अभिजित अपनी मम्मी लता के साथ भुसावल में रहता था. उसके पापा की 8 साल पहले मृत्यु हो गयी थी. अपने पति की मृत्यु के बाद एक साल तक लता बहुत डिप्रेस्ड रही लेकिन धीरे धीरे उसने अपना पूरा ध्यान अपने बेटे की ओर लगा दिया. वो उसका अच्छे से ख्याल रखती थी. HD Porn
उसने इस बात का हमेशा ध्यान रखा की अभिजित को पापा की कोई कमी महसूस ना हो. अभिजित की पढ़ाई पर उसका खास ध्यान रहता था. पति के जाने के बाद अब अभिजित ही लता के लिए सब कुछ था. वो अभिजित से दोस्ताना व्यवहार करती थी.
अभिजित भी अपनी मम्मी को बहुत प्यार करता था. दोनो काफ़ी दोस्ताना प्यार भरे माहौल में रहते थे. पति की मृत्यु के बाद भी लता को पैसों की कोई कमी नही हुई क्यूंकी उनका फैमिली बैकग्राउंड पैसे वाला था. अभिजित के पापा भी उनके लिए पर्याप्त पैसा छोड़ गये थे.
घर भी उनका बड़ा था और उसमे बाहर से काफ़ी ज़मीन खाली पड़ी हुई थी. अभिजित के पापा उसमें स्विमिंग पूल बनाना चाहते थे. पर वो काम अधूरा ही रह गया था. अभिजित 18 साल का हो चुका था. अब वो 12 वीं क्लास में था और उसके बोर्ड एग्जाम्स नज़दीक़ आ रहे थे.
उसका पूरा ध्यान अपनी पढ़ाई पर था. लता भी उसकी पढ़ाई पर नज़र रख रही थी ताकि वो बोर्ड एग्जाम्स में अच्छे मार्क्स लाए. लता 39 साल की हो चुकी थी लेकिन उसने अपने को अच्छे से मेन्टेन किया हुआ था. वो अभी भी सुंदर दिखती थी. एक्सरसाइज वगैरह से उसने अपने शरीर में ज़्यादा चर्बी चढ़ने नही दी थी.
अभिजित को भी अपनी मम्मी के जैसे ही एक्सरसाइज से बॉडी फिट रखने का शौक़ था. आख़िरकार एग्जाम्स शुरू हो गये और अभिजित ने मेहनत करके अच्छे से पेपर दिए. जब एग्जाम्स ख़त्म हुए तो लता बेटे के सारे पेपर्स अच्छे जाने से बहुत खुश थी.
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उसे पूरी उम्मीद थी की उसका प्यारा बेटा रिज़ल्ट में बहुत अच्छे मार्क्स लाएगा. इस खुशी में लता अभिजित को मूवी दिखाने ले गयी. एग्जाम्स की वजह से आज काफ़ी दिनों बाद वो बाहर घूमने निकले थे. घर लौटने में उन्हे रात के 9 बज गये. वो दोनो ड्रॉयिंग रूम में सोफे पर बैठे थे.
लता बोली,” अभिजित, तुमने मन लगाकर पढ़ाई की इस वजह से तुम्हारे पेपर अच्छे गये. मैं तुमसे बहुत खुश हूँ और मैंने तुम्हारे लिए एक सरप्राइज गिफ्ट लिया है.”
अभिजित खुश होकर उत्सुकता से बोला,” वो क्या है मम्मी?”
“गोवा ट्रिप बेटा. 5 दिन की मस्ती गोवा में. कल रात की ट्रेन टिकेट्स बुक करवा दी हैं.”
अभिजित अपनी मम्मी के गिफ्ट से बहुत रोमांचित हो गया. बहुत समय बाद वो दोनो छुट्टियाँ मनाने बाहर जा रहे थे. फिर लता ने बेटे को गुडनाइट बोला और अपने बेडरूम में सोने चली गयी. अगली सुबह जल्दी उठकर लता नाश्ता बना रही थी, अभिजित अभी भी सोया हुआ था.
लता उसके कमरे में जाकर उसे उठाती है और हाथ मुँह धोने को कहती है और कॉफी लाकर रख देती है. अभिजित हाथ मुँह धोकर कॉफी पी रहा होता है. तभी लता फिर उसके कमरे में आती है, उसके हाथ में कुछ कपड़े थे.
“मम्मी आप मेरे बाथरूम में नहाने जा रही हैं?”
“हाँ बेटा, मेरे बाथरूम में शावर में कुछ प्राब्लम है.”
फिर लता अपनी साड़ी और ब्लाउज अभिजित के बेड में रख देती है और उसके बाथरूम में नहाने लगती है. बाथरूम के अंदर वो ब्रा और पेटिकोट ले गयी थी. अभिजित कॉफी पीकर अपनी बेड में बैठा था. लता नहाकर ब्रा और पेटिकोट में बाहर निकलती है.
अभिजित अपनी मम्मी को देखता है, वो बहुत सुंदर लग रही थी. लता की ब्रा का पीछे से हुक नही लगा था. जिससे उसके बूब्स दिख रहे थे. वो अपने हाथों से अपनी ब्रा को छाती में दबाए हुए अभिजित की तरफ बढ़ती है. चलते हुए पेटिकोट में उसके नितंब हिल डुल रहे थे.
“अभिजित ये पीछे से हुक लगा दो, मुझसे नही लग रहा.”
“ठीक है मम्मी” कहते हुए अभिजित बेड से उठता है और ब्रा का हुक लगा देता है.
उसके लिए ये नयी बात नही थी. घर में दो ही लोग होने से उसने पहले भी कई बार अपनी माँ की ब्रा का हुक लगाया था. फिर लता ने वहीं पर ब्लाउज और साड़ी पहनी. माँ बेटे के बीच ये सब नॉर्मल बात थी. कपड़े पहनकर लता ने अभिजित से नहाकर नाश्ता करने को कहा और वहाँ से चली गयी.
नाश्ते के बाद लता बोली,” देखो अभिजित हमें अब पैकिंग कर लेनी चाहिए क्यूंकी बाद में मार्केट जाना है और गोवा के लिए कुछ ज़रूरी चीज़ें लेनी हैं. फिर टाइम नही मिलेगा. रात को ट्रेन है.”
“ठीक है मम्मी. क्या क्या पैक करूँ?”
”पहले तुम मेरे साथ आओ. मैं अपना सामान पैक करूँगी फिर तुम्हारे रूम में चलेंगे.”
फिर वो दोनो लता के रूम में चले गये. लता बेड में एक सूटकेस खोलकर बैठ गयी और अभिजित उसको कपड़े वगैरह पैक करने के लिए दे रहा था. लता उसको जो चाहिए वो बताते रही और वो साड़ी, परफ्यूम, मेकअप का सामान वगैरह अपनी मम्मी को पकड़ाता रहा.
लता बोली,” अभिजित मेरे कपबोर्ड से 5 जोड़ी ब्रा और पैंटी निकाल के मुझे दो.”
अभिजित ने ब्रा पैंटी निकाल के अपनी मम्मी को दी. सब समान पैक करके लता ने सूटकेस बंद कर दिया.
अभिजित भी अपनी मम्मी के पास बेड में बैठ गया.
“मम्मी गोवा में बीच में घूमने में बहुत मज़ा आएगा. हम वहाँ स्विमिंग भी करेंगे?”
अभिजित और लता दोनो को स्विमिंग आती थी.
लता बोली,” नही बेटा. बीच में तो भीड़ भाड़ होगी. मैं वहाँ स्विमिंग नहीं कर सकती. मुझे सबके सामने ऐसे अच्छा नही लगता.”
अभिजित उदास हो गया, “तो क्या हम स्विमिंग का मज़ा नही ले पाएँगे, मम्मी?”
लता हंसने लगी और बोली,” उसका इंतज़ाम मैंने कर लिया है बेटे.”
“वो कैसे मम्मी?”
“मैंने अपनी फ्रेंड्स से पता करके एक रिज़ॉर्ट में रूम बुक कराया हैं जहाँ प्राइवेट स्विमिंग पूल है, वहाँ हम स्विमिंग कर सकते हैं.”
“सच मम्मी?” अभिजित खुश हो गया.
“हाँ बेटा.”
लता ने अपनी फ्रेंड्स से गोवा के होटेल्स, रिज़ॉर्ट्स, शॉप्स, रेस्टौरेंट्स, बीचेस और घूमने की खास जगहों के बारे में सब पता कर लिया था. लता के रूम में सामान पैक करने के बाद वो दोनो अभिजित के रूम में गये. लता ने अभिजित का सामान पैक कर दिया. दोपहर के बाद लता और अभिजित मार्केट गये और ज़रूरी चीज़ें खरीदी. तभी अभिजित को कुछ याद आया.
“मम्मी आप स्विमिंग कैसे करेंगी? उसके लिए तो आपको स्विमिंग सूट खरीदने पड़ेंगे.”
“बेटा वो सब मैं गोवा से ही ले लूँगी, यहाँ से नही.”
घर आते हुए उन्हे शाम के 5 बज गये थे. उनकी ट्रेन रात 8 बजे की थी. फिर लता अभिजित के साथ रेलवे स्टेशन पहुँची और अपनी ट्रेन में बैठकर अगले दिन वो गोवा पहुँच गये. गोवा पहुँचकर लता और अभिजित ने एक रेस्टोरेंट में नाश्ता किया. उसके बाद अपने रिज़ॉर्ट जाने के लिए उन्होने टैक्सी ली.
रिज़ॉर्ट में लता ने रिसेप्शन से रूम की चाभी ली. रिज़ॉर्ट में कॉटेज टाइप रूम्स थे. और प्राइवेसी के लिए कॉटेज थोड़ा दूर दूर थे. कमरे में सामान रखने के बाद अभिजित ने देखा. उसमे दो बेड लगे हुए थे. एक बाथरूम था और एक दरवाज़ा सामने स्विमिंग पूल में खुलता था.
उनके अगल बगल के कॉटेज उस समय खाली पड़े हुए थे. कमरे में बहुत अच्छे से डेकोरेशन किया हुआ था. अभिजित ने बाहर जाकर स्विमिंग पूल देखा. लता कमरे की सजावट से काफ़ी प्रभावित हुई. रिज़ॉर्ट देखकर ही वो खुश हो गयी थी.
“अभिजित, तुम्हे कैसा लगा ये रूम?”
“बहुत अच्छा है, मम्मी और सामने ही पूल भी है.”
“हाँ अभिजित मुझे भी ये रिज़ॉर्ट बहुत अच्छा लगा. प्राइवेसी इस रिज़ॉर्ट की ख़ासियत है. मेरी फ्रेंड ने बिल्कुल सही जगह बताई मुझे.”
दोनो थोड़ी देर तक रूम की पेंटिंग्स, फर्नीचर, सजावट के बारे में बात करते रहे. फिर लता ने अभिजित से नहाने को कहा.
लता बेड में बैठी थी तभी अभिजित बाथरूम से कमर में तौलिया लपेटे बाहर आया. अपने बेटे के बदन को देखकर लता बोली, “ अभिजित, एक्सर्साइज़ से तुम्हारी बॉडी सही बन गयी है.” अपने बेटे की हेल्थी बॉडी देखकर उसे प्राउड फील हुआ.
“थैंक यू मम्मी” शॉर्ट्स पहनते हुए अभिजित ने जवाब दिया.
फिर लता नहाने चली गयी. और अभिजित बेड में आराम करने लगा. नहाकर लता ब्रा और पेटिकोट में बाहर आई. और एक तौलिए से अपने गीले बालों को झटकने लगी. अभिजित ने अपनी मम्मी को अपने लंबे काले बालों को सुखाते देखा. मम्मी बहुत सुंदर लग रही थी.
लता फुल ब्रा पहनती थी जिससे उसके बड़े बूब्स का ज़्यादातर हिस्सा ढका रहता था. लेकिन थोड़ी क्लीवेज दिख रही थी. और पेटिकोट में उसके सुडौल नितंबों की गोलाई साफ नज़र आ रही थी. अचानक अभिजित को अपने शॉर्ट में लंड खड़ा होता हुआ महसूस हुआ.
उसे शर्मिंदगी सी महसूस हुई. ऐसा पहले कभी नही हुआ था की मम्मी को देखते हुए उसे इरेक्शन हुआ हो. शायद गोवा के मौसम या माहौल का असर था. अभिजित अपना ध्यान भटकाने के लिए रूम से बाहर देखने लगा. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
तभी लता ने कहा,” अभिजित, सूटकेस से साड़ी और ब्लाउज निकालकर मुझे दो.”
अभिजित ने साड़ी और ब्लाउज निकालकर मम्मी को दी. लता उन्हे पहनने लगी. अभिजित ने मम्मी की ओर ध्यान नही दिया और एक मैगज़ीन पढ़ने लगा. लता ने देखा अभिजित मैगज़ीन में बिज़ी है.
“अभिजित, इधर देखो. मैं कैसी लग रही हूँ?”
अभिजित ने मम्मी को देखा. वो देखता ही रह गया. लता ने ग्रीन कलर की साड़ी और मैचिंग स्लीवलेस ब्लाउज पहना था. उसकी खूबसूरत बाँहें और शेव्ड कांख (armpit) दिख रहे थे. लता का गोरा बदन उस ग्रीन साड़ी ब्लाउज में और भी सुंदर लग रहा था.
“मम्मी आप बहुत ही खूबसूरत लग रही हो. आपने पहले तो कभी ये साड़ी नही पहनी. मैं तो पहली बार आपको इस साड़ी में देख रहा हूँ.”
अपने बेटे से तारीफ सुनकर लता का चेहरा खिल उठा.
“ये साड़ी मैंने अपनी फ्रेंड के सजेशन पर ली थी. वो कह रही थी, लता तुम पर ये अच्छी लगेगी तो मैने ले ली. आज पहली बार मैने इसे पहना है.”
“मम्मी सच में इसे पहनकर आप बहुत अच्छी दिख रही हो.”
लता मुस्कुराते हुए बोली,” थैंक यू बेटा.”
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असल में पति की मृत्यु के बाद लता अपने बेटे की पढ़ाई, उसकी देखभाल और घर की ज़िम्मेदारियों में इतना व्यस्त रहती थी की उसने अपने उपर ज़्यादा ध्यान दिया ही नही. लेकिन अब अभिजित बड़ा हो गया था और अपनी देखभाल वो खुद कर सकता था. अब तो वो कॉलेज जाने वाला था.
शायद अब लता को अपने लिए भी टाइम मिल पाएगा. लेकिन यहाँ गोवा में वो रिलैक्स फील कर रही थी. यहाँ घर की समस्याओं या अभिजित की पढ़ाई का कोई झंझट नही था. अब दोपहर का 1 बज चुका था. अभिजित ने रूम सर्विस से लंच मँगवाया. लंच करने के बाद कुछ देर टीवी देखकर वो दोनो बेड में सो गये. करीब शाम के 4 बजे लता उठी और फिर उसने अभिजित को उठाया.
“उठो बेटा, थोड़ा घूम आते हैं.”
फ्रेश होने के बाद अभिजित बोला,” अब कहाँ जाने का प्रोग्राम है, मम्मी?”
“शाम हो गयी है. नज़दीक़ में घूम आते हैं और उसके बाद शॉपिंग भी करनी है.”
अभिजित जीन्स और टीशर्ट पहनकर तैयार हो गया.
लता बोली,” वाह अभिजित, तुम बहुत हैंडसम लग रहे हो.”
“थैंक्स मम्मी.”
उस के बाद रिज़ॉर्ट से बाहर आकर वो दोनो माँ बेटे घूमने निकल गये. कुछ जगहें देखने के बाद वो शॉपिंग के लिए गये.
लता बोली,” अभिजित जो भी ड्रेस तुम्हें लेनी हो, ले लो.”
“आप अपनी पसंद से मेरे लिए लो मम्मी.”
लता मुस्कुरायी और बोली,” ठीक है, मैं तुम्हारे लिए कोई अच्छी सी जीन्स देखती हूँ.”
कुछ देर बाद लता ने एक ब्लू जीन्स और एक शर्ट पसंद की.
“थैंक यू मम्मी.”
“वेलकम बेटे. तुम्हारी खुशी में ही मेरी खुशी है.”
पेमेंट करने के बाद वो एक लिंजरी शॉप में गये. उस शॉप में बहुत महँगे रेट्स थे इसलिए इक्का दुक्का ही लोग थे.
वहाँ बिकिनी सेक्शन में लता बोली, “ अभिजित अब तुम्हारी बारी है. मेरे लिए इनमे से कोई चूज़ करो.”
मम्मी की बात सुनकर अभिजित रोमांचित हो गया. अपनी मम्मी की पहली बिकिनी वो सेलेक्ट करेगा. कुछ देर देखने के बाद अभिजित ने ग्रीन कलर की टू पीस बिकिनी सेलेक्ट की.
फिर अभिजित ने पूछा,” मम्मी मैं आपके लिए एक और बिकिनी चूज़ कर लूँ?”
लता बोली, “नही अभिजित. अभी के लिए एक ही काफ़ी है. क्यूंकी मैंने पहले कभी बिकिनी नही पहनी. पता नही मुझ पर ये अच्छी लगेगी भी या नही. अगर अच्छी लगी तो फिर कल आकर एक और ले लेंगे.”
“ठीक है मम्मी.”
लता के पेमेंट करते समय अभिजित ने देखा वहाँ एक सेक्शन में “न्यू अराइवल्स” का बोर्ड लगा था. फिर वो शॉप से बाहर आ गये. उसके बाद एक चाइनीज रेस्टोरेंट में उन्होने नूडल्स ऑर्डर किए. डिनर के बाद दोनो अपने रूम में वापस आ गये. रूम में आकर अभिजित ने शॉर्ट पहन लिया और लता ने नाइट गाउन पहन लिया. बेड में लेटे हुए दोनो बातें करने लगे.
“अभिजित बताओ, गोवा में आकर कैसा लगा तुम्हें?”
“बहुत अच्छा मम्मी. मैंने पूरा एंजाय किया. आप बताओ. आपको कैसा लगा?”
“मैंने भी एंजाय किया. यहाँ मौसम भी अच्छा है और घर के कामों से भी थोड़े दिन के लिए मुक्ति मिल रही है.”
“मम्मी हम कल स्विमिंग करेंगे?”
“हाँ बेटा. मैंने तो बहुत लंबे समय से स्विमिंग नही की है. मज़ा आएगा.”
“हाँ मम्मी बहुत मज़ा आएगा.”
“यहाँ प्राइवेसी में हम आराम से स्विमिंग कर सकते हैं. बीच के जैसे भीड़ भाड़ की कोई प्राब्लम नही है.”
उसके बाद गुड नाइट कहकर लता सो गयी. अभिजित कुछ देर स्विमिंग के बारे में सोचता रहा फिर वो भी सो गया. अगली सुबह लता ने बाथरूम में फ्रेश होकर अभिजित को उठाया और रूम सर्विस से कॉफी ऑर्डर की. कॉफी पीने के बाद माँ बेटे पास में ही घूमने निकल गये. 2 घंटे बाद रूम में वापस आकर अभिजित ने नाश्ते का ऑर्डर दिया.
अभिजित को फोटोग्राफी का बहुत शौक़ था. वो अपने मोबाइल में गोवा की ढेर सारी फोटो खींच लाया था. उन फोटो को अपनी मम्मी को दिखाने लगा. उसके पास हैंडीकैम भी था और गोवा के कुछ वीडियो भी उसने बनाए थे. फोटो देखने के बाद लता ने कहा, चलो अब स्विमिंग करते हैं. अभिजित ने अपने कपड़े उतारे और सामने स्विमिंग पूल में तैरने लगा.
“मम्मी आप भी आओ ना.”
“मैं अभी ड्रेस चेंज करके आती हूँ.”
अभिजित ने पूल के किनारे पर अपना हैंडीकैम रखा हुआ था. करीब 10 मिनिट बाद दरवाज़ा खुला और लता बाहर आई. दरवाज़ा खुलने की आवाज़ से अभिजित पलटा और मम्मी को बाहर आते देखा. वो देखता ही रह गया. लता ने ग्रीन कलर की टू पीस बिकिनी पहाँ रखी थी. बिकिनी के टॉप से लता के बड़े बूब्स का काफ़ी हिस्सा दिख रहा था.
अभिजित ने अपनी मम्मी को ब्रा में बहुत बार देखा था पर वो फुल ब्रा पहाँती थी जिसमे उसके बड़े बूब्स पूरे ढके रहते थे. बिकिनी की ग्रीन पैंटी से लता के गोल नितंबों का बड़ा हिस्सा खुला दिख रहा था. उसकी लंबी गोरी टाँगे और मांसल जांघें नंगी थी. चलते हुए उसके बड़े बूब्स हिल रहे थे.
अभिजित ने फिर से मम्मी को ऊपर से नीचे तक देखा, बड़े बूब्स, पतली बल खाती कमर, फिर नीचे सुडौल नितंब, मांसल जांघें. पहली बार अपनी मम्मी की सुंदरता को ऐसे खुले रूप में देखकर अभिजित मंत्रमुग्ध हो गया. अभिजित पूल से बाहर आ गया.
लता उसके पास आकर बोली,” मैं इस बिकिनी में कैसी लग रही हूँ, अभिजित?” लता उलझन में थी की वो बिकिनी में अच्छी लगेगी भी या नही.पहली बार बिकिनी पहाँकर वो थोड़ा अनकंफर्टबल फील कर रही थी.
“मैं क्या बताऊँ मम्मी, आपकी तारीफ के लिए मेरे पास शब्द ही नही हैं. आप बहुत स …… बहुत जबरदस्त लग रही हो.”
अभिजित के मुँह से अपनी तारीफ सुनकर लता को थोड़ा कॉन्फिडेन्स आया की जब ये कह रहा है तो ठीक ही लग रही होगी बिकिनी मुझ पर. फिर दोनो माँ बेटे स्विमिंग करने लगे. लता बहुत दिनों बाद स्विमिंग के मज़े ले रही थी. अभिजित स्विमिंग के साथ साथ अपनी मम्मी की खूबसूरती भी निहार रहा था. मम्मी को देखते हुए उसका लंड खड़ा होने लगा. उसे शर्मिंदगी महसूस हुई.
“मम्मी मैं अभी आता हूँ.”
अभिजित पूल से बाहर आ गया और किनारे पर बैठकर हैंडीकैम से अपनी मम्मी का वीडियो बनाने लगा. लता ने अभिजित को किनारे बैठे देखा. वो तैरते हुए उसके पास आई और हंसते हुए हथेली में पानी भरकर अभिजित के ऊपर फेंक दिया. लता स्विमिंग को पूरा एंजाय कर रही थी.
मम्मी को मज़े लेते देखकर अभिजित शरारत से मुस्कुराते हुए बोला,” मम्मी आप मेरी पहली मॉडल हो. कुछ पोज़ दो.”
लता हंसने लगी. फिर अभिजित के ज़ोर देने पर उसने मॉडल के जैसे कुछ पोज़ बनाए. कुछ साइड से, कुछ आगे से और कुछ पीछे से पोज़ में अभिजित ने बिकिनी में मम्मी की फोटोस और वीडियो बना ली.
“ हो गया अब बहुत मॉडलिंग हो गयी. अब तुम पूल में आओ. मज़ा करते हैं.” लता ने अभिजित को बुलाया.
अभिजित ने हैंडीकैम किनारे पर रखा और पूल में उतर गया. लता अभिजित के पास आई और अपनी बाई हथेली उसकी दायी हथेली से चिपकाते हुए बोली,” एक हाथ से स्विमिंग करते हैं.” दोनो माँ बेटे थोड़ी देर तक ऐसे ही स्विमिंग करते रहे. फिर अलग अलग तैरने लगे.
कुछ देर बाद लता को मस्ती सूझी और वो अभिजित को पकड़कर उसके ऊपर आकर तैरने लगी. उसके बड़े बूब्स अभिजित को अपनी पीठ में दबते महसूस हुए. अभिजित को पानी में गर्मी चढ़ने लगी. उसका लंड तनकर फुल टाइट हो गया. लता की पैंटी अभिजित के शॉर्ट के ठीक ऊपर थी.
लता को भी अपनी चूत अभिजित की गांड में दबने से कुछ गर्मी महसूस हुई. दोनो माँ बेटे अजीब सा फील करते हुए कुछ देर तक इसी पोज़िशन में तैरते रहे लेकिन कुछ बोले नही. फिर अभिजित ने सोचा अब मेरी बारी है मम्मी के ऊपर तैरने की. तो वो पानी में मम्मी के नीचे से निकल आया और मम्मी को दोनो हाथों से कमर पर पकड़कर उसके ऊपर तैरने लगा.
अब उसकी छाती में मम्मी की पीठ दब रही थी. उसका खड़ा लंड लता को अपनी पैंटी के बाहर से गांड में चुभता महसूस हुआ. ऐसा पहले कभी नही हुआ था. वो मन ही मन सोचने लगी उसका बेटा अब बच्चा नही रहा, जवान हो गया है. एक दूसरे के बदन की गर्मी महसूस करते हुए कुछ मिनिट तक दोनो ऐसे ही तैरते रहे.
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कुछ देर बाद दोनो स्विमिंग पूल से बाहर आ गये. अब लता ने हैंडीकैम उठा लिया और बोली,” अभिजित अब तुम्हारी बारी. चलो कुछ पोज़ दो.”
अभिजित पोज़ देने लगा लेकिन उसकी नज़र मम्मी के बूब्स पर पड़ गयी. और फिर से उसका लंड खड़ा होने लगा. लता ने बेटे का शॉर्ट्स में खड़ा लंड देखा. वो समझ गयी थी की उसको बिकिनी में देखकर आज बार बार उसके बेटे का लंड खड़ा हो जा रहा है. पहले तो कभी ऐसा नही हुआ था. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
लता को अपने सेक्सी बदन पर गर्व महसूस हुआ कि इस उमर में भी वो सेक्सी दिखती है. उसने सोचा जवान बेटा है, लंड खड़ा होना ये सब नॉर्मल है. कुछ देर मस्ती करने के बाद दोनो रूम में आ गये.
“मम्मी आज बिकिनी में आप बहुत ही खूबसूरत लग रही थीं.”
“थैंक्स डियर. तुम भी आज पूल में एथलेटिक और फर्म लग रहे थे.” लता मुस्कुराते हुए बोली. फर्म से लता का मतलब टाइट लंड से था. पहली बार उसके बेटे ने उसे अपना खड़ा लंड चूभोया था.
अभिजित अपनी मम्मी की शरारत को नही समझा. उसने सोचा मम्मी उसके कसरती बदन की तारीफ कर रही है.
“थैंक यू मम्मी. मेरे ख़याल से आपको कुछ और बिकिनी ले लेनी चाहिए. घर लौट के हम अपना अधूरा पड़ा स्विमिंग पूल बनवाएँगे. तब आपको बिकिनी चाहिए होंगी.”
“हाँ जरूर. अभी मेरे पास एक ही तो है. मैं थोड़ी और ले लूँगी.”
फिर कुछ देर बाद बोली,” पहले मुझे डाउट था की बिकिनी मुझपे अच्छी लगेगी भी या नही. इसलिए मैंने एक ही ली. लेकिन तुमने कहा अच्छी लग रही है तो अब मुझे कंफर्टबल फील हो रहा है. आज जब हम शॉपिंग के लिए जाएँगे तो वहाँ से ले लेंगे.”
“हाँ मम्मी मैंने उस लिंजरी शॉप में “ न्यू अराइवल्स ” का बोर्ड देखा था.”
“ठीक है बेटा. आज उस सेक्शन को देख लेंगे.”
लंच करने के बाद लता और अभिजित गोवा में घूमने निकल पड़े. बहुत सारी जगह घूमने में काफ़ी टाइम लग गया. उसके बाद वो शॉपिंग करने गये. लिंजरी शॉप में लता ने अभिजित के लिए 2 सेट अंडरवियर लिए.
“मम्मी मेरे पास पहले से ही 4 सेट ब्रीफ्स हैं, अब और क्यूँ ले रही हो.”
“नही डियर, मेरे ख़याल से तुम्हे ये नये स्पोर्टी ब्रीफ सेट ट्राइ करने चाहिए, स्विमिंग के लिए बिल्कुल सही हैं.”
“ठीक है मम्मी, ले लो फिर.”
उसके बाद वो दोनो बिकिनी सेक्शन में गये.
“मम्मी आज भी मैं ही आपके लिए बिकिनी सेलेक्ट करूँगा, ओके?”
“ऐज यू विश बेटा.”
अभिजित ने ऑरेंज कलर का बिकिनी सेट चूज़ किया. ये वाली बिकिनी पहले वाली ग्रीन बिकिनी से ज़्यादा रिवीलिंग थी. अभिजित ने सोचा मम्मी इसमे और भी ज़्यादा सेक्सी लगगी.
“मम्मी देखो, ये ऑरेंज वाली आपको बहुत सूट करेगी.”
लता ने देखा, इसमे बहुत ही कम कपड़ा है.
वो मुस्कुरायी और बोली,” हां डियर, ये कूल लग रही है. कुछ और भी चूज़ कर लो.”
अभिजित ने वाइट और रेड कलर की वैसी ही दो और रिवीलिंग बिकिनी सेलेक्ट कर ली. पेमेंट करने के बाद माँ बेटे एक रेस्टोरेंट में गये और वहाँ डिनर किया. डिनर के बाद रेस्टोरेंट से बाहर आकर रिज़ॉर्ट वापस जाने के लिए टैक्सी का वेट करने लगे.
अब रात के 9 बज चुके थे. तभी अचानक बहुत तेज बारिश आ गयी. दोनो माँ बेटे पूरी तरह से भीग गये. कुछ देर इंतज़ार के बाद उन्हे टैक्सी मिल गयी. रूम में आने के बाद लता ने अभिजित को एक तौलिया दिया और अपना बदन पोछने को कहा. और खुद भी एक तौलिए से अपने बालों से पानी झटकने लगी. उसकी साड़ी और ब्लाउज पानी से भीगकर उसके बदन से चिपक गये थे.
“ये गीले कपड़े उतार दो वरना बीमार पड़ जाओगे. बहुत भीग गये हम दोनो.”
अभिजित अपने भीगे कपड़े उतारकर नाइट ड्रेस पहनने लगा.
लता ने उसे रोका,” अभिजित, जो आज हमने नया स्पोर्टी ब्रीफ लिया है, पहले उसे पहन के दिखाओ.”
“ठीक है, ट्राइ करके देख लेता हूँ कैसा लगता है.” अभिजित बाथरूम में अंडरवियर चेंज करने जाने लगा.
“तुम यहीं रूम में चेंज कर लो. मैं बाथरूम में कपड़े चेंज करके आती हूँ.”
“मम्मी आप भी अपनी नयी बिकिनी ट्राइ कर लो ना.”
“अरे अभी स्विमिंग थोड़ी करनी है. कल स्विमिंग के समय ही पहनूंगी.”
“मम्मी इट्स नोट फेयर. आपने मुझसे न्यू ब्रीफ ट्राइ करने को कहा और आप खुद नही ट्राइ कर रही हो.”
“ठीक है. मैं अभी चेंज कर लेती हूँ.”
अभिजित ने नया स्पोर्टी ब्रीफ पहन लिया और अपनी मम्मी के बाथरूम से बाहर आने का वेट करने लगा. बाथरूम का दरवाज़ा खुला और लता बिकिनी में बाहर आई. अभिजित आँखे फाडे मम्मी की नयी बिकिनी देखने लगा.
लता की बिकिनी का टॉप सिर्फ़ उसके निपल और आस पास का थोड़ा हिस्सा ढक रहा था. उसके सुंदर बूब्स का ज़्यादातर हिस्सा ऊपर और नीचे से दिख रहा था. लता के बूब्स चलते समय ऊपर नीचे हिल रहे थे. अभिजित ने पहले कभी मम्मी को ऐसे नही देखा था. वो बहुत ही खूबसूरत लग रही थी. तुरंत उसका लंड खड़ा हो गया.
लता बोली,” अभिजित, मैं कैसी लग रही हूँ.”
“मम्मी आप बहुत ही सेक्सी लग रही हो.”
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लता को झटका लगा. अभिजित ने पहले कभी उसके लिए ऐसे शब्द का इस्तेमाल नही किया था. लेकिन उसे मालूम था की बिकिनी बहुत रिवीलिंग है तो वो सेक्सी लग ही रही होगी. वो मुस्कुरा दी. अभिजित ने देखा मम्मी की पैंटी भी छोटी सी है.
“मम्मी आप एक बार पीछे मुड़ो.”
लता पीछे मुडी. पीछे से पैंटी सिर्फ़ नितंबों के बीच की दरार को ढक रही थी. लता के बड़े बड़े नितंब पूरे नंगे थे. एक तरह से लता पीछे से ऊपर से नीचे तक पूरी नंगी दिख रही थी.
अभिजित थूक निगलते हुए बोला,” मम्मी ये वाली बिकिनी तो आप पर बहुत ही जच रही है.”
लता अभिजित की ओर मुडी. अभिजित की नज़रें बिकिनी टॉप के पतले कपड़े से झांकते मम्मी के निपल पर पड़ी जो ब्रा में कसने से उभर कर दिख रहे थे. लता ने अभिजित के नये स्पोर्टी ब्रीफ को देखा जिसमे उसके खड़े लंड ने तंबू बनाया हुआ था.
“ तुम्हारा नया ब्रीफ तुमको बिल्कुल फिट आ रहा है, डियर.” खड़े लंड को देखते हुए लता बोली.
“चलो अब बहुत हो गया, अब नाइट ड्रेस पहन लो.”
लता तो घूमने से थककर सो गयी. लेकिन अभिजित को कुछ देर तक मम्मी के बगल में सोते हुए नींद नही आई. नयी बिकिनी में मम्मी को लगभग नंगी देखकर उसे बार बार वही सीन याद आ रहा था. मम्मी कितनी सेक्सी दिखती है…….कल इस बिकिनी में स्विमिंग करते हुए कैसी लगेगी …..आह………
अगली सुबह लता उठी और फ्रेश होकर उसने अभिजित को उठाया. फिर कॉफी पीकर माँ बेटे घूमने निकल गये. रूम में लौटकर उन्होने नाश्ता किया. थोड़ी देर आराम करने के बाद अभिजित स्विमिंग पूल में मम्मी का इंतज़ार करने लगा. अपनी मम्मी को नयी बिकिनी में कल रात देखने के बाद उससे सबर नही हो रहा था. एक बात तो पक्की थी की गोवा में आने के बाद दोनो माँ बेटे एक दूसरे से काफ़ी खुल गये थे.
“मम्मी जल्दी आओ ना.”
“आ रही हूँ बेटा. चेंज तो करने दे.”
कुछ देर बाद दरवाज़ा खुला और लता नयी बिकिनी में बाहर आई. मम्मी को छोटी सी बिकिनी में देखकर अभिजित का तुरंत लंड खड़ा हो गया. लता कमर लचकाते हुए आई और पानी में उतर गयी. अभिजित ध्यान से अपनी मम्मी की एक एक अदा को देख रहा था.
वो लता को माँ नही बल्कि एक खूबसूरत औरत के तौर पर मंत्रमुग्ध होकर निहार रहा था. फिर दोनो पूल में तैरने लगे. कुछ देर बाद लता को मस्ती सूझी. वो तैरते हुए अभिजित के पास गयी और उसके नितंबों में एक थप्पड़ मारकर हंसते हुए दूर भाग गयी.
अभिजित ने तुरंत पलटकर तैरते हुए अपनी मम्मी का पीछा किया. वो तेज़ी से तैरते हुए मम्मी के पास पहुँचा. लता की बिकिनी की पैंटी पीछे से सिर्फ़ नितंबों के बीच की दरार को ढक रही थी. उसके बड़े बड़े नितंब बिल्कुल नंगे थे.
अभिजित ने नज़दीक़ पहुँचकर मम्मी के नग्न नितंबों पर एक थप्पड़ जड़ दिया. और हंसते हुए दूर भाग गया. ये पहली बार था जब अभिजित ने अपनी मम्मी के नग्न नितंबों पर हाथ लगाया था. मम्मी के गोरे और मुलायम नितंबों का स्पर्श उसे बहुत अच्छा लगा.
अब ये खेल हो गया और थोड़ी देर तक दोनो एक दूसरे के साथ ऐसे ही खेलते रहे. कुछ मिनिट बाद अभिजित ऐसे ही मम्मी का पीछा कर रहा था, लेकिन इस बार लता उसके हाथ नही आ रही थी. वो तेज़ी से पानी में उसे चकमा दे दे रही थी.
लेकिन अभिजित ने हार नही मानी वो मम्मी का पीछा करते रहा और मम्मी को कमर से पकड़ लिया. लता उसकी पकड़ से अपने को छुड़ाने को पलटी तो अभिजित के हाथ उसकी कमर से फिसलकर उसकी ब्रा पर आ गये और ग़लती से अभिजित के हाथों से लता के बड़े बड़े बूब्स ज़ोर से दब गये.
लता की ब्रा उसके बूब्स के सिर्फ़ निपल को ही ढक रही थी. मम्मी के बूब्स अपने हाथों से दबते ही अभिजित को झटका सा लगा. नरम बूब्स का मखमली स्पर्श उसे बहुत अच्छा लगा. लेकिन ग़लती का एहसास होते ही उसने तुरंत अपने हाथ हटा लिए.
उसे अचानक डर लगने लगा की अब मम्मी गुस्सा हो जाएगी और उसे झिड़क देगी. और वो पानी में मम्मी से दूर चला गया. बेटे के हाथों से अपने बूब्स के दबने से एक पल को लता भी सन्न रह गयी की ये क्या हुआ. लेकिन उसे मालूम था की अभिजित ने ऐसा जानबूझकर नही किया था.
अभिजित को दूर जाते देखकर वो उसका तैरते हुए पीछा करने लगी. मम्मी को अपना पीछा करते देखकर अभिजित भी रिलेक्स हो गया की मम्मी ने उसे ग़लत नही समझा और उसका डर भी दूर हो गया. बेटे द्वारा अपने बूब्स दबा दिए जाने से अब लता भी बदमाशी पर उतर आई.
बदला लेने के लिए वो तेज़ी से तैरती हुई अभिजित के पास आई और उसकी पीठ पर सवार होकर अपने दाये हाथ से अभिजित के अंडरवियर के बाहर से उसका खड़ा लंड पकड़ लिया. अभिजित को अपनी पीठ पर मम्मी के बूब्स दबते महसूस हुए.
मम्मी के लंड पकड़ लेने से अभिजित सन्न रह गया, मम्मी ऐसा कुछ करेगी ये तो उसने सपने में भी नही सोचा था. उसकी कुछ समझ में नही आया की वो क्या रिएक्शन दे. अभिजित को सन्न देखकर लता बदमाशी में एक कदम और आगे बढ़ गयी.
और उसने पीछे हटते हुए दोनो हाथों से अभिजित का अंडरवियर नीचे को खींचकर पैरों से निकाल दिया. अभिजित अब पूरी तरह से नंगा था. उसका 7 इंच का लंड तनकर मम्मी की आँखों के सामने आ गया. लता ने अभिजित के खड़े लंड को देखा, उसे मालूम था की मम्मी के बदन को देखकर ही बेटे का लंड खड़ा हुआ है.
लता अभिजित का नंगु नंगु कहकर मज़ाक उड़ाते हुए ज़ोर ज़ोर से हंसने लगी. पहले तो अभिजित शरमा गया और हाथों से लंड ढकने की कोशिश करने लगा. लेकिन अपनी सेक्सी मम्मी को अपना मज़ाक उड़ाते देखकर उसे भी जोश चढ़ गया और वो मम्मी की ओर झपटा.
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लता जितनी तेज हो सकता था तैर कर दूर जाने लगी. लेकिन अभिजित तेज़ी से तैरते हुए उसके पास आया और मम्मी की पीठ से ब्रा की डोरी खोल कर ब्रा अलग कर दी. अब लता के बड़े बड़े बूब्स पानी में लटक रहे थे. अभिजित ने नज़र भरकर मम्मी के बूब्स को देखा फिर पीछे को पलटकर दोनो हाथों से मम्मी की पैंटी भी खींचकर निकाल दी.
अब लता भी पूरी नंगी हो गयी थी. अभिजित ने पहली बार अपनी मम्मी की चूत को देखा. चूत बिल्कुल क्लीन शेव्ड थी. अपनी सुंदर मम्मी को अपने सामने बिल्कुल नंगी देखकर अभिजित ने कंट्रोल खो दिया और मम्मी को पकड़कर उसके होठों का चुंबन ले लिया.
अब दोनो पानी में एक दूसरे से चिपटे हुए नंगे खड़े थे. अभिजित ने एक हाथ से मम्मी का एक बूब पकड़कर दबाना शुरू किया और दूसरे हाथ से मम्मी का सर पकड़कर उसे होठों पर बेतहाशा चूमने लगा. लता ने भी कामोत्तेजित होकर बेटे का लंड पकड़ लिया और उसे होठों पर चूमने लगी.
दोनो प्रेमी जोड़े की तरह पूल में एक दूसरे को होठों पर चूमने लगे. थोड़ी देर ऐसे ही चूमने के बाद लता को होश आया, उसने अपने को अभिजित से अलग किया और अंदर रूम में भाग गयी. अभिजित भी अपनी नंगी मम्मी के पीछे दौड़ा और रूम के अंदर आकर मम्मी को पीछे से पकड़ लिया.
वो कामवासना में मदहोश होकर दोनो हाथों से मम्मी के बूब्स दबाते हुए उसकी गर्दन चूमने लगा. फिर उसने मम्मी को बेड में गिरा दिया. बेड में मम्मी को लिटाकर अभिजित उसके माथे को चूमने लगा, फिर नीचे को बढ़ते हुए मम्मी की नाक, उसके गालों, उसके होठों और गर्दन को चूमने लगा.
फिर मम्मी के बूब्स को बारी बारी से मुँह में भरकर निपल को चूसने लगा. अभिजित के निपल चूसने से लता कामोत्तेजना से सिसकारियाँ लेने लगी …..आआअहह……ऊऊओह…………….. आज कई सालों के बाद किसी पुरुष ने उसके नंगे बदन को छुआ था. उसकी दबी हुई काम भावनाओ को उसके अपने बेटे ने भड़का दिया था.
काफ़ी देर तक बूब्स को चूमने और चूसने के बाद अभिजित नीचे को बढ़ा और मम्मी की नाभि को चूमने लगा. मम्मी की नाभि और पेट को चूमने के बाद अभिजित ने मम्मी की दोनो जांघों के अंदरूनी भाग को चूमा. जांघों के सेन्सिटिव एरिया को चूमते ही लता की सिसकी निकल गयी……ऊऊहह…….
फिर जांघों को चूमते हुए अभिजित उपर को मुँह लाया और मम्मी की चिकनी चूत के होठों का एक चुंबन ले लिया. दोनो हाथों से मम्मी के नितंबों को पकड़कर उसने चूत के अंदर जीभ डाल दी. लता की चूत गीली होकर रस बहाने लगी थी. अभिजित ने जीभ डालकर मम्मी का रस चाट लिया.
चूत में अभिजित के जीभ घूमने से उत्तेजित होकर लता अपनी गांड उपर को उछालने लगी. कुछ ही देर में उसे पहला ओर्गास्म आ गया और ज़ोर से सिसकारियाँ लेते हुए वो झड़ गयी आआहह….. ऊऊहह….. उफफफफफफफफफ्फ़… उनन्नगगगगग…… ओह……………
झड़ने के बाद लता ने अभिजित का मुँह अपनी चूत से हटा दिया. अभिजित कुछ देर तक मम्मी को ओर्गास्म का आनंद लेते देखता रहा. जब मम्मी शांत पड़ गयी तो उसने मम्मी को बेड पर पलट दिया. अब लता को पेट के बल लिटाकर अभिजित उसकी पीछे से गर्दन चूमने लगा फिर पीठ को चूमते हुए नीचे कमर को चूमने लगा.
चूमते और चाटते हुए उसने मम्मी के पूरे बदन को अपनी लार से गीला कर दिया. उसके बाद अभिजित अपनी मम्मी के बड़े बड़े नितंबों को चूमने और चाटने लगा. नितंबों को जी भरकर चूमने के बाद उसने हाथों से नितंबों को फैलाकर उनके बीच की दरार में जीभ डालकर मम्मी की गांड के छेद को चाट लिया.
अपनी गांड के छेद पर अभिजित की जीभ लगते ही लता चिहुंक उठी, उससे अब और सहन नही हुआ और वो सीधे पलटकर बैठ गयी. अब मज़ा देने की बारी लता की थी. उसने अभिजित के चेहरे उसकी छाती को चूमा और फिर उसके लंड के सुपाड़े का चुंबन लिया. ये कहानी आप हमारी वासना डॉट नेट पर पढ़ रहे है.
फिर सुपाड़े को मुँह में भरकर चूसने लगी. मम्मी के लंड चूसने से अभिजित मज़े से सिसकने लगा. कुछ देर बाद उसे लगा ऐसे तो मैं बिना मम्मी को चोदे ही झड़ जाऊंगा तो उसने लता के मुँह से लंड निकाल लिया. और लता को पीछे को लिटा दिया.
लता समझ गयी अभिजित अब उसे चोदना चाहता है. उसने पीछे को लेटकर अपनी टाँगे थोड़ी फैला ली. अभिजित ने अपना लंड पकड़कर मम्मी की चूत के फूले हुए होठों के बीच फँसाया., चूत गीली होने से लंड फिसलकर बाहर आ गया.
लता ने अपने हाथ से बेटे का लंड पकड़ा और उसे अपनी चूत के छेद पर लगाया और बेटे की ओर देखा. अभिजित ने एक धक्का लगाया और मम्मी की गीली चूत में सुपाड़ा अंदर घुसता चला गया. धीरे धीरे उसका पूरा लंड लता की चूत के अंदर घुस गया. अब अभिजित ने धक्के लगाकर चूत में लंड को अंदर बाहर करना शुरू किया.
लता सिसकारियाँ लेने लगी आअहह…………. ऊऊओह……………… धीरे धीरे अभिजित ने स्पीड बढ़ाई और अब तेज तेज स्ट्रोक लगाने लगा. लता का बदन अभिजित के धक्कों से ज़ोर ज़ोर से हिलने लगा. मम्मी के उपर नीचे हिलते बूब्स को देखकर अभिजित उन्हे पकड़कर मसलने लगा.
अभिजित के हर धक्के के साथ लता की सिसकारियाँ बढ़ते गयी आआअहह….. उहह… उफफफफफफ्फ़…. उननगज्गग… ऊओह……. अभिजित अपनी मम्मी को चोदते हुए मज़े में सातवे आसमान में उड़ने लगा. अब जवानी के जोश में वो पूरी ताक़त से मम्मी को चोदने लगा.
बेटे के जवान लंड की रगड़ाई से लता की चूत ने पानी छोड़ दिया और दूसरी बार ओर्गास्म आकर वो झड़ गयी. आज दो बार बेटे से कामसुख प्राप्त करके वो कामतृप्त हो गयी. मम्मी को झड़ते देख अभिजित भी ज़्यादा देर नही रुक पाया और उसने मम्मी की चूत को अपने गरम वीर्य से लबालब भर दिया.
लता ने अपनी चूत में बेटे के गरम वीर्य को महसूस किया. थकान से चूर होकर अभिजित मम्मी के बदन के उपर ही लेट गया. दोनो माँ बेटे पसीने से भीग गये थे. लता बेटे के बालों को सहलाने लगी. कुछ देर बाद जब अभिजित की सांस लौटी तो उसने अपना चेहरा उपर उठाया और मम्मी की आँखो में देखा.
दोनो माँ बेटे मुस्कुराने लगे. फिर अभिजित ने मम्मी के होठों पर अपने होंठ रख दिए और उन्हे प्यार से चूमने लगा. थोड़ी देर तक माँ बेटे एक दूसरे को प्यार से चूमते रहे. उसके बाद एक बार फिर से अभिजित मम्मी के बूब्स मुँह में भरकर चूसने लगा.
उन्हे चूमते चूमते उसका मन ही नही भर रहा था. फिर एक दूसरे की बाँहों में माँ बेटे नंगे ही सो गये. कामतृप्त होकर दोनो को नींद आ गयी. अब उनके बीच की सभी दीवारें टूट चुकी थी. गोवा में बाकी बचे हुए दिनों में उन्होने घूमने के साथ साथ जमकर चुदाई का मज़ा लिया.
फिर वो गोवा से अपने घर लौट आए. घर आने के बाद सबसे पहले अभिजित ने मम्मी से अधूरा पड़ा स्विमिंग पूल बनवाने को कहा. अगली सुबह लता नाश्ता बना रही थी. अभिजित पानी पीने किचन में आया. अभिजित मम्मी के पीछे आया और ब्लाउज के बाहर से मम्मी के बूब्स दबाने लगा. लता को अपनी गांड में अभिजित का खड़ा लंड चुभता हुआ महसूस हुआ.
लता बोली, “नही डियर, अभी नाश्ते का टाइम है. मुझे नाश्ता बनाने दो.”
“नही मम्मी मुझे प्यार करने दो ना.”
“अरे प्यार फिर कर लेना, अभी नाश्ता बनाने दो.”
लेकिन गोवा से आकर अभिजित अब बदल गया था. वो मम्मी की सुनने के मूड में नही था. उसने फटाफट मम्मी की साड़ी और पेटिकोट किचन में ही उतार दिया. उसके बाद उसने ब्लाउज उतारना चाहा तो उसके हुक खोलने में उसे बबाल महसूस हुआ. उसने ज़ोर लगाकर ब्लाउस के हुक तोड़ डाले और ब्लाउज उतार दिया.
अब लता बेटे के सामने किचन में ब्रा और पैंटी में खड़ी थी. अभिजित का कामवासना से दिमाग़ बंद हो गया था. उसने मम्मी की ब्रा और पैंटी खोलकर मम्मी को पूरी नंगी कर दिया और अपने पसंदीदा मम्मी के बड़े बड़े बूब्स मुँह में भरकर चूसने लगा.
उसके हाथ मम्मी की बड़ी गांड को मसल रहे थे. लता अपने बेटे का उतावलापन देख कर मज़े ले रही थी. फिर अभिजित मम्मी को बेडरूम में ले गया और अपने कपड़े उतारकर मम्मी के उपर चढ़ गया. मम्मी को जी भरकर चोदने के बाद ही उसने मम्मी को बेड से उठने दिया.
बेटे से मस्त चुदवाकर लता भी कामतृप्त हो गयी. दोनो माँ बेटे पहले भी एक दूसरे का ख्याल रखते थे और दोस्तों की तरह रहते थे. पर अब एक प्रेमी जोड़े की तरह रहने लगे. अभिजित तो अपनी सेक्सी मम्मी से भरता ही नही था. जितना भी चोदे उतना की कम पड़ता था.
एक दिन अभिजित बोला, “मम्मी स्विमिंग पूल बनने में तो बहुत टाइम लग जाने वाला है. आप फिर से वही ऑरेंज वाली बिकिनी पहनो ना.”
“ बिना स्विमिंग पूल के मैं बिकिनी पहन कर क्या करूँगी.”
“मेरे लिए प्लीज़ मम्मी. आज से जब भी तुम मेरे लिए नाश्ता बनाओगी उसी बिकिनी को पहनकर बनाओगी. मुझे आप उस बिकिनी में बहुत अच्छी लगती हो.”
लता ने कुछ देर सोचा, फिर बोली, “ठीक है. जब तक तुम्हारी समर वेकेशन चल रही हैं तब तक. दो महीने बाद जब तुम कॉलेज में एडमिशन लोगे तो फिर तुम्हारा पूरा ध्यान पढ़ाई में होना चाहिए. पढ़ाई के मामले में मैं कुछ भी नही सुनूँगी, समझे.”
अभिजित मम्मी के मान जाने से खुश हो गया.
“थैंक यू मम्मी. कॉलेज खुलने के बाद मैं मन लगाकर पढ़ाई करूँगा.”
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कुछ समय बाद उनका स्विमिंग पूल बनकर तैयार हो गया. दोनो माँ बेटे एक दूसरे का साथ एंजाय करते रहे. दोनो अब प्रेमी जोड़े की तरह रहते थे. लेकिन लता ने अभिजित के उपर से कंट्रोल कभी नही खोया. उसे मालूम था कब अभिजित से सख्ती से पेश आना है और कब उसे प्यार करना है. अभिजित ने भी अपनी मम्मी के लिए पहले जैसी रेस्पेक्ट बरकरार रखी. मम्मी उसे अपने साथ प्यार करने देती है यही उसके लिए बड़ी बात थी.
बल्कि उसका प्यार मम्मी के लिए और भी गहरा हो गया था. मम्मी के बिना अब उसे चैन ही नही आता था. फिर उसके 12 वीं बोर्ड एग्जाम्स का रिज़ल्ट आ गया. अभिजित बहुत अच्छे नम्बरों से पास हुआ और उसने कॉलेज में एडमिशन ले लिया. लता की देखरेख में वो कॉलेज में भी अच्छे नंबर्स से पास होते रहा. अगले साल कॉलेज का 1 साल पूरा होने के बाद छुट्टियों में अभिजित और लता फिर से गोवा गये और अपने नये प्यार की पहली वर्षगाँठ मनाते हुए गोवा में जमकर चुदाई के मज़े लिए.